Friday, May 31, 2024

"हमारी क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ" : चीन-पाकिस्तान के संयुक्त इन्फ्रा प्रोजेक्ट पर भारत

पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoK) पर भारत के रुख को दोहराते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पूरा जम्मू-कश्मीर, लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है. उन्होंने कहा कि भारत चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के पक्ष में नहीं है क्योंकि यह नई दिल्ली की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ है.

साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ते सहयोग की रिपोर्टों पर एक सवाल के जवाब में जायसवाल ने कहा कि, "पीओके पर हम अपनी स्थिति पर बहुत सुसंगत हैं. पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश भारत का हिस्सा हैं, भारत का अभिन्न अंग हैं. वे भारत का अभिन्न अंग थे, वे भारत का अभिन्न अंग हैं और वे भारत का अभिन्न अंग रहेंगे."

उन्होंने कहा, "सीपीईसी पर हमारी स्थिति से आप भलीभांति परिचित हैं. हम इसके पक्ष में नहीं हैं, हम इसके खिलाफ हैं. यह हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ है."

जायसवाल का यह बयान पाकिस्तान और चीन द्वारा अपनी संयुक्त परियोजना सीपीईसी को आगे बढ़ाने पर सहमति जताने तथा तीसरे पक्ष की भागीदारी के लिए तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के समर्थन के बाद आया है.

पाकिस्तान के मीडिया आउटलेट जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने सीपीईसी की स्थिर गति पर संतोष जताया तथा "इस सहयोग को और उन्नत एवं विस्तारित करने" की शपथ ली.

पाकिस्तान और चीन के विदेश मंत्रियों की पांचवी रणनीतिक वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने सीपीईसी सहित अपने द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलुओं पर गहन चर्चा की. इशाक डार और वांग यी ने मुख्य हितों के मुद्दों पर एक-दूसरे को समर्थन जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की.

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, डार ने कहा कि पाकिस्तान और चीन मेन लाइन-1 रेलवे लाइन परियोजना के कार्यान्वयन में तेजी लाएंगे, ग्वादर बंदरगाह का विकास करेंगे, काराकोरम राजमार्ग के दूसरे चरण का पुनर्निर्माण करेंगे तथा ऊर्जा, कृषि, खनन, खनिज, सूचना तकनीक व उद्योग क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करेंगे.

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "जैसा कि हम सीपीईसी के दूसरे चरण में प्रवेश कर रहे हैं, हम विकास, आजीविका, नवाचार, हरित विकास और समावेशिता के गलियारे विकसित करने की आशा करते हैं."



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मोदी का 'जादू' या दीदी की 'ममता'... कौन होगा बंगाल का टाइगर? क्या बदल जाएगी 2019 वाली तस्वीर

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) समाप्ति की ओर है. 1 जून को सातवें फेज की वोटिंग बाकी है. 4 जून को तय हो जाएगा कि मतदाताओं ने NDA या INDIA में किसे चुना है. इस चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी ने NDA के लिए 400 पार का टारगेट रखा है. अकेले BJP को 370 सीटों का टारगेट मिला है. लक्ष्य को हासिल करने के लिए दक्षिण भारत के राज्यों के अलावा BJP का फोकस 4 राज्यों यूपी, बिहार, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में है. पश्चिम बंगाल (West Bengal Seats) में 42 लोकसभा सीटों में से 33 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. बाकी 9 सीटों के लिए 1 जून को सातवें फेज में वोट डाले जाएंगे. यहां ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी TMC और BJP के बीच सीधा मुकाबला है. थर्ड फ्रंट भी चुनाव लड़ रहे हैं. 

ममता बनर्जी 13 साल से बंगाल की सत्ता में हैं. पहले वो INDIA अलायंस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली थी, लेकिन बाद में फैसला बदल लिया. अब 'एकला चलो रे' के कॉन्सेप्ट पर 'मां, माटी और मानुष' की रणनीति पर जीत की उम्मीद कर रही हैं. दूसरी ओर BJP ने पिछले चुनाव में यहां 18 सीटें जीती थी. अब पार्टी उससे बेहतर प्रदर्शन के लिए जोर लगा रही है. NDTV के खास शो बाबाvsबाबा में आइए समझते हैं कि बंगाल में क्या इस बार भी TMC ज्यादातर सीटें जीत लेगी या BJP पिछली बार के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करेगी? मोदी या ममता...आखिर कौन होगा बंगाल का टाइगर? 

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बंगाल के चुनावी रण में कौन-कौन?
1. ममता बनर्जी की TMC: TMC पश्चिम बंगाल की सबसे बड़ी पार्टी है और चुनावी मैच की सबसे बड़ी टीम भी. यह सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है. पहले INDIA ब्लॉक के साथ चुनाव लड़ने वाली थी, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनी. ऐसे में ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया.

2.BJP: बंगाल में दूसरी बड़ी टीम BJP है. यह प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी भी है. BJP भी अकेले चुनाव लड़ रही है और सभी 42 लोकसभा सीटों पर कैंडिडेट खड़े किए हैं. ममता बनर्जी के धुर विरोधी शुभेंदु अधिकारी चुनावी कैंपेन संभाले हुए हैं.  

3. थर्ड फ्रंट- कांग्रेस, CPI(M) और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF): बंगाल में कांग्रेस और CPI (M) मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 में कांग्रेस को 2 सीटें और 5.7% वोट मिले थे. जबकि CPI(M) ने इस बार 22 सीटों पर कैंडिडेट खड़े किए हैं. जबकि कांग्रेस ने 9 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं.

सातवें फेज में किन 9 सीटों पर होगी वोटिंग
1 जून को दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता नॉर्थ और कोलकाता साउथ में वोट डाले जाएंगे.

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बंगाल में 2014 और 2019 में कैसा रहा था स्कोर?     
राजनीतिक विश्लेषक अमिताभ तिवारी कहते हैं, "सीट के लिहाज से अगर देखें, तो 2014 में BJP को 2 सीटें मिली थी और 17% वोट शेयर था. TMC को 34 सीटें मिली और वोट शेयर 39% था. लेफ्ट पार्टी का 30% वोट शेयर था और 2 सीटें जीती थी. कांग्रेस को 4 सीटें मिली थी. 2019 में लेफ्ट का सारा वोट BJP को ट्रांसफर हो गया. 24% वोट शेयर लेफ्ट पार्टी का घट गया. BJP का वोट शेयर 17 से 41% हो गया. BJP जहां 18 सीटें जीतने में कामयाब हुई. वहीं, TMC 34 से घटकर 22 पर आ गई. कांग्रेस को 2 सीटें मिली और लेफ्ट का खाता ही नहीं खुला.

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क्या बंगाल में फिर चलेगा मोदी का जादू?
राजनीतिक विश्लेषक अमिताभ तिवारी कहते हैं, "बंगाल में पीएम मोदी का जादू चल सकता है. इसके 5 कारण हैं. पहला कारण- ममता बनर्जी कांग्रेस के INDIA अलायंस का हिस्सा नहीं हैं. इससे नुकसान होगा. ये चुनाव चूंकि लोकसभा का चुनाव है. इसलिए चुनाव में प्रो बीजेपी या एंटी बीजेपी, प्रो मोदी या एंटी मोदी का माहौल बनेगा. एंटी मोदी वोट कहीं न कहीं TMC या कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन में बंट सकती है. दूसरा कारण- पीएम मोदी की लोकप्रियता बंगाल में भी अच्छी-खासी है. पिछले चुनाव में 32% मतदाताओं ने पीएम मोदी के नाम पर वोट किया था. तीसरा करण-BJP को लाभार्थियों का भी बड़ा एडवांटेज मिल सकता है. मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी चाहे वो महिला हो, किसान हो... उसका भी अच्छा खासा असर बंगाल में देखने को मिलेगा." 

