Friday, September 20, 2024

बिहार : छपरा में मंदिर की दीवार गिरने से 2 बच्चे की मौत, तीन गंभीर रूप से जख्मी

बिहार के छपरा जिले के नगर थाना क्षेत्र के सोनारपट्टी स्थित कठीया बाबा मंदिर के पास देर शाम मंदिर की दीवार गिर जाने से दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि रेस्क्यू कर निकाले गए तीन बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बताया जा रहा है कि इनमें एक बच्चे की स्थिति नाजुक है. प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कर रही है.

एडिशनल एसपी  राज किशोर सिंह  के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि घटना मंदिर परिसर में बाढ़ का पानी घुसने के बाद दीवार के कमजोर होने से हुआ है. सभी बच्चे बाढ़ के पानी में नहा रहे थे, तभी अचानक दीवार गिर गई और सभी बच्चे चपेट में आ गए और हादसा हो गया. मृतक का नाम रम्भा कुमारी,और धनराज कुमार है जबकि घायल बच्ची रागिनी कुमारी है.

विदित हो की  सारण जिले में सरयू और गंगा नदी में उफान है. कई पंचायत जलमग्न है और छपरा शहर के कुछ इलाकों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. बताया जा रहा है कि मंदिर परिसर में भी पानी घुसा था जिसके बाद मंदिर की दीवार कमजोर हो गई थी. बच्चे बेपरवाह होकर यहां नहा रहे थे, लेकिन दीवार अचानक गिर गई और पांच बच्चे इसकी चपेट में आ गए. इनमें दो की मौत हो गई जबकि तीन बच्चे घायल हैं. समाचार प्रेषण तक राहत और बचाव का चल रहा है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/VcgEmHS

Thursday, September 19, 2024

यूपी : महोबा में क्योलारी नदी का जलस्तर बढ़ा, लापरवाही के चलते नदी में समाया ट्रक; देखें VIDEO

महोबा जनपद के पनवाड़ी विकासखंड में क्योलारी नदी का जलस्तर करने से जहां एक तरफ दर्जनों गांव का आवागमन बाधित हो गया तो वहीं लापरवाही के चलते एक डंपर नदी में बह गया. गनीमत रही कि चालक और क्लीनर ने तैर कर अपनी जान बचाई है. डंपर चालक की जल्दबाजी हादसे का कारण बनी है पानी में डूबी पुलिया पार करते समय पूरा डंफर पानी में समा गया. जिसका वीडियो भी कैमरे में कैद हुआ है.

Latest and Breaking News on NDTV

आपको बता दें कि बीते 24 घंटे से लगातार हुई मूसलाधार बारिश के चलते पनवाड़ी विकासखंड क्षेत्र के बुढ़ेरा गांव से निकली क्योलारी नदी उफान में है. जिसके चलते नदी के आसपास तकरीबन एक दर्जन गांव का आवागमन बाधित हुआ है. इसी बीच बताया जाता है गांव के निकास के लिए नदी के ऊपर बनी पुलिया जलस्तर बढ़ने के कारण जलमग्न हो गई.

जिससे आवागमन ठप हो गया, लेकिन बताया जाता है कि डंफर चालक जबरन लापरवाही के चलते डंपर को पानी में डूबी पुलिया से निकालने का प्रयास करने लगा और अचानक वाहन से नियंत्रण  खो बैठा इससे पहले चालक कुछ समझ पाता है देखते ही देखते डंपर ट्रक चालक की जल्दबाजी के चलते सीधा नदी के पानी में समा गया.

Latest and Breaking News on NDTV

स्थानीय ग्रामीण बचाव के लिए चिल्लाते रहे लेकिन पूरा डंपर पानी में डूबता देख चालक और क्लीनर ने तैरकर अपनी जान बचाई है. स्थानीय लोग बताते हैं कि इस घटना के दौरान ट्रक चालक को पुलिया पार करने के लिए मना किया गया लेकिन अपनी जल्दबाजी के कारण उसने अपनी जान जोखिम में डाली है जिसके चलते हैं हादसा घटित हुआ है. जिसका वीडियो भी कैमरे में कैद है .

Latest and Breaking News on NDTV

बताया जाता है कि क्यौलारी नदी पर छोटा सा पुल होने के कारण दर्जनों ग्रामीण क्षेत्र का आवागमन जिला मुख्यालय एवं ब्लॉक से संपर्क टूट गया है. जिसके चलते लोगों को निकलना मुश्किल हो गया है वहीं अगर किसी भी व्यक्ति को कोई बीमारी की स्थिति होती है तो क्योंलारी नदी में पुल छोटा होने के कारण निकलना मुश्किल हो रहा है.

नदी में जल स्तर बढ़ने की सूचना पर राजस्व विभाग से नायब तहसीलदार अभिषेक मिश्रा, नायब तहसीलदार बदलू प्रसाद, लेखपाल बृजेंद्र कुमार, लेखपाल शिवकरण, लेखपाल मेघा ने  ग्रामीण क्षेत्र का दौरा किया एवं सभी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से अपील की नदी का जलस्तर बढ़ रहा है कोई भी नदी को पर ना करें.

राजस्व टीम के द्वारा महोबकंठ क्षेत्र एवं ग्राम बैदों में निस्वारा व बुडेरा में नदी घाटों पर निरीक्षण किया एवं सभी से अपील की नदी का जलस्तर बढ़ रहा है जिससे आप लोग नदी को पर ना करें एवं बच्चों को नदी के बढ़ते हुए पानी के पास न जाने दें जिससे कोई अनहोनी ना हो.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/SRH7Aq0

Corporator demand closure of waste-to-energy plant at Piplaj



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/FgV7L41

Wednesday, September 18, 2024

मोदी 3.0 : सरकारी कामकाज में सुधर और गुड गवर्नेंस को ग्रासरूट तक ले जाने की कवायद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 2047 तक "विकसित भारत" के बड़े लक्ष्य के साथ आने वाले दिनों में सरकारी नीति-निर्माण की प्रक्रियाओं में बड़े सुधार की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. दरअसल, पिछले 10 साल और 100 दिन प्रधानमंत्री रहते नरेंद्र मोदी ने सरकारी मशीनरी को अधिक कुशल, जवाबदेह और उत्तरदायी बनाने के साथ ही प्रो पीपल और गुड गवर्नेंस की व्यवस्था को आगे बढ़ाने की कवायद जारी रखी है. इन 10 वर्षों और 100 दिनों में पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के काम करने, नीतियां बनाने और केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अहम सुधार लागू किये हैं. पहले 100 दिनों में मोदी सरकार ने 15 लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाओं को मंजूरी दी है. अब इन योजनाओं को लागू करने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर है. 

