Tuesday, February 28, 2023

Palestinians count cost of Israeli reprisals in West Bank

More than 350 Palestinians were injured, most suffering from tear gas inhalation, the Palestinian Red Crescent Society said

from | The Hindu https://ift.tt/Qq2rxgm

Two dead in Russian drone attack in west Ukraine

The Ukrainian armed forces said it had shot down 11 out of 14 "Shaded" drones deployed by Moscow's forces overnight

from | The Hindu https://ift.tt/PSkYcbN

मनीष सिसोदिया के गिरफ्तारी मामले में CBI रिमांड आर्डर कॉपी में किए गए अहम खुलासे...

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से सीबीआई ने दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले को लेकर रविवार को दिन भर पूछताछ की और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सोमवार को उन्हें सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें सीबीआई की रिमांड पर भेज दिया गया. रिमांड आर्डर कॉपी के मुताबिक, ''15 आरोपियों के खिलाफ कथित आबकारी घोटाले में FIR दर्ज की गई जिसमें दिल्ली के सीएम और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया का नाम भी था. इस पॉलिसी को तैयार करने और उसके क्रियान्वयन के पीछे मकसद था शराब कारोबारी और लाईसेंसधारियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाना.''

रिमांड आर्डर कॉपी में कहा गया है कि, सीबीआई ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ एक चार्जशीट दायर की थी, जिनमें से अभिषेक बोइनपिल्लै और विजय नायर दो आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. बाकी के खिलाफ गहनता से जांच जारी है.

कॉपी में कहा गया है कि, जांच में सामने आया कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री होने के बावजूद मनीष सिसोदिया ने इस कथित आबकारी घोटाले में सक्रिय भूमिका अदा की. ग्रुप ऑफ मेंबर का सदस्य होने के साथ-साथ आबकारी मंत्री होने के बावजूद मनीष सिसोदिया ने इस पॉलिसी को लेकर बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट, आम जनता के हितों को ताक पर रखकर कैबिनेट नोट में कुछ बदलाव किए, यानी हेरफेर की गई, जिसका सीधा मकसद शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाना था. ये सब कुछ इसलिए किया गया क्योंकि विजय नायर के जरिए साउथ के ग्रुप से 100 करोड़ रुपये की एडवांस रिश्वत ले ली गई थी ताकि पालिसी लागू होने पर उन्हें फायदा पहुंचाया जा सके.

रिमांड आर्डर कॉपी में कहा गया है कि, जांच में सामने आया कि रिश्वत का ये पैसा हवाला के जरिए हासिल किया गया जिसके पर्याप्त सबूत एजेंसी के पास मौजूद हैं. इन तमाम बिंदुओं पर जब इकट्ठे किए गए सबूत के आधार पर मनीष सिसोदिया से सवाल पूछे गए तो उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिए बल्कि अहम जानकरियां छिपाने की कोशिश की. इसके बाद सिसदिया को हिरासत में लेकर पूछ्ताछ जरूरी थी और इसीलिए उनकी गिरफ्तारी की गई.

रिमांड आर्डर कॉपी में साफ लिखा है कि, आरोपी से पूछताछ सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार CCTV की निगरानी वाली जगह की जाएगी, हर रोज आधे घंटे के लिए आरोपी शाम 6 से 7 बजे के बीच अपने वकील से मिल सकते हैं. हर रोज आरोपी को 15 मिनट के लिए पत्नी से मिलने की इजाजत दी जाएगी और आरोपी से पूछताछ के दौरान किसी भी तरह का थर्ड डिग्री इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.

सिसोदिया दो बार पूछताछ में शामिल हुए, लेकिन उन्होंने सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए. सिसोदिया के अधीनस्थ लोगों ने ऐसे तथ्य उजागर किए हैं, जो उनके खिलाफ जाते हैं. कुछ दस्तावेजी सबूत भी ऐसे मिले हैं. जांच के लिए ज़रूरी है कि इन सबके सही जवाब मिलें.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/yeKJnuW

India, Denmark have strong, historic silver traditions: Danish Crown Prince

Denmark’s Crown Prince and Crown Princess arrived in India on Sunday on a four-day visit

from | The Hindu https://ift.tt/enhRwWQ

Ab Dilli Dur Nahin: गांव के एक लड़के की चुनौतियों, नाकामियों और साइलेंट लव की कहानी है 'अब दिल्ली दूर नहीं'

विलियम शेक्सपियर ने ठीक ही कहा था कि हमारी नियति तय करने की क्षमता सितारों में नहीं बल्कि खुद में है. कमल चंद्रा की नई फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं' इसी विचार को स्थापित करती है. यह फिल्म जिंदगी में सफलता और विफलता की कहानी की पड़ताल करती है. और इसका जरिया बनता है बिहार के गांव का एक सरल और भोला-भाला लड़का. यही लड़का आखिरकार IAS परीक्षा में टॉप स्थान हासिल करता है. 

'अब दिल्ली दूर नहीं' एक इमोशनल ड्रामा फिल्म है. रिलीज के लिए तैयार इस फिल्म की कहानी में गहराई है. बिहार के एक छोटे-से शहर का लड़का अभय शुक्ला शीर्ष पाने की चाहत में दिल्ली पहुंचता है. अभय एक ऐसे परिवार से आता है, जो मुश्किलों से जूझ रहा है. अभय का लक्ष्य है आईएएस परीक्षा में शामिल होना और कामयाबी हासिल करना. लेकिन वह ये काम खुद के लिए नहीं, बल्कि परिवार को गरीबी के चंगुल से बाहर निकालने के लिए करता है. अभय की राह मुश्किलों से भरी हुई हैं. उसका सामना चुनौतीपूर्ण सामाजिक मानदंडों से होता है. वह राजनीतिक से लेकर सांस्कृतिक विडंबनाओं से दो-चार होता है. दरअसल, ‘अब दिल्ली दूर नहीं' अभय के आईएएस बनने के लिए संघर्ष और उसके सामने आई चुनौतियों पर आधारित सटीक कहानी है.

फिल्म के अभिनेता इमरान ज़ाहिद कमाल के कलाकार हैं. वे ‘द लास्ट सैल्यूट' जैसे प्रतिष्ठित नाटक में काम कर चुके हैं. ये नाटक इराकी पत्रकार मुंतधर अल-जैदी की किताब ‘द लास्ट सैल्यूट टू प्रेसिडेंट बुश' पर आधारित है. इसके साथ ही ज़ाहिद ने महेश भट्ट की फिल्म अर्थ, डैडी और हमारी अधूरी कहानी पर आधारित कई अन्य नाटकों में भी अभिनय किया है. 'अब दिल्ली दूर नहीं' फिल्म में इमरान ज़ाहिद ने अभय शुक्ला के चरित्र और कहानी को जीवंत बना दिया है. खास बात ये है कि ज़ाहिद भी बिहार से आते हैं. इसी वजह से ऐसा मालूम पड़ता है कि चरित्र को निभाते हुए वे उसी में रच-बस गए हैं. किरदार को लेकर उनमें गहरी समझ दिखती है और वे एकदम नैचुरल लगते हैं.

दरअसल, फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' एक रिक्शा चालक के बेटे की कहानी से प्रेरित है, जिनका नाम गोविंद जायसवाल है. गोविंद का 2007 में सिविल सेवा में सेलेक्शन हुआ था और वे आईएएस अधिकारी बने. किरदार को जीवंत बनाने के लिए ज़ाहिद ने गोविंद जायसवाल से भी मुलाकात की और उन्हें करीब से समझा. ज़ाहिद कहते हैं कि गोविंद जी से मिलना काफी प्रेरणादायक था. उन्होंने खुद के जीवन से जुड़ी जो बातें मुझसे साझा कीं, उनसे उनके चरित्र को समझने में सहूलियत तो हुई ही, उनकी इच्छाशक्ति के बारे में भी बखूबी जाना. 

फिल्म का निर्माण जाने-माने निर्माता विनय भारद्वाज ने शाइनिंग सन स्टूडियोज के बैनर तले किया है. वहीं एक्ट्रेस श्रुति सोढ़ी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही एक पंजाबी लड़की की भूमिका में हैं. श्रुति ने जनवरी 2015 में रिलीज तेलगू फिल्म ‘पटास' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी और अब तक ‘हैप्पी गो लकी', ‘मिस्टर एंड मिसेज 420', ‘वैशाखी लिस्ट' और ‘दिल विल प्यार व्यार' जैसी पंजाबी फिल्मों में काम किया है. बता दें, अब दिल्ली दूर नहीं 12 मई 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/RE8vmwY

Monday, February 27, 2023

मनीष सिसोदिया अरेस्ट, BJP ने कहा- "शराब घोटाले में शिक्षा मंत्री" तो AAP बोली- काला दिन

