Thursday, January 30, 2025

महाकुंभ भगदड़ में 30 से ज्यादा मौतें: हादसे का सबसे दर्दनाक पल... घायल परिजन को सांसें देती रही महिला

प्रयागराज महाकुंभ (Maha kumbh 2025) में बुधवार तड़के मौनी अमवस्या के स्नान से पहले भगदड़ की दर्दनाक घटना में 30 से ज्यादा श्रद्धालुओं की जान चली गई. इस हादसे में 90 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर शाम भरे गले से इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस हादसे के दौरान की कुछ दर्दनाक तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं. एक वीडियो में एक महिला अपने परिजन की जान बचाने के लिए मुंह से उसे सांस देती नजर आई.  

इस वीडियो में महिला परिजन की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वीडियो बेहद दर्दनाक है.  आसपास समान बिखरे हुए हैं. पानी बोतल पड़ी हुई है और जिंदगी को बचाने की जद्दोजहद जारी है. 

Latest and Breaking News on NDTV

मुख्यमंत्री योगी की श्रद्धालुओं से अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वो अफवाहों पर ध्यान न दें. सीएम योगी ने लिखा- मां गंगा के जिस घाट के जो समीप है, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. पीएम के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और उनसे प्रयागराज में मची भगदड़ को लेकर स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने श्रद्धालुओं को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया.

कोई अफवाह पर ध्यान न दें
प्रशासन श्रद्धालुओं के साथ पूरी तत्परता से सहयोग कर रहे हैं. कोई अफवाह पर ध्यान न दें. लोग सहयोग करें.  जहां हैं, वही स्नान करके निकल जाएं. सारे घाट गंगा जी के ही घाट हैं. अगर आप कोई अफवाह फैलाते हैं तो उससे बड़ी घटना हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि अफवाह पर ध्यान ना दिया जाए और जहां है वहीं पर स्नान किया जाएं. इसके साथ ही मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.

ये भी पढ़ें-: 

महाकुंभ भगदड़ अपडेट: प्रयागराज में हालात सामान्य, पल-पल का अपडेट ले रहे PM मोदी, सुबह से योगी को किया 4 बार फोन



from NDTV India - Latest https://ift.tt/9ZNU1pE

Fugitive banker returns to India, arrested at SVPI



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/bnlgwLq

Tuesday, January 28, 2025

Monday, January 27, 2025

राष्ट्रपति भवन में इंडोनेशियाई मंत्रियों ने गाया 'कुछ कुछ होता है' गाना, काजोल ने इस तरह किया रिएक्ट

भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के खास मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो को आमंत्रित किया गया. इस दौरान बीती शनिवार रात राष्ट्रपति भवन में आयोजित रात्रिभोज में इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल ने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की फिल्म 'कुछ कुछ होता है' का गाना गाकर सबका दिल जीत लिया. सोशल मीडिया पर यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिस पर यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देते हुए जी भर कर अपना प्यार लुटा रहे हैं. बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. बता दें कि, उदित नारायण और अलका याग्निक द्वारा गाये गए इस गाने को काजोल, रानी मुखर्जी और शाहरुख खान पर फिल्माया गया था.

यहां देखें वीडियो

वीडियो ने जीता दिल

सोशल मीडिया पर यह वीडियो ANI द्वारा शेयर किया गया है. 1 मिनट 16 सेकंड के इस वीडियो को अब तक खूब देखा और शेयर किया जा चुका है. वीडियो में देखा जा सकता है कि, इंडोनेशियाई मंत्री पारंपरिक 'सोंगकोक' टोपी और सूट पहनकर इस गाने को गाते नजर आ रहे हैं. उनके इस खास अंदाज ने भारतीयों के दिलों को छू लिया. इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस खास पल के वीडियो को देखने के बाद यूजर्स इसे भारतीय संस्कृति और इंडोनेशियाई संबंधों का खूबसूरत संगम बता रहे हैं.

काजोल ने दी प्रतिक्रिया

जैसा कि सभी जानते ही हैं कि, साल 1998 में आई फिल्म 'कुछ कुछ होता है' में शाहरुख खान और रानी मुखर्जी के साथ काजोल ने भी अहम भूमिका निभाई थी. राष्ट्रपति भवन में इंडोनेशियाई मेहमानों द्वारा गाये गए इस गाने के वायरल वीडियो पर बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. काजोल ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है, 'बॉलीवुड की एकता की ताकत फिर से चमक उठी. इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल का 'कुछ कुछ होता है' गाना दिल को छू लेने वाला है. वास्तव में बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात

जानकारी के मुताबिक, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुबियांतो ने शनिवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान राजनीतिक, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. बता दें कि, गुरुवार रात राष्ट्रपति सुबियांतो दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, जहां विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने उनका स्वागत किया.

ये भी पढ़ें:-तस्वीर में छिपे चेहरे को 10 सेकंड में ढूंढने का है चैलेंज



from NDTV India - Latest https://ift.tt/LOPgNGW

दिल्ली में बीते 8 वर्ष में गणतंत्र दिवस पर सबसे गर्म रहा मौसम

दिल्ली में बीते आठ वर्षों में पहली बार रविवार को गणतंत्र दिवस पर मौसम सबसे गर्म रहा और अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. इससे पहले 26 जनवरी 2017 को राजधानी में अधिकतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. पिछले कुछ वर्षों में 26 जनवरी को दिल्ली के तापमान में काफ़ी उतार-चढ़ाव आया है.

वर्ष 1991 से इस दिन का अधिकतम दीर्घावधि औसत (एलपीए) 22.1 डिग्री सेल्सियस रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में तापमान ठंडा रहा है. 2024 में तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस, 2023 में 17.3 डिग्री सेल्सियस और 2022 में 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

आईएमडी ने दिल्ली में लगातार सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान दर्ज किए जाने का कारण साफ आसमान और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं बताया.

‘स्काईमेट' के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, 'हाल ही में पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी होने के बावजूद, दिन में धूप खिलने के कारण दिल्ली में अधिकतम तापमान पर अपेक्षाकृत कोई असर नहीं पड़ा है.' हालांकि, साफ आसमान रहने और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट आई है.

रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री कम है. इससे पहले शनिवार को 8.6 डिग्री सेल्सियस और शुक्रवार को 9.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था. 28 जनवरी से एक नये पश्चिमी विक्षोभ के इस क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है, जिससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और वृद्धि होगी.

आईएमडी के अनुसार, सप्ताहांत तक न्यूनतम तापमान 9-11 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 216 रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है. शनिवार को एक्यूआई 174 दर्ज किया गया था.

दिल्ली के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के अनुसार, 27 और 28 जनवरी को एक्यूआई का स्तर 'खराब' श्रेणी में रहने का अनुमान है, तथा 29 जनवरी तक यह 'बहुत खराब' श्रेणी में चला जाएगा.

शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/DhEWeKk

Sunday, January 26, 2025

इन दो एक्टर्स को अपना आइडियल मानते हैं सलमान खान, कहा- उनके स्टारडम का दस प्रतिशत भी मेरे पास नहीं

  सलमान खान (Salman Khan) ने एक बार उन एक्टर्स के बारे में बात की थी, जिन्हें वह बड़े स्टार मानते थे. उन्होंने कहा था कि उनके लिए 'राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और कुमार गौरव (Kumar Gaurav) ' बड़े सितारे हैं. 2017 में एक पुराने इंटरव्यू में सलमान ने कहा था कि अगर स्टारडम की तुलना की जाए तो उन्हें लगा कि उनके पास इन एक्टर्स का 10 प्रतिशत भी नहीं है. सलमान ने दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन की भी तारीफ की थी.

राजेश खन्ना ने 1969 और 1972 के बीच लगातार 15 सोलो सुपर-हिट दिए. उन्होंने 1966 में आखिरी खत के साथ डेब्यू किया था. यह 1967 में भारत की पहली आधिकारिक ऑस्कर एंट्री थी. उन्होंने आराधना, कटी पतंग, गुड्डी, आनंद, बावर्ची सहित कई फिल्मों में काम किया. नमक हराम में वह कई अन्य स्टार्स के साथ दिखे. वहीं  एक्टर राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव 1980 के दशक की शुरुआत में फिल्म लव स्टोरी से रातोंरात स्टार बन गए थे. बाद में वह तेरी कसम, स्टार, नाम और कांटे में नजर आए.

समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में सलमान ने कहा था, "मुझे नहीं लगता कि कोई भी दिलीप कुमार से बड़ा है. उसके बाद अमिताभ बच्चन हैं, वह आज भी काम कर रहे हैं और हर जगह हैं. आपको लगता है कि हम लोग लोकप्रिय हैं तो (यह सच नहीं है) ... मुझे लगता है कि राजेश खन्ना से बड़ा कोई नहीं है और दूसरा कुमार गौरव था. मैंने दोनों का स्टारडम देखा है और यह अविश्वसनीय था. इसलिए, जब स्टारडम की तुलना की जाती है तो मुझे लगता है कि मेरे पास इनका 10% भी नहीं है.”