अमिताभ तिवारी कहते हैं, "चौथा कारण- BJP को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और संदेशखाली मामले का फायदा मिल सकता है. बंगाल में मुस्लिम आबादी करीब 30% है. इसलिए यहां पोलराइजेशन यानी ध्रुवीकरण काम कर सकता है. पिछले चुनावों में हमने देखा है कि जहां भी ध्रुवीकरण होता है, वहां BJP को ऑटोमेटिक फायदा मिलता है. पांचवां कारण-" एंटी इंकमबेंसी का असर भी दिखेगा. 13 ऐसी सीटें हैं, जहां ममता के खिलाफ एंटी इंकमबेंसी भी अच्छी-खासी है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि BJP इन स्थितियों का फायदा उठा पाती है या नहीं." 

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क्यों चल सकता है ममता का करिश्मा?
जितना भी कहें कि ये लोकसभा का चुनाव है, लेकिन किसी भी चुनाव में बंगाल में बंगाली अस्मिता हावी रहता है. क्योंकि यहां लैंग्वेज डिवाइड है. वहां ममता बनर्जी का कनेक्ट है. ममता बनर्जी बंगाली अस्मिता को विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों में भुनाने की कोशिश करती हैं. चुनाव में बंगाली बनाम नॉन-बंगाली का मुद्दा भी छाया रहता है. दूसरी ओर, बंगाल में ममता बनर्जी का मजबूत SC/ST, महिला वोट बैंक है. TMC सरकार की कई वेलफेयर स्कीम खास तौर पर महिलाओं के लिए हैं. इनमें से कुछ स्कीमों के फंड में ममता बनर्जी ने चुनाव से पहले इजाफा किया है. जाहिर तौर पर इसका फायदा मिलेगा."

बंगाल में CAA का असर भी दोतरफा हो सकता है. यहां जहां लोगों में CAA को लेकर सकारात्मक रुख है. वहीं, नाराजगी भी है. इसका असर भी चुनाव में देखने को मिलेगा. TMC को एक और फायदा लोकल चेहरे को लेकर हो सकता है. यहां ममता लोकल चेहरा हैं. लेकिन BJP के पास बंगाल में कोई लोकल चेहरा नहीं है. BJP प्रधानमंत्री के चेहरे पर ही वोट मांगती है.
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INDIA अलायंस से ममता के छिटकने का क्या हो सकता है असर?
अमिताभ तिवारी कहते हैं, "ममता बनर्जी को शायद ये लगा है कि बंगाल के मुस्लिम मतदाता पहले ही TMC के पास आ चुके हैं. 2021 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. ऐसे में लगता है कि ममता बनर्जी को ये अंदेशा है कि कांग्रेस और लेफ्ट के पास कुछ बचा ही नहीं है. इसलिए इनके साथ अलायंस का कोई फायदा नहीं मिलेगा. कहीं न कहीं ये भी धारणा है कि अगर कांग्रेस और लेफ्ट अलग लड़ेंगे, तो एंटी ममता वोट BJP और TMC अलायंस में बंटेगा. इसलिए संभव है कि ममता ने 'एकला चलो' की नीति पर चलने का फैसला लिया.
 

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तेज धूप से मां ने बचाई बच्चे की जान, लेकिन खुद तोड़ दिया दम, इमोशनल कर देगा वीडियो

दुनिया में बच्चे को जितना प्यार उसकी मां करती है, उतना प्यार शायद ही उसे कोई करता हो. हमनें हमेशा देखा है कि मां अपने बच्चे के लिए पूरी कायनात तक से लड़ जाती है. वह अपनी जान जोखिम में डाल देगी, लेकिन अपने बच्चे पर किसी तरह की कोई आंच नहीं आने देगी और ऐसा सिर्फ हम इंसानों में ही नहीं, बल्कि पशु-पक्षियों में भी देखा गया है. पशु-पक्षियों में भी मां अपने बच्चे की मुसीबत अपने ऊपर ले लेती है. मां की ममता का ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक कबूतर ने तेज धूप से अपने नन्हे बच्चे को तो बचा लिया, लेकिन वह खुद अपनी जान नहीं बचा पाई.

यहां देखें वीडियो

मां की ममता का वीडियो वायरल

दरअसल, हम जिस वीडियो की बात कर रहे हैं, वो बेहद मार्मिक और करुणा से भरा है, जिसे देखने के बाद आपके भी आंसू छलक जाएंगे. इस वीडियो में एक कबूतर अपने बच्चे की तपती गर्मी में रक्षा करता नजर आ रहा है और बच्चे की सुरक्षा करते-करते वो खुद अपने प्राण त्याग देता है.

दिल को छू लेने वाला ये वीडियो इंस्टाग्राम यूजर anita suresh sharma नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है, जो कि अब तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को अब तक लाखों लोगों ने देखा है. 

इस इमोशनल कर देने वाले वीडियो को देखकर कई लोगों ने कमेंट्स भी किये हैं. जहां किसी ने लिखा है, 'मां तो मां होती है दोस्तों', तो वहीं एक यूजर ने लिखा है कि, 'मां दुनिया की सबसे बड़ी योद्धा होती है'. एक इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा है कि, 'इस दुनिया में मां की जगह कोई नहीं ले सकता दोस्तों, इसलिए अपनी मां की कदर करो जिंदगी में मां कभी वापस नहीं मिलने वाली है'.

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पुणे पोर्शे हादसा: नाबालिग को जमानत देने वाले जज बिना हेलमेट के स्कूटर चलाने पर हुए ट्रोल

पुणे के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) के जज एलएन दानवड़े को बिना हेलमेट पहने स्कूटर चलाने पर सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है. दानवड़े ने पुणे के पोर्शे एक्सीडेंट मामले में आरोपी नाबालिग लड़के को निबंध लिखने की शर्त के साथ जमानत दे दी थी. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में वे उन्हें घेरकर खड़े पत्रकारों के सवालों का जवाब दिए बिना भागते हुए दिख रहे हैं.

न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे पोर्शे मामले में किशोर न्याय बोर्ड के मेंबर एलएन दानवड़े ने 17 साल के लड़के को जमानत दी थी. उनको दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट न पहनने के लिए सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया.

सोशल मीडिया पर वीडियो पर की गई टिप्पणियों में यूजर्स ने लिखा कि जेजेबी सदस्य ने टू-व्हीलर चलाते समय हेलमेट नहीं पहना था. एक यूजर ने लिखा, "कोई समस्या नहीं, ट्रैफिक पुलिस उनसे बिना हेलमेट के स्कूटर चलाने के आनंद के बारे में एक निबंध लिखने के लिए कहेंगे."

एक अन्य यूजर ने पुणे पुलिस और पुणे ट्रैफिक पुलिस को टैग करते हुए लिखा, "मुझे आशा है कि आप इस स्कूटर चालक को बिना हेलमेट में देखकर ट्रैफिक नियमों के अनुसार कार्रवाई करेंगे. कानून के पालन में कोई अंतर नहीं होना चाहिए."

पुणे में नाबालिग ने नशे में पोर्श कार चलाते हुए दो बाइक सवार आईटी पेशेवरों को टक्कर मार दी थी. उसको बिना किसी सख्त सजा के जमानत देने पर दानवड़े की भारी निंदा की गई थी. बोर्ड ने नाबालिग को ट्रैफिक पुलिस के साथ 15 दिन तक काम करने, हादसों पर एक निबंध लिखने, शराब छोड़ने के लिए उपचार कराने और मनोचिकित्सक से सलाह लेने के लिए कहा था. बाद में बोर्ड ने जमानत का आदेश बदल दिया और लड़के को पांच जून तक निगरानी गृह में भेज दिया था.



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Thursday, May 30, 2024

भारत ने हवा से सतह पर मार करने वाली Rudram-II का किया सफल परीक्षण, जानें क्या हैं खासियत

भारत ने ओडिशा तट से भारतीय वायु सेना (IAF) के सुखोई-30 लड़ाकू विमान से हवा से सतह पर मार करने वाली ‘रुद्रम' मिसाइल का बुधवार को सफल परीक्षण किया. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने कहा कि रुद्रम-II मिसाइल के उड़ान परीक्षण ने सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा कर लिया है. रुद्रम-II स्वदेशी रूप से विकसित ठोस प्रणोदक वायु-प्रक्षेपित मिसाइल प्रणाली है, जो दुश्मन के विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है.