  1. मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं पर लगभग आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. सीबीआई का कहना है कि आबकारी नीति तैयार करने और कार्यान्वयन दोनों में अनियमितताएं थीं और उसका मकसद 'आप' से जुड़े लोगों को कथित तौर पर लाभ पहुंचाना था. सीबीआई अधिकारी सिसोदिया के जवाब से संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया ने जांच में सहयोग नहीं किया इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया.
  2. मनीष सिसोदिया से पूछताछ के बीच 'आप' नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. सीबीआई द्वारा सिसोदिया से पूछताछ शुरू करने के तुरंत बाद, दिल्ली पुलिस ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया. दिल्ली पुलिस ने कहा कि संजय सिंह सहित आप कार्यकर्ताओं और प्रमुख नेताओं को सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया. दिल्ली पुलिस ने कहा, "42 पुरुषों और 8 महिलाओं सहित कुल 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है."
  3. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी गंदी राजनीति है. केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा,‘‘मनीष बेकसूर हैं. उनकी गिरफ़्तारी गंदी राजनीति है. मनीष की गिरफ़्तारी से लोगों में बहुत रोष है. लोग सब देख रहे हैं. लोगों को सब समझ में आ रहा है. लोग इसका जवाब देंगे. इससे हमारे हौसले और बढ़ेंगे. हमारा संघर्ष और मज़बूत होगा.''
  4. आम आदमी पार्टी (AAP) ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को तानाशाही की पराकाष्ठा और लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया. पार्टी ने कहा कि बीजेपी ने ‘राजनीतिक प्रतिशोध'' के कारण गिरफ्तारी की. भगवान इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को माफ नहीं करेंगे. ‘आप' के सांसद संजय सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सिसोदिया की गिरफ्तारी तानाशाही की इंतेहा है. आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ्तार करके अच्छा नहीं किया. मोदी जी, भगवान भी आपको माफ नही करेगा. मोदी जी एक दिन आपकी तानाशाही का अंत जरूर होगा.''
  5. ‘आप' की प्रवक्ता एवं विधायक आतिशी ने कहा कि सिसोदिया को पार्टी और उसके नेता अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता के कारण गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि सिसोदिया वह शिक्षा मंत्री हैं जिन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर 20 लाख गरीब बच्चों को शिक्षा दी. उन्होंने लाखों गरीब बच्चों को बेहतर भविष्य दिया. उन्होंने इस धारणा को तोड़ा कि सरकारी स्कूल अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते और उनमें विश्वास बढ़ाया. उन्होंने कहा, भाजपा कह रही है कि वह 10,000 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल थे. लेकिन वह 10,000 करोड़ रुपये कहां हैं?
  6. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया या आम आदमी पार्टी  के अन्य नेताओं ने शराब नीति में हुए संदिग्ध भ्रष्टाचार के सिलसिले में कभी सवालों का जवाब नहीं दिया. भाजपा प्रवक्ता संबित पार्टी ने कहा कि मनीष सिसोदिया दुनिया के एकमात्र शिक्षा मंत्री हैं, जो शराब घोटाले में शामिल होंगे और यह पूरा प्रकरण आंख खोलने वाला और चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कि धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत खारिज कर दी गई है, क्योंकि उनके निर्दोष होने के आप के दावे के बावजूद उनके खिलाफ मामले में दम है. उन्होंने कहा, इसी तरह, भाजपा का मानना है कि सिसोदिया के खिलाफ भी मामले में दम है.
  7. तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे ‘‘अलोकतांत्रिक'' कदम करार दिया. बीआरएस के कार्यवाहक अध्यक्ष के टी रामाराव ने एक बयान में कहा कि भाजपा उन राज्यों में विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है, जहां भाजपा सत्ता में नहीं आ सकती. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के खिलाफ भाजपा के राजनीतिक षड्यंत्र देश में लोकतंत्र के लिए बाधक बन गए हैं. 
  8. रविवार को सुबह 11 बजे मनीष सिसोदिया सीबीआई दफ्तर पहुंचे. इससे पहले वे सवा 10 बजे राजघाट पहुंचे. उन्होंने कहा कि वे वहां बापू का आशीर्वाद लेने आए हैं. इसके बाद उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ''आज जब जेल जा रहा हूं तो मुझे लगता है कि मुझे इसकी बात करनी चाहिए कि जब मैं टीवी चैनल में नौकरी करता था, अच्छा खासा प्रमोशन होता था, अच्छी सैलरी आती थी. अच्छी जिंदगी चल रही थी, लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ कर केजरीवाल जी के साथ आ गया और उनके साथ छुट्टियों में काम करने लगा. उस वक्त मेरी धर्मपत्नी ने सबसे ज्यादा मेरा साथ दिया, मेरी वाइफ घर पर अकेली रहेगी. मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पड़ता है, आपको उनका ध्यान रखना है. झूठे आरोप में जेल जाना छोटी बात है.''
  9. मनीष सिसोदिया ने कहा कि, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है. मैं बच्चों को कहना चाहता हूं अगर आपके मनीष चाचा जी चले गए तो अभी छुट्टी होने वाली नहीं है. मैं बच्चों से कहना चाहता हूं उतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा रखता हूं. खूब मन लगाकर पढ़ना लाखों बच्चों के ऊपर देश का भविष्य है. मनीष सिसोदिया ने आप कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ''मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं, ये चुनौतीपूर्ण समय है और हम भगत सिंह के अनुयायी हैं.''
  10. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल नीत दिल्ली सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त और गृह सहित कुल 18 विभाग हैं. सिसोदिया की गिरफ्तारी से पहले पिछले साल जून में दिल्ली के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया था. उनकी अनुपस्थिति के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली में अपने शासन के एजेंडे को लागू करने के लिए कोई कद्दावर चेहरा नहीं है. केजरीवाल के लिए तत्काल चुनौती दिल्ली सरकार का बजट निर्धारित तरीके से पेश करने और सिसोदिया के बदले किसी नए नेता को खोजने की है. आम आदमी पार्टी सूत्रों ने बताया कि राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं.


from NDTV India - Latest https://ift.tt/zpSAhYa

EU chief, U.K. PM to meet on February 27 over Northern Ireland protocol

The meeting will happen in Berkshire, west of London, the European Commission told media

from | The Hindu https://ift.tt/mlByRnf

Adani पोर्ट्स के बंदरगाहों पर 30 करोड़ टन माल का लदान

अडाणी समूह की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) के तहत संचालित होने वाले बंदरगाहों पर बृहस्पतिवार तक 30 करोड़ टन माल की लदाई एवं उठान हो चुका है.

कंपनी ने रविवार को एक बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि उसने यह उपलब्धि सिर्फ 329 दिनों में हासिल की है.

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं पूर्णकालिक निदेशक करन अडाणी ने कहा, “एपीएसईजेड का प्रमुख बंदरगाह मुंद्रा अपने सभी नजदीकी प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे है और मात्रा के हिसाब से यह देश का सबसे बड़ा बंदरगाह बना हुआ है.”

एपीएसईजेड ने लगभग दो दशक पहले कामकाज शुरू किया था. इस दौरान इसकी बाजार हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/SId9kQP

"इवेंट मैनेजमेंट कानून से नहीं बचा सकता'' : बीजेपी ने 'आप' के आरोप पर किया पलटवार

दिल्ली शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार की शाम को गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पूछताछ के लिए सीबीआई के सामने सुबह 11 बजे पेश हुए थे. पूछताछ केस बाद शाम को उनको गिरफ्तार कर लिया. वहीं, आम आदमी पार्टी के केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप पर बीजेपी नेता संबित पात्रा ने पलटवार किया.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने केंद्र पर केंद्रीय जांच ब्यूरो का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. इस पर भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "इवेंट मैनेजमेंट आप को कानून से नहीं बचा सकता है."

संबित पात्रा ने आज शाम को संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मनीष सिसोदिया, 'आप' के अन्य नेताओं ने कभी नहीं बताया कि भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद उन्होंने आबकारी नीति क्यों वापस ले ली... दिल्ली की आबकारी नीति को मंत्रियों के समूह को भेजे जाने से पहले 'आप' द्वारा शराब-ठेकेदार 'दोस्तों' को लीक कर दी गई थी." उन्होंने कहा पत्रकारों से कहा, "आप ने दिल्ली में शराब संस्कृति फैलाई और चुनाव प्रचार में शराब के पैसे गंवाए."

उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि, मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाला किया या नहीं किया. आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया ने अपने कमीशन के चक्कर में होलसेलर का कमीशन जो दो प्रतिशत था, उसे बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया. यह इसलिए किया गया ताकि मोटा फायदा आम आदमी पार्टी बैक डोर से कमा सके. दिल्ली में नशे में कमीशनखोरी की बदबू थी. 

उन्होंने कहा कि कमीशन के लिए पूरा षड्यंत्र किया गया कि कैसे ज्यादा से ज्यादा शराब की दुकानें खोली जा सकें. हमने आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया से कुछ सवाल पूछे थे. अरविंद केजरीवाल खुद एक ब्यूरोक्रेट रहे हैं. उन्हें टेक्निकल प्रश्नों के उत्तर देना भलीभांति आता है. लेकिन एक साल गुजर गया क्या अरविंद केजरीवाल या उनकी टीम से किसी व्यक्ति ने एक्साइज पॉलिसी को लेकर कोई टेक्निकल प्रेस कॉन्फ्रेंस की?       

संबित पार्टी ने बीजेपी मुख्यालय में हुए संवाददाता सम्मेलन में तंज कसते हुए कहा कि सिसोदिया दुनिया के एकमात्र शिक्षा मंत्री हैं, जो शराब घोटाले में शामिल होंगे और यह पूरा प्रकरण आंख खोलने वाला और चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत खारिज कर दी गई है, क्योंकि उनके निर्दोष होने के आप के दावे के बावजूद उनके खिलाफ मामले में दम है उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, भाजपा का मानना है कि सिसोदिया के खिलाफ भी मामले में दम है.''

संबित पात्रा ने गिरफ्तारी के पीछे राजनीति के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि जांच एजेंसी और पार्टी दो अलग-अलग संस्थाएं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मामले के आरोपियों ने 45 मोबाइल फोन और अन्य सबूत नष्ट कर दिए.

उन्होंने जोर देर कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करती है और इसके खिलाफ उसकी लड़ाई हमेशा जारी रहेगी.

सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि उनके जवाब संतोषजनक नहीं थे.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/dYocx7e

"कानून अपना काम कर रहा है", मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने रविवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि कानून अपना काम कर रहा है जो आश्चर्यजनक बात नहीं है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में शराब घोटाला हुआ है. भाजपा नेता ने एक बयान में दावा किया कि अब सिसोदिया को सभी सवालों का जवाब देना होगा और इस घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ‘‘भूमिका'' को स्पष्ट करना होगा. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘कानून अपना काम कर रहा है इसलिए सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. दिल्ली में हजारों करोड़ रुपये का शराब घोटाला किया गया था और अब तक हुई गिरफ्तारियों से यह माना जा रहा था कि मनीष सिसोदिया को भी अंततः गिरफ्तार कर लिया जाएगा.''

