Wednesday, November 6, 2024

अमेरिका के F 35 की तर्ज पर चीन ने बनाया J 35A, जानिए इसकी खूबियां और सोशल मीडिया के दावे

China New Stealth Fighter Jet: चीन का नया स्टील्थ फाइटर जेट जे 35ए एयरशो चीन 2024 में डेब्यू करने के लिए तैयार है. चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में बताया गया है कि चीन के विशेषज्ञों ने कहा है कि जे-35ए को चीनी वायु सेना में शामिल किए जाने के साथ ही चीन दो प्रकार के स्टेल्थ लड़ाकू विमानों का संचालन करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है. चीनी वायु सेना ने मंगलवार को अपनी स्थापना की 75 वीं वर्षगांठ और एयरशो चाइना 2024 को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि जे -35 ए मध्यम आकार का मल्टीरोल स्टील्थ फाइटर जेट है. यह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल हथियार प्रणाली और नए प्रकार के सशस्त्र टोही ड्रोन जैसे नए हथियारों से लड़ने में सक्षम है. एयरशो चाइना 2024 का आयोजन दक्षिण चीन के ग्वांगडोंग प्रांत के झुहाई में 12 से 17 नवंबर तक होने वाला है.

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चीनी सैन्य विमानन विशेषज्ञ फू कियानशाओ ने ग्लोबल टाइम्स से मंगलवार को कहा कि पीएलए वायु सेना की जे-35ए की घोषणा को सेवा में उसके प्रवेश की पुष्टि के रूप में देखा जा सकता है और यह चीन सेना के तकनीकी और सामरिक मानकों की विश्वसनीयता को पूरा करता है.फू ने कहा कि जे-20 के साथ जे-35ए अमेरिका के एफ-22 और एफ-35 के बाद दो तरह के स्टेल्थ लड़ाकू विमान संचालित करने वाला चीन दूसरा देश है.

J-35A की खूबियां

J-35A का डिज़ाइन चीन के पहले स्टील्थ फाइटर जेट J-20 से अलग है. जे-20 कैनार्ड विंग कॉन्फ़िगरेशन के साथ एक भारी फाइटर जेट है, जो अमेरिका के एफ 22 के स्तर का फाइटर जेट है. वहीं मध्यम आकार का जे -35 ए अमेरिका के एफ -35 के समान टेलप्लेन विंग कॉन्फ़िगरेशन का उपयोग करता है.फू ने कहा कि भारी जे-20 और मध्यम आकार के जे-35ए संयुक्त मिशनों में पूरक भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा कि मध्यम आकार का जे -35 ए भारी जे -20 की तुलना में कम खर्चीला होने की संभावना है, इसलिए इसे कम समय में बड़ी संख्या में उत्पादित किया जा सकता है. फू ने कहा कि पीएलए वायु सेना द्वारा जारी तस्वीर के आधार पर, जे -35 ए असाधारण स्टील्थ क्षमताओं का संकेत देती है. उन्होंने कहा, 'मेरे विचार से जे-35 दुनिया का सबसे गोपनीय लड़ाकू विमान है और वह अपने प्रतिद्वंद्वियों को टक्कर देने और उन्हें दबाने में पूरी तरह सक्षम है.

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वहीं सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि चीन ने ये फाइटर जेट अमेरिका के  F 35 को चोरी कर बनाया है. अंकित अवस्थी नाम के एक यूजर ने एक्स पर दावा किया, "चीन ने आखिरकार आधिकारिक तौर पर Zhuhai Airshow में अपने नए 5 वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट, J-35A को दुनिया के सामने लाया है. अमेरिका के पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान F-35 से इसकी समानता देख कर सोशल मीडिया पर कई तरह की Consipracy Theory सामने आ रही है. एक पुरानी Theory के हिसाब से एक F-35 अपने नियमित उड़ान से बेस पर नहीं लौटा. चीन ने इस विमान को कब्जे में लेकर रिवर्स इंजीनियरिंग के जरिए अपना J-35A बना लिया."

अंकित अवस्थी ने आगे कहा, "एक दूसरी थ्योरी के हिसाब से चीनी हैकरों ने F-35 की पूरी तकनीक, डिजाइन चोरी कर ली और उन्होंने अपना यह पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान तैयार कर लिया. सच्चाई कुछ भी हो सकती है. वो चीन है कुछ भी कर सकता है.आधुनिक समय की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान को सबसे घातक विमान माना जाता है. भारत में 5 वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने के लिए हाल ही में मंजूरी दी गई है." वहीं कई यूजर चीन के काम की तारीफ भी कर रहे हैं.



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Tuesday, November 5, 2024

उर्फी जावेद से दो कदम आगे निकल गया यह लड़का..रस्सी बम,अनार से बने गहन पहनकर दिए ऐसे एक्सप्रेशन, लोग बोले- एक तिल्ली तो सुलगाओ

सोशल मीडिया सेंसेशन उर्फी जावेद अक्सर अपने कपड़ों को लेकर इंटरनेट पर छाई रहती हैं, लेकिन अब सोशल मीडिया पर इस मामले में एक लड़का उन से भी आगे निकल गया है. इंस्टाग्राम पर ये लड़का लड़की के गेटअप में अपने अधिकांश वीडियो अपलोड करता है. खास बात ये है कि वो कभी नॉर्मल गेटअप नहीं रखता, बल्कि उसका अंदाज एकदम निराला होता है. दिवाली के मौके पर इस लड़के ने पटाखों के गहने पहनकर वीडियो अपलोड किए हैं. इस वीडियो में लड़के ने व्हाइट कलर का लहंगा और चोली भी पहना है, जिसे देखकर यूजर्स माचिस की डिमांड कर रहे हैं.

यहां देखें वीडियो

पटाखों से बनाए गहने

इंस्टाग्राम पर रवि सागर के इंस्टाग्राम हैंडल से तीन अलग-अलग वीडियो पोस्ट किए गए हैं. इन वीडियो में एक लड़का सफेद रंग का शिमरी लहंगा और चोली पहना है. सिर पर मैचिंग दुपट्टा भी डाला है. उसके ड्रेसअप से ज्यादा अट्रेक्ट करने वाली हैं उसकी ज्वैलरी. इस कंटेंट क्रिएटर ने रस्सी बम और अनार से बनी एक माला अपने गले में डाली है. एक माला लड़ की है. हाथों में लड़ के कंगन हैं और माथे पर पूरा टीका भी लड़ का ही है. अंगूठी, नथ चकरी से बनी हैं और कान में पहने झुमके अनार के हैं. माथे के ठीक बीचोंबीच रस्सी बम भी लटक रहा है. इस गेटअप में दो सॉन्ग और एक डायलॉग पर इस कंटेंट क्रिएटर ने वीडियो बनाया है. एक गाना 'आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया' का है. एक गाना 'कुछ-कुछ होता है' मूवी का है और डायलॉग देवदास मूवी का है, जिसमें वो खुद माचिस भी पकड़ा है.