'सुपरस्टार' कहे जाने के बारे में सलमान ने कहा था, "यह एक्टिंग सिर्फ एक काम है. मैं अपने जीवन का पल-पल जीता हूं और हर पल में अपना सर्वश्रेष्ठ परफॉर्म करता हूं. चाहे आप कहीं भी हों, आपको हमेशा यह सोचना चाहिए कि आप वहां कैसे उठे और अपनी पहली फिल्म के लिए जिस तरह से काम किया, उस तरह से हर शॉट में ईमानदारी होनी चाहिए.”



from NDTV India - Latest https://ift.tt/6GLhU7s

Stress pushing crocodiles in Vadodara to the brink: Study



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/ErKY7nd

सुशील मोदी, शारदा सिन्हा समेत बिहार की इन 7 हस्तियों को पद्म सम्मान, देखें कौन-कौन से नाम शामिल

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया.इस साल कुल 139 लोगों को यह सम्मान मिलेगा. जिनमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री शामिल हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि पुरस्कार कला, समाजसेवा, सार्वजनिक जीवन, विज्ञान, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और नागरिक सेवा जैसे कई क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए दिए जाते हैं. इस बार बिहार से 7 प्रमुख हस्तियों को पद्म सम्मान दिया जा गया है. आइए देखते हैं पूरी लिस्ट.

नाम क्षेत्र सम्मान
शारदा सिन्हा (मरणोपरांत) कला पद्म विभूषण
सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत) लोक कार्य पद्म भूषण
भीम सिंह भवेश समाजिक कार्य पद्मश्री
हेमंत कुमार चिकित्सा पद्मश्री
किशोर कुणाल (मरणोपरांत) सिविल सर्विस पद्मश्री
निर्मला देवी कला पद्मश्री
विजय नित्यानंद सुरेश्वरी  अध्यात्म पद्मश्री

केंद्र सरकार ने इस साल सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री समेत कुल 139 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को सभी पद्म पुरस्कार पाने वालों को बधाई दी और कहा कि भारत को उनकी असाधारण उपलब्धियों का सम्मान करने और जश्न मनाने पर गर्व है.

मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पद्म पुरस्कार विजेताओं को बधाई! भारत को उनकी असाधारण उपलब्धियों का सम्मान करने और जश्न मनाने पर गर्व है. उनका समर्पण और धैर्य वास्तव में प्रेरक है. प्रत्येक पुरस्कार विजेता कड़ी मेहनत, जुनून और नवीनता का पर्याय है, जिसने अनगिनत लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है. वे हमें उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और समाज की निस्वार्थ सेवा करने का मूल्य सिखाते हैं.''

बिहार के सीएम नीतिश कुमार ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बधाई दी है. उन्होंने लिखा है, बिहार कोकिला स्व. शारदा सिन्हा जी को कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण (मरणोपरांत), स्व. सुशील कुमार मोदी जी को लोक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण (मरणोपरांत) एवं स्व. आचार्य किशोर कुणाल जी को सिविल सेवा के क्षेत्र में पद्म श्री (मरणोपरांत) का सम्मान मिलना बिहार के लिए गौरव की बात है. 

देखें ट्वीट

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गृह मंत्रालय ने इस साल के पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी. बिहार की जानी मानी लोक गायिका शारदा सिन्हा और जापान के दिवंगत व्यवसायी ओसामु सुजुकी समेत तीन को मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया जाएगा. देश के पहले सिख सीजेआई जगदीश सिंह खेहर भी पद्म विभूषण पाने वाली सात शख्सियतों में शामिल हैं.
इसके अलावा 19 शख्सियतों को (चार मरणोपरांत) पद्म भूषण और 113 लोगों को (छह मरणोपरांत) पद्म श्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई है.

पद्म भूषण पाने वालों में प्रसार भारती के पूर्व चेयरमैन ए. सूर्य प्रकाश, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार रहे विवेक देबरॉय (मरणोपरांत), जाने माने गायक पंकज उदास (मरणोपरांत), फिल्म निर्माता शेखर कपूर, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत) प्रमुख नाम हैं.

साथ ही बिहार के जाने माने लोक सेवक और पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल (मरणोपरांत), जानेमाने व्यवसाई पवन गोयनका, क्रिकेटर आर. आश्विन सहित 113 शख्सियतों को पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/eYFnLaR

Saturday, January 25, 2025

सऊदी अरब और OPEC तुरंत रोक सकते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध, ट्रंप ने क्यों कही यह बात ?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि सऊदी अरब और ओपेक (पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन) रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को 'तुरंत' खत्म कर सकते हैं. दावोस में विश्व आर्थिक मंच को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही.

ट्रंप ने कहा, “अगर [तेल] की कीमत कम हो जाती है, तो रूस-यूक्रेन युद्ध तुरंत समाप्त हो जाएगा. अभी, कीमत इतनी अधिक है कि युद्ध जारी रहेगा.” अमेरिकी राष्ट्रपति ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह सऊदी अरब और ओपेक से तेल की कीमत कम करने के लिए कहेंगे.

ट्रंप ने कहा, "आपको इसे कम करना होगा, मुझे हैरानी है कि उन्होंने चुनावों से पहले ऐसा क्यों नहीं किया...उन्हें यह बहुत पहले ही कर लेना चाहिए था."

यूएस प्रेसिडेंट ने यह भी कहा कि वह रियाद से अमेरिकी निवेश पैकेज को प्रारंभिक 600 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 1 ट्रिलियन डॉलर करने के लिए कहेंगे. रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण किया.

ट्रंप ने यह भी दावा किया कि यूक्रेन समझौता करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, "वह [यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की] समझौता करने के लिए तैयार हैं. वह रुकना चाहेंगे. वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने बहुत सारे सैनिक खो दिए हैं. रूस ने ज्यादा सैनिक खोए, उन्होंने 8,00,000 सैनिक खो दिए."

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के साथ युद्ध को खत्म करने के लिए जल्द से जल्द रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की भी इच्छा जताई.

ट्रंप ने कहा, "मैं वास्तव में जल्द ही राष्ट्रपति पुतिन से मिलना चाहूंगा ताकि युद्ध समाप्त हो सके और यह अर्थव्यवस्था या किसी अन्य चीज के नजरिए से नहीं कह रहा हूं. यह इस दृष्टिकोण से कह रहा हूं कि लाखों लोगों की जिंदगी बर्बाद हो रही हैं... यह एक नरसंहार है. और हमें वास्तव में युद्ध को रोकना होगा."

5 नवंबर को चुनाव जीतने से पहले ट्रंप ने कई बार दावा किया कि वह पहले दिन ही यूक्रेन और रूस के बीच समझौता कर लेंगे. हालांकि अब उनके सलाहकार मानते हैं कि युद्ध को सुलझाने में महीनों लग जाएंगे.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/r3U6lOc

Rajasthan hospital receives essentiality certificate from Gujarat government for medical college



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/P4Cu9ky

Friday, January 24, 2025

Thursday, January 23, 2025

जलगांव ट्रेन हादसा : कैसे चला पता, कितना खौफनाक था मंजर - वहां सबसे पहले पहुंचे गांववालों ने बताया

महाराष्ट्र के जलगांव में बुधवार शाम एक ट्रेन में आग की अफवाह फैलने के बाद कुछ यात्री पटरी से उतर गए. इसके बाद वे पास की पटरी पर विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए. भीषण हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई. रेल हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और रेलवे ट्रैक के आसपास कई शव पड़े हुए थे. इस भयावह मंजर के बारे में NDTV ने घटनास्थल के पास के गांव के लोगों से बातचीत की. गांववासियों ने हादसे की भयावहता को देखा.

बड़गांव के एक स्थानीय ने बताया कि शाम 4:30 बजे गाड़ी खड़ी थी और घटनास्थल पर शोर मचने लगा. इस बीच लोग ट्रेन से कूदने लगे. घायल व्यक्तियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि मृतकों को बाद में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया. मंत्री गिरीश महाजन को घटना की जानकारी दी गई.

वहीं, एक और स्थानीय ने बताया कि प्रशासन ने पहले घायलों को अस्पताल भेजा और फिर शवों को भेजने की व्यवस्था की. पुलिस के अधिकारी जल्द ही मौके पर पहुंच गए. घटनास्थल के पास एक नदी भी है. अफवाहों के कारण कुछ लोगों ने ट्रेन की चेन पुलिंग की, जिसके बाद यात्री ट्रेन से बाहर कूदने लगे.

चश्मदीद ने क्या बताया?

चश्मदीद यात्री ने बताया कि रास्ते में जाते समय अचानक ट्रेन में ब्रेक लग गई, जिसके बाद कुछ यात्रियों ने आग लगने की सूचना दी. इसने अफरातफरी मचा दी और लोग खिड़की से कूदने लगे या गेट से बाहर भागने लगे. तभी दूसरी ट्रेन आ गई और कई लोग हादसे का शिकार हो गए. इस दुर्घटना में 8-10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि कहां जाएं. 10 मिनट के भीतर ही सहायता के लिए लोग घटनास्थल पर पहुंच गए.

कैसे हुआ हादसा?

  • पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई जा रही थी
  • पुष्पक एक्सप्रेस परांडा रेलवे स्टेशन के पास पहुंची
  • तभी ट्रेन के मोटरमैन ने ब्रेक लगाया तो पहियों से चिंगारियां निकलने लगी
  • पहले पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैल गई
  • आग लगने की अफवाह के कारण किसी ने चेन खींच दी और ट्रेन रुक गई
  • अफवाह के बाद ट्रेन में सवार यात्री जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदने लगे
  • बीच सामने से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने कई लोगों को रौंद दिया
  • हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई


from NDTV India - Latest https://ift.tt/Fvy3qlY

Monday, January 20, 2025

बिहार में 'जहरीली शराब' पीने से 7 लोगों की मौत, घर में छाया मातम; जांच के आदेश

बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि पुलिस को मौतों के बारे में रविवार को पता चला, हालांकि पहली मौत चार दिन पहले हुई थी और सभी सातों के शवों का अंतिम संस्कार पहले ही किया जा चुका था. जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) शौर्य सुमन ने बताया कि सभी मौतें लौरिया थाना क्षेत्र में हुई हैं.

स्थानीय लोगों ने मौतों के लिए जहरीली शराब को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन एसपी ने कहा कि दो व्यक्तियों की मौतों के पीछे की वजह शराब नहीं थी.

सुमन ने बताया कि एक व्यक्ति को एक ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी थी, जबकि दूसरे को लकवा मार गया था. सुमन ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘पहली मौत 15 जनवरी को हुई थी, हालांकि हमें घटना के बारे में आज ही पता चला. शेष पांच मौतों का कारण स्पष्ट नहीं है, क्योंकि पुलिस को सूचित किए जाने से पहले ही सभी सात शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. हमने मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच टीम का गठन किया है.''

पश्चिम चंपारण के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) सुमित कुमार ने कहा कि मौतों के कारणों का पता लगाना मुश्किल है क्योंकि सभी शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘जांच टीम को 24 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.'' उन्होंने बताया कि टीम पिछले तीन-चार दिनों में लौरिया में मरने वालों की पहचान का पता लगाएगी.

मृतकों में से एक के परिजन ने बताया, ‘‘मेरे भाई प्रदीप ने अपने दोस्त मनीष के साथ शराब पी थी. दोनों की मौत हो गई.'' अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया था.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/Oi7D24L

Reassessment on, property tax revenue dips in west zone



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/s62U97z

Saturday, January 18, 2025

भारत की सबसे सस्ती स्पोर्ट्स कार, देखिए जरा हार जाएंगे दिल

भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में MG मोटर्स ने अपनी नई इलेक्ट्रिक कार साइबरस्टर को भारतीय बाजार में लॉन्च की है. इस EV में कई उन्नत फीचर्स शामिल हैं, हालांकि कंपनी ने इसकी कीमत अभी तक घोषित नहीं की है. MG मोटर्स ने बताया कि इसकी प्री-रिजर्वेशन आज से शुरू हो रही है, जबकि बुकिंग मार्च में शुरू होगी और डिलीवरी अप्रैल से शुरू हो जाएगी.

Latest and Breaking News on NDTV

नई MG साइबरस्टर एक परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड इलेक्ट्रिक कार है, जो स्पोर्ट्स कार के डिजाइन के साथ पेश की गई है. यह 2-सीटर कन्वर्टिबल कार पहली इलेक्ट्रिक कार है, जिसमें सिजर डोर डिजाइन दिया गया है. कार में आगे की ओर LED हेडलाइट्स और 19-इंच के अलॉय व्हील्स शामिल हैं. पीछे की ओर कनेक्टेड LED लाइट्स और एरो शेप्ड LED टेललाइट्स का भी आकर्षक डिजाइन है. रिपोर्ट के मुताबिक ये सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार होगी. 

Latest and Breaking News on NDTV

नई साइबरस्टर के इंटीरियर्स में स्पोर्ट्स कार की फिनिशिंग दी गई है, जो स्पोर्टी रेड/ब्लैक कलर थीम में उपलब्ध है. इस कार की प्रमुख हाइलाइट्स में पैनोरमिक ट्रिनिटी डिस्प्ले (दो स्क्रीन वाला ड्राइवर क्लस्टर और एक टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम), डैशबोर्ड-माउंटेड ड्राइवर गियर सिलेक्टर और बकेट स्टाइल स्पोर्टी ड्राइवर और को-ड्राइवर सीटें शामिल हैं.

साइबरस्टर में 77 kWh बैटरी पैक यूनिट दी गई है, जिसे 509 bhp और 725 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करने वाले शक्तिशाली मोटर्स के साथ जोड़ा गया है. इसके अलावा बेहतर एयरोडायनामिक्स और प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए इसमें डुअल मोटर सेटअप भी शामिल है. यह बैटरी पैक एक बार चार्ज करने पर लगभग 580 किमी की रेंज प्रदान करने का दावा करता है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/Bcr8RYz

Friday, January 17, 2025

अदाणी ग्रुप की कॉपर इकाई इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन में हुई शामिल

अदाणी ग्रुप की कंपनी कच्छ कॉपर लिमिटेड वाशिंगटन डीसी मुख्यालय वाले इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन (आईसीए) में शामिल हो गई है. यह जानकारी अदाणी ग्रुप ने गुरुवार को दी. आईसीए एक गैर-लाभकारी व्यापार संघ है, जो दुनिया के आधे कॉपर के उत्पादन का प्रतिनिधित्व करता है, जिसके छह महाद्वीपों में 33 सदस्य हैं.

गुजरात के मुंद्रा में स्थित कच्छ कॉपर, अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी कंपनी है. अदाणी एंटरप्राइजेज पहले चरण में 0.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की प्रारंभिक क्षमता वाला कॉपर स्मेल्टर स्थापित करने के लिए लगभग 1.2 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है.

कच्छ कॉपर की अत्याधुनिक सुविधा कॉपर कैथोड, रॉड और अन्य उत्पाद भी बनाएगी, जो कॉपर उत्पादन में भारत के आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगी.

आईसीए में शामिल होने पर कच्छ कॉपर के मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. विनय प्रकाश ने कहा, "भारत आने वाले दशकों में कॉपर और उसके उत्पादों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है. हमारा मानना ​​है कि आईसीए में कच्छ कॉपर की सदस्यता हमें स्थिरता पहलों में सक्रिय रूप से योगदान करने और कॉपर के क्षेत्र में नए अनुप्रयोगों और उत्पादों को विकसित करने की अनुमति देगी. हम इस आवश्यक मेटल के लिए जरूरी वैल्यू चेन को बढ़ाने के लिए ग्लोबल कॉपर कम्युनिटी के साथ सहयोग करने के लिए तत्पर हैं, जो नेट जीरो ट्रांसमिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है."

आईसीए के प्रेसिडेंट और सीईओ जुआन इग्नासियो डियाज ने कहा, "हमें अपनी कम्युनिटी में अदाणी मेटल्स कच्छ कॉपर लिमिटेड का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. टिकाऊ और इनोवेटिव कॉपर के उत्पादन को आगे बढ़ाने में उनके प्रयास ग्लोबल डीकार्बोनाइजेशन के लिए आवश्यक टेक्नोलॉजी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में कॉपर की आवश्यक भूमिका को बढ़ावा देने, संरक्षित करने और बचाव करने के हमारे सामूहिक मिशन को मजबूत करते हैं. उनकी उपस्थिति के साथ, हम उन क्षेत्रों में कॉपर के विकास का समर्थन करने के लिए विशेष रूप से उत्साहित हैं, जहां इसके प्रमुख अनुप्रयोगों का विस्तार हो रहा है."

अदाणी ग्रुप ने पिछले वित्त वर्ष में कच्छ कॉपर लिमिटेड की अपनी ग्रीनफील्ड कॉपर रिफाइनरी की पहली इकाई का परिचालन शुरू कर दिया है. अदाणी ग्रुप का लक्ष्य इस दशक के अंत तक इसे एक लोकेशन पर मौजूद दुनिया की सबसे बड़ी कॉपर स्मेल्टर बनाना है. इसकी क्षमता एक एमएमटीपीए की होगी. इससे भारत को अपनी मेटल की आवश्यकताओं में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/RfDwEoG

Thursday, January 16, 2025

Wednesday, January 15, 2025

जम्मू कश्मीर के राजौरी में रहस्यमय बीमारी के कारण दो और बच्चों की मौत, मृतक संख्या 14

जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले के एक सुदूर गांव में छह वर्षीय बच्ची समेत एक परिवार के दो और सदस्यों की मौत हो जाने के बाद एक रहस्यमय बीमारी के कारण जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गयी. पिछले 30 दिनों में तीन परिवारों में 11 बच्चों और तीन वयस्कों की मौत से कोटरंका उप-विभाग के बधाल गांव के लोगों में दहशत फैल गयी है.

अधिकारियों ने कहा कि सरकार ने संभावित स्वास्थ्य जोखिमों की पहचान करने और उनका समाधान करने के वास्ते नमूने एकत्र करने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य दलों को तैनात किया है.