विभिन्न डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित कई अत्याधुनिक स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को मिसाइल प्रणाली में शामिल किया गया है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘डीआरडीओ ने 29 मई को पूर्वाह्न लगभग साढ़े 11 बजे ओडिशा के तट पर भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 एमके-I प्लेटफॉर्म से हवा से सतह पर मार करने वाली रुद्रम-II मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.''

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रुद्रम-II के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ और भारतीय वायुसेना को बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘‘सफल परीक्षण ने सशस्त्र बलों के लिए रुद्रम-II प्रणाली की भूमिका को और मजबूत कर दिया है.'' डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने सफल उड़ान परीक्षण में योगदान के लिए सभी संबंधित लोगों की सराहना की.

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Wednesday, May 29, 2024

Delhi Metro में बेफिक्र होकर आंटियों ने उड़ाई समोसे की दावत, लोगों ने कहा- जलेबी तो रह ही गई

Women Eating Samosa In Delhi Metro: सोशल मीडिया पर आए दिन दिल्ली मेट्रो से जुड़े एक से बढ़कर एक वीडियो वायरल होते रहते हैं. कभी कोई ठुमके लगाते नजर आता है, तो कभी कोई अजीबोगरीब हरकतें करता दिखाई पड़ता है. वहीं ज्यादातर वीडियो में लोग एक-दूसरे से चील-कौवे की तरह लड़ते-झगड़ते नजर आते हैं. सीटों को लेकर मारा मारी तो समझ में आती है, लेकिन मेट्रो में खाने को लेकर ऐसी दीवानगी कम ही देखने को मिलती है, वो भी तब जब मेट्रो में खाने की अनुमति ना हो. हाल ही में वायरल एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों लोगों का ध्यान खींच रहा है, जिसमें दो महिलाएं बड़े मजे से बेफिक्र होकर दिल्ली मेट्रो के अंदर समोसे की दावत उड़ाती नजर आ रही हैं.

दिल्ली मेट्रो से जुड़ा नया वीडियो

ऐसी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए डीएमआरसी ने कई सख्त नियम भी लागू किए हैं, लेकिन बावजूद इसके इस तरह के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. हाल ही में सामने आए इस वीडियो में दो महिलाओं को दिल्ली मेट्रो के अंदर सीट पर देसी स्टाइल में बैठकर मजे से समोसे खाते देखा जा सकता है. महिलाओं को देखकर समझा जा सकता है कि, उन्हें जरा भी फर्क नहीं पड़ता कि देखने वाले क्या सोचेंगे, वो तो बस अपने खाने में मगन हैं. इस दौरान एक आंटी सीट के नीचे प्लास्टिक का रैपर भी फेंकती नजर आती हैं.

यहां देखें वीडियो

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को rr.rahul9917 नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है. 5 दिन पहले शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक 6 लाख 90 हजार से भी अधिक बार देखा जा चुका है. इस वीडियो को अब तक 22 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके हैं. वीडियो पर यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. वीडियो देख चुके एक यूजर ने लिखा, 'कम से कम उनमें सीटों पर पैर रखने से पहले अपनी चप्पलें उतारने की शराफत तो है. मैंने तथाकथित 'शिक्षित' लोगों को देखा है जो अपने जूते ऊपर करके ही सीट पर बैठ जाते हैं.' 

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Tuesday, May 28, 2024

VISA एप्लीकेशन हो गया रिजेक्ट तो घर की छत पर ही बना दिया स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी

Statue Of Liberty In India: वो भी एक समय था जब पंजाब में लोगों के घरों की छतों पर हवाई जहाज, फुटबॉल जैसी चीजें दिखना आम बात थी, लेकिन बदलते समय के साथ अब लोग यही तक सीमित नहीं रहे. बदलते वक्त के साथ-साथ अलग-अलग मूर्तियां का निर्माण घरों की छतों पर देखने को मिलता रहा है. इसी धुन पर सवार पंजाब में एक शख्स ने दुनिया के सात अजूबों में से एक स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी (Statue of Liberty) का निर्माण अपने घर की छत पर करा डाला. यह उसी स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की कॉपी है, जो अमेरिका में स्थित है.

घर की छत पर लगवा दिया स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी

अब सोशल मीडिया पर घर की छत पर सजे इस स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है, जिस पर यूजर्स खूब मौज ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि, यह वीडियो पंजाब के तरनतारन जिले के एक गांव का है, जिसकी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. कहा जा रहा है कि, यहां के एक शख्स ने US का Visa रिजेक्ट होने के बाद घर की छत पर स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी  लगवा दिया.

यहां देखें वीडियो

वीडियो में कुछ लोग स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को क्रेन के जरिए एक निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत पर खड़ा करते नजर आ रहे हैं. छत पर स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को खड़ा करने के बाद लोग इसके साथ फोटो खिंचवाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म्स पर भी इस वीडियो को साझा किया गया, जिस पर यूजर्स ने बढ़चढ़कर रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमृतसर.' दूसरे यूजर ने लिखा, 'अमेरिका का वीजा ना मिलने की भड़ास.' तीसरे यूजर ने लिखा, 'पंजाब में हवाई जहाज, एसयूवी और सभी प्रकार के आकार के पानी के टैंक मिलेंगे.' चौथे यूजर ने लिखा, 'अब लोग स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी देखने के लिए इस घर में जा सकते हैं, न्यूयॉर्क जाने की जरूरत नहीं है.'

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कॉलर पकड़ा, पिस्टल तानी, और फिर... : इंटरनेशनल शूटर ने लखनऊ में ऐसे सरेआम मचाई गुंडई; देखें VIDEO

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ के वेब मॉल के पास सड़क पर कार टकराने को लेकर विवाद के बाद बवाल हो गया. एक शख्‍स ने दबंगई दिखाते हुए दूसरे शख्‍स का कॉलर पकड़ लिया और सरेआम एक हाथ में पिस्‍तौल लहराते हुए उसे धमकी दी. इस घटना को एक गाड़ी में बैठे शख्‍स ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. 

अंतरराष्‍ट्रीय स्तर के निशानेबाज विनोद मिश्रा ने सरेआम दूसरे ड्राइवर रंजीत की टी-शर्ट पकड़ ली और उस पर पिस्तौल तान दी. साथ ही पिस्‍तौल से उस शख्‍स के पेट में भी मारा. जब पीड़ित ने अपने हाथों से खुद को बचाने की कोशिश की तो आरोपी ने उसे एक कार की ओर धकेल दिया और पिस्‍तौल के बट से उसके कंधे पर भी वार किया. 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अमित कुमावत ने कहा, "रंजीत अपनी सफेद वैगनआर में भूतनाथ की ओर जा रहे थे, तभी उनकी कार ने मिश्रा की काली टाटा सफारी को टक्कर मार दी.  इससे उनके बीच बहस हुई और आरोपी ने अपनी बंदूक निकाल ली." 

मिश्रा ने उस व्यक्ति पर बंदूक से कम से कम तीन बार वार करके हमला किया. पीड़ित शख्स से माफी भी मांगी. हालांकि आरोपी पर इसका कोई असर नहीं हुआ और वह उन्‍हें धमकाता रहा.

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घटना लखनऊ के फैजाबाद रोड स्थित बांसमंडी में हुई. पीड़ित रंजीत द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपी विनोद मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है. 

पुलिस ने मिश्रा की लाइसेंसी पिस्तौल भी जब्त कर ली है और मामले की जांच की जा रही है. पुलिस ने कहा कि घटना में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.  यह शख्स अंतरराष्‍ट्रीय स्तर का शूटर है और शूटिंग कोच के तौर पर काम कर रहा है.