यूजर्स ने कहा- माचिस तो सुलगाओ

कंटेंट क्रिएटर का ये पटाखिया अंदाज देखकर एक फैन ने कहा कि, माचिस सुलगा भी लो तो जरा और मजा आए. एक वीडियो में वो जलता हुआ दिया पकड़ा है, जिसे देखकर यूजर ने लिखा कि काश ये दिया पटाखों से टकरा जाए.

ये भी देखें:- सिर पर पानी भरा मटका रखकर किया बवाल डांस



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महाराष्ट्र के चुनावी दंगल में नामांकन वापसी के अंतिम दिन किसके बागी माने, जानिए पूरी लिस्ट

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र का चुनावी दंगल एक तो वैसे ही दोनों गठबंधनों के लिए आग का दरिया बना हुआ है. ऊपर से इन दोनों दलों की सिरदर्दी इनके बागियों ने बना दी. निर्दलीय नामांकन कर जीत की राह का रोड़ा बन गए. इन बागियों में अधिकतर जीत भले न पाएं, लेकिन अपनी पार्टी को हरवाने में मददगार जरूर साबित हो सकते हैं. यही कारण है कि नामांकन के बाद से ही इन्हें मनाने की कोशिश दोनों ही गठबंधनों की तरफ से लगातार की जा रही थी. सोमवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था. जानिए किसने अपने पैर पीछे खींचे और कौन बाग़ी बन डटा है! 

बीजेपी ने इन्हें मनाया

बागी तो नहीं, लेकिन  महायुति और महाविकास आघाड़ी की सबसे बड़ी टेंशन और मराठा आंदोलन का चेहरा मनोज जरांगे पाटिल ने नामांकन दाखिल करने वाले अपने समर्थकों से उम्मीदवारी वापस लेने की अपील कर दोनों गठबंधनों को बड़ी राहत दी.उनके इस फ़ैसले का दोनों गठबंधनों ने स्वागत किया.इस बीच बीजेपी के लिए अच्छी खबर उसकी गढ़ माने जाने वाली बोरिवली सीट से आई. यहां से पार्टी के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने अपना नामांकन वापस ले लिया.इस सीट से बाहरी उम्मीदवार को टिकट मिलने से नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था.इसके बाद से ही नितिन गडकरी,पीयूष गोयल, विनोद तावड़े से लेकर देवेंद्र फडणवीस समेत कई बड़े-बड़े नेताओं ने गोपाल शेट्टी को मनाने की कोशिश की.नामांकन वापसी से अब पार्टी की स्थिति यहां मजबूत मानी जा रही है. 

शिंदे खेमे में भी जश्न

इधर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा खुले मंच से आश्वासन के बाद, शिंदे सेना की बाग़ी नेता स्वीकृति शर्मा ने भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से अपने पैर वापस पीछे खींच लिए. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रचार के मंच से स्वीकृति शर्मा को भविष्य में विधायक बनाने का “कमिटमेंट” दिया! अंधेरी ईस्ट विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरी एक्स एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी स्वीकृति शर्मा के नामांकन वापस लेने से शिवसेना के उम्मीदवार मुरजी पटेल की राह आसान होगी. 

सना मलिक का काम बना

हालांकि, शिंदे अपने माहिम सीट के उम्मीदवार पर ज़ोर नहीं चला पाये. जब उम्मीदवारी वापस लेने में कुछ ही घंटे बचे थे तो सदा सरवणकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मिलने शिवतीर्थ पहुंच गये.राज ठाकरे नहीं मिले और सदा सरवणकर ने अपना फ़ैसला क़ायम रखा.राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे मुंबई के माहिम सीट से चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी उनका समर्थन कर रही है. प्रचार भी करेगी, लेकिन महायुति से शिंदे कैंडिडेट सदा सरवणकर चुनावी दंगल में बने हुए हैं.
मुंबई के अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से शिंदे गुट ने अपने उम्मीदवार अविनाश राणे का नामांकन भी वापस ले लिया है. इस सीट से अजित पवार गुट से नवाब मलिक की बेटी सना मलिक चुनाव लड़ रही हैं. महायुति चाहती है कि यहां एलायंस से एक ही उम्मीदवार हो. 

उद्धव-कांग्रेस ने भी समझाया

भायखला सीट से शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार मनोज जामसुतकर के खिलाफ बगावत करने वाले कांग्रेस के मधु चव्हाण ने भी उम्मीदवारी वापस ले ली. कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट से महाविकास आघाड़ी की आधिकारिक उम्मीदवार मधुरिमा राजे ने भी उम्मीदवारी वापस ले ली.कांग्रेस के बागी राजेश लाटकर आखिर तक पीछे नहीं हटे थे, नामांकन वापस लेने के लिए बाक़ी दस मिनट में मधुरिमा राजे ने आवेदन वापस ले लिया.कसबा विधानसभा क्षेत्र से बागी कांग्रेस नेता मुख्तार शेख ने भी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन वापस लेते हुए आधिकारिक एमवीए उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर का समर्थन करने का फैसला किया. शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार रंजीत पाटिल ने शिवसेना के मंत्री तानाजी सावंत के खिलाफ धाराशिव जिले की परंदा विधानसभा सीट से अपना नामांकन वापस लिया. एनसीपी-शरद गुट नेता और पूर्व विधायक राहुल मोटे, सावंत के खिलाफ परंदा से एमवीए के आधिकारिक उम्मीदवार होंगे. 

यहां फ्रेंडली फाइट

महाराष्ट्र के 2024 चुनावी दंगल में सभी पार्टियां जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं.उम्मीदवारों के नामांकन के बाद अब दोनों ही गठबंधनों को अपने बचे हुए बागियों से डर तो सता रहा है, लेकिन “फ्रेंडली फाइट” यानी दोस्ताना लड़ाई ने कुछ सीटों को और दिलचस्प भी बना दिया है. महाविकास अघाड़ी तो इस फ्रेंडली फाइट के ख़िलाफ़ है पर तीन सीटों मानखुर्द-शिवाजी नगर, मोर्शी और देवलाली पर महायुति के भीतर ही दोस्ताना बग़ावत देखते हैं क्या गुल खिलाती है.

मनोज जरांगे महाराष्ट्र चुनाव में किस ओर? सारी सेटिंग करने के बाद क्यों पलटे 



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Monday, November 4, 2024

PM मोदी से मिले CM योगी, फिर अमित शाह और जेपी नड्डा से मिलकर बनाई रणनीति  

CM Yogi Meet PM Modi: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाक़ात की. लोकसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं की ये पहली औपचारिक भेंट है. दिल्ली में 7 लोक कल्याण मार्ग पर ये मुलाक़ात हुई.पीएम मोदी को सीएम योगी ने अगले साल प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ का प्रतीक चिह्न भेंट किया, लेकिन इस दौरान और भी कई मुद्दों पर बातचीत हुई. वैसे तो सीएम ऑफिस की तरफ़ से बताया गया कि  प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री की ये शिष्टाचार भेंट थी, लेकिन जब दो बड़े नेता मिलते हैं तो कई तरह की बातें होती हैं.सूत्र बताते हैं कि महाकुंभ के आयोजन पर चर्चा हुई.कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता है,जिसमें करोड़ों श्रद्धालु आते हैं.यूपी की योगी सरकार की कोशिश इसे दिव्य और भव्य बनाने की है.पिछली बार जब प्रयागराज में साल 2019 में कुंभ आयोजित हुआ था, तब पीएम मोदी भी संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे. 

