Thursday, August 31, 2023

चित्तौड़गढ़ में बीजेपी का 'नव मतदाता संगम' कार्यक्रम, चंद्रयान-3 की सफलता को इस तरह किया गया सेलिब्रेट

जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से मुकाबला करने की तैयारी में जुटी विपक्षी बीजेपी ने बुधवार को चित्तौड़गढ़ में एक कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम "नव मतदाता संगम" में चंद्रयान-3 की सफलता को सेलिब्रेट किया गया. साथ ही ड्रोन के जरिए इसका एक वीडियो भी दिखाया गया. वीडियो में चंद्रयान -3 के प्रतीकात्मक लैंडिंग को दिखाया गया.

यह कार्यक्रम मेवाड़ क्षेत्र से शुरू हुआ और चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी, जो राज्य भाजपा प्रमुख भी हैं, के नेतृत्व में आयोजित किया गया था. वीडियो में भारी भीड़ को तिरंगा लहराते हुए, चंद्रयान -3 के लिए जयकार करते हुए दिखाया गया है और सीपी जोशी एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे और 'सारे जहां से अच्छा' गाना भी बज रहा था.

विधानसभा चुनाव से पहले जनता तक पहुंचने का भाजपा का प्रयास महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह अशोक गहलोत सरकार को हटाने की योजना बना रही है. राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.

भारत ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने वाला पहला देश बनकर इतिहास रच दिया है. इसरो के पहले चंद्र लैंडिंग मिशन के सफल संचालन ने भारत को अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के एक खास क्लब में डाल दिया.

इस बीच, राजस्थान में कांग्रेस ने 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली और अगले 100 यूनिट के लिए निश्चित दर का वादा किया है. इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रसोई गैस पर भारी सब्सिडी देने का वादा किया था.

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महाराष्ट्र में नहीं थम रहा कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला

किसानों की आत्महत्या पर लगातार बहस होती है. सरकारें बदल जाती हैं लेकिन किसानों की आत्महत्याओं के मामले आने खत्म नहीं होते. हर सरकार खुद को किसानों की हितैषी बताती है फिर भी किसान जान दे रहे हैं. आखिर क्यों हो रही है उनकी अनदेखी? यह बड़ा सवाल है. बड़ा सवाल यह भी है कि इस अनदेखी को कैसे खत्म किया जाए. महाराष्ट्र के चंद्रपुर में पिछले सात महीनों में 73 किसानों ने आत्महत्या कर ली है. इस साल विदर्भ में 1,567 अन्नदाताओं ने जान दे दी है. यवतमाल में 83 दिन में 82 किसानों ने जान दे दी है. अभी भी किसान परेशान हैं, क्योंकि पहले बेमौसम बारिश हुई और फिर उसके बाद बारिश ही नहीं हो रही है. ज़्यादातर किसान आज भी बारिश पर ही निर्भर हैं.

NCRB के डाटा के मुताबिक, 2021 में 5,563 खेतिहर मजदूरों ने आत्महत्या की. यह 2020 की तुलना में ये 9% ज़्यादा था, वहीं 2019 की तुलना में 29% ज़्यादा. सबसे ज़्यादा 1,424 खेतिहर मज़दूरों ने महाराष्ट्र में जान दी. वहीं कर्नाटक में 999 खेतिहर मज़दूरों ने आत्महत्या की और आंध्र प्रदेश में 584 ने जान दी.  

दरअसल इसको समझने की ज़रूरत है कि ये खेतिहर मज़दूर कौन हैं.. ये वही किसान हैं जो ज़मीन से जब मुनाफ़ा नहीं होता तो खेती छोड़कर मज़दूरी करने लगते हैं, लेकिन वहां भी इन्हें बहुत कुछ नहीं मिलता है. 

महाराष्ट्र मे औसतन हर रोज सात किसानों ने जान दी

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में  830 किसानों ने जनवरी से अप्रैल के बीच आत्महत्या की है. औसतन हर रोज सात किसानों ने जान दी. सरकार ने 830 आत्महत्या के मामलों में से 283 मामलों को मुआवज़े के लिए सही माना. एक लाख रुपये मुआवज़ा दिया जाता है. वहीं 2006 के बाद मुआवज़े की राशि नहीं बढ़ाई गई है. 