बिधूड़ी ने कहा, ‘‘शराब घोटाले के कारण दिल्ली सरकार को आबकारी नीति वापस लेनी पड़ी.'' उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता केजरीवाल ने कई बार दावा किया है कि सिसोदिया को गिरफ्तार किया जाएगा क्योंकि उन्हें पता था कि हजारों करोड़ रुपये का शराब घोटाला किया गया है. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2021-22 की आबकारी नीति लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सिसोदिया को लगभग आठ घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया.

ये भी पढ़ें-



from NDTV India - Latest https://ift.tt/WBQcaA9

Nikki Haley vows to cut foreign aid to China, Pakistan if voted to power

Nikki Haley said American taxpayers still give money to “Communist China for ridiculous environment programmes, despite the obvious threat China poses to Americans”

from | The Hindu https://ift.tt/JcGfk8B

Sunday, February 26, 2023

Shark Tank India 2: जानें कौन हैं शार्क टैंक के नए जज विकास डी नाहर, 20 बार फेल होने के बाद किया ये कारनामा

Shark Tank India 2: इन दिनों सोनी टीवी का पॉपुलर बिजनेस रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया का दूसरा सीजन धमाल मचा रहा है. इस शो में एक से बढ़कर एक एंटरप्रेन्योर्स (Entrepreneurs) आते हैं और अपने बिजनेस आइडिया (Business Idea) को बताकर फंडिग हासिल करने की कोशिश करते हैं. शार्क टैंक शो के जज (Shark Tank India Judges) को जिन एंटरप्रेन्योर का बिजनेस मॉडल पसंद आता है, वह उसमें निवेश करते हैं. यह शो उन एंटरप्रेन्योर को प्लेटफॉर्म देता है जो अपने दम पर कोई बिजनेस शुरू करते हैं और अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए फंडिंग जुटाना चाहते हैं.

Shark Tank India में होगी नए जज की एंट्री

इस शो की तरह ही शो के जज भी काफी सुर्खियों में रहते हैं. शो के जजों के पैनल में लेंसकार्ट (Lenskart) के फाउंडर पीयूष बंसल (Piyush Bansal) , शादी डॉट कॉम (Shadi.com) के फाउंडर अनुपम मित्तल (Anupam Mittal), बोट (Boat) के सीएमओ और को-फाउंडर अमन गुप्ता (Aman Gupta),  शुगर कॉस्मेटिक(Sugar Cosmetics) की सीईओ विनीता सिंह (Vineeta Singh), Emcure फर्मा नमिता थापर (Namita Thapar), और कार देखो डॉट कॉम (Cardekho.com) के सीईओ अमित जैन (Amit Jain) शामिल हैं. इन दिनों शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India Season 2) में गेस्ट के रूप में नए जज यानी शार्क (Shark Tank India New Shark) की एंट्री होने वाली है. यहां हम शार्क टैंक इंडिया के नए जज के बारे में आपको बताने जा रहे है. तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...

जानें कौन हैं Shark Tank India 2 के नए शार्क

शार्क टैंक इंडिया के नए शार्क का नाम विकास डी नाहर (Vikas D Nahar) है. वह ड्राई फ्रूट्स एंड स्नैक्स ब्रांड हैपिलो (Happilo) के फाउंडर हैं. वह शार्क टैंक इंडिया के नए डिजिटल-ओनली एपिसोड शार्क टैंक इंडिया गेटवे टू शार्क टैंक इंडिया 2 का हिस्सा बनने वाले हैं. हाल में शार्क टैंक इंडिया के इंस्टाग्राम प्रोफइल पर विकास डी नाहर के साथ शो के स्पेशल एपिसोड का एक इंट्रो वीडियो शेयर किया गया है.

20 बार फेल होने के बावजूद बनाई 500 करोड़ की कंपनी

इस वीडियो में वह ये बताते नजर आ रहे हैं कि कैसे उन्होंने लगातार असफलता मिलने के बावजूद एक 500 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी है. साल 2016 में उन्होंने मात्र 10 हजार रुपये से हैपिलो कंपनी की शुरुआत की थी. आज इस कंपनी का नेटवर्थ 500 करोड़ के करीब पहुंच गया है.

विकास डी नाहर ने बताया कि अपनी कंपनी को इस उंचाई पर पहुचाने के लिए उन्हें 20 बार असफलता का सामना करना पड़ा. लेकिन बार-बार असफल होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और वह मजबूत इरादे के साथ डटे रहे. उन्होंने अपनी इस सफलता के राज के बारे में कहा, मैंने बार-बार कोशिश की और यही मेरी सफलता का सबसे बड़ा राज है.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/FTHO9kB

Vivek Ramaswamy | The anti-woke populist 

The Indian American entrepreneur, known for his hard right views, has joined the GOP race

from | The Hindu https://ift.tt/dDpo8Qj

Ukraine war is exacerbating fragilities in the global economy: G20 Ministers

An ‘Outcome Document’ released at the end of the meeting also hinted at differences of opinion among the G20 members

from | The Hindu https://ift.tt/xsalHuw

Russia says West ‘destabilised’ G20 talks, tried to force joint statement on Ukraine

G20 Finance Ministers failed to agree a joint statement on the global economy at talks in India, after China sought to water down references to the Ukraine conflict

from | The Hindu https://ift.tt/oi2KHcb

"CM को अपने अहम को किनारे रखना चाहिए...", एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर कसा तंज

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को अपने पूर्व नेता उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि विकास के लिए धन प्राप्त करने के लिए केंद्र से अच्छे संबंधों की जरूरत होती है और काम जमीन पर होता है न कि ऑनलाइन या घर से.
निजी समाचार चैनल एबीपी के कार्यक्रम में शिंदे ने ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य के लिए अपने अहम को किनारे रखने की जरूरत है. उल्लेखनीय है कि उद्धव वर्ष 2019 से 2022 तक महा विकास आघाडी सरकार में मुख्यमंत्री थे और अकसर उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार से खींचतान होती थी.

राज्य के विकास के लिए केंद्र के साथ अच्छे संबंध पर जोर देते हुए शिंदे ने कहा, ‘‘विकास हासिल करने के लिए जमीन पर काम करने की जरूरत होती है. आप ऑनलाइन या फेसबुक के माध्यम से काम नहीं करा सकते हैं. राज्य के विकास के लिए धन हेतु केंद्र से बात करने के दौरान मुख्यमंत्री को अपने अहम को किनारे रख देना चाहिए.'' गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नियमित रूप से आरोप लगाती थी कि ठाकरे मुंबई के उपगनर बांद्रा स्थित अपने निजी आवास ‘मातोश्री' से सरकार चला रहे थे और मार्च 2020 से कोविड-19 से प्रभावित जिलों का दौरा नहीं किया.

निर्वाचन आयोग द्वारा उनके गुट को वास्तविक शिवसेना मानने और धनुष बाण का चुनाव निशान आवंटित करने के सवाल पर शिंदे ने कहा,‘‘शिवसेना का गठन बाला साहेब ठाकरे ने किया था. शिवसेना के अधिकतर विधायक, सांसद और (पूर्व) पार्षद मेरे साथ हैं.''उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पूर्ववर्ती ने सत्ता के लिए बाला साहेब की विचारधारा के साथ धोखा किया.

गौरतलब है कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद उद्धव् ठाकरे ने ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाडी की सरकार बनाई थी. हालांकि, जून 2022 में शिंदे के नेतृत्व में बगावत करने के बाद ठाकरे नीत सरकार गिर गई.शिंदे ने कहा, ‘‘ शिवसेना की विचारधारा से विश्वासघात हुआ जब आपने (उद्धव ठाकरे) ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई जिसके बारे में बाला साहेब ने कहा था कि उनसे एक हाथ की दूरी बनाए रखो.''

शिंदे ने कहा कि वह शिवसेना (उनके गुट को चुनाव आयोग द्वारा मान्यता देने के बाद) की संपत्ति पर दावा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि बालासाहेब की विचारधारा और विरासत ही उनके और उनके समर्थकों के लिए वास्तविक धन है.
 

ये भी पढ़ें-



from NDTV India - Latest https://ift.tt/j8bXRTc

Saturday, February 25, 2023

EU approves 10th package of Russia sanctions on anniversary of invasion

The EU has said the 10th round of sanctions against Russia since the war started was designed to make financing the war more difficult and starve Russia of tech equipment and spare parts for arms used against Ukraine.

from | The Hindu https://ift.tt/NbpuXSG

Russia, Ukraine face off at U.N. with rival tributes to dead

The showdown began before the session formally began, with Russia’s ambassador demanding to know why Ukraine sat at the top of the speakers list

from | The Hindu https://ift.tt/LPbqN3D

"गुरुजी ने कह दिया, बस हम तो धन्य हो गए": PM मोदी से मिली तारीफ पर बोले नगालैंड के मंत्री तेमजेन इमना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को नगालैंड के दीमापुर में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने नगालैंड बीजेपी के अध्यक्ष और राज्य के उच्च शिक्षा व जनजाति मंत्री तेमजेन इमना अलॉन्ग (Temjen Imna Along)की जमकर तारीफ की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'तेमजेन की बातें पूरा देश सुनता है और मजे लेता है. मैं भी उनको हमेशा देखने की कोशिश करता हूं.'

प्रधानमंत्री से मिली तारीफ के बाद तेमजेन इमना अलॉन्ग ने सोशल मीडिया पर रिएक्शन दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री की बातें शेयर करते हुए लिखा, 'गुरुजी ने बोल दिया बस, हम तो धन्य हो गए'! बता दें कि तेमजेन इमना बहुत अच्छी हिंदी बोलते हैं. उन्होंने हिंदी में ही ट्वीट किया था. 