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Monday, May 27, 2024

क्या हमेशा से गलत तरीके से जलेबी खा रहे हैं आप ? बाहुबली की देवसेना ने बताया क्या है सही और परफेक्ट तरीका

अगर आप भारत से हैं तो जलेबी तो जरूर देखी होगी. क्या पता आपकी फेवरेट भी है. क्या आपने कभी सोचा है कि इसे खाने का सही तरीका क्या होगा ? नहीं सोचा ? आपको लग रहा होगा कि हम ये क्या बात लेकर बैठ गए लेकिन हर किसी के लिए जलेबी खाने का तरीका भी अलग होता है. हम भी आए दिन किसी ना किसी को कुछ ना कुछ सिखाते ही रहते हैं. अब फिलहाल हम अपने किसी लोकल लेसन की नहीं बल्कि साउथ की जानीमानी एक्ट्रेस अनुष्का शेट्टी का एक ट्यूटोरियल वीडियो दिखाने जा रहे हैं जिसमें एक्ट्रेस बता रही हैं कि जलेबी कैसे खाई जाती है.

वीडियो में क्या कर रही हैं अनुष्का ?

वीडियो में आप देखेंगे कि अनुष्का किसी इवेंट में हैं. यहां वह जलेबी खाना का तरीका दिखाती नजर आईं. अनुष्का ने कहा पहले जलेबी को दोनों हाथ से पकड़िए और फिर आराम से चबाते चबाते एक बार में पूरी जलेबी खत्म कर दीजिए. अनुष्का का ये तरीका अटपटा जरूर हो सकता है लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने जलेबी खाकर दिखाई वह बहुत ही फनी लग रहा है. इसे देखकर फैन्स अपनी हंसी नहीं रोक पा रहे. फैन्स इस वीडियो पर तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं. एक ने लिखा, कम से कम ये उन एक्ट्रेसेज तो अच्छी हैं जो चीनी की वजह से कुछ खा ही नहीं पातीं. एक ने लिखा, एडिटिंग में जो बो लगाई गई है बालों पर वो बड़ी मस्त है. एक ने बोला, कौन सोच सकता है बाहुबली की देवसेना ऐसी क्यूट हरकतें भी कर सकती है.



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Sunday, May 26, 2024

शोले के कालिया, सांबा, सूरमा भोपाली और अहमद की अनदेखी फोटो, याद आ जाएंगे गब्बर के जमाने के वो दिन

हिंदी फिल्मों के इतिहास में दर्ज शोले एक ऐसी मूवी है जिसके सिर्फ लीड कैरेक्टर ही नहीं या उसकी कहानी ही नहीं बल्कि छोटे छोटे से कैरेक्टर भी हिट हुए. ऐसे कैरेक्टर्स को मिला वन लाइनर डायलॉग आज भी बच्चे बच्चे की जुबान पर है. फिर चाहें सांबा हो या कालिया हो या फिर सूरमा भोपाली का ही किरदार क्यों न हो. सब आज भी उतने ही फेमस हैं. इस मूवी की पच्चीसवीं सालगिरह यानी कि सिल्वर जुबली एनिवर्सरी बहुत जोरशोर से मनाई गई थी. उस दौरान फिल्म के कुछ फेमस कैरेक्टर्स कैसे दिखते थे वो भी जान लीजिए.

बॉम्बे बसंती नाम के इंस्टाग्राम हैंडल ने शोले मूवी की सिल्वर जुबली पर हुई रीयूनियन का एक फोटो शेयर किया है. इस तस्वीर में आपको सूरमा भोपाली, सांबा, कालिया और अहमद नजर आएंगे. फिल्म में  सूरमा भोपाली का किरदार अदा किया था मशहूर कॉमेडियन जगदीप ने. सांबा बने थे मेकमोहन. जो जगदीप के बगल में बैठे नजर आ रहे हैं. मेकमोहन के पास बैठे हैं विजू खोटे जो बड़ी बड़ी मूंछों और बाल के साथ फिल्म में कालिया बने थे. जिनसे गब्बर सवाल भी करता है अब तेरा क्या होगा कालिया. और, सबसे कोने में बैठे हैं सचिन पिलगांवकर, जो फिल्म में अहमद बने थे.

शोले मूवी में सूरमा भोपाली का बतोले बाजी का अंदाज काफी फेमस हुआ था जिसमें वो भोपाली टोन बोलते नजर आए थे. सांबा अक्सर चट्टानों पर बैठा दिखता था. जिससे गब्बर सवाल करता है, अरे ओ सांबा कितने आदमी थी. और, सांबा का जवाब होता है दो. इसके बाद कालिया की बारी आती है. जिससे गब्बर सिंह सवाल पूछता है अब तेरा क्या होगा कालिया और कालिया का जवाब होता है सरकार मैंने आपका नमक खाया है. और बदले में गब्बर कहता है तो अब गाली खा. अहमद का कैरेक्टर एक ऐसे बच्चे का था जो नौकरी की तलाश में गांव से बाहर जाना चाहता है लेकिन उसकी लाश वापस आती है. सारे ही कैरेक्टर फिल्म की तरह ही खासे हिट रहे थे.



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Saturday, May 25, 2024

चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 52 लोगों की मौत, गंभीर बीमारी वाले श्रद्धालुओं से यात्रा नहीं करने की अपील

10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा के पहले पखवाड़े में यात्रा मार्ग पर 50 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चारधाम की यात्रा पर आए 52 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो चुकी है और इनमें से ज्यादातर की मौत ह्रदयाघात से हुई.

उन्होंने बताया कि तीन श्रद्धालुओं की मौत गंगोत्री में, 12 की यमुनोत्री में, 14 की बदरीनाथ और 23 की केदारनाथ में मृत्यु हुई. पांडेय ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर 50 वर्ष की उम्र से ज्यादा के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य कर दी गयी है और उन्हें सलाह दी जा रही है कि अगर स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर परेशानी हो तो वे यात्रा न करें.

उन्होंने कहा कि अगर श्रद्धालु यात्रा करने के अपने फैसले पर कायम रहते हैं तो उन्हें एक फॉर्म भरवाकर आगे जाने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर इंतजाम बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि अब तक 9,67,302 श्रद्धालु चारधामों के दर्शन कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि चारों धामों में यात्रा सुचारू ढंग से चल रही है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है.

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Friday, May 24, 2024

सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में मिलाकर पी लें ये एक चीज, मोटापा, पाचन समेत मिलेंगे ये 5 कमाल के फायदे

Black Salt With Warm Water Benefits In Hindi: सुबह खाली पेट गुनगुने पानी का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. गुनगुने पानी में काला नमक मिलाने से इसके फायदे और बढ़ जाते हैं. काले नमक को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. काले नमक को आमतौर पर सलाद, रायता और फलों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. बहुत से लोग काले नमक को सिर्फ स्वाद की वजह से खाना पसंद करते हैं. लेकिन ये स्वाद को बढ़ाने ही नहीं सेहत के गुणों का खजाना भी है. काले नमक (Black Salt Water Benefits) को स्वाद ही नहीं बल्कि, सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है. काले नमक में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम की मात्रा सादे नमक की तुलना में काफी ज्यादा होती है. तो चलिए जानते काले नमक वाला पानी पीने के फायदे.

काले नमक वाला पानी पीने के फायदे- (Kale Namak Wale Pani Peene Ke Fayde)

1. वजन घटाने-

काले नमक में मौजूद एंटी-ओबेसिटी गुण मोटापा कम करने में मदद कर सकता है. खाली पेट काले नमक वाला पानी पीने से वजन को आसानी से कम किया जा सकता है.

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2. पाचन-

सुबह खाली पेट काले नमक वाला पानी पीने से पाचन को बेहतर रखा जा सकता है. पेट के अंदर प्राकृतिक नमक, हाइड्रोक्लोरिक एसिड और प्रोटीन को पचाने वाले इंजाइम को उत्तेजित करने में मदद कर सकता है.

3. सीने में जलन-

सीने में जलन एसिडिटी के कारण होती है. ऐसे में काले नमक वाला गुनगुना पानी पीने से इस समस्या से राहत पा सकते हैं. 

4. नींद-

काले नमक वाले पानी का सेवन करने से नींद न आने की समस्या को दूर किया जा सकता है.

5. मांसपेशियों के दर्द-

मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में मददगार है काले नमक के पानी का सेवन. क्योंकि काले नमक में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा पाई जाती है, जो ऐंठन की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है. 