उन्होंने बताया कि जम्मू के एक अस्पताल में सफीना कौसर की मौत हो गयी. इसी अस्पताल में पिछले दो दिनों में उसके तीन अन्य भाई-बहनों की मौत हो गई तथा दो अन्य अब भी जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

अधिकारियों ने बताया कि इन बच्चों के दादा मोहम्मद रफीक की सोमवार को राजौरी के एक अस्पताल में मौत हो गयी. पिछले महीने गांव में दो परिवारों के नौ लोगों की मौत हो गई थी. शुरू में माना जा रहा था कि मौतें खाद्य विषाक्तता की वजह से हुई हैं लेकिन, स्थिति तब और गंभीर हो गई जब अधिकतर ग्रामीणों ने एक जैसे लक्षण होने की शिकायत की, जिसके बाद सरकार ने हस्तक्षेप किया और देश के विभिन्न प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों से विशेषज्ञों को बुलाया गया

पिछले महीने जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ. आशुतोष गुप्ता ने कहा था कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि रहस्यमयी मौतों का कारण वायरल संक्रमण है.

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है. जांच में सहायता के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पीजीआई चंडीगढ़, एम्स दिल्ली और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम गांव का दौरा कर चुकी हैं.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/1TQpEIs

PM मोदी बुधवार को मुंबई में दो युद्धपोत और एक पनडुब्बी देश को करेंगे समर्पित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में दो नौसैनिक युद्धपोत और एक पनडुब्बी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. युद्धपोत आईएनएस सूरत और आईएनएस नीलगिरि और पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर है. इन तीनों की कमीशनिंग पर प्रधानमंत्री मोदी इन्हें देश को समर्पित करेंगे. इसके बाद वह नवी मुंबई के खारघर में इस्कॉन परियोजना के श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे.

आईएनएस सूरत, पी15बी गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर परियोजना का चौथा और अंतिम युद्धपोत है. यह दुनिया के सबसे बड़े और सबसे उन्नत विध्वंसकों में से एक है. इस जहाज में 75 फीसदी स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. यह अत्याधुनिक हथियार-सेंसर पैकेज और नेटवर्क-केंद्रित क्षमताओं से लैस है. इस युद्धपोत का शामिल होना भारतीय नौसेना की बढ़ती ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है.

आईएनएस नीलगिरि पी17ए स्टील्थ फ्रिगेट परियोजना का पहला जहाज है. इसे भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया है. यह जहाज स्टील्थ तकनीक से लैस है और समुद्र में लंबे समय तक ऑपरेशन करने की क्षमता रखता है. इसके साथ ही, यह अगली पीढ़ी के स्वदेशी फ्रिगेट का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो देश की समुद्री सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेगा.

आईएनएस वाघशीर पी75 स्कॉर्पियन परियोजना की छठी और अंतिम पनडुब्बी है. यह पनडुब्बी निर्माण में देश की बढ़ती विशेषज्ञता का प्रतीक है. इसका निर्माण फ्रांस के नौसेना समूह के सहयोग से किया गया है. इसके नौसेना में शामिल होने से देश की पनडुब्बी क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. यह देश को और अधिक आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

इन तीनों का भारतीय नौसेना में शामिल होना देश की समुद्री सुरक्षा और रक्षा निर्माण में एक मील का पत्थर साबित होगा. इसके अलावा पीएम मोदी नवी मुंबई के खारघर में इस्कॉन परियोजना के श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर का उद्घाटन करेंगे. यह परियोजना नौ एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है और इसमें विभिन्न देवताओं के मंदिर, वैदिक शिक्षा केंद्र, प्रस्तावित संग्रहालय और सभागार, उपचार केंद्र जैसी सुविधाएं शामिल हैं.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/Ok27opm

Tuesday, January 14, 2025

बाड़ से क्यों बिलबिला रहा बांग्लादेश, JNU के एक्सपर्ट से समझिए

भारत में बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त नूरुल इस्लाम को सोमवार को दिल्ली में विदेश मंत्रालय में तलब किया गया. इससे पहले रविवार को यही कहानी ढाका में दोहराई गई थी, ढाका में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय में भारत के उच्चायुक्त को तलब किया. मुद्दा भारत-बांग्लादेश की सरहद पर 5 जगहों पर लगाई जा रही फेंसिंग का था. बांग्लादेश को इस बात पर एतराज था कि भारत ऐसा क्यों कर रहा है. बांग्लादेश अब बाड़ की आड़ ले रहा है, क्योंकि यह  मुद्दा पुराना है लेकिन विवाद नया है. इससे पहले  बांग्लादेश ने भारत में अपने कार्यालयों पर प्रदर्शन को लेकर विरोध जताया था. शेख हसीना को लेकर वो लगातार इसी तरह का रुख दिखा रहा है. आइये जानते हैं कि बॉर्डर पर क्‍यों जरूरी है फेंसिंग और क्‍या है बांग्‍लादेश को इससे दिक्‍कत. 

भारत और बांग्लादेश 4156 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं और इसमें से 3217 किलोमीटर पर बाड़ लगाई जा चुकी है. अब 885 किलोमीटर में ये काम होना है. भारत के 5 राज्यों की सीमा बांग्लादेश के साथ मिलती है. 

Latest and Breaking News on NDTV

किस राज्‍य से कितनी मिली है सीमा 

2216 किलोमीटर बंगाल में
856 किलोमीटर त्रिपुरा में
443 किलोमीटर मेघालय में
262 किलोमीटर असम में और 
180 किलोमीटर मिज़ोरम में

Latest and Breaking News on NDTV

फेंसिंग को लेकर खड़ा हो रहा विवाद 

2010 से 2023 के बीच भारत ने 160 जगहों पर फेंसिंग लगाई, जिसे लेकर विवाद खड़ा किया गया. इनके अलावा 78 और जगहों को लेकर भी विवाद खड़ा हुआ, लेकिन फेंसिंग का काम इसलिए जरूरी हो जाता है कि कई जगहों से बड़ी संख्या में घुसपैठ की आशंका हमेशा बनी रहती है. ये घुसपैठिए बाद में नकली कागज़ातों के सहारे दिल्ली से लेकर मुंबई तक फैल जाते हैं और तरह-तरह की समस्याएं खड़ी करते हैं. 

बांग्‍लादेश बॉर्डर पर क्‍यों जरूरी है फेंसिंग?

जेएनयू के प्रोफेसर संजय भारद्वाज ने कहा कि बांग्‍लादेश से लगते बॉर्डर को सुरक्षित करना मुश्किल काम है, लेकिन भारत सरकार ने बॉर्डर डवलपमेंट प्रोग्राम के माध्‍यम से यहां पर फेंसिंग की कोशिश की है. उन्‍होंने कहा कि 2001 से 2006 के बीच व्‍यापक पैमाने पर आतंकवादियों, उग्रवादियों, कट्टरपंथियों की बहुत बड़ी आवाजाही इस बॉर्डर के माध्‍यम से भारत के पूर्वोत्तर राज्‍यों में देखने को मिली है. इसे ध्‍यान में रखते हुए भारत सरकार ने करीब 3200 किमी लंबे बॉर्डर पर फेंसिंग की. इसके जरिये कोशिश की गई कि आतंकवाद, कट्टरपंथियों और उग्रवादियों को रोका जाए.  

उन्‍होंने कहा कि अवैध गतिवधियों जैसे ड्रग्‍स की तस्‍करी, मानव तस्‍करी, करेंसी रैकेट दोनों देशों के बीच चल रहा था. उसे रेगुलेट करके बंद करने का प्रयास किया गया. 

बांग्‍लादेश को फेंसिंग से आखिर दिक्‍कत क्‍या है?

उन्‍होंने कहा कि मोहम्‍मद यूनुस के पीछे जो ताकते हैं, वो कट्टरपंथी ताकते हैं. वो अपने बिजनेस को चलाने के लिए और  खुद को मजबूत करने के लिए इस तरह की अवैध गतिविधियों का सहारा लेते हैं और भारत के पूर्वोत्तर राज्‍यों को अस्थिर करने की उनकी मंशा है. 

उन्‍होंने कहा कि 2001 से 2006 के बीच ऐसे बहुत से सबूत मिले हैं, जिनमें पाकिस्‍तान की आईएसआई का नाम सामने आया है. वह ताकतें एक बार फिर मजबूत हो गई हैं और वो नहीं चाहती है कि फेंसिंग की जाए. 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/oLk6vaq

Monday, January 13, 2025

जयपुर में 10 रुपये के लिए बस कंडक्टर ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पर किया हमला

जयपुर में एक बस कंडक्टर ने 75 साल के एक सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी पर कथित तौर पर मारपीट की. यह मारपीट इसलिए की गई क्योंकि उसने 10 रुपये का अतिरिक्त किराया देने से इनकार कर दिया था. इस घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है. यह घटना शुक्रवार को हुई. 

बस में सवार पीड़ित अधिकारी उस बस स्टॉप पर उतरने से ​​चूक गया जहां उसे उतरना था. उसे अगले स्टॉप तक की यात्रा के लिए 10 रुपये का अतिरिक्त किराया देने के लिए कहा गया. 