पीएम मोदी अलॉन्ग के गृह राज्य नगालैंड में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. यहां 27 मार्च को विधानसभा चुनाव होने हैं. नगालैंड बीजेपी प्रमुख अलॉन्ग सोशल मीडिया पर अपने सेंस ऑफ ह्यूमर और फनी पोस्ट के लिए जाने जाते हैं. वह लगातार अपने प्रशंसकों और अनुयायियों को महत्वपूर्ण जीवन सलाह, अपने निजी जीवन और अपने राज्य की सुंदरता से अपडेट रखते हैं.

पिछले साल जुलाई में पूर्वोत्तर के लोगों की छोटी आंखों पर तेमजेन इमना का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इमना ने कहा था- 'लोग कहते हैं पूर्वोत्तर के लोगों की आंखें छोटी होती हैं, पर मैं बता दूं कि हम लोगों की नजर बहुत तेज होती है.'

नगालैंड के मंत्री तेमजेन इमना अलॉन्ग अपने डांस से लोगों का दिल जीत चुके हैं. उन्होंने नगालैंड के सुंगरेमॉन्ग त्योहार के दौरान अपने डांस का वीडियो शेयर किया. वीडियो में तेमजेन ग्रुप डांसर्स के साथ डांस करते दिख रहे हैं.

ये भी पढ़ें:-

"2024 का नतीजा देखिएगा राहुल जी, कांग्रेस दूरबीन से भी ढूंढने से नहीं मिलेगी" : नगालैंड में अमित शाह

नगा शांति वार्ता जारी है, उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी की पहल रंग लाएगी: अमित शाह



from NDTV India - Latest https://ift.tt/eBUvsyf

U.N. chief: Russia brought 'living hell' to Ukrainians

The war was condemned by most of the members of the security council in a symbolic ministers meeting to mark the bleak anniversary.

from | The Hindu https://ift.tt/mwVj1Xt

सारस और आरिफ की दोस्‍ती: बुरे वक्‍त से शुरू हुआ दोस्‍ती का बेमिसाल सफर, देखें- VIDEO

पिक्चर में जय और वीरू की दोस्ती तो सदाबहार है. लेकिन इंसानों ने जानवरों में भी साथी ढूंढे हैं. कुत्ते-बिल्ली से इंसानों की दोस्‍ती के बारे में आपने खूब सुना होगा. तोते से लेकर गाय- बैल तक से इंसानों की दोस्‍ती के बारे में आप जानते होंगे, लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि इंसान ने खुले आसमान के नीचे एक सारस से दोस्ती कर ली? इंसान और सारस की दोस्‍ती दुर्लभ है, यही कारण है कि आसपास के इलाके में इसकी खूब चर्चा है. 

अमेठी के बाशिंदे हैं आरिफ. कुछ दिन पहले आरिफ ने एक सारस पक्षी को चोटिल पाया और उसका घर लाकर इलाज किया. आरिफ ने सोचा अब सारस उड़कर चला जाएगा, लेकिन सारस ने सोचा कि यह दोस्ती निभाई जाए. 

आरिफ ने बताया कि सारस की प्रजाति के जीव आते हैं तो यह घर में छुप जाता है. हालांकि एक दो बार जब यह उनके साथ गया तो भी शाम होते-होते वापस लौट आता है. 

आरिफ न केवल इस सारस के साथ रहते हैं, उसको अपने हाथ से खाना खिलाते हैं, उसके साथ डांस भी करते हैं. यही नहीं कभी आरिफ काम से बाहर चले जाएं तो सारस भी पीछे पीछे हवाई सर्वेक्षण करता नजर आता है. उन्‍होंने बताया कि बाइक से जब मैं निकलता हूं तो यह 25-30 किमी उड़कर साथ चला जाता है और वापस भी आ जाता है. 

आरिफ के मुताबिक, वह इसे रोजाना सुबह दो अंडे खिलाते हैं. दिनभर में रोटी, चावल और सब्‍जी खाता है. 

यह सारस आरिफ को लेकर बेहद पजेसिव है. आरिफ के अलावा किसी की मजाल नहीं है जो इसे हाथ भी लगा ले. फिलहाल आरिफ और सारस की ये दोस्ती एक मिसाल कायम करते हुए इलाके में चर्चित हो रही है. 

ये भी पढ़ें :

* VIDEO: महंगी पड़ी मुर्गा पकड़ने की कोशिश, तेंदुए के लिए लगाए पिंजरे में जा फंसा शख्‍स
* VIDEO : हार्ट अटैक के बाद जमीन पर गिरा शख्‍स, ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने बचाई जान
* डॉगीज के बीच ऐसा कॉम्पिटिशन देख चौंक गए लोग, बोले- जीतने के लिए कुछ भी करेगा



from NDTV India - Latest https://ift.tt/BrySnDG

तेजी से आकार ले रहा आधुनिक सुविधाओं से लैस भारत का पहला आरआरटीएस गलियारा

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन के सभी स्टेशन निर्माण के अगले चरण में हैं और तेजी से आकार ले रहे हैं. इन स्टेशनों पर अब आरआरटीएस के नीले फसाड लगने शुरू हो गए हैं और इसके साथ ही यह सेक्शन दूर तक नीली आभा में रंगा हुआ नजर आने लगा है. 

फिलहाल आरआरटीएस के अलग-अलग कॉम्पोनेंट्स की टेस्टिंग एनसीआरटीसी प्रायोरिटी सेक्शन में चल रही है. आरआरटीएस के सुरक्षित और कुशल संचालन के लिए, इसके हर पहलू का स्वतंत्र रूप से परीक्षण किया जा रहा है.

देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम गलियारे की विशेषताओं में ट्रेन के डिब्बों में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए निर्धारित स्थान, प्लेटफॉर्म स्क्रीन दरवाजे और स्टेशन पर ‘पिक-अप' एवं ‘ड्रॉप-ऑफ' के लिए समर्पित स्थान शामिल होंगे. आरआरटीएस का परिचालन जल्द ही दिल्ली और मेरठ के बीच शुरू होगा.

ipn4k3s

आरआरटीएस कॉरिडोर के दुहाई डिपो-साहिबाबाद खंड के स्टेशनों को अब आरआरटीएस की विशिष्ट पहचान नीले रंग से सजाया जा रहा है. इसके साथ ही ट्रेन के अलावा स्टेशनों पर भी कई नई सुविधाएं की जा रही हैं. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने आरआरटीएस के विभिन्न घटकों का शुक्रवार को दुहाई डिपो-साहिबाबाद खंड में एक और परीक्षण किया. 

यात्रियों के लिए पहुंच बढ़ाने और यात्रियों को लिंक रोड तथा दिल्ली-मेरठ रोड जैसी व्यस्त सड़कों को सुरक्षित रूप से पार करने में मदद करने के लिए एनसीआरटीसी एलिवेटेड स्टेशनों के प्रवेश और निकास बिंदुओं का निर्माण आरआरटीएस कॉरिडोर के दोनों सड़कों के किनारों पर कर रहा है.

j2pm2498

प्रवेश और निकास बिंदु न केवल आरआरटीएस यात्रियों के लिए, बल्कि पैदल यात्रियों के लिए भी सुलभ होंगे, जो आरआरटीएस स्टेशनों के भुगतान क्षेत्र में प्रवेश किए बिना प्रमुख सड़कों को पार करने के लिए उनका उपयोग कर सकते हैं. यह सुविधा पैदल चलने वालों के सुरक्षित आवागमन और स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन में भी मदद करेगी.

अधिकारियों के मुताबिक, ज्यादातर आरआरटीएस स्टेशनों में तीन से चार मंजिल हैं और कई लिफ्ट तथा एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं. आरआरटीएस स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन दरवाजे (पीएसडी) लगाए जा रहे हैं जो ‘डबल-टेम्पर्ड' शीशे वाले होंगे. ये ट्रेन, पटरी और यात्रियों के बीच एक सुरक्षा ढाल के रूप में कार्य करेंगे.

akfurh68

पीएसडी को आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों और अत्याधुनिक ईटीसीएस लेवल-2 सिग्नल प्रणाली के साथ एकीकृत किया जा रहा है. ट्रेन के डिब्बों में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए एक निर्दिष्ट स्थान प्रदान किया गया है. चिकित्सा जरूरतों के लिए स्ट्रेचर की आवाजाही की सुविधा के लिए स्टेशनों पर बड़ी लिफ्ट भी लगाई गई हैं. स्टेशन तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों पर ‘पिक-अप' और ‘ड्रॉप-ऑफ' के लिए एक समर्पित क्षेत्र बनाया जाएगा.

यात्री- सुविधा पूरी आरआरटीएस परियोजना के कार्यान्वयन का केंद्र- बिंदु है. आरआरटीएस स्टेशनों से प्रतिदिन लाखों यात्रियों के यात्रा करने की उम्मीद है. यातायात के प्रबंधन के लिए और स्टेशन के भीतर और आसपास वाहनों के सुचारू और व्यवस्थित आवागमन के लिए, जहां भी संभव हो, यातायात को एकीकृत करके सभी प्रकार के वाहनों के लिए अतिरिक्त ड्राइव-इन स्पेस भी बनाया जा रहा है. आरआरटीएस स्टेशनों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अन्य साधनों जैसे बस अड्डों, हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों आदि से जोड़ा जा रहा है. 