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Thursday, May 23, 2024

अदाणी ग्रुप ने कोयला सप्लाई में गड़बड़ी के आरोपों को बताया बेबुनियाद, मार्केट कैप में आया बड़ा उछाल

अदाणी ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बुधवार को 11,300 करोड़ रुपये बढ़कर 200 अरब डॉलर (16.9 लाख करोड़ रुपये) पर फिर से पहुंच गया. कंपनी के तमिलनाडु बिजली कंपनी को कोयले की सप्लाई में किसी भी गलत काम से इनकार के बाद निवेशकों ने ग्रुप पर भरोसा जताया है. कुल मिलाकर पिछले दो दिन में ग्रुप के मार्केट कैप में 56,250 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.

इस बीच अदाणी ग्रुप ने 'फाइनेंशियल टाइम्स' की रिपोर्ट में लगाए गए कोयला सप्लाई में गड़बड़ी के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद करार दिया है. अदाणी ग्रुप के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोयले की क्वालिटी की टेस्टिंग स्वतंत्र रूप से लोडिंग और डिस्चार्ज पॉइंट पर की गई थी. कस्टम अथॉरिटी और तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी (टैंजेडको) के अधिकारियों ने भी इसकी जांच की थी. उन्होंने कहा, "सप्लाई किए गए कोयले की एजेंसियों ने अलग-अलग जगहों पर डिटेल में क्वालिटी टेस्टिंग की. इससे साफ है कि कम क्वालिटी वाले कोयले की सप्लाई का आरोप न सिर्फ बेबुनियाद और अनुचित है, बल्कि पूरी तरह से बेतुका भी है."

अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने एस्सार की महान-सीपत ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का किया अधिग्रहण

अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, "इसके अलावा, पेमेंट सप्लाई किए गए कोयले की क्वालिटी पर निर्भर करता है. यह टेस्टिंग प्रोसेस के जरिए तय किया जाता है." बयान के मुताबिक, रिपोर्ट में दिसंबर 2013 में जिस जहाज के जरिये कोयला ले जाने का हवाला दिया गया, वास्तव में वह जहाज फरवरी 2014 से पहले इंडोनेशिया से कोयला लाने के लिए इस्तेमाल ही नहीं किया गया था.

अदाणी ग्रुप ने कहा, "ये आरोप सिर्फ कोयले के FOB (फ्री ऑन बोर्ड) और CIF(लागत, बीमा, माल ढुलाई) मूल्य में अंतर पर आधारित हैं. इसमें कम सकल कैलोरी मूल्य (GCV) वाले कोयले की सप्लाई के लिए आंकड़ों का इस्तेमाल कर एक अनुमान लगाया गया है, जो पूरी तरह निराधार है."

अदाणी समूह के नेतृत्व में अप्रैल में देश में अधिग्रहण सौदों में तेजी : रिपोर्ट

ग्रुप ने कहा कि यह कुछ और नहीं, बल्कि राजस्व सूचना निदेशालय (DRI) की जांच रिपोर्ट की बातों में हेर-फेर कर फिर से उसे सामने लाया गया है. सौदे में बिचौलियों के शामिल होने के आरोप पर अदाणी ग्रुप ने कहा, "अदाणी ग्लोबल PTI लिमिटेड जरूरी साख और अनुभव वाले लोगों/कंपनियों/व्यापारियों से कोयला प्राप्त करती है. इसका कारण यह है कि कॉन्ट्रैक्ट आधारित दायित्वों को पूरा नहीं करने से अदाणी के वित्त और प्रतिष्ठा पर असर पड़ता है."

DR चोकसी फिनसर्व के मैनेजिंग डायरेक्टर देवेन चोकसी ने कहा, "बाजार अपेक्षाकृत अधिक ‘स्मार्ट' हो गया है. वे अपना निर्णय देने से पहले स्थिति का आकलन करते है. मेरी नजर में अदाणी ग्रुप की कंपनियों की बुनियाद 2014 की तुलना में कहीं अधिक मजबूत है..."

बता दें कि अदाणी ग्रुप का मार्केट कैप पिछले एक साल में 56.6 प्रतिशत बढ़ गया है. यह NSE निफ्टी के प्रदर्शन से बेहतर है, जो इसी अवधि के दौरान 23.3 प्रतिशत बढ़ा है.

अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस का IIT-गांधीनगर के साथ करार, नई तकनीक के साथ रक्षा क्षेत्र में काम करेगी कंपनी



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NDTV इलेक्शन कार्निवल : अंबाला में किसान आंदोलन, रोजगार, स्वास्थ्य सबसे अहम मुद्दा; बीजेपी और कांग्रेस में है सीधा मुकाबला

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देश भर में प्रचार अभियान चरम पर है. पांच चरण के चुनाव के बाद छठे चरण के लिए सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. देश में जनता का मिजाज क्या है इसे जानने के लिए एनडीटीवी की टीम ग्राउंड जीरो पर लगातार पहुंच रही है. NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) के साथ कई राज्यों से होते हुए 9000 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर हरियाणा पहुंच चुका है. गुरुग्राम के बाद हमारा अगला पड़ाव हरियाणा में अंबाला रहा. अंबाला लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहा है.  इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता रहा है. पिछले 2 चुनाव से बीजेपी को इस सीट पर जीत मिलती रही है. 

एनडीटीवी के इलेक्शन कार्निवल में BJP, कांग्रेस, JJP और INLD के प्रतिनिधि जनता के बीच पहुंचे थे. कार्यक्रम में जनता ने जमकर अपने सवाल को उठाया. बड़ी संख्या में व्यवसायी भी इस कार्यक्रम में पहुंचे थे. व्यापारियों ने किसानों के आंदोलन के समाधान की मांग की उन्होंने कहा कि इसके कारण उनका व्यापार चौपट हो रहा है. 

विपक्षी दल के लोग किसानों को भड़का रहे हैं: बीजेपी प्रवक्ता नेहा धवन
बीजेपी नेता ने कहा कि हरियाणा में समरसता खराब करने में विपक्ष की भूमिका रही है. किसान आंदोलन में भी कुछ लोग नकारात्मक हैं जिन्होंने इस आंदोलन को गलत दिशा दी है. किसानों के लिए हरियाणा के इतिहास में पहली बार 14 फसलों पर एमएसपी की शुरुआत की गयी. यह काम किसी भी सरकार ने नहीं किया था. किसानों को विपक्ष के द्वारा भड़काया गया है. बीजेपी ने हमेशा किसानों को सम्मान दिया है. हरियाणा में जब कांग्रेस की सरकार थी तो किसान अपने फसल को सड़कों पर फेंक देते थे. किसानों को कोई सुविधा नहीं थी.

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किसानों को बीजेपी की सरकार में गोली मारी गयी: कांग्रेस प्रवक्ता चित्रा सरवारा
कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता चित्रा सरवारा ने कहा कि सबसे ज्यादा नकारात्मक तत्व आज कहीं अगर बैठे हैं तो वो भारतीय जनता पार्टी है. कृषि कानूनों को जिस तरह से मोदी सरकार ने पारित करवाया था उसके बाद ही तय था किसान सड़कों पर उतरेंगे. बड़े ही दुख की बात है कि अन्नदाता को गोली मारी जा रही है. 

कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने किसानों को ठगा: INLD के नेता ओंकार सिंह
INLD के नेता ओंकार सिंह ने कहा कि किसान अपनी रक्षा करना जानता है. अगर वो कमल को उगा सकता है तो उसे काट भी सकता है. किसानों को गोली मारी गयी. बीजेपी कहती है कि आंदोलन करने वाले किसान नहीं है तो फिर सरकार उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं करती है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि 10 साल कांग्रेस का राज रहा कांग्रेस पार्टी ने किसानों के लिए क्या किया? किसान आंदोलन में कांग्रेस के नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया. हमारे एक मात्र विधायक ने अपनी विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. 