कनोता पुलिस स्टेशन के हाउस ऑफिसर (एसएचओ) उदय सिंह के अनुसार, सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट आरएल मीना को आगरा रोड पर कनोता बस स्टैंड पर उतरना था. हालांकि, कंडक्टर ने उन्हें उनका स्टॉप आने की सूचना नहीं दी. इसके बाद बस अगले स्टॉप नायला पर पहुंच गई.

उदय सिंह ने बताया कि, परिचालक के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज करवाया गया. सिंह ने बताया कि लो फ्लो बस के कंडक्टर के खिलाफ मारपीट के मामले से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेवानिवृत्त आईएएस अधिकरी आरएल मीणा (75) की ओर से परिचालक घनश्याम शर्मा के खिलाफ दर्ज शिकायत के अनुसार, शुक्रवार को सुबह 11 बजे वे जयपुर से नायला जाने वाली बस में सफर कर रहे थे.

उन्होंने कानोता बस स्टॉप तक का टिकट लिया था. आरोप है कि सफर के दौरान बस नायला तक पहुंच गई, लेकिन परिचालक ने उन्हें कानोता बस स्टॉप पर नहीं उतारा. सिंह ने बताया कि गाड़ी के नायला पहुंचने पर बुजुर्ग बस से उतरने लगे तो परिचालक घनश्याम ने उनसे 10 रुपये का अतिरिक्त किराया मांगा. इस पर बुजुर्ग ने उन्हें कानोता पर नहीं उतारने का हवाला देते हुए पैसे देने से इनकार कर दिया.

पुलिस के मुताबिक इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई और विवाद हाथापाई तक पहुंच गया. जब कंडक्टर ने मीना को धक्का दिया, तो उन्होंने कंडक्टर को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद कंडक्टर ने उन पर हमला कर दिया.

इस 44 सेकंड के वायरल वीडियो में यह भी दिख रहा है कि कंडक्टर लगातार सेवानिवृत्त नौकरशाह को पीट रहा है, जबकि कई यात्री उसे तब तक पिटते हुए देखते रहे, जब तक कि पीड़ित बस से उतर नहीं गया. 

सिंह ने कहा कि, शनिवार को कनोटा पुलिस स्टेशन में मीना की शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और विस्तृत जांच चल रही है.

घटना का एक वीडियो भी रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (JCTL) ने आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा को निलंबित कर दिया है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/zcrHyfi

दिल्ली चुनाव : BJP की तीसरी सूची में मोहन बिष्‍ट को मिली जगह, मुस्तफाबाद से बनाए गए उम्‍मीदवार

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) के लिए भाजपा ने रविवार को एक उम्मीदवार की अपनी तीसरी सूची (BJP Third List) जारी की है. पार्टी ने मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से मोहन सिंह बिष्ट को चुनावी मैदान में उतारा है. करावल नगर विधानसभा सीट से पांच बार विधायक चुने गए मोहन सिंह बिष्ट ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची में नाम न होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. पार्टी ने करावल नगर से बिष्ट की जगह कपिल मिश्रा को टिकट दिया है. पार्टी के इस कदम पर मोहन सिंह बिष्ट ने अपनी असहमति जताते हुए कहा था कि कपिल मिश्रा को उनकी जगह लाना पार्टी का गलत कदम है.

मोहन बिष्‍ट की नाराजगी की खबरों के बीच भाजपा ने उन्हें अब मुस्तफाबाद से चुनावी मैदान में उतार दिया है. भाजपा ने बीते शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 29 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की थी. पार्टी तीन सूचियों में 59 उम्‍मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. 

मोती नगर से हरीश खुराना उम्‍मीदवार 

हरीश खुराना को मोती नगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है. वहीं हाल ही में आप से बीजेपी में शामिल हुई प्रियंका गौतम को कोंडली से मैदान में उतारा गया है.

भाजपा ने पिछले सप्ताह भी 29 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. अब तक पार्टी ने 59 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.

5 फरवरी को चुनाव, 8 को आएंगे परिणाम

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा 8 फरवरी को होगी.

भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल एक करोड़ 55 लाख मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं. उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है. इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/dNP2Os4

Sunday, January 12, 2025

भारत की ऊंची छलांग, औद्योगिक विकास दर नवंबर में 6 महीने के उच्‍चतम स्‍तर पर पहुंची

भारत के औद्योगिक विकास को दर्शाने वाला औद्योगिक उत्पादन सूचकांक नवंबर में छह महीने के उच्च स्तर 5.2 प्रतिशत पर पहुंच गया. यह चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2024-25) के अक्टूबर में 3.5 प्रतिशत पर था. नवंबर 2024 में दर्ज की गई औद्योगिक वृद्धि दर पिछले साल की समान अवधि में दर्ज की गई वृद्धि दर से 2.5 प्रतिशत अधिक है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर, जिसकी हिस्सेदारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में तीन-चौथाई से अधिक की है, अक्टूबर के स्तर 4.1 प्रतिशत से बढ़कर नवंबर 2024 के दौरान 5.8 प्रतिशत हो गई है. यह सेक्टर देश में रोजगार के अवसर पैदा करने में अहम भूमिका निभाता है.

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 23 उद्योग समूहों में से 18 ने नवंबर 2023 की तुलना में नवंबर 2024 में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है.

इन उत्‍पादों का टॉप-3 में रहा योगदान

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नवंबर 2024 के लिए शीर्ष तीन सकारात्मक योगदानकर्ता में 7.6 प्रतिशत की बढ़त के साथ बेसिक मेटल, 37.2 प्रतिशत की बढ़त के साथ विद्युत उपकरण और 12 प्रतिशत की बढ़त के साथ नॉन-मेटल मिनरल उत्पाद शामिल हैं.

आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में बिजली और खनन क्षेत्रों के उत्पादन में वृद्धि दर क्रमशः 1.9 प्रतिशत और 4.4 प्रतिशत थी. महीने के दौरान बिजली क्षेत्र का प्रदर्शन अक्टूबर में 0.9 प्रतिशत से बेहतर रहा.

ड्यूरेबल वस्‍तुओं के उत्‍पादन में भी इजाफा

नवंबर 2024 में पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन, जिसमें कारखानों में उपयोग की जाने वाली मशीनें शामिल हैं, में 9 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि हुई. यह सेगमेंट अर्थव्यवस्था में हो रहे वास्तविक निवेश को दर्शाता है जिसका भविष्य में नौकरियों और आय के सृजन पर गुणक प्रभाव पड़ता है.

नवंबर के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान, रेफ्रिजरेटर और टीवी जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल वस्तुओं के उत्पादन में भी 13.1 प्रतिशत की दोहरे अंकों की वृद्धि हुई, जो बढ़ती आय के बीच इन वस्तुओं की उच्च उपभोक्ता मांग को दर्शाता है.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/I43Dclw

9 सालों में रजिस्टर्ड स्टार्टअप की संख्या 400 से बढ़कर 1.57 लाख, 115 अरब यूएस डॉलर तक हुई फंडिंग: DPIIT

उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाने जा रहा है. इसी के साथ डीपीआईआईटी ने भारत में स्टार्टअप प्रदर्शन को लेकर लेटेस्ट आंकड़े जारी किए हैं. 2016 में स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत के बाद से 2024 तक रजिस्टर्ड स्टार्टअप की संख्या में जबरदस्त उछाल दर्ज हुआ है. 9 वर्षों में भारत में रजिस्टर्ड स्टार्टअप की संख्या 400 से बढ़कर 157,000 से अधिक हो गई है. इस अवधि के दौरान, भारत में डेडिकेटेड स्टार्टअप पॉलिसी वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या भी 4 से बढ़कर 31 हो गई है.

देश में फंडिंग स्पेस का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है. 2016 में स्टार्टअप फंडिंग 8 बिलियन अमरीकी डॉलर थी, 2024 में बढ़कर 115 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई. इसी के साथ भारतीय स्टार्टअप ने रोजगार के अवसर भी पैदा किए. भारतीय स्टार्टअप द्वारा 1.7 मिलियन से अधिक नौकरियां सृजित की गईं.

यूनिकॉर्न में भी जबरदस्‍त इजाफा

इन 9 वर्षों में यूनिकॉर्न की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है, जो कि 2016 में 8 से बढ़कर अब 118 हो गए हैं. यूनिकॉर्न का मतलब एक ऐसे निजी स्वामित्व वाले स्टार्टअप से होता है जिसका वैल्यूएशन 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर या इससे ज्यादा होता है और जो किसी सार्वजनिक एक्सचेंज में लिस्ट नहीं है.

भारत में अब 750 से ज्यादा जिलों में लोग स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं, जबकि 2016 में ऐसे लोगों की संख्या मात्र 120 थी.

2016 में शुरू किया स्‍टार्टअप इंडिया 

केंद्र सरकार ने स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने और भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 16 जनवरी, 2016 को स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत की थी.