मोदी 3.0 के 100 दिन पूरे होने पर प्रधानमंत्री मंगलवार सुबह भुवनेश्वर पहुंचे और प्रधानमंत्री आवास योजना - शहरी के लाभार्थियों के साथ सीधे संवाद किया. दरअसल, मई 2024 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी ने सरकारी कामकाज के तरीके में बड़े सुधर और गुड गवर्नेंस को ग्रासरूट तक ले जाने की कवायद शुरू की थी. सरकारी योजनाओं की रूपरेखा तय करने, योजनाएं के कार्यान्वयन की प्रक्रिया के डिजिटाइजेशन के साथ-साथ उसकी मॉनिटरिंग और अफसरशाही की जवाबदेही तय करने के लिए नए मानक तय किए गए. 

19 मई 2024 को एनडीटीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने ब्यूरोक्रेसी में बदलाव को जरूरी बताते हुए प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार के बड़े संकेत दिए थे. 

पीएम मोदी ने कहा था, "प्रमोशन को टारगेट नहीं बनाया जा सकता है. सरदार साहब ने कुछ कोशिश की थी, अगर वह लंबे समय रहते तो हमारी सरकारी व्यवस्थाओं का जो मूलभूत खाका होता है, उसमें बदलाव आता. पहले कैबिनेट नोट बनते-बनते तीन महीने लगते थे, मैं इसे 30 दिन तक ले आया हूं... पहली बात यह है कि एक ट्रेनिंग सबसे बड़ी जीत है. रिक्रूटमेंट प्रोसेस बहुत बड़ी चीज है. मैंने इस पर बहुत बल दिया है. ट्रेनिंग इंस्टिट्यूशंस को हमने पूरी तरह से बदल दिया है. टेक्‍नोलॉजी के भरपूर इस्तेमाल की दिशा में हम बदल रहे हैं."

अब मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में तैयारी इस पहल को और आगे बढ़ाने की है. केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पिछले 100 दिनों में 26 दिन अपने मंत्रालय के अलग-अलग विभागों के कामकाज की समीक्षा के लिए 11 राज्यों का दौरा कर चुके हैं. बघेल कहते हैं कि गवर्नेंस को ग्रासरूट तक ले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 

ग्राउंड जीरो पर जाकर जनता से बातचीत कर रहे : बघेल 

एसपी सिंह बघेल ने एनडीटीवी से कहा, "मोदी 3.0 सरकार में सत्ता परिवर्तन के साथ-साथ मंत्रालयों में व्यवस्था परिवर्तन भी दिखाई पड़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी का एजेंडा है : गवर्नेंस को ग्रासरूट पर ले जाने का और यह निर्देश मंत्रियों को दिया गया है. अब मंत्री शास्त्री भवन, कृषि भवन या निर्माण भवन में सिर्फ काम नहीं करते वह ग्राउंड जीरो पर जा कर भी काम करते हैं... हम ग्राउंड जीरो पर जा रहे हैं और जनता से सीधे बातचीत कर रहे हैं जो लोकतंत्र में बेहद जरूरी है. सरकार जनता के लिए ही चुनी जाती है".

अब सरकारी योजनाएं लैब से लेकर लैंड तक सही तरीके से पहुंचे, इसके लिए लैंड रिकॉर्ड से लेकर सरकारी कामकाज के डिजिटाइजेशन पर फोकस और बढ़ाने की तैयारी है. बघेल कहते हैं, "अब लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे पैसे पहुंचते हैं, पहले राजीव गांधी ने कहा था कि सिर्फ एक रुपये में 15 पैसा ही लाभार्थियों तक पहुंच रहा है. 85% तक सरकारी फंड्स अधिकारियों और प्रशासन में बंट जाते थे. प्रधानमंत्री मोदी ने सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार को रोकने का काम किया है. अब एक बटन दबाते ही करोड़ों लाभार्थियों के बैंक खातों में सरकारी योजनाओं का पैसा सीधे पहुंच रहा है".

सरकारी प्रोजेक्‍ट्स को तेजी से पूरा करने पर फोकस

फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सरकारी प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा करने पर भी है. नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डवलपमेंट कॉर्पोरेशन यानी NICDC को 12 नए स्मार्ट इंडस्ट्रियल शहर बनाने की जिम्मेदारी दी गई है.

NICDC के सीईओ रजत कुमार सैनी कहते हैं कि इसे इम्प्लीमेंट करने का रोड मैप तैयार करना शुरू कर दिया गया है. सैनी ने एनडीटीवी से कहा, "हमने 12 नए स्मार्ट इंडस्ट्रियल शहरों के निर्माण के लिए मौजूदा वित्तीय साल में ही टेंडर जारी करने का फैसला किया है, जिससे इसी साल इन नए स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटीज के कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हो सके. इस प्रोजेक्ट के लिए 26,000 करोड रुपए के फंड्स को मंजूरी दी गई है... हमने अभी तक करीब 28,000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है"

अब देखना अहम होगा कि मोदी सरकार इन योजनाओं  को किस तरह तेजी से आगे बढ़ाती है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/mZpihNl

SRFDCL meet global developers to boost auction interest



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/mAUsdhc

Tuesday, September 17, 2024

Bigg Boss 18 First Promo: इस बार शो में होगा टाइम का तांडव, बिग बॉस देखेंगे घरवालों का फ्यूचर

Bigg Boss 18 First Promo: बिग बॉस 18 जल्द शुरू होने वाला है. इसको लेकर मेकर्स अपनी तैयारियां कर रहे हैं. हर साल बिग बॉस (Bigg Boss 18) का सीजन अपनी थीम की वजह से भी खूब सुर्खियों में रहता है. ऐसे में मेकर्स ने बिग बॉस 18 का पहला प्रोमो रिलीज कर बताया दिया है कि इस बार शो में क्या थीम रहने वाला है. कलर्स टीवी चैनल ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर बिग बॉस 18 का पहला प्रोमो रिलीज किया है, जिसमें सलमान खान धांसू अंदाज में बता रहे हैं कि बिग बॉस 18 का थीम क्या करने वाला है. 