नाम जीवनदास लेकिन ढाई लाख के कर्ज के बोझ ने जीवन खत्म करने पर मजबूर कर दिया. चन्द्रपुर के 45 साल के जीवनदास धान की खेती करते थे. अब पत्नी और बच्चे बेसहारा हैं.

सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली

मृत किसान जीवनदास की पत्नी ने कहा, ''मैं उनसे बार-बार कहती थी कि आप चिंता मत करो, धीरे-धीरे सबका कर्जा चुका देंगे. लेकिन उन्होंने मेरे और मेरे बच्चों के बारे में बिना सोचे खुदकुशी की. मुझे आज तक सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली. मैं मेरे परिवार को मदद करने की विनती करती हूं.''   

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर में किसानों की हालत बुरी है. इस साल 73 किसानों ने अपनी जान दी है. इनमें पिछले महीने यानी जुलाई में जान देने वाले 
वाले 15 किसान शामिल हैं.

चंद्रपुर में पांच सालों में 446 किसानों ने खुदकुशी की

चंद्रपुर में 7 महीने में 73 किसानों ने खुदकुशी की है. साल 2001 से 2023 तक 1148 मामले सामने आए. इनमें 745 किसान ऐसे थे, जिन्हें सरकारी मुआवजा मिलना था. इनमें 329 किसान ऐसे थे, जो मुआवजे के हकदार नहीं थे. इसमें दिसंबर 2022 से 48 केस पेंडिंग हैं. पिछले पांच सालों में 446 किसानों ने अपनी जान दे दी है.

इस साल जून-जुलाई में बाढ़ और बारिश ने किसानों का बड़ा नुकसान किया है, वहीं बिना बारिश का अगस्त महीना भी डरा रहा है. जिले के 852 गांवों के 64 हजार 379 किसानों की कुल 54 हजार 514 हेक्टेयर में लगी फसल खराब हो चुकी है. 

प्रभावित जिलों में तुरंत अकाल घोषित हो

पेशे से किसान और महाराष्ट्र के किसानों की आवाज उठाने वाले शशि सोणावने मांग कर रहे हैं कि प्रभावित क्षेत्र में अकाल घोषित हो. उन्होंने कहा कि, ''राज्य और केंद्र सरकार से यही मांग है कि महाराष्ट्र में कुछ जिले ऐसे हैं कि वहां आप तुरंत अकाल घोषित करो. अकाल घोषित करने से जो सरकारें बच रही हैं, वह गलत है. आप सर्वे कीजिए और जो जिले ज्यादा प्रभावित हैं वहां तुरंत अकाल घोषित करें. जहां अकाल जैसी स्थिति लग रही है वहां उपाय कीजिए. सरकार पॉलिटिकल मीटिंग कर रही है.'' 

बताया जाता है कि इस साल विदर्भ में 1567 अन्नदाताओं ने जान दी है. 83 दिन में यवतमाल के 82 किसानों ने आत्महत्या की है. जानकार बताते हैं कि अगले 12-15 दिन इसी तरह बारिश नदारद रही तो महाराष्ट्र के किसानों का हाल बद से बदतर होने वाला है.



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Wednesday, August 30, 2023

श्रम और रोजगार मंत्रालय के सर्विस पोर्टल पर 10 लाख के पार पहुंची वैकेंसी की संख्या

श्रम और रोजगार मंत्रालय के नेशनल करियर सर्विस पोर्टल पर 28 अगस्त, 2023 को नौकरियों की सक्रिय वैकेंसी पिछले चार महीनों में करीब 80% बढ़कर 10 लाख से कुछ अधिक हो गई है. सबसे ज्यादा नौकरी के अवसर फाइनेंस और इंश्योरेंस सेक्टर्स में ऑफर किए गए हैं.