आरआरटीएस ट्रेनसेट की यात्री केंद्रित विशेषताएं
 

  • प्लग-इन-दरवाजे के साथ एयरोडायनेमिक प्रोफ़ाइल, उच्च गति पर हवा के खिंचाव को कम करने के लिए.
  • प्रवेश और निकास के लिए यात्रियों के लिए अधिकतम स्थान के लिए चौड़े गलियारे के साथ पूरी तरह से वातानुकूलित कोच. टिंट वाले बड़े खिड़की के शीशे बाहर का मनोरम दृश्य दिखाएंगे.
  • एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन की गई 2X2 ट्रांसवर्स सिटिंग, ओवरहेड लगेज रैक वाली कुशन वाली सीटें.
  • हर ट्रेन में एक 'प्रीमियम क्लास कार' जो आरामदेह, सुविधाजनक और यूजर फ्रेंडली होगी जिसमें अधिक लेगरूम, कोट हैंगर के साथ चौड़ी सीटें होंगी और वेंडिंग मशीन की सुविधा से सुसज्जित होगी.
  • महिलाओं के लिए एक आरक्षित कोच.
  • एनर्जी एफिसिएंट, रोशनी-आधारित ऑटो नियंत्रण परिवेश प्रकाश प्रणाली.
  • सीसीटीवी निगरानी, आधुनिक पैसेंजर अनाउंसमेंट और डिजिटल पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम (PAPIS).
  • हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग के लिए यूएसबी पोर्ट.
  • दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की जगह और आपातकालीन चिकित्सा परिवहन के लिए स्ट्रेचर की जगह का प्रावधान.
  • डायनामिक रूट मैप डिस्प्ले, आपातकालीन संचार सुविधाएं.
  • इंडोर और आउटडोर सर्विलांस सिस्टम.
  • उन्नत सुरक्षा के लिए उन्नत ETCS स्तर II सिग्नलिंग, स्वचालित ट्रेन संचालन और प्लेटफ़ॉर्म स्क्रीन डोर (PSD) के साथ संगत.
  • अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों पर आधारित डिजाइन और निर्माण.
  • अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुरक्षा और खतरे के आकलन के आधार पर उपयुक्त एसआईएल स्तर.
  • आंतरिक और बाहरी आग के लिए फायर डिटेक्शन सिस्टम.
  • वेसाइड उपकरण के साथ एक्सल बॉक्स के तापमान की निगरानी.


from NDTV India - Latest https://ift.tt/PBAkWqx

Friday, February 24, 2023

Harvey Weinstein sentenced to 16 years in LA rape case

Mr. Weinstein is already serving a 23-year sentence for his separate 2020 conviction in New York for sex crimes.

from | The Hindu https://ift.tt/XJkqpcW

NIA अदालत ने अखिल गोगोई के खिलाफ CAA विरोध प्रदर्शन के मामले में दोबारा शुरू की जांच

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की विशेष अदालत ने गौहाटी उच्च न्यायालय के निर्देश पर, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले में असम के विधायक अखिल गोगोई और उनके तीन साथियों के खिलाफ गुरुवार को फिर मामला खोल दिया.

गोगोई के अधिवक्ता एनआईए की अदालत में उच्चतम न्यायालय के उस आदेश की प्रति सौंपी, जिसमें सीएए विरोधी आंदोलन और संदिग्ध माओवादी संबंध में गोगोई को 24 फरवरी तक गिरफ्तारी से राहत दी गयी है.

शीर्ष न्यायालय के फैसले पर विचार करने के बाद विशेष एनआईए न्यायाधीश प्रांजल दास ने मामले की सुनवाई 28 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी. इस बीच, गोगोई के सैकड़ों समर्थक उनके साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए अदालत परिसर के बाहर खड़े हुए थे. गोगोई रायजोर दल के प्रमुख भी हैं.

गौरतलब है कि 9 फरवरी को गुवाहाटी हाई कोर्ट ने एनआईए को गोगोई और तीन अन्य के खिलाफ मामले में आरोप तय करने की अनुमति दे दी थी. उच्च न्यायालय ने यह फैसला एनआईए की अपील पर सुनाया जिसमें चारों आरोपियों को एनआईए की विशेष अदालत से क्लीन चिट दिए जाने को चुनौती दी गई थी.

तीन आरोपियों में धाइज्या कोंवार, बिट्टू सोनवाल और मनस कोंवार शामिल हैं और सभी जमानत पर हैं. गोगोई एकमात्र थे जिनकी जमानत अर्जी अदालत ने खारिज कर दी थी. विशेष न्यायाधीश प्रंजाल दास की अदालत द्वारा तीन अन्य आरोपियों के साथ उन्हें आरोप मुक्त किए जाने के बाद 567 दिन जेल में बिताने के बाद वह रिहा हुए.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/BobLTjP

शिक्षकों को फिनलैंड भेजने की अनुमति को लेकर सिसोदिया ने LG को दोबारा लिखी चिट्ठी

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक पत्र लिखकर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को फिनलैंड भेजने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने का अनुरोध किया. सिसोदिया के पास शिक्षा विभाग का भी प्रभार है. उन्होंने सरकारी नियमों का हवाला देते हुए कहा कि उपराज्यपाल ‘ऐसे प्रस्तावों को 15 दिनों से अधिक समय तक नहीं रोक सकते हैं.''

सिसोदिया ने सक्सेना को लिखे पत्र में कहा, ‘‘उपराज्यपाल के पास शिक्षकों के प्रशिक्षण प्रस्ताव को भेजे हुए करीब एक महीने का समय बीत चुका है. जीएनसीटीडी-2021 कार्य निष्पादन संशोधन के नियम-49 के तहत उपराज्यपाल और मंत्री के बीच किसी मामले में अलग-अलग राय होने की स्थिति में उपराज्यपाल को 15 दिनों के भीतर चर्चा के जरिये अलग-अलग राय का समाधान करना चाहिए.''

उन्होंने दावा किया कि उपराज्यपाल ने प्रस्ताव पर आपत्ति जताकर फाइल को दो बार रोक दिया, जबकि सरकार की मंजूरी थी. सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने कम से कम दो बार इस विषय पर उपराज्यपाल को लिखा है.

आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, ‘‘ संविधान और कार्य निष्पादन नियम-1993 के तहत शिक्षा ‘हस्तांरित' विषय है और जीएनसीटीडी (दिल्ली सरकार) का इस पर एकमात्र कार्यकारी नियंत्रण है. इसलिए उपराज्यपाल को शिक्षा के मामले में फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है.''सिसोदिया ने पत्र में कहा कि अगर उपराज्यपाल की राय किसी मामले में मंत्री से अलग होती है तो वह उक्त मामले को विचार के लिए राष्ट्रपति को संदर्भित कर सकते हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘..लेकिन राष्ट्रपति को मामला भेजने से पहले यह जरूरी है कि वह चर्चा के जरिये मामले को संबंधित मंत्री से चर्चा कर सुलझाने का प्रयास करें और मामले को मंत्रिपरिषद को भेजे.'' सिसोदिया ने उल्लेख किया कि अगर मतभेद बना रहता है तो मामले को मंत्रिपरिषद को भेजा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मामला अनसुलझा रहता है या तय समय में मंत्रिपरिषद द्वारा फैसला नहीं लिया जाता है तो माना जाता है कि विचारों में मतभेद कायम है. नियम 50 के तहत उपराज्यपाल विषय को राष्ट्रपति के पास फैसले के लिए भेजते हैं.''

सिसोदिया ने उपराज्यपाल से फाइल वापस करने को कहा, ताकि शिक्षकों को विदेश भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा सके. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को फिनलैंड भेजने का दिल्ली सरकार का फैसला अंतिम चरण में है.

उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने 20 जनवरी को उपराज्यपाल कार्यालय को प्रस्ताव भेजकर शिक्षकों को फिनलैंड जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया था. इसके कुछ दिनों बाद सक्सेना ने सरकार से पहले इस कार्यक्रम पर आने वाले खर्च और उससे होने वाले लाभ का विश्लेषण कराने को कहा था.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/zIY07Nr

व्यवसायी से 5.3 लाख रुपये की लूट के मामले में 3 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक व्यवसायी से 5.3 लाख रुपये की लूट के मामले में गुरुवार को 3 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विजय ढल ने कहा कि गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों की पहचान उप निरीक्षक यतीश सिंह और रोहित सिंह और हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे के रूप में हुई. रोहित सिंह सचेंदी थाना में तैनात था, जबकि अन्य पुलिसकर्मी डीसीपी (पश्चिम) मुख्यालय से संबद्ध थे. 

उन्होंने कहा कि गिरफ्तार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. उन्हें शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा. पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विजय ढल  ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि व्यवसायी सत्यम शर्मा सचेंदी थाना गए और एसएचओ पी के सिंह को इस लूट की घटना से अवगत कराया.

शर्मा का आरोप है कि जब वह अपनी कार से घर जा रहे थे तो चकेरी में तीन व्यक्तियों ने उनकी कार रोकी, जिसमें से एक व्यक्ति वर्दी में था, जबकि अन्य सादे कपड़े में थे. शर्मा के अनुसार उन्हें बताया गया कि वे पुलिसकर्मी हैं. उन्होंने फर्जी आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी देते हुए उनसे पैसे मांगे.

व्यवसायी का आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों ने उनसे 5.3 लाख रुपये छीन लिए. इस शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी ने तत्काल जांच शुरू की. तीनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया, जिनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. ढल ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/zAtU72R

उत्तर प्रदेश : आयुर्वेदिक डॉक्टर की हत्या मामले में पुलिस ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार, 5 अन्य की तलाश जारी

मुरादनगर पुलिस ने एक आयुर्वेदिक डॉक्टर की हत्या के मामले में बृहस्पतिवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है. शमशाद नाम के डॉक्टर की 11 फरवरी को उसके क्लिनिक में हत्या कर दी गई थी. पुलिस उपायुक्त रवि कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेरठ निवासियों ओवैस और मोहम्मद उवेश के रूप में हुई है. पूछताछ के दौरान, ओवैस ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने शमशाद को गोली मारी थी, जबकि उसका साथी मोहम्मद उसे लाल रंग की स्कूटी पर क्लिनिक तक लेकर आया था.