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14 फसलों पर एमएसपी की योजना, दुष्यंत चौटाला का था: जेजेपी
जेजेपी के प्रवक्ता ने दावा किया कि बीजेपी ने जिस 14 फसलों पर एमएसपी दिया वो दुष्यंत चौटाला की योजना थी. अगर ये इनकी योजना थी तो ये बताए कि बीजेपी शासित अन्य राज्यों में किसानों को एमएसपी क्यों नहीं मिला. 

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Wednesday, May 22, 2024

NDTV इलेक्शन कार्निवल : गुरुग्राम में BJP-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला, क्या साइबर सिटी पर 'राज' कर पाएंगे बब्बर?

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पांच चरण की वोटिंग हो चुकी है. कुल सात फेज में से बचे दो फेज, छठे और सातवें चरण के मतदान 25 मई और एक जून को होंगे. चुनाव के आखिरी चरणों को लेकर सभी पार्टियों का प्रचार तेज है. ऐसे में एनडीटीवी अपने खास कार्यक्रम 'NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) के साथ कई राज्यों से होते हुए 9000 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर मंगलवार को हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचा. यहां बीजेपी के राव इंद्रजीत सिंह की सीधी टक्कर कांग्रेस के राज बब्बर से हैं.

चुनाव के मद्देनजर ये 'कार्निवल' जनता का मूड भांपने और माहौल को समझने को लेकर दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना सहित कई राज्यों से होते हुए 9000 किलोमीटर का सफर तय कर चुका है.

गुरुग्राम में पिछले 10 साल में तेजी से हुए हैं विकास- बीजेपी

कार्यक्रम में शामिल बीजेपी के नेता सिद्धार्थ यादव ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में '400 पार' सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि इस देश की हकीकत बनने जा रही है. क्योंकि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में एक ऐसा नेतृत्व आया, जिसने देश को सपना देखने के काबिल बनाया कि भारत के लोगों की काबिलियत की बदौलत 2047 तक देश विकसित बन सकता है. गुरुग्राम में पिछले 10 साल में तेजी से विकास हुए हैं. कई एक्सप्रेस-वे, बड़ी कंपनियों के ऑफिस, अच्छी बिजली यहां की पहचान बन गई है.

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वहीं 'कार्निवल' में शामिल जेजेपी प्रवक्ता दीप कमल सहारण ने कहा कि बीजेपी का अब वो विश्वास चुनाव के नतीजों को लेकर नहीं रहा, जो पहले चरण के चुनाव से पहले था, क्योंकि अब कोई भी नेता '400 पार' का नारा नहीं लगाता. उन्होंने कहा कि हरियाणा में बीजेपी के अतिआत्मविश्वास का ही नतीजा है कि सरकार अल्पमत में है, लेकिन इस बार जनता उन्हें सबक सिखा देगी और उसे आधी सीटें भी नहीं आएंगी. 

कांग्रेस प्रवक्ता जीतेंद्र कुमार भारद्वाज ने कहा कि हमारी पार्टी से गुरुग्राम के उम्मीदवार राज बब्बर अभी सिर्फ अभिनेता नहीं रहे, वो पांच बार के सांसद हैं और पूरी तरह से अनुभवी राजनेता भी बन गए हैं. वो समाजवादी पार्टी में भी रहे, आगरा से भी सांसद रहे, उन्हें पार्टी ने आदेश दिया और अनुशासित कार्यकर्ता की तरह वो यहां से मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी का विभाग सड़क-परिवहन के अलावा गुरुग्राम में कोई विकास नहीं हुआ है.

वहीं वरिष्ठ पत्रकार अनिल यादव ने कहा कि गुरुग्राम के स्थानीय मुद्दे यहां के प्रभावी मुद्दे हैं. चाहे वो कूड़ा हो, ट्रैफिक जाम हो या अतिक्रमण हो, चाहे बिजली या पानी की समस्या हो. ये इस शहर की प्रमुख समस्याएं हैं. ये लोकसभा चुनाव के मुद्दे नहीं हैं, लेकिन ये हर चुनाव को प्रभावित करते हैं.

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'NDTV इलेक्शन कार्निवल' कई लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगा

'NDTV इलेक्शन कार्निवल' देश के विभिन्न प्रदेशों के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से होते हुए अब तक 8000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर चुका है. एनडीटीवी नेटवर्क ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नागरिकों से जुड़ने और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ये पहल की है. एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल एक ट्रैवलिंग स्टूडियो है, जो नई दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों के विभिन्न शहरों से होकर गुजर रहा है.



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Analysis: हरियाणा का CM बदलने से BJP को फायदा या कांग्रेस जीतेगी दांव? JJP और INLD किसे पहुंचाएंगे नुकसान

लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) का दंगल छठे दौर में पहुंच रहा है. 25 मई को छठे फेज की वोटिंग होनी है. 'दंगल' शब्द का ज़िक्र हो, तो हरियाणा (Haryana Lok Sabha Elections 2024) खुद ब खुद ज़हन में आ जाता है. चुनावों के लिहाज से हरियाणा बेलवेदर स्टेट कहलाता है, क्योंकि 1999 से हरियाणा जीतने वाली पार्टी केंद्र की सत्ता में काबिज़ होती आई है. 2019 में BJP ने इन सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि, 2024 के इलेक्शन से ठीक पहले हरियाणा में बड़ा सियासी उलटफेर देखा गया. सियासी घटनाक्रम के बीच BJP-JJP के रास्ते जुदा हो गए. BJP ने मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया, जिससे दुष्यंत चौटाला से पार्टी का गठबंधन खत्म हो गया. अब BJP राज्य में अकेले चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (JJP) भी मैदान में हैं. हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) का गठबंधन है. आइए समझते हैं कि हरियाणा में BJP क्या 2019 की तरह 10 का दम दिखा पाएगी? या कांग्रेस के 'हाथ' मौजूदा सियासी हालात बदलने में कामयाब होंगे.

10 सीटों पर 223 उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत
हरियाणा में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. BJP, कांग्रेस, JJP और इनेलो ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं.  विपक्षी दलों के INDIA अलायंस से AAP कुरूक्षेत्र संसदीय सीट से चुनाव लड़ रही है. 10 लोकसभा सीटों पर कुल 16 महिलाओं सहित 223 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.

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PM मोदी से 7 गुना अमीर हैं राहुल गांधी... दोनों के चुनावी हलफनामे की हर एक बात जानिए

कौन कहां से दे रहा टक्कर?
1. हिसार सीट: रणजीत चौटाला (BJP), नैना चौटाला (JJP), सुनैना चौटाला (INLD), जयप्रकाश (CONG).
2. सोनीपत सीट: सतपाल ब्रह्मचारी (CONG) और मोहन लाल बडौली (BJP).            
3. सिरसा सीट : कुमारी सैलजा (CONG) और अशोक तंवर (BJP).             
4. गुरुग्राम सीट: राव इंद्रजीत (BJP) और राज बब्बर (CONG).        
5.फरीदाबाद सीट: कृष्णपाल गुर्जर (BJP) और महेंद्र प्रताप सिंह (CONG).        
6. रोहतक सीट: दीपेंद्र सिंह हुड्डा (CONG) और अरविंद शर्मा (BJP).        
7.करनाल: मनोहरलाल खट्टर (BJP) और दिव्यांशु बुद्धिराजा (CONG).     
8.कुरुक्षेत्र : नवीन जिंदल (BJP), डॉ. सुशील गुप्ता (AAP),अभय चौटाला (INLD).
9.अंबाला: बंतो कटारिया (BJP) और वरुण मुलाना (CONG).        
10.भिवानी-महेंद्रगढ़ : राव दान सिंह (CONG) और चौधरी धर्मबीर सिंह BJP).

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2024 में हर सीट पर कांग्रेस से मिल रही टक्कर 
पिछले चुनाव में 10 की 10 सीटें BJP की झोली में गई थीं. रोहतक को छोड़ कहीं और कड़ा मुकाबला भी नहीं दिखा था. इस बार कहानी थोड़ी बदली है. लगभग हर सीट पर कांग्रेस BJP को टक्कर दे रही है. रोहतक, सिरसा और सोनीपत में BJP नेताओं को ज्यादा पसीना बहाना पड़ रहा है. करनाल, गुरुग्राम और फरीदाबाद सीट कांग्रेस के लिए चुनौती बनी हुई हैं. अंबाला, हिसार, भिवानी-महेंद्रगढ़ और कुरुक्षेत्र में भी कड़ा मुकाबला है.