श्रम मंत्रालय के मुताबिक, नेशनल करियर सर्विस पोर्टल पर पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में पंजीकृत जॉब वैकेंसी की संख्या मई 2023 में 5,65,503 थी, जो 28 अगस्त तक बढ़कर 10,03,062 पहुंच गई. इनमें एक अहम हिस्सा सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रखरखाव इंजीनियर, तकनीकी सहायता अधिकारी, बिक्री अधिकारी, डेटा एंट्री ऑपरेटर और लॉजिस्टिक्स अधिकारी जैसे पद के लिए है.

राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल पर नौकरियों की सक्रिय वैकेंसी सबसे ज़्यादा 51% फाइनेंस और इंश्योरेंस सेक्टर में हैं. जबकि 13% ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज सेक्टर में हैं. 10 लाख से कुछ अधिक सक्रिय वैकेंसी में लगभग एक तिहाई रिक्तियां फ्रेशर्स के लिए ऑफर की गई हैं.

अर्थशास्त्री वेद जैन ने एनडीटीवी से कहा, "राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल पर पंजीकृत जॉब वैकेंसी दिखाती है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार हुआ है. ये अर्थव्यवस्था की दिशा और दशा के आंकलन का एक अच्छा पैमाना हो सकता है."

कुल सक्रिय वैकेंसी में से 38% वैकेंसी ऑल इंडिया स्तर पर उम्मीदवारों के चयन के लिए, जबकि 18% वैकेंसी अलग-अलग राज्यों की आवश्यकता के लिए पोस्ट की गईं हैं. भारत सरकार को उम्मीद है कि रोजगार के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण टेक्सटाइल जैसे सेक्टर में रोजगार के अवसर में सुधार की और संभावना है.

भारत सरकार के संयुक्त सचिव (टेक्सटाइल) राजीव सक्सेना ने एनडीटीवी से कहा, "टेक्सटाइल सेक्टर में भी रोजगार परिदृश्य अच्छा है.  ट्रेडिशनल गारमेंट सेक्टर और हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट सेक्टर मुख्य रूप से रोजगार जेनरेट कर रहे हैं. जॉब क्रिएशन की संभावना टेक्निकल टेक्सटाइल में काफी ज्यादा है. जॉब्स की वॉल्यूम बढ़ेगी और क्वालिटी ऑफ जॉब्स भी बढ़ेगा. टेक्सटाइल सेक्टर में सबसे ज्यादा स्किल जॉब्स क्रिएट होंगे."

श्रम मंत्रालय के मुताबिक आने वाले त्योहारों के सीजन के दौरान देश में रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सकती है.



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डिजिटल मेहंदी देख लोग हुए हैरान, बोले- ऐसी मेहंदी लगाओ कि QR कोड में 4 लोग पैसे ट्रांसफर कर दे

Social Media Viral Video : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़की ने डिजिटल मेहंदी लगा रखी है. इस मेहंदी का डिजाइन उसने बेहद खास बना रखा है. डिजिटल मेहंदी में QR कोड है. इसकी मदद से कोई भी शख्स डिजिटल पेमेंट कर सकता है. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखने के बाद लोग पूरी तरह से हैरान है. वायरल हो रहे इस वीडियो पर कई लोगों की प्रतिक्रियाएं देखने को भी मिल रही हैं.

देखें वायरल वीडियो

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक लड़की ने अपने हाथों में मेहंदी लगा रखी है. इस लड़की का वीडियो देख लोग क्रियटिविटी की दाद दे रहे हैं. देखा जाए तो एक बेहतरीन आइडिया है. हालांकि, ऐसे वीडियो सिर्फ फन के लिए होते हैं. लोग इस तरह के वीडियो को देखना पसंद भी करते हैं.

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को Ravisutanjani नाम के यूज़र ने शेयर किया है. इस वीडियो को 11 लाख व्यूज़ मिल चुके हैं. करीब 14 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने इस वीडियो को लाइख किया है. वहीं इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स भी देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- बहुत ही अलग मेहंदी है. लगता है राखी स्पेशल है. वहीं एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- डिजिटल इंडिया में भारतीय संस्कृति का मिलन हो रहा है.