प्रोमो में सलमान खान (Salman Khan) कहते हैं, 'बिग बॉस देखेंगे घरवालों का फ्यूचर. अब होगा टाइम का तांडव'. बिग बॉस 18 से जुड़ा यह प्रोमो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सलमान खान के फैंस प्रोमो को खूब पसंद कर रहे हैं. साथ ही कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. आपको बता दें कि बिग बॉस 18 में कलर्स टीवी की सुहागन चुड़ैल यानी कि निया शर्मा बिग बॉस-18 में शामिल हो सकती हैं. शो से जुड़े एक सोर्स ने बताया कि एक्ट्रेस को हर साल यह शो ऑफर किया जाता रहा है. हालांकि हर बार चीजें सही तरह से बैठ नहीं पाईं. सोर्स ने कहा, "निया आखिरकार घर के अंदर खुद को बंद करने के लिए तैयार थीं और उन्होंने कुछ दिन पहले ही साइन किया. उनके साथ-साथ टीम भी उन्हें शामिल करने को लेकर काफी एक्साइटेड है."

बिग बॉस 18 में टीवी एक्टर्स अंजलि आनंद, चाहत पांडे, स्प्लिट्सविला फेम कशिश कपूर, दिग्विजय राठी और स्त्री 2 के 'सरकटा' सुनील कुमार के शो में आने की अफवाह है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्स कंटेस्टेंट मुनव्वर फारुकी, मनीषा रानी और एल्विश यादव को 'सीनियर्स' या 'मेंटर्स' के तौर पर नए लॉट में शामिल होने के लिए कॉन्टैक्ट किया गया है. कहा जा रहा है कि बिग बॉस 16 के अब्दु रोजिक भी शो में कुछ खास सेगमेंट को सलमान खान के साथ को-होस्ट कर सकते हैं.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/BY9xna5

Few schools ignore Eid-E-Milad holiday, DEO to issue notices



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/S4RKCyU

Monday, September 16, 2024

CID to probe organized land fraud racket in Gujarat



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/bqMS4pt

Myntra के साथ अपने लुक को बनाएं बेहतर, कैज़ुअल से लेकर फॉर्मल मेंस शर्ट पर पाएं हैवी डिस्काउंट

जब बहुमुखी वार्डरॉब आवश्यक वस्तुओं की बात आती है, तो कुछ टुकड़े लिनेन शर्ट की अपील से मेल खा सकते हैं. इसका हल्का, सांस लेने योग्य फैब्रिक इसे गर्म मौसम के लिए आदर्श बनाता है, जबकि इसका कुरकुरा, साफ लुक इसे फॉर्मल इवेंट्स के लिए भी उतना ही उपयुक्त बनाता है. चाहे आप एक आरामदायक वीकेंड माहौल या एक शानदार बिजनेस लुक का लक्ष्य रख रहे हों, लिनन शर्ट आराम और मॉडर्न का सही बैलेंस प्रदान करते हैं. यह लेख बताता है कि लिनेन शर्ट को कैज़ुअल से फॉर्मल में कैसे बदला जाए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आप जहां भी जा रहे हों, आप अट्रैक्टिव दिखें.

From Casual to Formal: How to Elevate Your Look with a Linen Shirt

कैज़ुअल से फॉर्मल तक: लिनेन शर्ट के साथ अपने लुक को कैसे बेहतर बनाएं; फोटो क्रेडिट: Pexels

1. क्लासिक कैज़ुअल लुक: लिनेन को जींस के साथ पेयर करना

एक लिनेन शर्ट और जींस एक कैज़ुअल लेकिन स्टाइलिश आउटफिट के लिए एकदम सही मेल है. ताजा, आरामदायक माहौल देने के लिए हल्के कलर्स जैसे व्हाइट, आसमानी ब्लू या पेस्टल कलर्स का सिलेक्शन करें. स्लिम-फिट जींस के साथ थोड़ी झुर्रीदार लिनेन शर्ट पहनने से एक आरामदायक लुक मिलता है जो अभी भी एक साथ रखा हुआ लगता है. एक आरामदायक, डेली आउटफिट्स के लिए स्नीकर्स या लोफर्स के साथ आउटफिट को पूरा करें जो ब्रंच, कैज़ुअल मीट-अप या यहां तक कि एक दिन के कामकाज के लिए भी उपयुक्त है.

अधिक आरामदायक एलिगेंस के लिए स्लीव्स को ऊपर उठाएं और लिनन शर्ट की नेचरल टेक्सचर को चमकने दें. सांस लेने योग्य फैब्रिक यह सुनिश्चित करता है कि आप सहजता से स्टाइलिश दिखने के साथ-साथ ठंडे भी रहें. बेस्ट सिलेक्शन के लिए, Myntra से खरीदारी करें, जहां आपको विभिन्न प्रकार की लिनेन शर्ट मिलेंगी जो आपकी रोजमर्रा की वार्डरॉब की जरूरतों से मेल खाती हैं.

2. स्मार्ट-कैज़ुअल स्टाइलिंग: चिनोस के साथ लिनेन

एक स्मार्ट-कैज़ुअल आउटफिट के लिए जो अधिक सेमी-फॉर्मल सेटिंग में काम करती है, अपनी लिनेन शर्ट को चिनोस के साथ पहनें. यह कॉम्बिनेशन आराम और मॉडर्न के बीच सही बैलेंस बनाता है, जो घर से काम करने के दिन, ऑफिस में एक कैज़ुअल फ्राइडे या यहां तक कि डिनर डेट के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. अपनी लिनेन शर्ट के साथ कंट्रास्ट करने के लिए बेज, खाकी, या नेवी चिनोस जैसे न्यूट्रल या म्यूट टोन का चयन करें, जो एक चिकना लेकिन अट्रैक्टिव लुक सुनिश्चित करता है.