Explainer : 2024 के रण में बदला 'M' फैक्टर का मतलब, NDA या 'INDIA' किसके आएगा काम?

2019 में BJP ने दिखाया 10 का दम 
2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने हरियाणा की सभी 10 सीटें जीत ली थी. BJP का वोट शेयप 58% रहा था. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर 28% रहा. INLD का वोट शेयर 0% था, जबकि JJP को 5% वोट मिले थे.

2014 में BJP ने दिखाए दांव-पेंच    
2014 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में BJP और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर हुई थी. BJP ने 10 में से 7 सीटें जीती. वोट शेयर 35% रहा. कांग्रेस ने एक सीट जीती और वोट शेयर 23% रहा. जबकि INLD को 2 सीटें मिली थी और उसका वोट शेयर 24% रहा था.     

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2009 में कांग्रेस ने दिखाया था करिश्मा
वहीं, 2009 के इलेक्शन में कांग्रेस ने हरियाणा में 9 सीटें जीती थी. वोट शेयर 42% था. जबकि हरियाणा जनहित कांग्रेस (BL) को एक सीट मिली थी. BJP एक भी सीट नहीं जीत पाई, लेकिन उसका वोट शेयर 12% था.    INLD का वोट शेयर 16% रहा.    

Data Analysis : 2019 के मुकाबले 5वें चरण में कम मतदान, समझें वोटिंग ट्रेंड का लेखा-जोखा

2019 में किसको किस जाति का मिला वोट?    
CSDS लोकनीति के आंकड़ों के मुताबिक, 2019 के इलेक्शन में ग़ैर जाट अगड़ी जातियों का 74% वोट BJP को गया. कांग्रेस को 18% वोट मिले. 50% जाट ने BJP और 33% ने कांग्रेस के लिए वोट किया. OBC समुदाय का 73% वोट BJP को गया और 22% ने कांग्रेस को चुना. SC समुदाय का 58% वोट BJP और 28% कांग्रेस को मिला. मुस्लिम वोटों की बात करें, तो इस समुदाय का 14% वोट BJP और 86% वोट कांग्रेस को गया था.    

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कांग्रेस के लिए हरियाणा का दंगल मुश्किल
2019 में BJP ने ज़्यादातर सीटें भारी अंतर से जीती थीं. ऐसे में कांग्रेस को BJP के वोट में काफी सेंध लगानी पड़ेगी. पिछली बार BJP की जीत का मार्जिन इतना बड़ा था कि अगर 15% तक भी उनके वोट बैंक में सेंध लगाए, तब भी 5 सीटें ही जीत पाएगी. मौजूदा सियासी हालात में तीन संभावनाएं बन रही हैं:-
-अगर BJP के 5% वोट CONG+ झटक ले, तो इस केस में BJP को 9 सीटें मिलेंगी. CONG+ के पास एक सीट चली जाएगी.    -अगर BJP के 10% वोट CONG+ झटक ले, तो इस केस में BJP को 10 में से 8 सीटें मिलेंगी. CONG+ के पास 2 सीटें हो जाएंगी.
- अगर BJP के 15% वोट CONG+ झटक ले, तो BJP को 5 सीटें ही मिलेंगी. CONG+ को भी 5 सीटें मिलेंगी.    

NDTV Exclusive: बिहार के लिए क्या है पीके का प्लान, प्रशांत किशोर से एनडीटीवी की एक्सक्लूसिव बातचीत
         
JJP और INLD किसे पहुंचाएंगे नुकसान?    
राजनीतिक विश्लेषक संजय सेठ कहते हैं, "हरियाणा एक ऐसा स्टेट है, जहां 2014 के पहले BJP की स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी. 2014 के बाद ही BJP हरियाणा के विधानसभा और लोकसभा सीटों पर मजबूत स्थिति में आई है. सरकार की 10 साल की इंकमबेंसी होगी. प्रो इंकमबेंसी भी हो सकती है और एंटी इंकमबेंसी भी हो सकती है. क्योंकि बीच में बहुत सारी ऐसी घटनाएं हुई हैं, जैसे किसान आंदोलन... इसका असर चुनाव में दिखेगा. जाहिर तौर पर JJP और INLD इसका फायदा उठाने की कोशिश करेगी. अब BJP को कितना नुकसान पहुंचाएगी, ये देखने वाली बात होगी."

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जातियों के अखाड़े में कौन जीतेगा?            
राजनीतिक विश्लेषक अमिताभ तिवारी कहते हैं, "इस बार का चुनाव कई मायनों में बदला हुआ है. किसान आंदोलन का असर साफतौर पर दिख रहा है, जिससे कांग्रेस को फायदा हुआ है. अग्निवीर से भी BJP की अग्निपरीक्षा होनी है. कांग्रेस युवाओं की नाराजगी को वोटों में बदलना चाह रही है. हालांकि, सबसे ज्यादा असरदार फैक्टर पीएम मोदी का ही चेहरा रहने वाला है."

क्या मुख्यमंत्री बदलने से BJP को होगा फायदा?
राजनीतिक विश्लेषक अमिताभ तिवारी कहते हैं, "हरियाणा में BJP मजबूत पोजिशन में हैं. लेकिन BJP ने चुनाव से पहले सीएम बदल दिया. BJP ने हरियाणा में OBC वर्ग से आने वाले नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर पिछड़े वर्ग के नेताओं को एकजुट किया है. इससे सीधे तौर पर OBC वोट बैंक को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा सकता है."

Exclusive: 370 और 400 पार को चुनावी चाणक्य PK ने क्यों कह दिया विपक्ष की बेवकूफी, 6 बड़े कोट्स



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Tuesday, May 21, 2024

NDTV इलेक्शन कार्निवल : योगी के गोरखपुर में किसका 'शोर', रवि किशन को चुनौती दे पाएंगी काजल निषाद? जानें वोटर्स का मिजाज

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पांच चरण का मतदान सोमवार को पूरा हो गया. कुल सात फेज में से अब दो फेज के चुनाव बाकी हैं. छठे और सातवें चरण के मतदान 25 मई और एक जून को होंगे. चुनाव के आखिरी चरणों को लेकर सभी पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं. ऐसे में एनडीटीवी अपने खास कार्यक्रम 'NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) के साथ कई राज्यों से होते हुए सोमवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचा. यूपी में इस बार बीजेपी 2019 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन का दावा कर रही है, तो वहीं इंडिया गठबंधन को अच्छे नतीजे की उम्मीद है.

चुनाव के मद्देनजर ये 'कार्निवल' जनता का मूड भांपने और माहौल को समझने को लेकर दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना सहित कई राज्यों से होते हुए हजारों किलोमीटर का सफर तय कर चुका है.

गोरखपुर शहर गोरखनाथ पीठ को लेकर काफी प्रसिद्ध है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ के अध्यक्ष हैं. इसको लेकर भी ये शहर हमेशा चर्चाओं में रहता है. जाने माने अभिनेता रवि किशन शुक्ल गोरखपुर संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. रवि किशन एक बार फिर से बीजेपी के टिकट पर अपनी किस्मत आजमां रहे हैं. वहीं समाजवादी पार्टी की तरफ से इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार काजल निषाद उनको चुनौती दे रही हैं, वहीं बीएसपी भी मुकाबले में है.

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'कार्निवल' में शामिल सपा प्रत्याशी काजल निषाद ने कहा कि मैं लगातार जनता के बीच क्षेत्र में ही रहती हूं, उनके मुद्दे उठाती हूं, सभी मुद्दों पर बोलती हूं, लोग मुझे जानते हैं, इसीलिए उम्मीद है कि वोट भी मुझे ही देंगे. मैंने बुलडोजर चलने के वक्त 600 घरों को भी टूटने से बचाया था. उन्होंने कहा कि चुकि योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और गोरखपुर से हैं इसीलिए यहां थोड़ा-बहुत विकास दिखता है, लेकिन यहां के सांसद रवि किशन ने इस शहर के लिए कुछ नहीं किया है.