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Tuesday, August 29, 2023

CBI ने दिल्ली शराब घोटाले की जांच कर रहे ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ दर्ज किया मामला

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली शराब घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी और होटल चेन क्लेरिज के प्रमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया है. केस में ईडी के सहायक निदेशक पवन खत्री, क्लेरिज होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के प्रमुख विक्रमादित्य सिंह और एयर इंडिया के एक कर्मचारी दीपक सांगवान का नाम है. ईडी पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया और अन्य से जुड़े दिल्ली शराब नीति और मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है, जिसमें अमनदीप सिंह ढल भी आरोपी हैं. उन्हें इस साल की शुरुआत में एजेंसी ने गिरफ्तार किया था.

ईडी ने दावा किया है कि पवन खत्री और ईडी में एक क्लर्क नितेश कोहर ने कथित तौर पर अमनदीप सिंह ढल की मदद करने के लिए रिश्वत के तौर पर 5 करोड़ रुपये लिए थे.

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शिकायत के अनुसार, ढल और उनके पिता बीरेंद्र पाल सिंह ने ईडी अधिकारियों को सूचित किया कि उन्होंने ढल के खिलाफ मामले में ईडी की जांच में 'मदद की व्यवस्था' करने के लिए दिसंबर 2022 और जनवरी 2023 के बीच एक चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण वत्स को 5 करोड़ रुपये दिए थे.

7 अगस्त को सीबीआई को दी गई अपनी शिकायत में, ईडी ने कहा कि प्रवीण वत्स और एयर इंडिया के कर्मचारी दीपक सांगवान ने पवन खत्री के माध्यम से शराब नीति मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मदद करने के बहाने ढल से 5 करोड़ रुपये लिए थे.

एजेंसी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया, "प्रवीण वत्स ने कहा कि अमनदीप सिंह ढल से मिले पैसे में से 50 लाख दिसंबर के मध्य में सांगवान और खत्री को अग्रिम रूप में दिए गए थे, जैसा कि उन्होंने मांगा था."

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चूंकि ढल को इस साल मार्च में गिरफ्तार किया गया था, इसलिए उनके पिता ने पैसे वापसी की मांग की. जैसा कि वत्स ने बताया, 29 जून को खत्री की मौजूदगी में उन्हें 1 करोड़ रुपये वापस कर दिए गए.

अपने बयान में विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि अमन ढल ने उनसे मदद की गुहार लगाई थी और उन्होंने वत्स से मदद करने को कहा था. ईडी की शिकायत में कहा गया है कि वत्स ने उनसे कहा था कि "ईडी अधिकारियों और अन्य खर्चों में कटौती के बाद, बाकी पैसे उनके बीच समान रूप से बांटे जाएंगे."

शिकायत के बाद, सीबीआई ने रिश्वत के माध्यम से दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी की जांच को प्रभावित करने के आरोप में खत्री, कोहर, सांगवान, वत्स, विक्रमादित्य सिंह, अमनदीप सिंह ढल और बीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है.



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Monday, August 28, 2023

"मंदिरों में प्रार्थना करें": नूंह में रैली के लिए अनुमति नहीं देने पर मनोहर लाल खट्टर

हरियाणा सरकार द्वारा नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा बुलाई गई यात्रा को अनुमति देने से इनकार करने के बाद, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि लोग पास के मंदिरों में जा सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं क्योंकि यह 'सावन' का महीना है. अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों द्वारा कानून और व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए जिले में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.

मनोहर लाल ने आज संवाददाताओं से कहा, "महीने की शुरुआत में वहां (नूंह) जिस तरह की घटना हुई, उसे देखते हुए यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनी रहे. हमारी पुलिस और प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि यात्रा की बजाए लोगों को पास के मंदिरों में जाना चाहिए और प्रार्थना करनी चाहिए. यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन लोग पास के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा कर सकते हैं क्योंकि यह सावन का महीना है.'' 