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बताया जा रहा है कि यूपी के राजनैतिक हालात पर भी पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ में बातचीत हुई. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का यूपी में प्रदर्शन बड़ा ख़राब रहा.बीजेपी की सीटें 62 से घट कर 33 रह गईं. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने हार की समीक्षा भी की. यूपी में इन दिनों विधानसभा की नौ सीटों पर उप चुनाव हो रहा है.सूत्र बताते हैं कि इस मुद्दे पर भी पीएम और सीएम के बीच चर्चा हुई.प्रधानमंत्री से मिलने के बाद सीएम योगी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भी भेंट की. झारखंड में बीजेपी का मैनिफ़ेस्टो जारी करने के बाद अमित शाह रांची से वापस लौटे थे.लौटने के तुरंत बाद उन्होंने योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की.बताया जा रहा है कि यूपी के उप चुनाव को लेकर दोनों नेताओं में लंबी बातचीत हुई.एक-एक सीट पर मंथन हुआ.बीजेपी ने सभी नौ सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.योगी आदित्यनाथ की तरफ़ से चुनावी तैयारी के बारे में अमित शाह को बताया गया. अमित शाह ने विधानसभा की सभी नौ सीटों का फ़ीडबैक लिया.जिन नौ सीटों पर उप चुनाव हो रहे हैं, उनमें से 5 पर एनडीए और बाक़ी 4 पर समाजवादी पार्टी का क़ब्ज़ा था.

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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इसी महीने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से भी मिल चुके हैं.मथुरा में ये मुलाक़ात क़रीब ढाई घंटे तक चली थी.इस दौरान संघ के विस्तार से लेकर महाकुंभ के आयोजन तक पर चर्चा हुई थी.संघ प्रमुख जब इसी साल गोरखपुर गए थे, तब सीएम योगी से भेंट नहीं हो पाई थी. इसीलिए हाल के मुलाक़ात को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बाद में संघ की तरफ़ से सीएम योगी के नारे बंटेंगे तो कटेंगे को भी समर्थन मिला.इसके कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं.लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ख़राब प्रदर्शन के बाद पार्टी के ही कई नेता योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुखर हो गए थे. सरकार बड़ा या फिर संगठन को लेकर लंबे समय तक विवाद चला.बाद में सीएम योगी ने एनडीए के सभी विधायकों और सांसदों से मुलाक़ात की.उनके मन को जानने की कोशिश की. 

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अमित शाह से मुलाक़ात के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से भी भेंट की. उनसे उप चुनाव से लेकर संगठन के कामकाज पर भी बातचीत हुई. यूपी में सरकार और संगठन के समन्वय पर चर्चा हुई.हाल के दिनों में यूपी में इस बात पर विवाद होता रहा है.संगठन के कुछ नेताओं ने सरकार से सहयोग न मिलने की शिकायत की थी.लोकसभा चुनाव के बाद बोर्ड और आयोग में पार्टी के समर्पित नेताओं का समायोजन शुरू हो गया है.जो काम बाक़ी रह गया है उस पर सीएम योगी ने पार्टी के अध्यक्ष से बातचीत की.



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Sunday, November 3, 2024

डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस? US इलेक्शन में किसका हवा, क्या हैं चुनावी मुद्दे?

US Election 2024: अमेरिका किस रास्ते जाएगा? क्या उसी रास्ते जिस पर अब तक वो चल रहा है या बदलाव होगा? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर को चुनाव है. कमला हैरिस (Kamala Harris) और डोनाल्ड ट्रंप (USA Election) में से कोई एक अगला अमेरिका का राष्ट्रपति होगा. मगर ये चुनाव खुद अमेरिका के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है. अमेरिका के लोकतंत्र में कभी इतना विरोध नहीं देखा गया. दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच इस बार सभी मुद्दों पर असहमति है. 

अब तक 72 मिलियन वोट डले

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देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने की दावेदारी पेश कर रही कमला हैरिस लोगों को यह संदेश देने कि कोशिश कर रही हैं कि ट्रंप अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरा हैं.वहीं ट्रंप 2020 में हारने के बाद व्हाइट हाउस में वापसी की जोरदार कोशिश कर रहे हैं. फॉक्स न्यूज को शनिवार सुबह दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने बाइडन-हैरिस प्रशासन के तहत अर्थव्यवस्था की स्थिति पर तंज कसते हुए शुक्रवार को जारी नौकरियों के निराशाजनक आंकड़ों को अपने लिए एक गिफ्ट बताया.दोनों उम्मीदवार की रैलियां सोमवार देर रात समाप्त हो जाएंगी.चुनाव का दिन मंगलवार है, लेकिन अमेरिकी हफ्तों से जल्दी मतदान कर रहे हैं.जॉर्जिया में रिकॉर्ड चार मिलियन सहित 72 मिलियन से अधिक मतपत्र पहले ही डाले जा चुके हैं.ओपिनियन पोल्स में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है.जानिए वो मुद्दे जिनपर टिका है अमेरिका का चुनाव और दुनिया का भविष्य... 

गर्भपात (Abortion)

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अमेरिका के इस चुनाव में गर्भपात बड़ा मुद्दा बन गया है. कमला हैरिस इसे जोरशोर से उठा रही हैं.यहां तक की दूसरे प्रेसिडेंशियल डिबेट में भी कमला का ये पसंदीदा विषय था.ये बहस फिलाडेल्फिया स्थित नेशनल कॉन्स्टिट्यूशनल सेंटर में हुई थी.उसके बाद से कमला ने इस मुद्दे को ट्रंप के खिलाफ मानो ट्रंप कार्ड बना लिया.कमला हैरिस ने हर रैली में कह रही हैं कि ट्रंप राष्ट्रपति बनने पर राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध पर हस्ताक्षर करेंगे. कमला ने ट्रंप के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बयान का जिक्र भी बार-बार कर रही हैं. ट्रंप के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने कहा था कि नौवें महीने में गर्भपात बिल्कुल ठीक है. हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप लगातार इस दावे को झूठा बता रहे हैं.वह कई बार कह चुके हैं कि वो प्रतिबंध पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे. हालांकि, ट्रंप को लेकर बहुत हद तक महिलाओं के मन में कमला शंका के बीज बोने में सफल दिख रही हैं. अब देखना ये है कि महिला वोटर कितना कमला का साथ देती हैं.