पुलिस के मुताबिक, इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड हाजी अदनान, हाजी वसीम और पांच अन्य लोग अब भी फरार हैं. वहीं गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास से एक कारतूस और हत्या के समय इस्तेमाल स्कूटी बरामद की गई. ओवैस ने पुलिस को बताया कि डाक्टर को मारने के लिए उसे दो लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. हाजी वसीम द्वारा उसे पचास हजार रुपये अग्रिम और एक पिस्टल मुहैया कराई गई थी. इस हत्या का मास्टरमाइंड अदनान की डॉक्टर से दुश्मनी थी.

ये भी पढ़ें-

  1. ""जुबान फिसल गई थी..." : गिरफ्तारी से राहत के लिए SC पहुंचे पवन खेड़ा ने कहा
  2. अडाणी के लिए हिंडनबर्ग रिपोर्ट क्यों वरदान साबित हो सकती है...?
  3. VIDEO : ...और फूट-फूटकर रोने लगा देश का सबसे बड़ा महाठग सुकेश चंद्रशेखर


from NDTV India - Latest https://ift.tt/Qdl5NEt

क्या ये फिल्म तोड़ सकती है 'पठान' का 500 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड, शाहरुख खान के साथ इस सितारे का रहा है छत्तीस का आंकड़ा

शाहरुख खान की पठान कामयाबी के सातवें आसमान पर उड़ रही है. फिल्म ने भारत में 500 करोड़ और दुनियाभर में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है. यह हिंदी सिनेमा की अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म भी बन गई है. लेकिन आने दिनों में कई बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने जा रही है. इसी में एक नाम गदर 2 का भी है. गदर 2 में सनी देओल है. सनी देओल और शाहरुख खान ने डर में एक साथ काम किया था. उसके बाद दोनों की किसी फिल्म में नजर नहीं आए. लेकिन क्या अब सनी देओल की गदर 2 क्या शाहरुख खान की पठान का कमाई का रिकॉर्ड तोड़ सकती है. यही सवाल दोनों के फैन्स के बीच है. 

वैसे भी शाहरुख खान और सनी देओल डर के बाद एक साथ फिर किसी फिल्म में नजर नहीं आए. इस फिल्म में शाहरुख खान विलेन थे जबकि सनी देओल हीरो. लेकिन फिल्म रिलीज के बाद शाहरुख खान सारा क्रेडिट ले गए और उनकी चर्चा खूब हुई. कहा जाता है कि इसी बात को लेकर सनी देओल को यश चोपड़ा से शिकायत भी थी. डर के बाद शाहरुख खान और सनी देओल के बीच लंबे समय तक बात भी नहीं हुई थी. बेशक यह तो हुई अतीत की बात. अब पठान बॉक्स ऑफिस का बादशाह बन कर उभरा है.

फिर गदर का तारा भी किसी मायने में कम नहीं है. जब गदर रिलीज हुई थी तो सनी देओल ने बॉक्स ऑफिस पर वाकई गदर मचा दिया था. फिल्म के डायलॉग, म्यूजिक और एक्शन सब दर्शकों को खूब पसंद आया था. गदर के पोस्टर रिलीज हो चुके हैं और एक बार फिर सनी देओल खतरनाक अंदाज में दिख रहे हैं. गदर का बजट लगभग 100 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. फिल्म 11 अगस्त को रिलीज होने जा रही है. इस तरह एक बार फिर तारा सिंह बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाने आ रहा है. लेकिन क्या वह पठान के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर पाएगा. यह देखना काफी दिलचस्प होगा. 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/C7ovU5K

Thursday, February 23, 2023

Germany expels 2 Iranian diplomats over death sentence

Jamshid Sharmahd, a 67-year-old Iranian-German national and US resident, was sentenced to death.

from | The Hindu https://ift.tt/Mo8V7Am

Iran foreign minister in Iraq for security talks

Iran is ready “to take steps to conclude the negotiations... “

from | The Hindu https://ift.tt/m1XRlxQ

"3-4 दिन या हफ्ता...जितना रुकना होगा रुकेंगे": MCD स्टैंडिंग कमेटी चुनाव में हंगामे पर बोले संजय सिंह

दिल्ली नगर निगम चुनाव के ढाई महीने बाद आखिरकार बुधवार को शैली ओबेरॉय को मेयर चुन लिया गया है. आप के आले मोहम्मद डिप्टी मेयर चुने गए हैं. इसके बाद जो स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना है, वो फंस गया है. स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर सदन में एक बार फिर देर रात हंगामा हुआ. बीजपी और AAP पार्षदों के बीच हाथापाई हुई. बीजेपी का आरोप है कि चुनाव में धांधली हुई है. AAP ने कहा कि मेयर शैली ओबेरॉय पर हमले की कोशिश हुई है. स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर मचे हंगामे के बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि जब तक स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव नहीं हो जाता, हम MCD सदन में बैठे रहेंगे.

आम आदमी पार्टी के सांसद ने कहा, 'जब तक चुनाव नहीं हो जाता, हमारा एक एक पार्षद सदन में रहेगा. हम लोगों ने इनकी बहुत ज्यादती देखी है. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन जब तक नहीं होता. तीनों चुनाव नहीं होने तक डटे रहेंगे. हम डरने वाले नहीं हैं. 3 दिन, 4 दिन हफ्ता, 10 दिन... जितना रुकना होगा, रुकेंगे.'

बीजेपी पर साधा निशाना
संजय सिंह ने कहा- 'भाजपाइयों ने 15 सालों ने जो दिल्ली को कूड़ाघर बना रखा था. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की दो करोड़ लोगों ने झाड़ू फेर दिया. लेकिन ये लोग जनादेश को नहीं मानते.' उन्होंने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट गए. कोर्ट ने कहा कि तीनों चुनाव अलग-अलग होंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मेयर चुनाव करवा रही हैं, लेकिन ये हमलावर हो रहे हैं. ऐसा कभी किसी ने नहीं देखा. ये गुंडा पार्टी है. एक महिला कैसे मेयर बन गई... ये उनसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है. ये दृश्य जब लोगों के सामने जाएगा तो भाजपा वाले मुंह नहीं दिखा पाएंगे.'

महिला मेयर के साथ बदसलूकी
उन्होंने कहा, 'महिला मेयर के साथ बीजेपी के लोगों ने गुंडागर्दी की. अगर वहां मार्शल नहीं होते, तो अनहोनी हो जाती. बोतल, सेब ना जाने क्या क्या फेंक कर मारा.' वहीं, आतिशी ने कहा, '4 घंटों तक उन्होंने सदन को चलने नहीं दिया, लेकिन जब हमारी पार्षद पर हमला हुआ तो हो सकता है कि हमारी ओर से भी कोई पार्षद उत्तेजित हो गया है. हम तो रोक‌ रहे थे. भाजपा को दिल्ली की जनता का जनादेश स्वीकार करना होगा, जब तक चुनाव नहीं होगा हम डटे रहेंगे.' सौरभ भारद्वाज ने भी कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि चुनाव हो, जब तक चुनाव नहीं हो जाता तब तक डटे रहेंगे.'

शैली को 150 वोट मिले, डिप्टी मेयर भी AAP का
नगर निगम चुनाव के 80 दिन बाद दिल्ली को नया मेयर मिला है. आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय को मेयर चुना गया. शैली को 150 वोट मिले. उन्होंने भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराया. दिल्ली को 10 साल बाद महिला मेयर मिली है. वहीं, AAP के आले मोहम्मद इकबाल को डिप्टी मेयर चुना गया है. उन्हें 147 वोट मिले. उन्होंने BJP के कमल बागड़ी को हराया.

बता दें कि दिल्ली में MCD चुनाव 4 दिसंबर को हुए थे. इनका रिजल्ट 8 दिसंबर को आया था. चुनाव में 15 साल बाद भाजपा को MCD में बहुमत नहीं मिला था. 250 सीट के सदन में मेयर बनने के लिए 138 वोट चाहिए थे. मेयर चुनाव में 241 पार्षद, 10 सांसद और 14 विधायकों ने वोट डाले. 9 कांग्रेस पार्षदों ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया.

ये भी पढ़ें:-

MCD स्टैंडिंग कमेटी चुनाव में BJP-AAP पार्षदों में झड़प, मेयर ने लगाया हमले का आरोप; 10 बड़ी बातें



from NDTV India - Latest https://ift.tt/60RycSn

Jared Kushner, Ivanka Trump subpoenaed in Capitol attack probe

Mr. Smith's office and Mr. Kushner did not immediately respond to requests for comment on Wednesday. Ivanka Trump could not immediately be reached for comment.

from | The Hindu https://ift.tt/ziFBLK3

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए क्या विपक्ष हो पाएगा एकजुट, यह है सीटों और वोटों का गणित

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करेगी और बीजेपी को हरा देगी. अब सवाल यह है कि क्या विपक्ष 2024 में एकजुट होगा. सीटों और वोटों का गणित देखें तो कांग्रेस और विपक्ष की चुनौतियां साफ हो जाती हैं.

गुजरात, कर्नाटक और उत्तराखंड में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकारें हैं. मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश हरियाणा, असम,अरुणाचल प्रदेश,मणिपुर और त्रिपुरा में एनडीए 50 प्रतिशत से अधिक है. महाराष्ट्र, मेघालय और मिजेरम में एनडीए 50 प्रतिशत से कम है. कांग्रेस को देखें तो हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उसकी पूर्ण बहुमत की सरकारें हैं. राजस्थान में गठबंधन सरकार है. झारखंड में यूपीए 50 प्रतिशत से कम है.  