आउटफिट को अट्रैक्टिव बनाए रखने के लिए अपनी शर्ट के पूरे बटन लगाएं और लेदर की बेल्ट और स्मार्ट लोफर्स पहनें. यह स्मार्ट-कैज़ुअल पहनावा उन अवसरों के लिए आदर्श बैलेंस है जहां फॉर्मल आउटफिट्स बहुत अधिक है, लेकिन आप फिर भी अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं.

3. बिज़नेस के लिए तैयार: ऑफिस के लिए लिनेन रखना

एक लिनन शर्ट को एक फॉर्मल बिज़नेस सेटिंग में बदलना इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे स्टाइल करते हैं. चारकोल ग्रे, नेवी, या क्लासिक व्हाइट जैसे डार्क कलर्स में सिलवाया हुआ लिनन शर्ट चुनें और इसे अच्छी तरह से फिट ट्राउज़र्स की एक जोड़ी में अच्छी तरह से बांध लें. लेदर की बेल्ट और पॉलिश किए हुए जूते जोड़ने से प्रोफेशनल लुक पूरा हो जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि आप पूरे दिन शांत और आरामदायक रहते हुए ऑफिस के लिए तैयार रहेंगे.

जबकि लिनन एक कैज़ुअल फैब्रिक की तरह लग सकता है, सही स्टाइल इसे फॉर्मल एरिया में ले जाता है. यहां मुख्य बात यह है कि लिनन की आरामदेह नेचरल को बैलेंस करने के लिए बाकी आउटफिट को संरचित और पॉलिश किया हुआ रखा जाए. 

4. फॉर्मल समापन के लिए ब्लेज़र के साथ लिनन की परत चढ़ाना

वास्तव में फॉर्मल लुक के लिए, अपनी लिनेन शर्ट को हल्के ब्लेज़र या संरचित जैकेट के नीचे रखें. यह कॉम्बिनेशन गर्मियों की शादियों, फॉर्मल डिनर या महत्वपूर्ण बिज़नेस मीटिंग्स के लिए विशेष रूप से अच्छा काम करता है, जहां आपको अट्रैक्टिव दिखने की ज़रूरत होती है, लेकिन आप ज़्यादा गरम नहीं होना चाहते. एक स्वच्छ और मॉडर्न आउटफिट्स के लिए न्यूट्रल शेड की फिटेड लिनेन शर्ट चुनें और इसे पूरक टोन के ब्लेज़र के साथ पहनें.

From Casual to Formal: How to Elevate Your Look with a Linen Shirt

कैज़ुअल से फॉर्मल तक: लिनेन शर्ट के साथ अपने लुक को कैसे बेहतर बनाएं; फोटो क्रेडिट: Pexels

5. शॉर्ट्स के साथ लिनेन शर्ट्स: द अल्टीमेट समर कैज़ुअल

जब तापमान बढ़ता है, तो आराम महत्वपूर्ण हो जाता है, और सिलवाया शॉर्ट्स के साथ लिनेन शर्ट को जोड़ने से बेहतर कोई ऑप्शन नहीं है. यह लुक समुद्र तट की छुट्टियों, वीकेंड की छुट्टियों या समर बारबेक्यू के लिए बिल्कुल सही है. शर्ट और शॉर्ट्स दोनों के लिए हल्के, हल्के कलर चुनें और कैज़ुअल, धूप के लिए तैयार लुक के लिए अपनी स्लीव्स ऊपर उठाएं.

6. मॉडर्न ट्विस्ट के लिए मोनोक्रोम लिनन आउटफिट

एक मोनोक्रोमैटिक आउटफिट एक स्लीक, मॉडर्न लुक तैयार करती है जिसे निभाना आश्चर्यजनक रूप से आसान है. स्ट्रीमलाइन्ड, मिनिमलिस्ट एस्थेटिक्स के लिए मैचिंग या थोड़े हल्के शेड के ट्राउजर या चिनोस के साथ लिनेन शर्ट को पेयर करें. बेज, क्रीम या व्हाइट जैसे लाइट कलर्स समर के लिए अच्छे लगते हैं, जबकि डार्क कलर्स जैसे नेवी या चारकोल अधिक फॉर्मल सेटिंग के लिए उपयुक्त होते हैं.

7. शाम को पहनने के लिए लिनन शर्ट: प्रभावित करने वाली आउटफिट

एक शाम के इवेंट्स के लिए, एक लिनेन शर्ट को अधिक मॉडर्न तरीके से स्टाइल किया जा सकता है, जिससे एक सहज रूप से एलिगेंट लुक तैयार होता है. डार्क ब्लू या ब्लैक जैसे डार्क ब्लू चुनें और उन्हें सिलवाया ट्राउज़र्स या अच्छी तरह से फिट सूट के साथ पहनें. यह लुक कॉकटेल पार्टियों, शाम के डिनर या सेमी-फॉर्मल इवेंट्स के लिए अच्छा काम करता है, जहां आप बहुत सॉलिड दिखने के बिना अलग दिखना चाहते हैं.

From Casual to Formal: How to Elevate Your Look with a Linen Shirt

कैज़ुअल से फॉर्मल तक: लिनेन शर्ट के साथ अपने लुक को कैसे बेहतर बनाएं; फोटो क्रेडिट: Pexels

8. बीच वेडिंग लुक: डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए लिनेन

लिनन शर्ट समुद्र तट पर होने वाली शादियों या गंतव्य समारोहों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हैं, जहां गर्मी और नमी के कारण सांस लेने वाले कपड़ों की आवश्यकता होती है. एक ताजा, समुद्र तट के लिए उपयुक्त आउटफिट के लिए हल्के कलर्स की लिनेन शर्ट को व्हाइट या बेज कलर की ट्राउज़र्स के साथ मिलाएं. थोड़ा अधिक फॉर्मल रूप देने के लिए, लुक को पूरा करने के लिए एक हल्का लिनेन ब्लेज़र जोड़ें.