अर्थव्यवस्था (Economy)

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अर्थव्यवस्था के मसले पर ट्रंप भारी पड़ते दिख रहे हैं. वे कमला हैरिस को इस मुद्दे पर बड़ी आसानी से घेर ले रहे हैं. अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर काफी हद तक समाप्त होने की कगार पर है. इस सेक्टर में ज्यादातर कम पढ़े लिखे अमेरिकी काम किया करते थे. अब इस सेक्टर पर संकट से अमेरिका में बेरोजगारी काफी हो गई है. ट्रंप तो यहां तक चेतावनी दे रहे हैं कि अगर हैरिस चुनी गईं तो अमेरिका में साल 1929 जैसी आर्थिक मंदी आ सकती है. फॉक्स सैटरडे से बात करते हुए ट्रंप ने शुक्रवार को जारी किए गए कमजोर रोजगार आंकड़ों को 'सबसे खराब जॉब नंबर' बताया.ट्रंप के इन बयानों का अमेरिका में काफी असर देखा जा रहा है. लोग इसे गंभीरता से ले रहे हैं. वहीं कमला हैरिस इन दावों का खंडन तो कर रही हैं, लेकिन अब तक कोई जोरदार तर्क या कोई उपाय नहीं बता सकी हैं.

इमिग्रेशन और हिंदू (Immigration And Hindu)

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डोनाल्ड ट्रंप रोजगार से ही जोड़ते हुए इमिग्रेशन को भी बड़ा मुद्दा बना रहे हैं. वह आरोप लगा रहे हैं कि अमेरिका की आर्थिक कठिनाइयों के लिए अप्रवासी जिम्मेदार हैं.ट्रंप ने तो यहां तक कहा कि अमेरिका में जो बाइडेन सरकार ने अपने कार्यकाल में अवैध प्रवासियों, आतंकवादियों और अपराधियों को देश में आने दिया.इन लोगों ने इस देश के सिस्टम को नष्ट कर दिया है. वहीं कमला हैरिस इसे अमेरिका का वैल्यू सिस्टम बता रही हैं. वो बता रहीं हैं कि अमेरिका अप्रवासियों के कारण ही बना है. इस मामले में अप्रवासियों की सहानुभूति कमला हैरिस के साथ हो सकती है. वो कमला हैरिस का सपोर्ट कर सकते हैं. हालांकि, ट्रंप ने बांग्लादेश के हिंदुओं के पक्ष में बयान देकर और पीएम मोदी की कई बार तारीफ कर ये साबित किया कि वो भारतीयों के साथ हैं और उनके सच्चे मित्र हैं. इस कारण हो सकता है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीय डोनाल्ड ट्रंप का सपोर्ट करें. हालांकि, कमला हैरिस का भारत से नाता रहा है. हालांकि, बांग्लादेश के हिंदुओं के मामले में भी उन्होंने कभी टिप्पणी नहीं की.

रूस-यूक्रेन और गाजा-इजरायल युद्ध

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डोनाल्ड ट्रंप युद्ध के एकदम खिलाफ हैं. वो यूक्रेन को जारी मदद को एकदम बंद करना चाहते हैं. वो तो यहां तक कह चुके हैं कि अगर वो जीते तो यूक्रेन को कहेंगे कि रूस के हिसाब से समझौता करे या फिर खुद अपनी लड़ाई लड़े. वहीं गाजा-इजरायल युद्ध में भी वो खुलकर इजरायल के पक्ष में हैं. हालांकि, कमला हैरिस का कहना है कि वह चुनाव जीत कर यूक्रेन की मदद जारी रखेंगी. इजरायल को वो भी मदद करने की बात तो कह रही हैं, लेकिन एकतरफा सपोर्ट जैसी बात नहीं दिख रही. यही कारण है कि अमेरिका में रहने वाले मुस्लिम मतदाता कमला हैरिस के पक्ष में नजर आते हैं. वहीं ट्रंप इनकी भरपाई यहूदी और हिंदू वोटरों के जरिए करना चाहते हैं. साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध से पीछा छुड़ाकर गरीब और बेरोजगार अमेरिकियों को अपने पक्ष में करना चाह रहे हैं. जाहिर इस मुद्दे पर दोनों को अलग-अलग तबके के वोट मिलेंगे.

चीन और नाटो 

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चीन और नाटो को लेकर भी दोनों उम्मीदवार एकदम दो छोर पर खड़े हैं. ट्रंप जहां चीन को दुश्मन नंबर वन मानते हैं. वहीं कमला हैरिस रूस को दुश्मन नंबर वन मानती हैं. ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि वो चुनाव जीतकर चीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. इसमें टैरिफ बढ़ाना खास तौर पर शामिल है. इसके साथ ही नाटो से अलग होने का भी ट्रंप पर कई लोग आरोप लगा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ट्रंप अगर चुनाव जीते तो वो ऐसी स्थिति पैदा कर देंगे कि अमेरिका नाटो से अलग हो जाए. हालांकि, खुद ट्रंप ने ऐसा कभी नहीं कहा है लेकिन वो नाटो में सबसे ज्यादा अमेरिका के खर्च को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. वहीं कमला हैरिस नाटो को मजबूत करने के पक्ष में हैं. साथ ही चीन के साथ बीच का मार्ग रखते हुए यथास्थिति को बरकरार रखना चाहती हैं. ट्रंप इसी को लेकर कमला हैरिस पर सवाल उठा रहे हैं. अब ये अमेरिका की जनता को तय करना है कि वो किस विकल्प को ज्यादा पसंद कर रही है. हालांकि, इन्हीं मुद्दों के कारण ये चुनाव न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हो गया है. 



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अमेरिका में मंगलवार को ही क्यों होता है राष्ट्रपति चुनाव? 270 वोटों का क्या है खेल? समझिए हाथी और गधे का कनेक्शन

अमेरिका में 5 नवंबर 2024 को राष्ट्रपति चुनाव (US elections 2024) के लिए वोट डाले जाएंगे. ये 60वां राष्ट्रपति चुनाव है. इसमें अमेरिकी नागरिक राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनते हैं. दोनों का कार्यकाल 4 साल का होता है. इस बापर रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उपराष्ट्रपति पद के लिए जेडी वेंस (JD Vance) मैदान में हैं. जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) ने मौजूदा उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris)को राष्ट्रपति और टिम वाल्ज़ (Tim Walz) को उपराष्ट्रपति पद का कैंडिडेट बनाया है. इसके साथ ही कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में है. 

आइए जानते हैं अमेरिका में कैसे होता है राष्ट्रपति का चुनाव? कितने बजे से शुरू होगी वोटिंग? कब आएंगे एग्जिट पोल को नतीजे? व्हाइट हाउस में कब से काम शुरू करते हैं नए राष्ट्रपति:-

अमेरिका में कब है इलेक्शन?
इस बार 5 नवंबर 2024 (मंगलवार) को अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव हो रहे हैं. भारत और अमेरिका के टाइम में फर्क है. लिहाजा इस दिन हमारे यहां 6 नवंबर हो जाएगा. वहां सरकार का कार्यकाल 4 साल का होता है, जो जनवरी 2025 से शुरू होगा. 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. अगर 20 जनवरी को संडे पड़ता है, तो नए राष्ट्रपति का कार्यकाल 21 जनवरी से शुरू होता है.