1 अप्रैल, 2016 को या उसके बाद इनकोर्पोरेटेड स्टार्टअप इनकम टैक्स छूट के लिए आवेदन कर सकते हैं. मान्यता प्राप्त स्टार्टअप जिन्हें अंतर-मंत्रालयी बोर्ड प्रमाणपत्र दिया जाता है, उन्हें इनकोर्पोरेशन के बाद से 10 वर्षों में से लगातार 3 वर्षों की अवधि के लिए इनकम टैक्स से छूट दी जाती है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/RzmXSVP

Friday, January 10, 2025

Runaway teens from Bihar reunited with families



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/WBaj34S

क्रीमी लेयर आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से किया इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने क्रीमी लेयर आरक्षण मुद्दे पर सुनवाई से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, आरक्षण से बाहर किसे रखा जाए, किसे नहीं, यह तय करना कार्यपालिका और विधायिका का काम है. कार्यपालिका और विधायिका तय करेंगी कि जिन लोगों ने कोटा का लाभ उठाया है और जो दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की स्थिति में हैं, उन्हें आरक्षण से बाहर रखा जाए या नहीं. 

जस्टिस बीआर गवई और कस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने पिछले साल अगस्त में सुप्रीम कोर्ट के सात जजों की संविधान पीठ के फैसले का हवाला देते हुए एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की. जस्टिस गवई ने कहा कि हमने अपना विचार दिया है कि पिछले 75 सालों को ध्यान में रखते हुए ऐसे लोग जिन्होंने पहले ही लाभ उठाया है और जो दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की स्थिति में हैं, उन्हें आरक्षण से बाहर रखा जाना चाहिए. लेकिन यह कार्यपालिका और विधायिका द्वारा लिया जाने वाला निर्णय है.  

दरअसल संविधान पीठ ने फैसले में कहा था कि राज्यों को अनुसूचित जातियों (एससी) के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है, जिससे कि उन जातियों के उत्थान के लिए आरक्षण दिया जा सके जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी हैं. 

संविधान पीठ का हिस्सा रहे और अलग से फैसला लिखने वाले जस्टिस गवई ने कहा था कि राज्यों को अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों में भी "क्रीमी लेयर" की पहचान करने के लिए नीति बनानी चाहिए और उन्हें आरक्षण का लाभ देने से मना करना चाहिए. 

गुरुवार को याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का हवाला दिया जिसमें ऐसी "क्रीमी लेयर" की पहचान करने के लिए नीति बनाने के लिए कहा गया था. जस्टिस गवई ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का विचार है कि उप-वर्गीकरण की इजाजत है. याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि संविधान पीठ ने राज्यों को नीति बनाने का निर्देश दिया था और लगभग छह महीने बीत चुके हैं. इस पर पीठ ने कहा कि हम इस पर विचार करने को इच्छुक नहीं हैं. जब वकील ने संबंधित अथॉरिटी के समक्ष जाने के लिए याचिका वापस लेने का अनुरोध किया तो पीठ ने इसकी अनुमति दे दी. 

वकील ने कहा कि राज्य नीति नहीं बनाएंगे और अंततः शीर्ष अदालत को हस्तक्षेप करना होगा. इस पर अदालत ने कहा कि कानून निर्माता वहां हैं, वे ही कानून बना सकते हैं.  

पिछले साल एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया था कि राज्य पिछड़ेपन और सरकारी नौकरियों में प्रतिनिधित्व के आंकड़ों के आधार पर उप-वर्गीकरण कर सकते हैं, न कि अपनी सोच और राजनीतिक लाभ के आधार पर.  

सात जजों की पीठ ने बहुमत (6:1) से ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीशों की पीठ के 2004 के फैसले को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि अनुसूचित जातियों का कोई उप-वर्गीकरण नहीं किया जा सकता क्योंकि वे स्वयं एक समरूप वर्ग हैं.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/GJf1jvh

Thursday, January 9, 2025

कान में जमा गंदगी को नेचुरली साफ करने के लिए अपनाएं ये देसी नुस्खे, चुटकियों में निकल जाएगा मैल

Ear Wax Removal Tricks: कान हमारे शरीर के नाजुक अंगो में से एक है इसलिए हमें इसका खास ख्याल रखना चाहिए. बता दें कान के अंदर जमा होने वाला मैल या वैक्स जिसे सेरेमिन भी कहा जाता है. यह कान में जमा होकर उसके लिए एक सुरक्षा कवच के तौर पर काम करता है, जो कान के अंदर धूल, बैक्टीरिया जैसी चीजों को अंदर जाने से बचाता है और कान को सुरक्षित रखता है. हालांकि, कभी-कभी जब कान का मैल ज्यादा जमा हो जाता है और इससे सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि कान का मैल समय-समय पर साफ होता रहे, लेकिन इसे सही तरीके से करना जरूरी होता है. अगर आप गलत तरीके से कान की सफाई करते हैं तो यह कान को इंफेक्ट कर सकता है. इसलिए इसे सही तरीके से करना बेहद जरूरी होता है. बता दें कि कान का मैल निकालने के कुछ घरेलू नुस् बेहद काम आ सकते हैं. यहां हम आपको कान का मैल निकालने की कुछ सिंपल और सेफ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनसे आप घर पर ही कान का मैल निकाल सकते हैं.

कान का मैल आसानी से कैसे निकालें? (How To Remove Earwax Easily?)

रोज सुबह गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं ये ऑयल फिर देखें कमाल, ये 5 फायदे जानकर रोज पीने लगेंगे आप

1. तेल 

कान करने के लिए आप नारियल तेल, ऑलिव ऑयल या बेबी ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं. सबसे पहले 2-3 बूंदें नारियल तेल या जो भी तेल आप इस्तेमाल करने जा रहे हैं उसको हल्का सा गर्म कर लें. अब, एक कपड़े या टिशू की मदद से कान में कुछ बूंदें तेल की डालें. तेल को कान में डालने के बाद थोड़ी देर तक सिर को झुका कर रखें ताकि तेल अच्छी तरह से अंदर जाए. फिर एक या दो मिनट बाद सिर को सीधा करें और हल्के से कान को साफ करें. यह तरीका कान के मैल को नरम करता है, जिससे उसे बाहर निकालने में आसानी होती है.

2. स्ट्रांग सॉल्यूशन 

हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी का इस्तेमाल भी कान की सफाई के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी को 1:1 रेशियो में मिलाएं. अब इसे कान में डालने के लिए एक ड्रॉपर का इस्तेमाल करें. कुछ समय के लिए सिर को झुका कर रखें ताकि ये कान के अंदर सही से पहुंच सके. 5-10 मिनट बाद सिर सीधा करें और कान को एक नरम कपड़े से साफ करें.

3. वॉटर फ्लशिंग

गर्म पानी से एक सिरेमिक या प्लास्टिक की बोटल को भरें. धीरे से इसे कान में डालें और कान को नीचे की डायरेक्शन में झुका कर फ्लश करें. इस प्रोसेस को 2-3 बार करें. यह कान के अंदर जमा मैल को बाहर लाने का एक सुरक्षित तरीका है.


इन बातों का भी रखें ध्यान:

कान की सफाई करते समय कभी भी तेज वस्तुओं का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे कान के अंदर मैल और ज्यादा दब सकता है या कान में चोट लग सकती है.
कान की सफाई करते समय बहुत ज्यादा सावधानी बरतें. अगर आपको कान में दर्द, सूजन या संक्रमण का कोई संकेत दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
अगर आप बार-बार कान में मैल जमा होते हुए देखते हैं, तो एक डॉक्टर से सलाह लें.
कान का मैल निकालना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसे सुरक्षित तरीके से करना बहुत जरूरी है.

कोलेस्ट्रॉल हार्ट के लिए कितना खतरनाक है? खराब कोलेस्ट्रॉल क्यों बढ़ने लगता है? जानिए



from NDTV India - Latest https://ift.tt/BM9DQEf

One more complaint filed against bogus PMAY official



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/07XKox2

Drunk architect hits car, pulls out gun on Science City Road



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/9LnfdVB

Wednesday, January 8, 2025

अपने X से सिटीजन जर्नलिज्म का चेहरा मत बिगाड़िए... TED हेड ने एलन मस्क को लिखा ओपन लेटर

अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन, टेस्ला-X और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क अक्सर अपने बयानों और काम को लेकर चर्चा में रहते हैं. एलन मस्क पर हाल ही में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में दखल के आरोप लगे हैं. मस्क पर आरोप है कि उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के लिए इलेक्शन में मीडिया को मैनेज किया. मस्क राइट विंग की पार्टियों को लेकर भी खुलकर अपनी राय रखते आए हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चुनावों में दखल देने के लिए मस्क की आलोचना की है. इससे पहले जर्मनी की सत्ताधारी पार्टी मस्क पर फेडरल इलेक्शन को प्रभावित करने का आरोप लगा चुकी है. जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने रविवार को मीडिया से एक सवाल के जवाब में मस्क को ट्रोल कह दिया था. अब ब्रिटिश-अमेरिकी बिजनेसमैन क्रिस एंडरसन ने कथित मीडिया मैनेजमेंट के आरोपों को लेकर एलन मस्क को ओपन लेटर लिखा है. 

क्रिस एंडरस नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन TED (Technology, Entertainment and Design) के क्यूरेटर और वीडियो गेम जर्नलिज्म वेबसाइट I के फाउंडर भी हैं. उन्होंने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एलन मस्क के लिए एक लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा है. पोस्ट के आखिर में एंडरसन ने मस्क से मीडिया मैनेजमेंट से बचने और चुनावों में दखल नहीं देने की गुजारिश की है.