मेंस की शर्ट पर Myntra की टॉप डील

1. Parx Men Slim Fit Opaque Solid Spread Collar Casual Shirt

Discount: 45% | Price: ₹1374 | M.R.P.: ₹2499 | Rating: 4.2 out of 5 stars

Parx की यह ब्लू सॉलिड ट्रांसपेरेंट कैज़ुअल शर्ट एक मॉडर्न स्लिम फिट के साथ फैले हुए कॉलर की टाइमलेस सुंदरता को जोड़ती है. कॉटन लिनन से निर्मित, यह ड्यूरेबिलिटी और सांस लेने की क्षमता प्रदान करता है, जो कैज़ुअल आउटिंग के लिए आदर्श है. इसका कर्वेड हेम और लॉन्ग स्लीव्स इसे एक मॉडर्न रूप देती है, जबकि स्लिम फिट एक चापलूसी सिल्हूट सुनिश्चित करती है. दिन और शाम दोनों समय पहनने के लिए बिल्कुल उपयुक्त, यह शर्ट इतनी बहुमुखी है कि इसे जींस या चिनोस के साथ जोड़ा जा सकता है.

2. Mast & Harbour Checked Button-Down Collar Cotton Linen Casual Shirt

Discount: 70% | Price: ₹839 | M.R.P.: ₹2799 | Rating: 4.1 out of 5 stars

यह नेवी, बेज और रेड चेक वाली शर्ट आपके वॉर्डरोब में पुराने अट्रैक्टिव की झलक लाती है. अपने बटन-डाउन कॉलर और रेगुलर फिट के साथ, यह कैज़ुअल और सेमी-फॉर्मल दोनों सेटिंग्स के लिए एक बहुमुखी ऑप्शन है. कॉटन और लिनेन का मिश्रण पूरे दिन आरामदायक पहनावा सुनिश्चित करता है. स्मार्ट लुक के लिए इसे सिलवाया ट्राउज़र्स के साथ पहनें या इसे अपने पसंदीदा डेनिम के साथ आरामदायक रखें.

3. Mufti Slim Fit Opaque Cotton Casual Shirt

Discount: 65% | Price: ₹874 | M.R.P.: ₹2499 | Rating: 4 out of 5 stars

Mufti की ग्रीन कलर की स्लिम-फिट कॉटन शर्ट किसी भी वार्डरॉब के लिए एक सॉलिड अतिरिक्त है. इसका फैला हुआ कॉलर और कर्वेड हेम इसे एक मॉडर्न किनारा देता है, जो इसे कई अवसरों के लिए उपयुक्त बनाता है. हल्के कॉटन फैब्रिक आराम और फ्लैक्सिबिलिटी प्रदान करते हैं, जबकि स्लिम-फिट डिज़ाइन समग्र रूप को बढ़ाता है. यह शर्ट उन लोगों के लिए बिल्कुल सही है जो स्मार्ट एस्थेटिक्स के साथ आरामदायक आराम का मिश्रण करना पसंद करते हैं.

4. Bene Kleed Men Off-White And Blue Slim Fit Printed Casual Shirt

Discount: 57% | Price: ₹899 | M.R.P.: ₹2099 | Rating: 4.1 out of 5 stars

बेने क्लीड की ऑफ-व्हाइट और ब्लू प्रिंटेड शर्ट के साथ एक स्टेटमेंट बनाएं. फैले हुए कॉलर और कर्वेड हेम के साथ डिज़ाइन की गई यह शर्ट अपने सूक्ष्म लेकिन स्टाइलिश फ्लोरल प्रिंट के साथ अलग दिखती है. कॉटन लिनेन का मिश्रण इसे सांस लेने योग्य और स्किन पर मुलायम बनाता है, जिससे पूरे दिन आराम सुनिश्चित होता है. यह उन लोगों के लिए एक शानदार चुनाव है जो अपने कैज़ुअल आउटफिट में रचनात्मकता का तड़का लगाना चाहते हैं.

5. CAVALLO By Linen Club Contemporary Slim Fit Cotton Linen Casual Shirt

Discount: 35% | Price: ₹1169 | M.R.P.: ₹1799 | Rating: 4.3 out of 5 stars

CAVALLO की यह ग्रीन कलर की सॉलिड शर्ट कैज़ुअल और सेमी-फॉर्मल दोनों अवसरों के लिए एक बढ़िया ऑप्शन है. स्लिम फिट और स्प्रेड कॉलर के साथ, यह एक कंटेम्पररी बढ़त प्रदान करता है जो चिनोस या स्लिम-फिट ट्राउज़र्स के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है. कॉटन-लिनेन फैब्रिक यह सुनिश्चित करता है कि यह किसी भी मौसम में आरामदायक रहे, जबकि सॉलिड कलर इसे एक स्लीक, न्यूनतम अट्रैक्शन देता है. चाहे बिजनेस लंच के लिए हो या आरामदायक वीकेंड के लिए, यह शर्ट एकदम उपयुक्त है.

6. Mast & Harbour Regular Fit Solid Cotton Linen Sustainable Shirt

Discount: 52% | Price: ₹1199 | M.R.P.: ₹2499 | Rating: 3.8 out of 5 stars

ड्यूरेबल कॉटन-लिनन मिश्रण से तैयार, यह डस्टी पिंक शर्ट स्टाइलिश और एनवायरनमेंट फ्रेंडली दोनों है. रेगुलर फिट और सेमी-कटअवे कॉलर इसे कैज़ुअल और फॉर्मल दोनों अवसरों के लिए उपयुक्त बनाता है. यह एक ड्यूरेबल टुकड़ा है जो हाई क्वालिटी वाली मटेरियल और निर्माण के कारण आपकी वार्डरॉब में रहेगा. ताज़ा, पॉलिश लुक के लिए इसे हल्के कलर के चिनोज़ के साथ पहनें.

7. HIGHLANDER Men Blue Slim Fit Tartan Checks Checked Casual Shirt

Discount: 75% | Price: ₹374 | M.R.P.: ₹1499 | Rating: 3.9 out of 5 stars

यह ब्लू टार्टन चेक शर्ट उन लोगों के लिए एक ट्रेंडी लुक प्रदान करती है जो अधिक कैज़ुअल स्टाइल पसंद करते हैं. कॉटन-लिनन मिश्रण से निर्मित, इसमें एक स्लिम फिट और फैला हुआ कॉलर है, जो इसे आरामदायक और फैशनेबल दोनों बनाता है. टाइमलेस टार्टन पैटर्न आपके कैज़ुअल वॉर्डरोब में क्लासिक फ्लेयर का टच जोड़ता है, और इसकी सामर्थ्य इसे बजट पर स्टाइल के प्रति जागरूक खरीदारों के लिए जरूरी बनाती है.