अमेरिका में मंगलवार को ही क्यों होती है वोटिंग?
अमेरिका में हर 4 साल बाद नवंबर के पहले वीक में पड़ने वाले सोमवार के बाद वाले मंगलवार को ही वोटिंग होती है. अगर नवंबर की शुरुआत का पहला दिन मंगलवार है, तो भी इस दिन चुनाव नहीं कराए जाते. दरअसल, अमेरिका में जब 1845 में सभी राज्यों में एक साथ चुनाव कराने का कानून बना था, तब ज्यादातर लोग खेती-किसानी करते थे. नवंबर के शुरुआती दिनों में किसानों के पास फुर्सत रहती थी. इसलिए वोटिंग के लिए नवंबर महीना फिक्स कर दिया गया. अब बारी वोटिंग डे की थी. रविवार को ज्यादातर लोग चर्च में प्रे करने जाते थे. इसलिए रविवार का दिन रिजेक्ट कर दिया गया. बुधवार को मार्केट बंद रहती थीं. इसलिए इस दिन भी चुनाव नहीं कराए जाने का फैसला लिया गया. पोलिंग बूथ तक जाने के लिए कई लोगों को लंबी यात्राएं करनी पड़ती थी. इसलिए सोमवार का दिन भी सही नहीं समझा गया. गुरुवार और शुक्रवार धार्मिक कारणों से मनमाफिक नहीं लगा. लिहाजा सिर्फ मंगलवार का दिन ही वोटिंग डे के तौर पर फिक्स किया गया. 

डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान से गायब क्यों हैं इवांका ट्रंप, उनके पति का क्या कहना है

अमेरिका में कुल कितनी पॉलिटिकल पार्टियां हैं?
अमेरिका में वैसे तो कई पार्टियां हैं. लेकिन लोग ज्यादातर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी को ही जानते हैं. ये दोनों सबसे पुरानी पार्टियां हैं और इलेक्शन प्रोसेस में ये दोनों ही असरदार होती हैं. इसके अलावा ग्रीन पार्टी, लिबर्टेरियन पार्टी और कॉन्स्टिट्यूशन पार्टी सिर्फ नाम के लिए चुनाव लड़ते हैं. ये कभी नोटिस में आते ही नहीं.

वोट करने के लिए क्या है योग्यता?
अमेरिका में 18 साल और इससे ऊपर के लोग वोटिंग राइट का इस्तेमाल कर सकते हैं. नॉर्थ डकोटा को छोड़कर सभी राज्यों में लोगों को वोटिंग से पहले खुद को रजिस्टर करना होता है. सभी राज्यों का अपना-अपना वोटर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस और डेडलाइन है.

वोटिंग की क्या है टाइमिंग?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 नवंबर को मतदान केंद्रों में स्थानीय समयानुसार सुबह 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक वोटिंग होगी. भारत में टाइमिंग के हिसाब से इसे 6 नवंबर को सुबह 4:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक देखा जा सकेगा.

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एग्जिट पोल के नतीजे कब आएंगे?
अमेरिकी चुनाव के एग्जिट पोल भारतीय समयानुसार 6 और 7 नवंबर की आधी रात 2:30 बजे के बाद शुरू होंगे. 

नतीजे कब घोषित होंगे?
वोटिंग के बाद ही वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. न्यूज चैनल्स अमेरिका के अलग-अलग राज्यों के विजेता का नाम जैसे जैसे काउंटिंग पूरी होगी बताते रहेंगे, लेकिन हर राज्य के वोट काउंट होने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी. अंतिम निर्णय में कई दिन या सप्ताह भी लग सकते हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि वोटों की गिनती कितनी तेजी से की जाती है और क्या कोई कानूनी चुनौतियां भी आती हैं.

अमेरिकी चुनाव का प्रोसेस क्या है?
अमेरिका के संविधान के अनुच्छेद 2 में राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया के बारे में जिक्र किया गया है. ‘इलेक्टोरल कॉलेज' के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव की व्यवस्था है. चुनाव प्रक्रिया ‘प्राइमरी' के साथ चुनावी साल के पहले महीने यानी जनवरी में शुरू होती है और जून तक चलती है. इस दौर में पार्टी अपने उन उम्मीदवारों की सूची जारी करती है, जो राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में उतरना चाहते हैं. इसके बाद दूसरे दौर में अमेरिका के 50 राज्यों के वोटर पार्टी प्रतिनिधि ( पार्टी डेलिगेट) चुनते हैं. प्राइमरी में चुने गए पार्टी प्रतिनिधि दूसरे दौर में पार्टी के सम्मेलन (कन्वेंशन) में हिस्सा लेते हैं. कन्वेनशन में ये प्रतिनिधि पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चुनाव करते हैं. इसी दौर में नामांकन की प्रक्रिया होती है. तीसरे दौर की शुरुआत चुनाव प्रचार से होती है. इसमें अलग-अलग पार्टी के उम्मीदवार मतदाताओं का समर्थन जुटाने की कोशिश करते हैं. इसी दौरान उम्मीदवारों के बीच टेलीविजन पर इस मामले से जुड़े मुद्दों पर बहस भी होती है. इसके बाद चुनाव की अंतिम प्रक्रिया में ‘इलेक्टोरल कॉलेज' राष्ट्रपति पद के लिए मतदान करता है. लेकिन इससे पहले राज्यों के मतदाता इलेक्टर चुनते हैं, जो राष्ट्रपति पद के किसी न किसी उम्मीदवार का समर्थक होता है.

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चुनाव के बाद कैसे चुना जाता है विजेता? 
इलेक्टर एक ‘इलेक्टोरल कॉलेज' बनाते हैं, जिसमें कुल 538 सदस्य होते हैं. ‘इलेक्टर' चुनने के साथ ही आम जनता के लिए चुनाव खत्म हो जाता है. अंत में ‘इलेक्टोरल कॉलेज' के सदस्य मतदान के जरिए अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं. राष्ट्रपति बनने के लिए कम से कम 270 इलेक्टोरल मत जरूरी होते हैं. अमेरिका में 'विनर टेक्स ऑल' यानी नंबर-1 पर रहने वाले को राज्य की सभी सीटें मिलने का नियम है. इसी वजह से 2016 के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन से 28.6 लाख कम वोट पाकर भी डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बन गए थे.