क्रिस एंडरसन ने लिखा, "एलन मस्क, उन चुनिंदा शख्सियतों में शामिल हैं, जिनकी मैंने कभी खुलकर तारीफ की है. लेकिन यही शख्स अब मेरे लिए फिक्र की वजह बन रहा है. मैं जानता हूं कि मस्क के लिए ऐसा सोचने वाला दुनिया में मैं इकलौता इंसान नहीं हूं. अगर आप मेरी बातों से इत्तेफाक रखते हैं तो इस पोस्ट को लाइक करें या रिपोस्ट करिए... और एलन मस्क, अगर आप मेरा लेटर पढ़ रहे हैं, तो जान लें कि ये कंस्ट्रक्टिक स्पीरिट (रचनात्मक भावना) से पेश किया गया है."

ये है क्रिस एंडरसन का पूरा लेटर

डियर एलन,

आज सुबह मेरे मन में एक ख्याल आया.

टेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योरशिप में अपनी सभी उपलब्धियों के साथ आप इस सदी के सबसे प्रभावशाली लेखक बन गए हैं. एक ताकतवर प्लेटफॉर्म पर आपके 200 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जिन्हें आप खुद कंट्रोल भी करते हैं. आप जो शब्द लिखते हैं, वो सिर्फ X के करीब हर यूजर्स तक और व्यापक मीडिया कवरेज से कहीं ज्यादा रफ्ताप से प्रवाहित होते हैं. इस केस में मीडिया सम्राट रूपर्ट मर्डोक आपके मुकाबले अप्रासंगिक से लगते हैं.

जाहिर तौर पर ये उत्साहवर्धक महसूस होना चाहिए. आपने ट्विटर को खरीदकर बहुत बड़ा दांव खेला है. ऐसा लगता है कि इसका फल आपको इस हद तक मिल गया है कि आप इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल देशों की सरकारों को बदलने और दुनिया पर बड़े पैमाने पर प्रभाव डालने के लिए कर सकते हैं. आपका मानना ​​है कि X काफी हद तक मेनस्ट्रीम मीडिया की जगह ले सकता है. आपको लगता है कि आपका X सिटीजन जर्नलिज्म के लिए नया प्लेटफॉर्म है और आप सिटीजन नंबर 1 हैं. आपको एडिटर्स और फैक्ट-चेकर्स की जरूरत ही नहीं है. आपकी पोस्ट की गई हर एक चीज को लाखों लाइक और रीपोस्ट मिलते हैं. आपको लगता है कि आप चंद पलों में ग्लोबल बातचीत को बदल सकते हैं. इतिहास में इतनी ताकत किसी के पास नहीं थी.

इसलिए यहां बहुत कुछ दांव पर है. जर्नलिज्म एक ऐसी चीज़ है, जिसकी मैं गहराई से परवाह करता हूं. मैंने अपना करियर एक जर्नलिस्ट के तौर पर शुरू किया था. क्योंकि मेरा मानना ​​था कि लोकतंत्र के स्वस्थ कामकाज के लिए अच्छी पत्रकारिता जरूरी है. आज मैं फिक्रमंद हूं. वास्तव में काफी चिंतित हूं. ग्लोबल बातचीत पर आपकी विजयी पकड़ से मुझे फिक्र हो रही है. पत्रकारिता के कुछ मूल सिद्धांतों को भुला दिया जा रहा है. उनके बिना मुझे लगता है कि आपके प्लेटफार्म X को सिटीजन जर्नलिज्म का सम्मानित घर बनाने की आपकी कोशिश नाकाम हो जाएगी. सिटीजन जर्नलिज्म का चेहरा मत बिगाड़िए.

ऐसे कई पत्रकारिता सिद्धांत हैं, जो मायने रखते हैं. ग्रोक उन्हें काफी अच्छी तरह से समझा सकते हैं. लेकिन खासतौर पर मुझे निष्पक्षता सिद्धांत परेशान कर रहा है. वह जो कहता है कि इससे पहले कि आप किसी व्यक्ति या संस्था के बारे में अत्यधिक आलोचनात्मक दावे प्रकाशित करें, आप उनका पक्ष भी जानिए और अपनी रिपोर्ट में शामिल करिए. आख़िरकार शायद आप एक या दो महत्वपूर्ण तथ्यों से चूक गए होंगे, जो लोगों के आकलन के तरीके को बदल देंगे. शायद आपके सोर्सेस उस व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रेरित थे. शायद जो कुछ हुआ उसकी कोई वैकल्पिक व्याख्या हो सकती है.

उदाहरण के लिए जब आप लाखों लोगों से कहते हैं कि किसी को मानवता के खिलाफ अपमानजनक अपराधों के लिए फांसी दी जानी चाहिए या जेल में डाल दिया जाना चाहिए, तो शायद आपको सबसे पहले यह बताना चाहिए कि जो लोग उन लोगों को वास्तव में अच्छी तरह से जानते हैं वे उनके बारे में क्या कहेंगे. आपकी कुछ हालिया पोस्ट सचमुच किसी की जान ले सकती हैं. क्या आप सचमुच यह जोखिम उठाना चाहते हैं? यह कैसे संभव है कि आप यह उसी समय कर सकते हैं जब आप लोगों से X को पहले से ज्यादा पॉजिटिव, ज्यादा क्रिएटिव बनाने की अपील करते हैं. आप कहते हैं कि आप X पर अन-रिग्रेटेड यूजर्स सेकेंड को मैक्सिमाइज करना चाहते हैं. लेकिन एलन मक्स... ऐसा करने का अब तक का सबसे सरल तरीका यह है कि आप जो भी पोस्ट करते हैं उसे सोच-समझकर एडिट भी करें.

मुझे आपकी नजरों से पता चला है कि जिन मुद्दों का आप समर्थन कर रहे हैं, वे अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण हैं. और अत्यधिक प्रयासों के योग्य भी हैं. लेकिन, जिस तरह से आप उन्हें पेश करते हैं, उसे जाहिर तौर पर मैं सिटीजन जर्नलिज्म नहीं मानता हूं. यह खेल के मैदान में बदमाशी और बेईमानी करने जैसा है. यह मूर्खतापूर्ण और क्रूर हरकत है. और इसलिए यह उतना प्रभावी नहीं है जितना कि हो सकता है. आप अपने सबसे वफादार फॉलोअर्स की जय-जयकार सुन रहे हैं, लेकिन इस तथ्य को भूल रहे हैं कि आप उन लोगों के बीच खुद को हंसी का पात्र बना रहे हैं, जिन्हें आप वास्तव में अपने पक्ष में चाहते हैं. लंबे समय तक यह X आपके दूसरे बिजनेस और वास्तव में मानवता के लिए आपके लॉन्ग टर्म सपनों को नुकसान पहुंचाने वाला है. 

इस केस में मुझे पुराने एलन मस्क की याद आती है. आप मज़ेदार, दिलचस्प, ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक हो सकते हैं. आपने जो कुछ भी बनाया है, उसके लिए आपने अविश्वसनीय रूप से कठिन संघर्ष किया है. आप महसूस कर सकते हैं कि आप इसके साथ जो चाहें वह करने के हकदार हैं. लेकिन, मैं यह भी जानता हूं कि आप सत्ता के दायरे को बहुत कसकर पकड़ने के खतरे को समझते हैं. यह कैसे किसी के फैसले को विकृत कर सकता है और उन्हें बदसूरत बना सकता है.

मैं आशा कर रहा हूं कि आप उस पकड़ को थोड़ा ढीला कर सकते हैं. आप जिस मानवता के प्रेम का दावा करते हैं, मैं वास्तव में आपसे निष्पक्षता सिद्धांत को अपनाने और X का बेहतर चेहरा दिखाने की अपील करता हूं.

मुझे सुनने के लिए आपका शुक्रिया...

क्रिस



from NDTV India - Latest https://ift.tt/YMuIf24

Enraged lover kills woman, jumps into river, ends life



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/YiPrGzk

Tuesday, January 7, 2025

'जरूरत पढ़ने पर फिर करेंगे ऐसे हमले': अफगानिस्तान में एयर स्ट्राइक पर पाकिस्तान 

पाकिस्तान ने सोमवार को अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में अपनी हालिया एयर स्ट्राइक को उचित ठहराया है. सरकार ने सोमवार को कहा कि यदि जरूरी हुआ तो वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए अफगान क्षेत्र के अंदर ऐसे और हमले करेगी. राजनीतिक मामलों पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के विशेष सहायक राणा सनाउल्लाह ने सोमवार को स्थानीय मीडिया से कहा, "यदि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान पर हमला करने के लिए किया जाता है तो हमारे पास इन ऑपरेशन को जारी रखने का कानूनी अधिकार है."

24 दिसंबर को अफगानिस्तान के अंदर पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक में कई महिलाओं और बच्चों सहित 46 लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तान की इस कार्रवाई की दुनिया भर में आलोचना हुई और युद्धग्रस्त देश में तालिबान शासन की ओर से उसे कड़ी चेतावनी दी गई.