8. French Connection Men Premium Slim Fit Cotton Linen Casual Shirt

Discount: 70% | Price: ₹899 | M.R.P.: ₹2999 | Rating: 3.9 out of 5 stars

फ़्रेंच कनेक्शन की यह ऑरेंज सॉलिड शर्ट उन लोगों के लिए एक साहसिक ऑप्शन है जो अलग दिखना चाहते हैं. मंदारिन कॉलर मॉडर्न का टच जोड़ता है, जबकि कॉटन-लिनन फैब्रिक पूरे दिन आराम सुनिश्चित करता है. अपने प्रीमियम फिट और स्टाइलिश डिज़ाइन के साथ, यह शर्ट फॉर्मल इवेंट्स या स्मार्ट-कैज़ुअल आउटिंग के लिए बिल्कुल सही है. इसके समृद्ध कलर और मॉडर्न सिल्हूट को उजागर करने के लिए इसे गहरे कलर के ट्राउज़र्स के साथ पहनें.

लिनेन शर्ट वार्डरॉब का एक आवश्यक हिस्सा है जो किसी भी लुक को बेहतर बना सकता है, चाहे वह कैज़ुअल हो या फॉर्मल. आरामदायक स्टाइल के लिए इसे जींस के साथ पहनने से लेकर अधिक फॉर्मल इवेंट्स के लिए इसे ब्लेज़र के साथ पहनने तक, लिनेन की बहुमुखी प्रतिभा इसे किसी भी फैशन के प्रति जागरूक व्यक्ति के लिए एक उत्कृष्ट ऑप्शन बनाती है. इसकी हल्की, सांस लेने योग्य प्रकृति का मतलब है कि आप स्टाइलिश दिखने के साथ-साथ आरामदायक भी रह सकते हैं, चाहे सेटिंग कोई भी हो. क्या आप इस सदाबहार चीज़ के साथ अपनी वार्डरॉब को अपडेट करने के लिए तैयार हैं? आज ही Myntra से खरीदारी करें.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/AM82FSZ

Sunday, September 15, 2024

एस सिद्धार्थ के निर्देश पर वंचित समाज के बच्चों के विशेष हितों के मद्देनज़र 998 विद्यालयों को संविलियन से मुक्ति

वंचित समाज के लोगों को मुख्य धारा में लाने हेतु सरकार के स्तर पर किए गए कई प्रयास किए गए हैं. इनमें बिना किसी भेदभाव के उनके लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुलभता सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण कारक है. बिहार में सामाजिक न्याय को केंद्र में रखकर हाशिए पर रहने वाले समुदायों के बीच शिक्षा के प्रचार-प्रसार को विशेष प्राथमिकता दी जाती रही है. इस संदर्भ में यह जानना महत्वपूर्ण है कि पूरे राज्य में वंचित समाज बहुल रिहाइश के आसपास के बहुत सारे विद्यालयों के परिसर में इस समाज के बच्चे-बच्चियों के लिए अलग से स्कूल चल रहे थे. भूमि के अभाव में ये स्कूल मूल स्कूलों की इमारतों को साझा कर चलाए जा रहे थे. लेकिन उनमें अन्य किसी भी सामान्य स्कूल के समान सभी सेवाएं बहाल थीं और सबसे बढ़कर, उनकी अपनी एक स्वतंत्र पहचान थी. 

Latest and Breaking News on NDTV

उनमें से कई को अब जमीन मिल गई है जिस पर स्कूल बनाए जा सकते हैं, लेकिन कुछ अभी भी सरकारी मानदंडों के अनुरूप उपयुक्त भूमि की अनुपलब्धता के चलते भूमिदाता खोजने के लिए संघर्षरत हैं. यहाँ यह जानना दिलचस्प होगा कि शिक्षा विभाग के पूर्व अपर मुख्य सचिव के कार्यकाल में केवल भौतिक विशेषता (यानी स्कूल का अपना भवन है या नहीं) को आधार बनाकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाले ऐसे सभी भूमिहीन स्कूलों का मूल विद्यालयों में संविलियन (Merger) कर दिया गया. 

इस पूरे प्रकरण में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की विशेष पहचान तथा सामाजिक पृष्ठभूमि की पूरी तरह से अनदेखी की गई. वंचित समाज की ख़ास पहचान को देखते हुए उनके बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष उपचार की आवश्यकता है, इसको सिरे से नज़रअंदाज़ किया गया. संविलियन की वजह से एससी-एसटी बहुसंख्यक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अब उन बच्चों के साथ पढ़ने को बाध्य होना पड़ा जिनका सामाजिक परिवेश उनसे काफ़ी अलग है. मूल स्कूलों में पहले से पढ़ने वाले बच्चे न सिर्फ़ संख्या में बहुत ज़्यादा हैं, बल्कि तथाकथित सामाजिक श्रेष्ठता की वजह से उनका वंचित समाज के बच्चों के साथ बर्ताव भी भेदभावपूर्ण है. परिणामस्वरूप, एससी-एसटी समाज के बच्चे इस नए परिवेश में सामंजस्य बिठाने संबंधी दिक्कतों से लेकर हीन भावना व अन्य समस्याओं से जूझने को मजबूर हैं. 

भोजपुर ज़िला स्थित सलेमपुर के रहने वाले भूटन राम कहते हैं कि हमारे बच्चों के लिए पहले वाला स्कूल ही सही था. इस नए सिस्टम के कारण बच्चों को एडजस्ट करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं और पढ़ाई-लिखाई में उनका मन भी कम लग रहा है. बिहार महादलित विकास मिशन योजना के तहत कार्यरत विकास मित्रों को भी वंचित समाज के हवाले से इस बारे में कई शिकायतें सुनने को मिली हैं. पश्चिम चंपारण ज़िला के चनपटिया प्रखंड में कार्य करने वाले रामनिवास कुमार के मुताबिक़ दलित समाज के बच्चों में नए स्कूल के प्रति कम रुझान देखा जा रहा है. वे नए माहौल में अलग-थलग महसूस करते हैं और इस कारण स्कूल में उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना एक चुनौती बन गई है.     