मनोहर लाल ने आगे कहा कि लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए मंदिरों में जलाभिषेक की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा, "सावन होने के कारण हर कोई अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक कर सकता है. पिछले दिनों नूंह में हुई घटनाओं के कारण कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शोभायात्रा की अनुमति नहीं दी गई है." हरियाणा सरकार ने शनिवार को कहा कि नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी है और जिले में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है.

नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खड़गटा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "हमने यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. फिर भी, कुछ लोगों ने कहा है कि वे यात्रा करेंगे. हमने धारा 144 लगा दी है." हरियाणा पुलिस ने शनिवार को कहा कि नूंह जिले में सोमवार तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं. हालांकि, विश्व हिंदू परिषद ने दावा किया है कि वे सोमवार को नूंह में अपनी यात्रा जारी रखेंगे.
 



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G-20 के लिए दिल्‍ली को सजाने में किसने किया खर्च? BJP और AAP में छिड़ी जुबानी जंग

अगले महीने होने वाले तीन दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) से पहले दिल्ली को सजाने-संवारने को लेकर भाजपा और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के बीच घमासान छिड़ गया है. भाजपा का दावा है कि दिल्‍ली को सजाने-संवारने का काम केंद्र सरकार के फंड से किया गया है. इस पर AAP ने तीखा जवाब दिया है. वहीं भाजपा ने आम आदमी पार्टी को चुनौती देते हुए एक भी ऐसी परियोजना का नाम बताने के लिए कहा है, जिसे उनकी सरकार ने वित्त पोषित किया हो. उधर, आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में भाजपा पर गंदी राजनीति खेलने का आरोप लगाया है. 

भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी को घेरते हुए कहा कि जी-20 के लिए दिल्‍ली का बदलाव पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा फंडेड है और उनके मंत्रियों को श्रेय चुराने की कोशिश करते देखना शर्मनाक है. पार्टी की ओर से कहा गया कि यहां तक की दीवार पेंटिंग की अवधारणा भी केंद्र सरकार द्वारा पहले प्रगति मैदान सुरंग में और बाद में एनडीएमसी क्षेत्र में शुरू की गई है. 

इस मुद्दे को लेकर दिल्‍ली के भाजपा प्रदेशाध्‍यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे लेकर मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि यह अफसोसजनक है कि सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री बेशर्मी से दिल्‍ली के बदलाव का श्रेय चुराने की कोशिश कर रहे हैं. मैं दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि वे जी-20 की तैयारियों के लिए दिल्‍ली के उनकी सरकार द्वारा सौंदर्यीकरण या विकास की एक भी परियोजना बताएं. 

भाजपा पर हमलावर AAP
भाजपा के दावे पर आम आदमी पार्टी का आधिकारिक बयान सामने आया है. इसमें पार्टी ने कहा, "यह देखकर हैरानी होती है कि भाजपा को आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को भी अपना बताना पड़ रहा है. दिल्ली में पीडब्‍ल्‍यूडी की सड़कों से जुड़े कार्यों में पूरा पैसा दिल्ली सरकार के पीडब्‍ल्‍यूडी ने खर्च किया है. वहीं, एमसीडी की सड़कों से जुड़े कार्यों में पूरा पैसा एमसीडी ने खर्च किया है. केवल एनडीएमसी और एनएचएआई की सड़कों से जुड़े कार्यों में ही केंद्र का पैसा खर्च हुआ है. इस स्तर की राजनीति से देश का भला नहीं होने वाला है. भारत, जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है, लेकिन भाजपा गंदी राजनीति खेल रही है." 

जी-20 की अध्‍यक्षता कर रहा है भारत 
बता दें कि भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. इस दौरान देश के 32 विभिन्न क्षेत्रों में करीब 200 बैठकें हुई हैं. दिल्ली में होने वाला शिखर सम्मेलन भारत द्वारा आयोजित होने वाली सबसे हाई-प्रोफाइल अंतरराष्‍ट्रीय सभाओं में से एक होगा. 