हमला पक्तिका प्रांत के बरमल जिले के कुछ हिस्सों पर किया गया था. यह 2024 में इस्लामाबाद की तरफ से अफगान नागरिक क्षेत्र पर सीधे हमला करने का दूसरा मामला था. मार्च 2024 में इसी तरह के हमले में तीन बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी.

सनाउल्लाह का बयान ऐसे समय में आया है जब इस्लामाबाद ने टीटीपी और अन्य 'राज्य विरोधी आतंकवादी समूहों' के खिलाफ अपने 'आतंकवाद विरोधी अभियान' तेज कर दिए हैं.

पाकिस्तान का अफगान तालिबान पर आरोप है कि वह टीटीपी विद्रोहियों को सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध कराने और उनकी आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करता है. हालांकि काबुल इन आरोपों का खंडन करता आया है. इस टिप्पणी को हवाई हमलों के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ विभिन्न तालिबान नेताओं द्वारा बार-बार दी गई धमकियों के जवाब के रूप में भी देखा जा रहा है. हवाई हमलों के दो दिन बाद कार्यवाहक अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने कहा, 'अफगान अपने क्षेत्र पर हमले को नहीं भूलेंगे.' उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी शासकों को एक संतुलित नीति अपनानी चाहिए.

परमाणु बम वाली धमकी

सोवियत आक्रमण की 45वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान मुत्ताकी ने पाकिस्तान को 'सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के अंजाम से सीखने' की सलाह दी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान कभी भी हमले को स्वीकार नहीं करेगा. मुत्ताकी ने पाकिस्तान के लोगों से अपने शासकों की गलत नीतियों को रोकने की अपील भी की.

अफगानिस्तान के राजनीतिक मामलों के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने पिछले दिनों चेतावनी दी थी कि अफगानिस्तान में ऐसे लड़ाके हैं जो "परमाणु बम" की तरह काम कर सकते हैं. शनिवार को काबुल में एक स्नातक समारोह को संबोधित करते हुए स्टानिकजई ने कहा, "इस्लामाबाद को अपने पश्चिमी पड़ोसी के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। हमारे पास परमाणु बम के बराबर क्षमता वाले लड़ाके हैं."



from NDTV India - Latest https://ift.tt/1nJWHio

Gujarat’s VC selection may shrink to 3-member search panel



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/7iZq8LG

Monday, January 6, 2025

Sunday, January 5, 2025

कांग्रेस पार्टी देश भर में चलाएगी 'जय बापू-जय भीम-जय संविधान' अभियान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉक्‍टर आंबेडकर पर सदन में दिए बयान के ख‍िलाफ कांग्रेस पार्टी देश भर में 'जय बापू-जय भीम-जय संविधान' अभियान चलाएगी. शनिवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने बताया कि इस अभियान के तहत हर जिले में चौपाल लगाई जाएगी. उन्होंने इस देशव्यापी अभियान का पैम्फलेट भी जारी किया.

पवन खेड़ा ने कहा कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. यह उम्मीद थी कि गृह मंत्री माफी मांगेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे. लेकिन प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री का साथ दिया और आंबेडकर के अपमान में साझेदार बने. बीते माह कर्नाटक के बेलगावी में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह मुद्दा उठा था और तय किया गया था कि पूरे देश में 'जय बापू-जय भीम-जय संविधान' अभियान की शुरुआत की जाएगी.

खेड़ा ने कहा इस अभियान के तहत आयोजित चौपालों में बताया जाएगा कि भाजपा-आरएसएस दशकों से आंबेडकर का अपमान और संविधान को नीचा दिखाने का काम करते आए हैं. इसका खामियाजा नागरिकों को झेलना पड़ रहा है. देश के 90 प्रतिशत लोगों के अधिकारों का हनन हो रहा है. लेटरल एंट्री और निजीकरण के माध्‍यम से आरक्षित वर्ग को चोट पहुंचाई जा रही है.

उन्होंने कहा कि दस लाख से अध‍िक रिक्त पद हैं, वह भी आरक्षित वर्ग पर सीधा-सीधा हमला है. ऐसे अनेक हमले भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे हैं. इन चौपालों में इस पैम्फलेट का वितरण होगा और तथ्यात्मक तरीके से ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ देशवासियों को यह बताया जाएगा कि कैसे भाजपा-आरएसएस 90 प्रतिशत आबादी के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं.

खेड़ा ने बताया कि 26 जनवरी को बाबासाहेब आंबेडकर की जन्मस्थली मध्य प्रदेश के महू में विशाल जनसभा का आयोजन किया जाएगा. खेड़ा ने दोहराया कि गृह मंत्री शाह ने संसद में जो कहा, वह आरएसएस और उसकी राजनीतिक शाखा भाजपा की गहरी मानसिकता में है. आरएसएस ने 30 नवंबर, 1949 को अपने मुखपत्र ऑर्गनाइजर में संविधान को अभारतीय बताया था. जब आंबेडकर महिलाओं के समान अधिकार की बात करते थे, तो रामलीला मैदान में आरएसएस ने उनका पुतला जलाया था. आज न सिर्फ बाबा साहेब आंबेडकर बल्कि गांधी की विरासत पर भी हमला बोला जा रहा है.

खेड़ा ने आगे कहा भाजपा संवैधानिक और लोकतांत्रिक संस्थाओं की विरोधी है. पिछले दस सालों में भाजपा सरकार ने लगातार संविधान पर हमला किया है. भाजपा देश में दलितों और आदिवासियों के साथ न केवल सरेआम अन्याय करती है, बल्कि उनके कानूनों को भी कमजोर करती है. भाजपा को भरोसा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 400 पार सीट लाकर संविधान बदल देगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.

अगर ऐसा होता तो वह न सिर्फ संविधान बदलती, बल्कि नोटों से महात्मा गांधी का चित्र भी गायब हो जाता. जिन महात्मा गांधी जी को पूरी दुनिया आदर्श मानती है, उन्हें उनके देश का सत्तारूढ़ दल ही धीरे-धीरे हटाने की साजिश रच रहा है. बाबा साहेब आंबेडकर और महात्मा गांधी की राह पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी उनके अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी. इसलिए हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम राष्ट्रव्यापी अभियान छेड़कर उनकी विरासत से न केवल नई पीढ़ी को स्मरण कराएं, बल्कि उसे संजोने के लिए अहिंसक तरीके से लड़ें. देश संविधान के आधार पर ही चलेगा. भाजपा मुंह में संविधान और बगल में मनुस्मृति लेकर नहीं घूम सकती है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/dPNKAwv

BZ Ponzi scam: Zala sent to remand for 3 more days



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/IbdTWOi

Wednesday, January 1, 2025

36 cadaver organ donations this year at Civil Hospital



from Ahmedabad News, Latest Ahmedabad News Headlines & Live Updates - Times of India https://ift.tt/Mm0kHzg

सूरत में बड़ा हादसा, स्टील प्लांट में आग लगने से 4 श्रमिकों की मौत

गुजरात के सूरत में एक बड़ा हादसा हो गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, हजीरा औद्योगिक क्षेत्र में एक स्टील प्लांट में मंगलवार शाम आग लगने से चार श्रमिकों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया. सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि यह घटना आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) के प्लांट में हुई, जिसमें 4 मजदूरों की मौत हो गई.

उन्होंने कहा, "हमें पता चला है कि संयंत्र के एक हिस्से में जलता हुआ कोयला अचानक फैल गया, जिससे आग फैल गई. आग लगने से चार मजदूरों की मौत हो गई, जो उस समय संयंत्र में लिफ्ट पर थे."उन्होंने कहा कि घटना की आगे की जांच पुलिस और फैक्ट्री इंस्पेक्टर द्वारा की जाएगी.

हजीरा थाने के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक दुर्घटनावश मौत की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है.एक अधिकारी ने बताया कि मरने वाले चार लोगों में से तीन के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल लाया गया है. कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि यह घटना कोरेक्स प्लांट में उपकरण खराब होने के कारण हुई.

प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "हम एएमएनएस हजीरा ऑपरेशंस में उपकरण की विफलता के कारण कोरेक्स संयंत्र में हुई दुर्घटना की रिपोर्ट करने के लिए खेद व्यक्त करते हैं. यह दुर्घटना आज शाम 6 बजे के आसपास हुई, जब शटडाउन के बाद इकाई को फिर से चालू किया गया. पास में स्थित एक लिफ्ट (एलेवेटर) पर रखरखाव का काम कर रहे एक निजी कंपनी के चार संविदा कर्मचारी प्रभाव में फंस गए और बच नहीं सके."

इसमें कहा गया है कि एक श्रमिक को मामूली चोट आई है और उसे तुरंत संयंत्र परिसर में स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत में सुधार हो रहा है.

बयान में कहा गया है, "हम प्रभावित कर्मियों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं. सभी आपातकालीन प्रोटोकॉल तुरंत सक्रिय कर दिए गए हैं और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. हम संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए आंतरिक जांच शुरू कर दी है."



from NDTV India - Latest https://ift.tt/yTKol0r