वर्तमान अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ, जिनकी पहचान ज़मीन से जुड़े अधिकारी के रूप में है, ने पदभार संभालने के बाद इस तुगलकी फ़ैसले से उपजी समस्याओं के आलोक में सभी जिलों से ऐसे स्कूलों के बारे में रिपोर्ट देने को कहा. अपनी छवि के अनुरूप, उन्होंने इस मुद्दे को पूरी गंभीरता से लिया और वंचित समाज के हितों की रक्षा हेतु 2-3 महीने के गंभीर विचार-विमर्श के बाद उनके आदेश पर ऐसे बहुत सारे स्कूलों को मूल स्कूलों से अलग कर दिया गया है. ताज़ा उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक़, अब तक शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर कुल 2661 संविलियित विद्यालयों में से 998 को संविलियन से मुक्त किया जा चुका है. साथ ही, उपयुक्त भूमि की पहचान कर स्कूल इमारत का निर्माण कार्य शुरू करने का भी निर्देश दिया गया है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/lfG30Ns

PM declares 2L ex-gratia for kin of 8 Dehgam victims



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/Cz6uIwT

Saturday, September 14, 2024

Surf and turf: Fish species claim exclusive zones



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/BIZjVev

दुनिया के लिए 'शांतिदूत' बन रहा भारत, समझिए यूक्रेन और फिलीस्तीन को PM मोदी से क्यों है इतनी उम्मीद

क्या भारत नए ग्लोबल ऑर्डर में शांति की सबसे बड़ी उम्मीद है? रूस और यूक्रेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से जो सिलसिला शुरू हुआ है, गुरुवार को उसकी एक तस्वीर सामने आई. सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स देशों की बैठक के दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की. उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का मैसेज भी दिया.

इसके पहले खुद रूसी राष्ट्रपति कह चुके हैं कि भारत उन देशों में है, जो रूस-यूक्रेन के बीच मध्यस्थता कर सकता है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडोमिर ज़ेलेंस्की ने भी पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात में उम्मीद जताई कि भारत शांति का रास्ता तलाशेगा. खुद प्रधानमंत्री ने कहा कि युद्ध किसी भी संकट का हल नहीं है. बातचीत से मामले का हल निकाला जाना चाहिए.

युद्ध और शांति : वोलोडिमिर जेलेंस्की और पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीरों में क्या छुपा है संदेश?

NATO के सामने नया ब्लॉक बनता BRICS
ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका की अगुवाई वाले ग्रुप BRICS में एक तरह से देखें, तो ये पांच देश दुनिया का सबसे बड़ा भूगोल और सबसे बड़ी आबादी बनाते हैं. रूस कहीं पहले से इस बात की वकालत और उम्मीद करता रहा है कि अमेरिका के नेतृत्व वाले NATO के सामने अब अगर कोई नया ब्लॉक बनाया जा सकता है तो वह BRICS देशो का ही है. 

हालांकि, ये काम उतना आसान भी नहीं है. क्योंकि, ब्रिक्स के दो सबसे बड़े देशों चीन और भारत के बीच टकराव के कई पॉइंट रहे हैं. 

Latest and Breaking News on NDTV

भारत-चीन के रिश्ते के बीच रही युद्ध की छाया
दरअसल, दोनों देशों में बहुत सारे विवाद पुराने रहे हैं. एक पुराने युद्ध की छाया भी रही है. लेकिन, 2020 में गलवान संकट के बाद दोनों देश एक-दूसरे से लगभग टकराते नज़र आए हैं. दोनों के बीच एक मोर्चा आर्थिक सवालों का भी है. माना जा रहा है कि नई दुनिया का कारोबार चीन से हट कर भारत के हाथों में आ रहा है.

इन सबके बीच भारत और चीन दोनों देशों की ताज़ा पहल बताती है कि वे अपने संकट हल करना चाहते हैं. तीन देशों सऊदी अरब, जर्मनी और स्विटज़रलैंड का दौरा करने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ही जेनेवा में एक बातचीत में कहा कि भारत और चीन के बीच 75% मामले सुलझा लिए गए हैं.

PM मोदी के यूक्रेन दौरे ने दुनियाभर में बटोरी सुर्खियां, जानें वर्ल्ड मीडिया में किसने क्या कहा?

25% का संकट भी बेहद चुनौतीपूर्ण
बेशक भारत और चीन के बीच जो 25% का संकट है, वह छोटा नहीं है. दोनों देश धीरे-धीरे इस संकट के हल की कोशिश में हैं. कोशिश ये है कि लद्दाख में सेनाएं पुरानी स्थिति में लौटें. दोनों एक-दूसरे के क्षेत्र का सम्मान करें. कूटनीतिक बातचीत ज़्यादा बड़े पैमाने पर हो. ताज़ा सूचना ये है कि अब भारत और चीन के बीच रुकी हुई सीधी उड़ान फिर से शुरू करने पर चर्चा हो रही है.

भारत के विमानन राज्य मंत्री का कहना है कि चीन की ओर से सीधी उड़ान के लिए अनुरोध आ रहे हैं. इसमें सभी पक्षों से बात करके कोई फैसला लिया जाएगा, जिसमें विदेश मंत्रालय भी शामिल है. भारत और चीन के बीच कोविड के दौर में सीधी उड़ान पर रोक लगी थी. लेकिन, उसी साल गलवान के बाद इसे फिर से शुरू नहीं किया जा सका.

Latest and Breaking News on NDTV

जेलेंस्की, पुतिन, बाइडनः मोदी की 3 झप्पियों में भारत की कूटनीति की क्रोनोलॉजी समझिए

भारत को चीन के साथ अपने मामले देखने की भी जरूरत
ये सच है कि इस सीधी उड़ान के न होने की वजह से भारत और चीन दोनों के लोग परेशान हैं, लेकिन एक बड़े कूटनीतिक स्तर पर सरकार के सामने कई सवाल हैं. सबसे अहम बात यही कि भारत दुनिया में एक बड़ी प्रभावशाली भूमिका निभाना चाहता है, तो उसे अपने मामलों के समाधान भी देखने होंगे.

