Wednesday, December 6, 2023

सचिन पायलट की एक्टिविटी को किया ट्रैक, फोन भी टैप करवाया : अशोक गहलोत के OSD लाकेश शर्मा का दावा

राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी लोकेश शर्मा ( OSD Lokesh Sharma) विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद लगातार खुलासे कर रहे हैं. अब उन्होंने सचिन पायलट (Sachin Pilot)को लेकर गहलोत के बारे में चौंकाने वाला दावा किया है. लोकेश शर्मा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि 2020 में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत से पहले और उस दौरान उनकी गतिविधियों और फोन को ट्रैक किया गया था. 

उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से सामान्य बात है कि पायलट कहां जा रहे थे? किससे मिल रहे थे? किससे बात कर रहे थे? इन सब चीजों पर नजर रखी जा रही थी. इन आरोपों पर कांग्रेस नेता गहलोत और सचिन पायलट या उनके सहयोगियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. 

लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया, ''जब 2020 का राजनीतिक संकट आया. सचिन पायलट अपने 18 विधायकों के साथ चले गए थे. ऐसी स्थिति में सरकार ने अपनी मशीनरी को काम में लगाया था. तब हर किसी पर नजर रखी जा रही थी. ये लोग कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं और वे किससे बात करते हैं. सबकुछ सर्विलांस पर था. पायलट का पीछा भी किया गया. उनके फोन भी टैप किए गए."

आसानी से रोका जा सकता था राजस्थान का नुकसान    
लोकेश शर्मा ने कहा, "राजस्थान का नुकसान आसानी से रोका जा सकता था. अपने सर्वे के आधार पर मैंने अशोक गहलोत से कहा था कि उन्हें मौजूदा विधायकों को बदलने की जरूरत है. साथ ही सीएम को सचिन पायलट के उठाए गए पेपर लीक मुद्दे पर भी ध्यान देना चाहिए. लेकिन गहलोत-पायलट की अंदरूनी कलह ने विधानसभा चुनाव में पार्टी पर भारी असर डाला. ये चुनाव हम जीत सकते थे."

बीकानेर या भीलवाड़ा से टिकट चाहते थे लोकेश शर्मा
बता दें कि लोकेश शर्मा को राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया था. वह बीकानेर और बाद में भीलवाड़ा से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके थे. यहां कांग्रेस 20 साल से हारती आ रही थी. लोकेश शर्मा ने कहा कि लेकिन गहलोत ने एक्पेरिमेंट करने से इनकार कर दिया था.

राजस्थान में नहीं थी एंटी इंकमबेंसी
उन्होंने कहा, "राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं थी. लेकिन लोग कई विधायकों को अपने प्रतिनिधि के रूप में वापस आते नहीं देखना चाहते थे. ऐसी रिपोर्टें मुख्यमंत्री को बताई गईं. ये सिर्फ मेरी रिपोर्टें नहीं थीं, बल्कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के सर्वे और कुछ दूसरी रिपोर्टों में भी ऐसा कहा गया था. मैंने सीएम से कहा था कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जाने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया."

रिपोर्टों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इसके जवाब में लोकेश शर्मा कहते हैं, "आप कह सकते हैं कि यह उनकी (गहलोत की) जिद थी. उन्हें शायद लगा कि यह उन लोगों के प्रति उनका नैतिक कर्तव्य था, जिन्होंने उनकी सरकार बचाने में मदद की थी." 

नहीं निकाल रहा टिकट न दिए जाने की भड़ास- लोकेश शर्मा
लोकेश शर्मा ने इस बात से इनकार किया कि टिकट नहीं दिये जाने के कारण वह ऐसे आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह पार्टी पर निर्भर है कि वह उनके टिकट पर फैसला करे या न करे. उन्होंने कहा, "मैं ऐसा अभी कह रहा हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि सुधारात्मक कदम उठाए जाएं. क्योंकि लोकसभा चुनाव नजदीक हैं. चीजों को ठीक करना महत्वपूर्ण है."

राजस्थान चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद लोकेश शर्मा ने निवर्तमान सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि गहलोत का अनुभव, मैजिक और योजनाएं राज्य में कांग्रेस को सत्ता में वापस नहीं ला सकीं.

लोकेश शर्मा के बयानों पर पार्टी को गौर करना चाहिए- पायलट
इन आरोपों पर सोमवार को सचिन पायलट का भी बयान सामने आया. पायलट ने कहा था, "मैंने लोकेश शर्मा का बयान देखा है. यह अजीब है, क्योंकि वह मुख्यमंत्री के ओएसडी थे. इसलिए यह चिंता का विषय है. मेरा मानना ​​है पार्टी इस बात पर गौर करेगी कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा. इसमें कितनी सच्चाई है इसकी भी जांच होनी चाहिए."


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