ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने आरोप लगाया है कि केंद्र से फंड की मांग को लेकर दिल्ली में जारी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन पुलिस ने उसके सांसदों और नेताओं के साथ "बदसलूकी की और उन्हें बेरहमी से घसीटा." केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय पर धरना दे रहे तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया कि राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (Sadhvi Niranjan Jyoti) ने उनसे यह कहते हुए मिलने से इनकार कर दिया कि वे पांच से अधिक प्रतिनिधियों से नहीं मिलेंगी.
अपने साथ प्रधानमंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री को लिखे गए पत्रों के बंडल लेकर आए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं मंत्री से मिले बिना वहां से जाने से इनकार कर दिया.
दूसरी तरफ राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वे अपने आफिस में बैठी हुई दिखाई दे रही हैं.
आज 02:30 घंटे का समय व्यर्थ गया।
— Sadhvi Niranjan Jyoti (@SadhviNiranjan) October 3, 2023
आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 08:30 बजे कार्यालय से निकली हूँ।
मेरी जानकारी के अनुसार तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमण्डल ने कार्यालय में 06:00 बजे मिलने का समय लिया था।
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उन्होंने लिखा- ''आज 02:30 घंटे का समय व्यर्थ गया. आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 08:30 बजे कार्यालय से निकली हूं. मेरी जानकारी के अनुसार तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में 06:00 बजे मिलने का समय लिया था. लेकिन बाद में वे तृणमूल के कार्यकर्ताओं को जनता बताकर मिलना चाह रहे थे,जो कि कार्यालय की व्यवस्था के विरुद्ध था. संबंधित भेंट के तय विषयों से वे पीछे हट गए क्योंकि उनका उद्देश्य भेंट करना नहीं था, उनकी मंशा राजनीति करने की थी. तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह अत्यंत शर्मनाक घटना है.''
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सांसदों और राज्य के कैबिनेट मंत्रियों का एक ग्रुप धरने पर बैठ गया है. धरना रात 9 बजे तक जारी था. टीएमसी का दावा है कि इसके बाद पुलिस विरोध प्रदर्शन समाप्त करा दिया और कई नेताओं को हिरासत में ले लिया.
सांसद महुआ मोइत्रा को महिला पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया और घसीटकर ले गईं. इस पर महुआ मोइत्रा ने कहा, "एक सांसद के साथ ऐसा कर रहे हैं आप लोग."
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और पीएम आवास योजना के तहत राज्य का बकाया 15,000 करोड़ रुपये रोकने का आरोप लगाया है.
बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है और तृणमूल कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में घोटालों से ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली में "नाटक" करने का आरोप लगाया है.
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