इलेक्शन में किसी को बहुमत नहीं मिला तो क्या होगा?
अगर कोई कैंडिडेट या पार्टी 270 इलेक्टोरल वोट नहीं हासिल कर पाती है, तो हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव यानी लोकसभा राष्ट्रपति का चुनाव करती है. सभी अमेरिकी राज्यों में 435 रिप्रेजेंटेटिव होते हैं. लेकिन इस वोटिंग में हर राज्य को एक ही वोट मिलता है. ऐसे में 50 राज्यों के वोट में जो कैंडिडेट 26 वोट जुटा लेता है, वो विनर बन जाता है.

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अमेरिका के इतिहास में क्या ऐसा कभी हुआ है?
अमेरिका में ऐसा 2 बार हो चुका है. 1800 में किसी कैंडिडेट को बहुमत नहीं मिलने पर थॉमस जेफर्सन को राष्ट्रपति हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव ने ही चुना था. 1824 में भी इसी तरह क्विंसी एडम्स को प्रेसिडेंट चुना गया था.

हाथी और गधा कैसे बना चुनावी चिह्न?
डेमोक्रेटिक पार्टी का चुनावी चिह्न गधा है. जबकि रिपब्लिकन का चुनावी चिह्न हाथी है. हाथी और गधे के अमेरिकी चुनाव का हिस्सा बनने के पीछे की कहानी दिलचस्प है. साल 1828 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से एंड्रयू जैक्सन उम्मीदवार थे. उनका मुकाबला व्हिग पार्टी के जॉन एडम्स से था. एडम्स ने जैक्सन के चुनावी कैंपेन और उनके चुनावी वादों का खूब मजाक बनाया था. एक समय में तो एडम्स अपने कैंपेन में जैक्सन को चिढ़ाने के इरादे से उन्हें जैकएस कहकर पुकारने लगे थे. जैक मतलब जैक्सन और एस मतलब गधा. जैक्सन ने आखिरकार इसे चैलेंज के तौर पर लिया. उन्होंने अपने इलेक्शन कैंपेन के पोस्टरों में गधे की तस्वीर भी शामिल कर ली. इसके बाद ये डेमोक्रेटिक पार्टी का इलेक्शन सिंबल बन गया.

इसी तरह 1860 में चुनाव के दौरान रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार अब्राहम लिंकन इलिनॉय राज्य में काफी मजबूती से लीड कर रहे थे. ऐसे में उनके समर्थकों ने अखबारों में उन्हें ताकतवर दिखाने के लिए उनकी जगह हाथी की तस्वीर छापनी शुरू कर दीं. अमेरिका के चर्चित कार्टूनिस्ट थॉमस नेस्ट ने हाथी के तौर पर रिपब्लिकन पार्टी को पहचान देने में अहम भूमिका निभाई थी.

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चुनाव से पहले एडवांस वोटिंग कैसे हुई? 
अमेरिका में चुनाव से पहले एडवांस पोलिंग या प्री पोलिंग का सिस्टम है. ऐसा लोगों की बिजी लाइफ को देखते हुए किया जाता है. मंगलवार तक करीब 1.50 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी वोट डाल चुके हैं. यह वोटिंग 47 से ज्यादा राज्यों में मेल (डाक) के जरिए हुई है.

कहां देख सकते हैं अमेरिकी चुनाव का लाइव रिजल्ट?
रियल टाइम में अमेरिकी चुनाव के नतीजे जानने के लिए आप NDTV के अंग्रेजी और हिंदी चैनल, वेबसाइट और अलग-अलग प्लेटफॉर्म से जुड़ सकते हैं. NDTV इंडिया आपको US इलेक्शन के लाइव कवरेज के साथ ही नतीजों की पल-पल की रिपोर्ट देगा. 

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दिल्ली : पेपर गोदाम में लगी आग, फायर ब्रिगेड की 30 गाड़ियां मौके पर

दिल्ली के अलीपुर इलाके में शनिवार को एक पेपर गोदाम में भीषण आग लग गई. आग इतनी भीषण थी कि धुएं का गुबार कई किलोमीटर दूर से ही देखा जा सकता था. आग लगने की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की 30 गाड़ियां मौके पर पहुंची. फिलहाल आग बुझाने का काम जारी है. अभी आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है.

लोगों ने बताया कि गोदाम में भारी मात्रा में पेपर और प्लास्टिक रखा होने से आग ने कुछ ही समय में विकराल रूप ले लिया. आसपास के लोगों ने आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी. इसके बाद एक-एक कर 30 फायर टेंडर मौके पर पहुंचे. एहतिहात के तौर पर आसपास के गोदामों को भी खाली करा लिया गया है. 

इससे पहले शनिवार को ही गाजियाबाद स्थित एक फैक्ट्री में आग लगने की घटना सामने आई थी. घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.



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Saturday, November 2, 2024

boAt और Boult के हेडसेट पर Flipkart की शानदार सेल, मात्र 799 रुपए से हैं शुरू

ऑडियो परिदृश्य विकसित हो रहा है, और अब Flipkart पर कुछ शानदार हेडसेट डील्स के साथ अपने साउंड गेम को अपग्रेड करने का सही समय है. चाहे आप ऑडियो लवर हों, आकस्मिक श्रोता हों, या गेमर हों, आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप एक हेडसेट मौजूद है. यह लेख boAt और Boult जैसे फेमस ब्रांडों पर कुछ आश्चर्यजनक छूट दिखाता है, जो टॉप पायदान की टेक्नोलॉजी, शानदार साउंड क्वालिटी और प्रत्येक यूजर के लिए अद्वितीय फीचर्स प्रदान करता है. आइए इन अद्वितीय ऑफ़र का पता लगाएं और उन हेडसेट्स की खोज करें जो आपके कलेक्शन में जोड़ने लायक हैं.

boAt और Boult के हेडसेट पर टॉप 12 Flipkart डील

1. boAt Airdopes 131

Discount: 69% | Price: ₹899 | M.R.P.: ₹2,990 | Rating: 4.3  out of 5 stars

boAt Airdopes 131 ईयरबड्स साउंड क्वालिटी से समझौता किए बिना वास्तव में वायरलेस एक्सपीरियंस प्रदान करते हैं. 60 घंटे तक के प्रभावशाली प्लेबैक समय के साथ, ये ईयरबड उन लोगों के लिए बिल्कुल सही हैं जो पूरे दिन म्यूजिक सुनना पसंद करते हैं. ASAP चार्ज फीचर केवल 5 मिनट के चार्ज के साथ 90 मिनट के प्लेबैक की अनुमति देती है, जो उन्हें अविश्वसनीय रूप से फीचरजनक बनाती है. ईयरबड ब्लूटूथ 5.0 से लैस हैं, जो एक स्थिर कनेक्शन और एक सहज सुनने का एक्सपीरियंस सुनिश्चित करता है.
 