पंजाब, बिहार,पश्चिम बंगाल, दिल्ली, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में क्षेत्रीय दलों की सरकारें हैं. आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी में सीधी टक्कर मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक में है. इन राज्यों में 100 ऐसी सीटें हैं जिनमें से 93 पर बीजेपी आगे है. क्षेत्रीय दलों का कांग्रेस से यही कहना है कि आप जहां-जहां सीधे मुकाबले में होते हैं, वहां हार जाते हैं. इसलिए आप अपने आपको प्रमुख मत बोलिए.     

तमिलनाडु, पुद्दुचेरी,महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू कश्मीर में कांग्रेस पार्टी गठबंधन में तो है पर वह प्रमुख दल नहीं है. इन प्रदेशों में बीजेपी मजबूत गठबंधन में है. इन राज्यों की 172 सीटों में से बीजेपी और उसके गठबंधन दल 83 सीटें पर आगे हैं. 

कुछ स्थानों पर त्रिकोणीय लड़ाई में कांग्रेस तीसरे क्रम पर है. यानी वह अगर गठबंधन मुख्य पार्टी से कर ले तब शायद कुछ बात बने. दिल्ली, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में ऐसी स्थिति है. इन राज्यों की 112 सीटों में से 37 सीटों पर बीजेपी आगे है. समस्या यह है कि इन राज्यों में कांग्रेस के साथ कोई जाना नहीं चाहता. क्षेत्रीय दलों का कहना है कि हम क्यों सीटें दे दें, हमने मेहनत की है. यानी रीजनल प्लेयर कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा मजबूती से अपना गढ़ बचाए हैं. 

पंजाब और गुजरात ऐसे राज्य हैं जहां त्रिकोणीय लड़ाई में कांग्रेस दूसरे स्थान पर है. इन राज्यों की 39 सीटों में से 30 सीटों पर बीजेपी आगे है. यानी यदि कांग्रेस यहां गठबंधन कर ले तो हो सकता है कुछ चीजें बल जाएं. लेकिन कांग्रेस को इसी समझौते में दिक्कत आती है. क्षेत्रीय दल कहते हैं कि सब कुछ आप ही क्यों ले जाएं. 

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस त्रिकोणीय लड़ाई में भी नहीं है. यहां बीजेपी के पास 62 सीटें हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक सीट जीती थी. 

उत्तर प्रदेश में 2017 में कांग्रेस का समाजवादी पार्टी से गठबंधन हुआ था. यह गठबंधन नाकाम हो गया था. साल 2019 में फिर एक गठबंधन हुआ. यह बसपा और सपा का गठबंधन था. यह भी नाकाम रहा और बीजेपी फिर आगे चली गई. पिछले साल 2022 में सपा और छोटे दलों का फिर गठबंधन हुआ लेकिन यह भी नाकाम रहा. विधानसभा में कांग्रेस दो सीटों तक सीमित हो गई. कांग्रेस का वोट प्रतिशत 2.3 प्रतिशत रह गया.           
बिहार में 2020 के महागठबंधन में कांग्रेस सबसे छोटी सहयोगी थी. कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी लेकिन सिर्फ 19 जीत पाई. सन 2015 में 27 सीटों पर जो कांग्रेस थी वह 19 पर सिमट गई. क्या ऐसे में कांग्रेस उम्मीद कर सकती है कि उसको 2024 में और सीटें मिल सकती हैं. 

पश्चिम बंगाल में विपक्ष का गठबंधन एक चुनौती है. साल 2021 के विधानसभा चुनाव में लेफ्ट के साथ कांग्रेस का संयुक्त मोर्चा नाकाम हुआ था. तृणमूल कांग्रेस 292 में से 213 सीटों पर आई. बीजेपी ने 38 प्रतिशत वोट शेयर किया और दूसरे नंबर पर रही. लेफ्ट फ्रंट ने 5.5 प्रतिशत वोट शेयर किया था. कांग्रेस को 2.9 फीसदी वोट मिले थे. सीटें नहीं मिलीं.

तेलंगाना की बात करें तो 2018 के चुनाव में बीआरएस को 47 प्रतिशत वोट मिले थे. कांग्रेस को 28 और बीजेपी को 7 प्रतिशत वोट मिले थे. लेकिन एक साल बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बीआरएस 41 प्रतिशत पर आ गई. कांग्रेस थोड़ी बढ़कर 29 प्रतिशत पर आई. लेकिन बीजेपी सात से 19.5 प्रतिशत पर आ गई. अब उनको बहुत उम्मीद है कि वे अब यहां प्रमुख विपक्षी दल बन जाएंगे और हो सकता है सरकार भी बना लें. बीजेपी इस तरह की तैयारी कर रही है. बीआरएस गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस गठबंधन की कोशिश में है. यदि बीआरएस और कांग्रेस साथ आ जाते हैं तो क्या वे बीजेपी को तेलंगाना में आने से रोक सकते हैं? यह बड़ा सवाल है कि क्या यह दोनों दल यह व्यवहारिक कदम उठाएंगे.

महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 51 प्रतिशत वोट मिले थे. उसके बाद शिवसेना ही टूट गई. अब शिवसेना के लगभग लोग बीजेपी के साथ चले गए हैं. कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के पास 32 प्रतिशत वोट थे. शिवसेना में जो बड़ी टूट हुई उससे विपक्ष को तगड़ा झटका लगा है. क्या शिवसेना में टूट बीजेपी के लिए एक बार फिर महाराष्ट्र में एक मौका है. 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/y23TuFm

फ्लोरल टॉप और शॉर्ट्स में स्टनिंग लग रही हैं शहनाज गिल

स्प्रिंग सीज़न आते ही हर तरफ फूलों के खिलने का सिलसिला शुरू हो जाता है. वहीं हाल ही में एक्ट्रेस शहनाज़ गिल भी फ्लोरल ड्रेस में नज़र आईं. इस ड्रेस में शहनाज गिल बेहद खूबसूरत लग रही थीं. हाल ही में उन्होंने अपने एक फोटोशूट की कुछ तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के ज़रिए शेयर की थी, जहां वह स्प्रिंग स्टाइल को बेहद शानदार ट्विस्ट देती नज़र आ रही थीं. वह 3डी फ्लोरल के साथ हॉल्टरनेक ड्रॉस्ट्रिंग बिकनी टॉप पहने हुए दिखाई दे रही थीं जो काफी स्टाइलिश था. हाई-फैशन टॉप को फ्री-फ्लोइंग श्रग के साथ फ्लोरल फेस्टिवल्स के लिए परफेक्टली मैच किया गया था. वहीं उन्होंने सॉलिड कलर के पेस्टल पिंक शॉर्ट्स के साथ  टॉप को पेयर किया था. बिना किसी एक्सेसरी के उन्होंने अपने बालों को मैसी बन स्टाइल दिया था. जो उन पर काफी जच रहा था. 

शहनाज गिल इस समय स्टाइलिश एक्सपेरिमेंट कर रही हैं. शहनाज़ अपने हर आउटफिट के साथ फैशन वर्ल्ड को एक नया ट्विस्ट देती हैं. बो डिटेल वाली ब्राइट पिंक साड़ी में, शहनाज़ गिल किसी अप्सरा की तरह लग रही हैं. 

वहीं शहनाज़ गिल इस फ्लोरल साड़ी में हमें गज़ब के समर फैशन गोल्स दे रही है. उनका ये लुक काफी क्लासी और एलिगेंट है. चोकर नेकलेस और इयररिंग्स के साथ उन्होंने अपने इस लुक को पूरा किया है. 

शहनाज गिल अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल के ज़रिए ये साबित करती हैं कि स्प्रिंग सीज़न में फैशनेबल दिखने के लिए वह पूरी तरह से तैयार है. 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/WV6fatg

Wednesday, February 22, 2023

"यूक्रेन में रूस को कभी जीत नहीं मिलेगी", बोले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के एक साल पूरे हो चुके हैं. पोलेंड में इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि यूक्रेन में रूस की जीत कभी नहीं होगी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पश्चिमी देशों के खिलाफ दिए गए बयान का भी जवाब दिया.उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश रूस पर हमला करने की साजिश नहीं रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि लाखों रूसी नागरिक अपने पड़ोसियों के साथ शांति से रहना चाहते हैं, वो दुश्मन नहीं हैं.

गौरतलब है कि रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि रूस, अमेरिका के साथ बची इकलौती परमाणु संधि को भी सस्पेंड कर रहा है जो दोनों पक्षों के सामरिक परमाणु हथियारों (Nuclear arsenals) को सीमित करने को लेकर है. न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार,पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध के करीब एक वर्ष बाद रूसी संसद में अपने अहम भाषण के बाद सांसदों से कहा, " मुझे आज यह घोषणा करने के लिए मजबूर होना कि सामरिक हथियार संधि में रूस अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है." नई START संधि पर प्राग में वर्ष 2010 में दस्‍तखत किए गए थे और यह इसके अगले वर्ष लागू हुई थी.