चीन के साथ रिश्तों में सुधार और रूस-यूक्रेन के बीच शांति की कोशिश...ये दो अहम एजेंडे हैं, जो भारत सरकार की निगाह में हैं. दिलचस्प ये है कि दुनिया में शांति की इस कोशिश में अमेरिका और यूरोपीय देश बाधा बनते दिख रहे हैं. 

यूरोप का हथियार देना चिंता की बात
यूरोप के देश लगातार यूक्रेन को हथियार दे रहे हैं. ताजा ख़बर ये है कि यूक्रेन अब लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाज़त भी मांग रहा है. उसका कहना है कि रूस इससे कुछ दबेगा. अमेरिका के सहयोगी देश NATO से जुड़े कई देश इस इस्तेमाल के पक्ष में हैं. हालांकि, अमेरिका अब तक इस विकल्प को तौल रहा है; क्योंकि इस पर रूस की प्रतिक्रिया तीखी हो सकती है.

Latest and Breaking News on NDTV

रूस और यूक्रेन ही नहीं, अमेरिका को भी भारत पर ही विश्वास

रूस ने भी साफ किया रुख
रूस कह चुका है कि वह इसे अपने ऊपर यूरोप का हमला मानेगा. फिर वैसी की कार्रवाई करेगा. यह युद्ध को और भड़काने का मामला है. यानी एक तरफ भारत शांति और समाधान की कोशिश कर रहा है, तो दूसरी तरफ अमेरिका और उसके सहयोगी युद्ध भड़काने में लगे हुए हैं. 

भारत को अहमियत देता है इजरायल 
7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास का हमला हुआ था. उसके तीन दिन बाद 10 अक्टूबर को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत की अहमियत इजरायल के लिए कितनी है. भारत ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा के साथ ही इजरायल के साथ अपनी एकजुटता दिखाई थी, लेकिन फिलीस्तीन के साथ रिश्तों को भी कायम रखा. भारत ने कभी हमास को आतंकवादी संगठन नहीं कहा.

भारत अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर बमबारी को रोकने का आह्वान करता रहा. भारत ने इजरायल और फिलीस्तीन के बीच मानवीय विराम के लिए पहल की. एक तरफ इजरायल के साथ सहानुभूति का संबंध रखा तो दूसरी तरफ फिलीस्तीनी लोगों की भरपूर मदद भी की. भारत ने मिस्र के माध्यम से गाजा को 16.5 टन दवाइयों और चिकित्सा आपूर्ति सहित 70 टन मानवीय सहायता भी भेजी. 

Latest and Breaking News on NDTV

US राष्ट्रपति जो बाइडेन से PM मोदी की बातचीत, बांग्लादेश और यूक्रेन के हालात पर हुई चर्चा

मानवीय पहलुओं पर काम करता है भारत, हर देश से रिश्‍ता बेहतर
खास बात ये है कि फिलीस्तीन की मदद के लिए ईरान आगे आया. ईरानी राष्ट्रपति की हत्या और फिर ईरान में ही हमास चीफ के कत्ल के बाद इजरायल के खिलाफ युद्ध की बातें ईरान ही करने लगा, लेकिन उस ईरान के साथ किसी एक देश का रिश्ता बेहतर बना हुआ है, तो वो भारत है. ऐसा इसलिए है कि बाकी दुनिया कूटनीति के तिकड़म में फंस जाती है, जबकि भारत मानवीय पहलुओं पर काम करता है. 

अब उम्मीद है कि भारत अपने पड़ोसी चीन के साथ मामलों को जल्द सुलझा लेगा. क्योंकि ये वक्त की जरूरत है. इसके साथ ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को रोकना या खत्म करने में भारत कैसे शांतिदूत की भूमिका निभाएगा, ये भी देखने वाली बात होगी.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अमलेंदु मिश्रा कहते हैं, "भारत और चीन का भविष्य गहराई से जुड़ा हुआ है. बीजिंग और नई दिल्ली दोनों को यह बात पता है कि उनके हित एक दूसरे से कनेक्टेड हैं. चीन ने हालांकि, कई बार भारत पर हमले किए हैं. लेकिन कूटनीतिक स्तरों पर दोनों देशों को यह मानना है कि आगे चलने के लिए चीन और भारत को किसी भी तरह एक अच्छा रिश्ता कायम करने के लिए अच्छा काम करना होगा."

राजनीतिक और रणनीतिक मामलों के जानकार ब्रह्म चेलानी कहते हैं, "इस समय BRICS की अहमियत बढ़ती जा रही है. कई देश इसे ज्वॉइन करने के लिए अप्लाई कर रहे हैं. इसकी मेंबरशिप बढ़ाई गई है. पहले ये 5 देशों का ग्रुप था और अब इसे 8 सदस्य देश हैं. आगे और भी देश इसमें शामिल हो सकते हैं. BRICS की जियो-पॉलिटिकल अहमियत भी काफी है. यूक्रेन-रूस युद्ध को बंद करने के लिए कई नेताओं की भागीदारी मायने रखती है. जैसे जब पीएम मोदी रूस के दौरे पर गए थे. उसके बाद वो यूक्रेन गए. एक हफ्ते में वो अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं."

ब्रह्म चेलानी कहते हैं, "अमेरिका में पीएम मोदी की क्वॉड समिट के दौरान जो बाइडेन से मुलाकात होनी है. क्वॉड समिट 21 सितंबर से शुरू हो रहा है. ऐसे में पीएम मोदी की शांति का प्लान उसे बाइडेन के साथ भी डिस्कस किया जाएगा. इस तरह के निजी सहयोग इससे जाहिर तौर पर कोई हल निकल सकता है." 

रूस-यूक्रेन युद्ध: शांति योजना लेकर अजीत डोभाल ने व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की



from NDTV India - Latest https://ift.tt/Ct0c2Jj