खासियतें: 

  • कुल प्लेबैक समय 60 घंटे
  • क्विक पावर-अप के लिए ASAP चार्ज 
  • IPX4 वॉटर रेसिस्टेंट
  • बेहतर साउंड क्वालिटी के लिए 13 मिमी ड्राइवर
  • आसान अनुकूलता के लिए टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट

2. boAt Airdopes 131 Elite ANC

Discount: 82% | Price: ₹1,199 | M.R.P.: ₹6,990 | Rating: 4.3  out of 5 stars

boAt Airdopes 131 Elite ANC के साथ अपने ऑडियो एक्सपीरियंस को बेहतर बनाएं, जिसमें एक्टिव नॉइज़ कैंसलिंग है जो बैकग्राउंड नॉइज़ को प्रभावी ढंग से रद्द करता है. सामान्य मोड में 60 घंटे तक और ANC एक्टिव होने पर 54 घंटे तक के खेल का आनंद लें. ये ईयरबड न केवल असाधारण साउंड क्वालिटी प्रदान करते हैं बल्कि इसमें एक पारदर्शिता मोड भी शामिल है, जिससे आप अपने परिवेश के प्रति सचेत रह सकते हैं.

खासियतें: 

  • इमर्सिव साउंड के लिए एक्टिव नॉइज़ कैंसलिंग 
  • परिवेश जागरूकता के लिए पारदर्शिता मोड
  • क्लियर कॉल के लिए क्वाड माइक ENx टेक्नोलॉजी
  • ऑटोमैटिक प्ले/पॉज़ के लिए कान में पहचान
  • केवल 10 मिनट के चार्ज पर 180 मिनट का प्लेबैक

3. Boult W40

Discount: 66% | Price: ₹999 | M.R.P.: ₹2,999 | Rating: 4.1  out of 5 stars

Boult W40 earbuds गेमर्स के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो 45ms की अल्ट्रा-लो विलंबता का दावा करते हैं. 48 घंटे की प्रभावशाली बैटरी लाइफ के साथ, वे निर्बाध मनोरंजन प्रदान करते हैं. ज़ेन क्वाड माइक क्रिस्टल-क्लियर संचार सुनिश्चित करता है, जो इन ईयरबड्स को गेमिंग और कॉल दोनों के लिए आदर्श बनाता है. साथ ही, ब्लूटूथ 5.3 टेक्नोलॉजी के साथ, जोड़ी बनाना आसान है.

खासियतें: 

  • कुल खेल का समय 48 घंटे
  • बेहतर कॉल स्पष्टता के लिए ज़ेन क्वाड माइक
  • गेमिंग के लिए 45ms अल्ट्रा-लो विलंबता
  • ड्यूरेबिलिटी के लिए IPX5 वॉटर रेसिस्टेंट
  • स्पर्श कंट्रोल और वॉइस असिस्टेंस सपोर्ट 

4. Boult Astra

Discount: 65% | Price: ₹1,199 | M.R.P.: ₹3,499 | Rating: 4.2  out of 5 stars

Boult Astra earbuds के साथ अपने गेमिंग एक्सपीरियंस को अगले स्तर पर ले जाएं. गेमर्स के लिए डिज़ाइन किए गए, इनमें निर्बाध गेमप्ले के लिए 40ms अल्ट्रा-लो लेटेंसी मोड की फीचर है. 48 घंटे की बैटरी लाइफ और लाइटनिंग बोल्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ, ये ईयरबड जब भी आप हों, कार्रवाई के लिए तैयार हैं.

खासियतें: 

  • 48 घंटे का प्लेबैक और 120 घंटे का स्टैंडबाय
  • क्लियर संचार के लिए ज़ेन क्वाड माइक
  • गेमिंग के लिए 40ms अल्ट्रा-लो विलंबता
  • समृद्ध साउंड के लिए बूमएक्स टेक्नोलॉजी
  • ड्यूरेबिलिटी के लिए IPX5 वॉटर रेसिस्टेंट

5. boAt Immortal 171

Discount: 68% | Price: ₹1,099 | M.R.P.: ₹3,499 | Rating: 4.2  out of 5 stars

इमर्सिव ऑडियो चाहने वाले गेमर्स के लिए, boAt Immortal 171 TWS गेमिंग ईयरबड्स एक उल्लेखनीय एक्सपीरियंस प्रदान करते हैं. कम विलंबता वाले BEAST मोड और 40 घंटे तक के प्लेबैक के साथ, ये ईयरबड आपको बिना किसी रुकावट के गेम में बनाए रखेंगे. RGB लाइटें आपके गेमिंग माहौल को बेहतर बनाते हुए एक स्टाइलिश स्पर्श जोड़ती हैं.

खासियतें: 

  • रीयल-टाइम ऑडियो के लिए 40ms कम विलंबता
  • कुल खेल का समय 40 घंटे
  • क्लियर कॉल के लिए क्वाड माइक
  • स्टाइलिश लुक के लिए RGB लाइट्स
  • क्विक पावर-अप के लिए ASAP चार्ज 

6. boAt Nirvana Ion True Wireless Earbuds

Discount: 78% | Price: ₹1,899 | M.R.P.: ₹8,999 | Rating: 4.1 out of 5 stars

boAt निर्वाण आयन ट्रू वायरलेस ईयरबड्स के साथ ध्यान भटकाने वाली चीजों को अलविदा कहें. एक्टिव नॉइज़ कैंसलिंग के साथ डिज़ाइन किया गया जो 32 डीबी तक पृष्ठभूमि नॉइज़ को रोकता है, ये ईयरबड आपको बिना किसी रुकावट के अपनी पसंदीदा धुनों या पॉडकास्ट में डूबने देते हैं. 120 घंटे तक के प्रभावशाली प्लेबैक समय के साथ, आप निर्बाध मनोरंजन का आनंद ले सकते हैं, चाहे आप लंबी यात्रा पर हों या बस घर पर आराम कर रहे हों. ईयरबड्स में दोहरे ईक्यू मोड भी हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि आपका ऑडियो एक्सपीरियंस आपकी प्राथमिकताओं के अनुरूप है.

खासियतें: 

  • 32 डीबी एक्टिव नॉइज़ कैंसलिंग
  • 120 घंटे का प्लेबैक समय
  • 10 मिमी ड्राइवरों के साथ क्रिस्टल बायोनिक साउंड
  • निर्बाध स्विचिंग के लिए मल्टीपॉइंट कनेक्टिविटी
  • अनुकूलन के लिए हियरेबल्स ऐप समर्थन

7. Boult Astra Neo True Wireless Earbuds

Discount: 68% | Price: ₹1,099 | M.R.P.: ₹3,499 | Rating: 4.1 out of 5 stars

Boult Astra Neo ईयरबड्स उन लोगों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जो क्वालिटी और प्रदर्शन की मांग करते हैं. 70 घंटे तक की बैटरी लाइफ के साथ, वे लंबे समय तक सुनने के सेशन के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं, चाहे घर पर हों या चलते-फिरते. ज़ेन क्वाड माइक एनवायर्नमेंटल नॉइज़ कैंसिलेशन टेक्नोलॉजी यह सुनिश्चित करती है कि कॉल के दौरान आपकी आवाज़ क्लियर हो, जबकि केवल 40 एमएस की अल्ट्रा-लो विलंबता आपके गेमिंग एक्सपीरियंस को बढ़ाती है. तेज़ जोड़ी और आरामदायक ग्रिप केस इन ईयरबड्स को डेली यूज़ के लिए एक विश्वसनीय साथी बनाते हैं.

