अपने प्रमुख समर्थक अमेरिका के बढ़ते दबाव के बीच इजरायल ने बुधवार को गाजा युद्ध को "अंतरराष्ट्रीय समर्थन के साथ या उसके बिना" जारी रखने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया. सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास द्वारा इज़रायल पर अभूतपूर्व हमलों के जवाब में शुरू किया गया युद्ध अब अपने तीसरे महीने में प्रवेश कर चुका है. इज़रायली अधिकारियों का कहना है कि हमास के हमले मे 1200 लोग मारे गए थे.
गाजा पट्टी पर हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़े के अनुसार हमलों ने गाजा को बर्बाद कर दिया है. हमलों में 18,600 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. गाजा की सड़कों, स्कूलों और अस्पतालों को "अभूतपूर्व" क्षति हुई है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मंगलवार को युद्धविराम के गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव का जोरदार समर्थन किया.
एएफपी के संवाददाताओं ने कहा कि गाजा पर अधिक हवाई हमले हुए और गोलीबारी हुई. खास तौर पर सबसे बड़े शहरी केंद्र गाजा शहर और दक्षिण में खान यूनिस और राफा में हमले किए गए.
तेज ठंड और शरद ऋतु की बारिश ने इस क्षेत्र को और तबाह कर दिया है. लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं और कई लोग प्लास्टिक के अस्थायी टेंटों में रह रहे हैं. दो महीने से अधिक की घेराबंदी और युद्ध के कारण भोजन, पीने के पानी, दवाओं और ईंधन की आपूर्ति कम हो रही है.
मध्य गाजा में अल-अक्सा शहीद अस्पताल के मैदान में हजारों लोग डेरा डाले हुए हैं. इन्हीं में शामिल अमीन एडवान ने कहा कि उनका परिवार सो नहीं पा रहा है.उन्होंने एएफपी को बताया, "बारिश का पानी अंदर घुस गया. हम सो नहीं सके. हमने नायलॉन कवर ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई नहीं मिला, इसलिए हमने बारिश से बचने के लिए पत्थरों और रेत का सहारा लिया."
गाजा के पास सेडरोट और अन्य दक्षिणी इजरायली समुदायों की बसाहट में फिलिस्तीनी आतंकवादियों के रॉकेट दागते रहने से हवाई हमले के सायरन बजते रहे. रॉकेटों में से अधिकांश को हवाई सुरक्षा प्रणाली द्वारा रोक दिया गया.
इजरायल की सेना ने कहा कि गाजा के उत्तर में अशदोद शहर और लखीश क्षेत्र में सायरन बजते रहे. सोशल मीडिया फुटेज में दिखाया गया है कि रोके गए रॉकेट का एक बड़ा टुकड़ा एक सुपरमार्केट से टकराया है.
सेना ने कहा कि गाजा शहर के शेजैया जिले में एक आतंकवादी सेल पर हवाई हमला किया गया, वहां से इजरायल की ओर रॉकेट लॉन्च किया जा रहा था."
हाल के दिनों में भारी शहरी लड़ाई के केंद्र खान यूनिस में सात बच्चों के पिता फ़ैज़ अल-तारामसी की हमले में मौत पर शोक मनाने के लिए एक परिवार इकट्ठा हुआ. उनकी एक बेटी ने रोते हुए और उनकी खून से सनी कमीज पकड़ते हुए कहा, "हम उनके बाद कैसे रहेंगे?"
सात अक्टूबर को हमास के बंदूकधारियों द्वारा इज़रायल पर हमला करने के बाद अब तक का सबसे खूनी गाजा युद्ध छिड़ा. यह देश के 75 साल के इतिहास में सबसे घातक युद्ध है. हमास ने लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया.
हमास को नष्ट करने और बंधकों को घर वापस लाने के लिए दृढ़ संकल्पित इज़रायल ने गाजा पर विनाशकारी हवाई और जमीनी हमले किए. उसका कहना है कि उसने मंगलवार को उत्तरी गाजा में 10 सैनिकों सहित 115 सैनिकों को खो दिया है.
from NDTV India - Latest https://ift.tt/db9XMzo
No comments:
Post a Comment