काजल निषाद ने कहा कि रवि किशन कहते हैं कि वो जात-पात में विश्वास नहीं रखते हैं फिर चुनाव लड़ने के वक्त आते ही उन्होंने अपने नाम में शुक्ला क्यों जोड़ लिया? वो नेता तो बन गए, लेकिन अब भी अभिनेता ही हैं. मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि आपने सांसद निधि का पैसा कहां खर्च किया? क्योंकि कहीं भी नए काम तो हुए नहीं. सपा उम्मीदवार ने कहा कि रवि किशन स्थानीय नहीं, बल्कि जौनपुर के हैं, जबकि मैं तो गोरखपुर की बहू हूं.

कार्यक्रम में शामिल सांसद रवि किशन ने कहा कि मैंने पिछले 5 साल में गोरखपुर की जनता की निस्वार्थ सेवा की है. यहां अब फिल्मों की शूटिंग भी हो रही है, पिछले 5 साल में यहां 150 फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है. यहां अब क्रूज चलते हैं. मैं पहला सांसद हूं जिसने सबसे ज्यादा ट्रेनों का ठहराव जिले में कराया है. मैंने गोरखपुर को लेकर संसद में कई सवाल रखे हैं. जैसे मोदी जी और योगी जी पर कोई दाग नहीं है, वैसे ही मेरे ऊपर भी कोई दाग नहीं है.

गोरखपुर में ट्रैफिक की समस्या पर सांसद रवि किशन ने कहा कि यहां 2650 करोड़ की रिंगरोड की परियोजना आ रही है. उस पर काम भी शुरू हो गया है, जल्द ही ये समस्या भी खत्म हो जाएगी. रवि किशन ने कहा कि मुझे योगी जी ने राजनीति में कई सारी नई चीजें बताईं, कि विकास के लिए केंद्र से योजनाएं कैसे लानी है. उन्होंने कहा कि मैं अपने नाम के पत्थर लगवाने पर ध्यान नहीं देता, बल्कि विकास को महत्व देता हूं.

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कई लोकसभा क्षेत्रों से गुजरेगा 'NDTV इलेक्शन कार्निवल'
'NDTV इलेक्शन कार्निवल' देश के विभिन्न प्रदेशों के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से होते हुए अब तक 8000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर चुका है. एनडीटीवी नेटवर्क ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नागरिकों से जुड़ने और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ये पहल की है. एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल एक ट्रैवलिंग स्टूडियो है, जो नई दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई शहरों से होकर गुजर रहा है.



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Monday, May 20, 2024

पांचवें चरण में 49 सीटों पर वोटिंग आज, राहुल, राजनाथ, स्मृति, चिराग समेत इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए पांचवें चरण में 49 सीटों पर सोमवार को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान होने हैं. ओडिशा में 35 विधानसभा क्षेत्रों के लिए भी सोमवार को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में दो ‘हाई प्रोफाइल' सीट रायबरेली और अमेठी में भी मतदान होगा, जहां से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मैदान में हैं. इसके साथ ही लोजपा नेता चिराग पासवान की सीट हाजीपुर में भी सोमवार को वोट डाले जाएंगे.

बिहार, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश एवं  पश्चिम बंगाल. इस चरण में मुंबई, ठाणे, लखनऊ जैसे नगरों में मतदान हो रहा है, जो पूर्व के चुनावों में मतदान में शहरी उदासीनता से प्रभावित रहे हैं. आयोग विशेष रूप से इन नगर वासियों से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अधिक से अधिक वोट डालने की अपील की है. 

इस चरण के चुनाव में 49 सीटों में से 39 समान्य, अनुसूचित जनजाति (एसटी)-03; अनुसूचित जाति (एससी)-07 सीटें हैं. मतदान प्रातः 7 बजे शुरू होता है और शाम 6 बजे समाप्त होता है.  लगभग 9.47 लाख मतदान अधिकारी 94,732 मतदान केंद्रों पर 8.95 करोड़ से अधिक मतदाताओं का स्वागत करेंगे.    8.95 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 4.69 करोड़ पुरुष, 4.26 करोड़ महिला और 5409 तृतीय लिंग (थर्ड जेंडर) मतदाता शामिल हैं.

राजनाथ, राहुल गांधी, स्मृति ईरानी सहित यूपी में कई दिग्गजों के सीटों पर मतदान
उत्तर प्रदेश में आम चुनाव के पांचवें चरण की 14 सीट और विधानसभा उपचुनाव की एक सीट के लिए वोट डाले जाएंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि पांचवें चरण के 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा लखनऊ पूर्व विधानसभा उप निर्वाचन के लिए 20 मई, सोमवार को मतदान होना है. इस चरण की 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मोहनलालगंज (आरक्षित), लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन (आरक्षित), झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी (आरक्षित), बाराबंकी (आरक्षित), फैजाबाद, कैसरगंज, गोंडा लोकसभा सीटें आती हैं. इसमें से 10 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और चार सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 

पांचवें चरण में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ-लखनऊ, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी-रायबरेली, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी-अमेठी, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर-मोहनलालगंज, केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा-जालौन, केंद्रीय मंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति और सांसद लल्लू सिंह-फैजाबाद लोकसभा सीट पर चुनावी मुकाबले में हैं.
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बिहार में 5 सीटों पर मतदान
बिहार में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को पांच संसदीय क्षेत्रों, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढी, सारण और हाजीपुर पर निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. इस चरण में चिराग पासवान, रोहिणी आचार्य समेत 80 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक पांच लोकसभा सीट --मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढी, सारण और हाजीपुर पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने 9436 मतदान केंद्र बनाये हैं तथा कुल 11323 ‘बैलेट यूनिट', 11323 ‘कंट्रोल यूनिट' और 12267 ‘वीवीपैट' की व्यवस्था की है. इन पांचों सीट पर कुल 9511186 मतदाता हैं जिनमें से 4999627 पुरुष, 4511259 महिलाएं और 300 तृतीय लिंगी हैं. इन मतदाताओं में 1987622 लोग 20 से 29 वर्ष तक के हैं, जबकि 126154 मतदाता 18 से 19 वर्ष के हैं.

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जम्मू कश्मीर के बारामूला सीट पर भी मतदान
बारामूला में लोकसभा चुनाव के तहत मतदान से एक दिन पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला ने रविवार को लोगों से कहा कि वह संसद में मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने और खासकर अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के खिलाफ किए गए 'अन्याय' का जवाब मांगने का मौका चाहते हैं. उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में लोगों से कहा कि वे अपनी पसंद का सांसद चुनें, न कि 'दिल्ली और एजेंसियों' की पसंद का. अब्दुल्ला ने कहा कि मौका मिलने पर वह केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की भावनाओं के बारे में संसद में बोलेंगे और उनके अधिकारों के लिए लड़ेंगे. जम्मू-कश्मीर के बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 17.37 लाख से अधिक मतदाता सोमवार को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं.

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49 में से 40 सीटों पर एनडीए का था कब्जा
पांचवें चरण में जिन सीट पर मतदान होगा उनमें से 40 से अधिक सीट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेताओं ने तुष्टीकरण, वंशवादी राजनीति, राम मंदिर, संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), भ्रष्टाचार और उनकी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के मुद्दों पर जोर दिया.प्रचार के दौरान मोदी ने दावा किया, ‘‘यदि समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस सत्ता में आये तो वे रामलला को वापस तंबू में भेज देंगे और मंदिर पर बुलडोजर चला देंगे. '' उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि विपक्ष निरस्त किये जा चुके अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहता है.

कांग्रेस और ‘इंडिया' गठबंधन के अन्य घटक दलों ने भाजपा पर अपनी ‘‘हिंदू-मुस्लिम राजनीति'' के जरिये मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने और बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित नहीं करने का आरोप लगाया. वे आरक्षण और संविधान की रक्षा के मुद्दों पर भी आक्रामक रहे. 

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