खासियतें: 

  • 70 घंटे की बैटरी लाइफ
  • क्लियर कॉल के लिए ज़ेन क्वाड माइक ईएनसी
  • क्विक कनेक्टिविटी के लिए ब्लूटूथ संस्करण 5.4
  • गेमिंग के लिए 40 एमएस कम विलंबता
  • IPX5 वॉटर रेसिस्टेंट

8. Boult Mustang Derby True Wireless Earbuds

Discount: 75% | Price: ₹1,499 | M.R.P.: ₹5,999 | Rating: 4.1 out of 5 stars

प्रतिष्ठित मस्टैंग से प्रेरित, ये ईयरबड कुल 100 घंटे का प्रभावशाली प्लेटाइम प्रदान करते हैं. बौल्ट और फोर्ड के बीच साझेदारी आपके लिए एक ऐसा उत्पाद लाती है जो स्टाइल और फंक्शनेलिटी को जोड़ती है. तेज़ चार्जिंग क्षमताएं आपको केवल 10 मिनट के चार्ज से 100 मिनट के प्लेबैक का आनंद लेने की अनुमति देती हैं. क्रिस्टल-क्लियर कॉल और एक मजबूत डिज़ाइन के लिए क्वाड माइक ईएनसी के साथ, मस्टैंग डर्बी ईयरबड उन लोगों के लिए एकदम सही हैं जो हाई क्वालिटी वाली साउंड और एलिगेंट एस्थेटिक पसंद करते हैं.

खासियतें: 

  • 100 घंटे की बैटरी लाइफ
  • ब्लूटूथ 5.4 के साथ डुअल-डिवाइस पेयरिंग
  • वीडियो और गेमिंग के लिए 45 एमएस अल्ट्रा-लो विलंबता
  • क्वाड माइक टेक्नोलॉजी के साथ एडवांस नॉइज़ कैंसलिंग
  • IPX5 वॉटर रेसिस्टेंट के साथ स्टाइलिश डिजाइन

9. Boult Z60 True Wireless Earbuds

Discount: 66% | Price: ₹999 | M.R.P.: ₹2,999 | Rating: 4.1 out of 5 stars

Boult Z60 earbuds एक सच्चा पावरहाउस हैं, जो 60 घंटे तक का प्लेटाइम प्रदान करते हैं. सामान्य श्रोताओं और गेमर्स दोनों के लिए डिज़ाइन किए गए, इन ईयरबड्स में सिर्फ 50 एमएस की कम विलंबता मोड की फीचर है, जो एक सहज और गहन एक्सपीरियंस की अनुमति देता है. उनकी एडवांस एनवायरनमेंट नॉइज़ कैंसलिंग टेक्नोलॉजी के साथ, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी कॉल और ऑडियो आपके परिवेश की परवाह किए बिना निर्बाध रहें.
 

खासियतें: 

  • 60 घंटे की बैटरी लाइफ
  • 50 एमएस अल्ट्रा-लो लेटेंसी गेमिंग मोड
  • 10 मिनट की चार्जिंग से 150 मिनट के प्लेबैक के साथ क्विक चार्ज क्षमताएं
  • वर्कआउट के लिए IPX5 वॉटर रेसिस्टेंट
  • आसान कनेक्टिविटी के लिए ब्लूटूथ 5.3

10. Boult Z35 True Wireless Earbuds

Discount: 73% | Price: ₹799 | M.R.P.: ₹2,999 | Rating: 3.9 out of 5 stars

अफोर्डेबल फिर भी फीचर्स से भरपूर, Boult Z35 earbuds प्रभावशाली 32 घंटे का प्लेबैक समय प्रदान करते हैं. अपने ज़ेन टेक ईएनसी माइक के साथ, ये ईयरबड पृष्ठभूमि नॉइज़ को कम करके बढ़िया कॉल क्वालिटी प्रदान करते हैं. ईयरबड्स को आराम पर ध्यान देने के साथ डिज़ाइन किया गया है, जो उन्हें लंबे समय तक सुनने के सेशन या वर्कआउट के लिए एकदम सही बनाता है.

खासियतें: 

  • कुल खेल का समय 32 घंटे
  • निर्बाध गेमिंग के लिए 45 एमएस अल्ट्रा-लो विलंबता
  • फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी
  • IPX5 वॉटर रेसिस्टेंट
  • स्थिर कनेक्टिविटी के लिए ब्लूटूथ वर्जन 5.3

11. boAt Airdopes ProGear True Wireless Earbuds

Discount: 71% | Price: ₹1,999 | M.R.P.: ₹6,990 | Rating: 3.9 out of 5 stars

जो लोग खुले कान वाले डिज़ाइन का आनंद लेते हैं, उनके लिए boAt Airdopes ProGear ईयरबड्स में एयर कंडक्शन टेक्नोलॉजी है जो आराम प्रदान करते हुए ऑडियो रिसाव को कम करती है. प्रभावशाली 100 घंटे के प्लेबैक और क्विक चार्जिंग फीचर्स के साथ, ये ईयरबड सामान्य श्रोताओं और फिटनेस उत्साही दोनों के लिए बिल्कुल सही हैं. चार AI-ENx माइक का समावेश यह सुनिश्चित करता है कि बिजी एनवायरनमेंट में भी आपकी कॉल बिल्कुल क्लियर हों.

खासियतें: 

  • 100 घंटे का प्लेबैक समय
  • न्यूनतम ऑडियो रिसाव के लिए वायु संचालन टेक्नोलॉजी
  • 40 एमएस अल्ट्रा-लो लेटेंसी गेमिंग मोड
  • नॉइज़ फ्री कॉल के लिए AI-ENx क्वाड माइक
  • वर्कआउट के लिए स्प्लैश-रेसिस्टेंट डिज़ाइन

Flipkart पर इतने सारे शानदार ऑप्शन उपलब्ध होने के साथ, अपनी ऑडियो जरूरतों को पूरा करने के लिए सही हेडसेट ढूंढना इतना आसान कभी नहीं रहा. boAt और Boult प्रोडक्ट्स पर मौजूदा सौदे न केवल असाधारण साउंड क्वालिटी का वादा करते हैं बल्कि विभिन्न प्राथमिकताओं और लाइफस्टाइल को भी पूरा करते हैं. लंबी बैटरी लाइफ से लेकर एक्टिव नॉइज़ कैंसिलेशन और अल्ट्रा-लो लेटेंसी जैसी एडवांस फीचर तक, ये हेडसेट आपके सुनने के एक्सपीरियंस को बढ़ाते हैं. अभी Flipkart पर खरीदारी करें.



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Friday, November 1, 2024