ये भी पढ़ें-



from NDTV India - Latest https://ift.tt/ctyIZGP

Crew stuck on ISS to return to Earth in September: Russia

Russia plans to send a rescue ship, a Soyuz MS-23, on February 24.

from | The Hindu https://ift.tt/vyJletz

EXCLUSIVE: महाधिवेशन कैसे रोका जाए, यह ED की कार्रवाई का उद्देश्‍य -NDTV से बोले CM भूपेश बघेल

नए रायपुर में आयोजित होने वाले कांग्रेस के महाधिवेशन के पहले कोयला लेवी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी ने पूरे देश का ध्‍यान छत्‍तीसगढ़ की ओर केंद्रित कर दिया है.  ईडी ने कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की. कांग्रेस ने छापेमारी की इस कार्रवाई को बदले की कार्रवाई करार दिया है. छत्‍तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने इस मामले में NDTV से विस्‍तार से बात की. इस सवाल कि ईडी की छापेमारी से कांग्रेस चिंतित होगी और जांच एजेंसी के मुताबिक, कार्रवाई में कई चीजें जब्‍त हुई हैं और सबूत मिले हैं, बघेल ने कहा कि हम उम्‍मीद कर रहे थे कि महाधिवेशन नजदीक आ रहा है, अब ईडी सक्रिय होगी. हुआ भी यही ईडी सक्रिय हुई.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे कई नेताओं के यहां छापे डाले गए लेकिन मिला कुछ भी नहीं. यह हमारी पार्टी को बदनाम करने के लिए महज खानापूर्ति थी. उन्‍होंने कहा, "यदि छापे में कुछ मिला तो उसका प्रेस नोट आ जाना चाहिए था कि जिन नेताओं के यहां छापे डाले गए उनके यहां क्‍या मिला? रायपुर में महाधिवेशन को किस तरह रोका जाए और कांग्रेस को किस तरह से घेरा जाए, ये ईडी की र्कारवाई का उद्देश्‍य था जिसमें ये असफल रहे.

जिन लोगों के यहां छापे मारे गए वे आपके करीब बताए जा रहे, इस सवाल पर बघेल ने कहा, "जितने लोगों के यहां छापे डाले गए सब मेरे ही करीबी बताए जाते हैं. सारे लोग मेरे करीबी हैं. राज्‍य की पौने तीन करोड़ जनता है. अभी राज्‍य विधानसभा चुनाव में हम 90 में से 71 सीट जीते हैं. एक तरह से तीन चौथाई से अधिक सीटों पर हम जीते हैं. 80 फीसदी सीट पर कांग्रेस जीती है ये कांग्रेस को पसंद करते हैं, यह सभी मेरे करीबी हैं. बीजेपी के कुछ लोगों को छोड़ दिया जाए तो सब लोग मेरे अपने ही हैं. उन्‍होंने कहा कि जिन राज्‍यों में चुनाव होता है, केंद्रीय एजेंसी सक्रिय हो जाती है, चुनाव के बाद चले जाते हैं. चुनाव तक ये जाने वाले नहीं है. क्‍या छापेमारी की कार्रवाई से महाधिवेशन की तैयारी प्रभावित होगी, इसके जवाब में सीएम ने कहा कि हर कोई महाधिवेशन की तैयारी में लगा है. सभी पदाधिकारी, मंत्री और विधायक भी. सबकी अलग-अलग ड्यूटी लगी थी. कोशिश इनकी यही थी इनके यहां छापा डालेंगे तो काम रुक जाएगा. 

एक अन्‍य सवाल पर बोले, "यदि इनके पास ठोस सबूत होते तो अब तक कार्रवाई कर चुके होते. जून महीने से कार्रवाई चल रही है.  इनका काम जांच करना नहीं है, इनका काम तलवार लटकाए रखना है. यदि ईडी के पास सही सबूत होता तो ये सारे जो गवाह हैं उनसे से मारपीट नहीं करते, उन्‍हें अपमानित नहीं करते. पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि ईडी थर्ड डिग्री का इस्‍तेमाल करने लगी है, पहले ऐसा नहीं होता था. इसलिए हमने इस बारे में कोर्ट की शरण में जाने का निर्णय लिया है." कही इस सब के पीछे निशाना आप तो नहीं क्‍योंकि आप कांग्रेस में कई अहम जिम्‍मेदारियां संभाल रहे हैं, इस सवाल पर बघेल ने कहा, " मैं इस बात से इत्‍तेफाक नहीं रखता. कांग्रेस इतनी बड़ी पार्टी है कि यह संभव नहीं कि इसे एक या दो लोग इसे चलाएं. भारत जोड़ो यात्रा के बाद से कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पार्टी की आगे की योजना के बारे में बताया कि 30 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा का समापन हुआ है. 26 जनवरी से हाथ से जोड़ो हाथ अभियान शुरू किया गया है महाधिवेशन में रोड मैप बनेगा कि आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में किसी तरह से जाएंगे?

ये भी पढ़ें-



from NDTV India - Latest https://ift.tt/KLyNwZ8

MP: विकास यात्रा के दौरान मंत्री नरोत्‍तम मिश्रा का 5 क्‍व‍िंटल वजनी फूलों की माला से किया गया स्‍वागत

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्‍तम मिश्रा को मंगलवार को विकास यात्रा के दौरान जेसीबी मशीन से 5 क्विंटल...जी हां 5 क्विंटल भार के फूलों की माला पहनाई गई. विकास यात्रा आज डॉ. मिश्रा के गृह जिले दतिया के महेवा गांव में पहुंची जहां ग्रामीणों ने न सिर्फ बग्घी पर बैठाकर नरोत्‍तम मिश्रा स्वागत किया, बल्कि उनके लिए  5 क्विंटल फूलों की माला बनवाई गई. बड़ा सवाल यह था कि माला को कैसे पहनाया जाए. ऐसे में मंत्रीजी को माला पहनाने के लिए दो जेसीबी मशीनें मंगवाई गई. इन मशीनों पर न सिर्फ गृहमंत्री को बैठाया गया बल्कि इन्‍हीं मशीनों से गृहमंत्री का भारीभरकम माला से स्‍वागत किया गया.

गौरतलब है कि इससे पहले, विकास यात्रा के दौरान मध्‍य प्रदेश के ही एक अन्‍य मंत्री  विजय शाह के 'बिगड़े बोल' की खबर ने सुर्खियां बटोरी थीं. दरअसल, विकास यात्रा के दौरान वन मंत्री विजय शाह, एक युवक के सवाल पर बुरी तरह भड़क गए थे. शाह ने एक स्थानीय कांग्रेस नेता का नाम लेते हुए कहा था,  "तुम्हें दारू पिलाकर मेरी सभा खराब करने के लिए भेजा गया है. सभा खराब करने की कोशिश की तो पुलिसवाले ...समझा देंगे. मामला पिछले सप्‍ताह का है, जब वन मंत्री ​​​​​खंडवा जिले की हरसूद विधानसभा के गोलखेड़ा गांव की विकास यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

उन्होंने सवाल कर रहे शख्स से कहा था कि बताओ कितने पैसे मिले थे, तुम्हे दारू पिला के सभा बिगाड़ने के? यहां कौन दारू बेचता है, पहले तो पकड़ो उसको. गोलखेड़ा में अवैध दारू कौन बेचता है, नाम बताओ जरा. इसी तरह सभा में बैठे अधिकारियों की तरफ देखते हुए उन्होंने कहा कि कल से गोलखेड़ा में अवैध दारू दिख गई मुझे तो आप सब लोग सस्पेंड हो जाओगे. बता दें कि जो युवक सवाल पूछने आया था, उसका कहना था कि उसकी पत्नी आंगनवाड़ी में खाना बनाती है, लेकिन उसे 6 महीने से तनख्वाह नहीं मिल रही है, इस सवाल पर मंत्रीजी भड़क गए.

ये भी पढ़ें- 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/0OJMs42

Tuesday, February 21, 2023

क्या पुरानी पेंशन योजना के खिलाफ हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण? अशोक गहलोत ने साधा निशाना

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर पलटवार करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि वित्त मंत्री को स्पष्ट रूप से कहना चाहिए था कि वह पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के खिलाफ हैं ताकि लोग उनकी मंशा जान सकें. उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने गोलमोल जवाब दिया, जो उचित नहीं है.

गहलोत ने कहा, “हम कर्मचारियों पर दया या एहसान नहीं कर रहे हैं. यह कर्मचारियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण का सवाल है.'' गहलोत ने कहा कि लंबी सेवा के बाद कर्मचारियों को भविष्य को लेकर सुरक्षित महसूस करना चाहिए और शेयर बाजार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए.

गहलोत ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘वित्त मंत्री होने के नाते, वह (निर्मला सीतारमण) ऐसे जवाब दे रही हैं जिनका कोई मतलब नहीं है. वित्त मंत्री का जवाब समझ से परे है. उन्हें पता होना चाहिए कि मानवाधिकार आयोग ने इसका विरोध किया है.”

इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक दिवसीय दौरे पर जयपुर पहुंचीं. उन्होंने राजस्थान के उद्योगपति और प्रेस से बातचीत करते हुए कई विषयों पर अपनी राय देते हुए कांग्रेस पर बड़ा बयान दिया. वित्त मंत्री ने ERCP पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा, 'नर्मदा नदी के पानी को गुजरात तक नहीं पहुचने के लिए यूपीए सरकार ने रोका था. कांग्रेस का हमेशा प्रयास रहा कि नान कांग्रेस सरकार वाले राज्यों को चाहे कितनी भी दिक्कत क्यों न हो, पर उन्होंने हमेशा कांग्रेस और नान कांग्रेस का खेल खेला.'

वहीं, वित्त मंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने ERCP पर बातचीत की, क्योंकि हमारा प्रयास सबका साथ सबका विकास है. वित्त मंत्री ने राजस्थान के बजट पर भी चुटकी लेते हुए कहा, पुराना बजट पढ़ दिया, भगवान किसी भी वित्त मंत्री के साथ ऐसा न करें. लेकिन बजट की घोषणा में वो ही बोले, जो पूरा कर सकें. अगर राज्य के पास पैसे हैं तो घोषणा करें, किसी और के ऊपर जिम्मेदारी न छोड़े.

पुरानी पेंशन योजना पर भी बात करते हुए वित्त विभाग के सचिव बोले, 'राज्य सरकार इसको टाल रही है. OPS आज तो देना नहीं है, 30 साल बाद देना है. जब जिसकी सरकार होगी वो देखेगी, आज तो टला.' वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, कांग्रेस ने जो भी किया आज उनके ही सामने है. भारतीय रिजर्व बैंक अपेक्षित सीमा के भीतर मुद्रास्फीति का प्रबंधन करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/f5hueWR