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VIDEO: राहुल गांधी ने ऊटी में चॉकलेट बनाने वाली फैक्ट्री का किया दौरा, खुद भी आजमाए हाथ

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ऊटी में चॉकलेट बनाने वाली एक फैक्टरी के हालिया दौरे का वीडियो साझा करते हुए रविवार को कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बचाने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की समान दर लागू करने और औद्योगिक केंद्र बनाने की जरूरत है. राहुल ने इस महीने की शुरुआत में अपनी लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड जाते समय ‘ऊटी के सबसे प्रसिद्ध ब्रांड में से एक'-मोडीज चॉकलेट्स-की फैक्टरी का दौरा किया था. 

कांग्रेस की ओर से जारी बयान में राहुल के हवाले से कहा गया है, ‘‘हाल ही में वायनाड जाते समय मुझे ऊटी के सबसे प्रसिद्ध ब्रांड में से एक-मोडीज चॉकलेट्स की फैक्टरी का दौरा करने का आनंददायक अनुभव मिला. इस छोटे से व्यवसाय के पीछे मुरलीधर राव और उनकी पत्नी स्वाति की उद्यमशीलता की कहानी प्रेरणादायक है.''

कांग्रेस नेता ने कहा कि दंपति के साथ काम करने वाली महिलाओं की टीम भी उतनी ही शानदार है और 70 महिलाओं की समर्पित टीम द्वारा तैयार की जाने वाली सबसे उत्तम चॉकलेट जैसा स्वाद मैंने कभी नहीं चखा. 

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, पूरे भारत में अनगिनत अन्य छोटे और मध्यम उद्यमों की तरह मोडीज भी ‘गब्बर सिंह टैक्स' का बोझ झेल रही है.''

राहुल ने जोर देते हुए कहा कि सामूहिक रूप से भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इन एमएसएमई को बचाने के लिए जीएसटी की एक समान दर लागू करने और औद्योगिक केंद्र बनाने जैसे अनिवार्य उपाय करने की जरूरत है. 

उन्होंने कहा कि इस तरह की महिला नेतृत्व वाली टीम हर तरह के समर्थन की हकदार है. 

राहुल द्वारा साझा किए गए वीडियो में वह चॉकलेट बनाते हुए और फैक्टरी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों से बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं. 

राहुल के चॉकलेट फैक्टरी के दौरे का वीडियो साझा करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा को आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी पिछले दिनों ऊटी की एक चॉकलेट फैक्टरी पहुंचे, जिसे महिलाएं चलाती हैं. उन्होंने उनके साथ बातचीत की, अनुभव सुने, मेहनत की सराहना की और समस्याओं को समझा.''

रमेश ने लिखा, ‘‘छोटे, लघु एवं मध्यम उद्योगों से जुड़े लोगों की बात को इसी तरह सुना जाना चाहिए. उन्हें मदद की जरूरत है.''

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Sunday, August 27, 2023

चंद्रयान-3 मिशन के दो उद्देश्य पूरे हुए, चांद की सतह पर वैज्ञानिक प्रयोग जारी: ISRO

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के तीन में से दो उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं, जबकि तीसरे उद्देश्य के तहत वैज्ञानिक प्रयोग जारी हैं. इसने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के सभी पेलोड सामान्य रूप से काम कर रहे हैं.

इसरो ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘चंद्रयान-3 मिशन: मिशन के तीन उद्देश्यों में से, चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन पूरा हो गया है. चंद्रमा पर रोवर के घूमने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है. तीसरे उद्देश्य के तहत वैज्ञानिक प्रयोग जारी हैं. सभी पेलोड सामान्य रूप से कार्य कर रहे हैं.''

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की है कि चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग' की तारीख 23 अगस्त के दिन को अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा और जिस जगह पर इस यान का लैंडर ‘विक्रम' उतरा, उस जगह को अब ‘शिवशक्ति' प्वाइंट के रूप में जाना जाएगा.

उन्होंने यह घोषणा भी की कि 2019 में चंद्रयान-2 ने जिस जगह पर अपने पदचिह्न छोड़े थे, चंद्रमा की उस जगह को अब ‘तिरंगा' प्वाइंट के रूप में जाना जाएगा.



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Saturday, August 26, 2023

... तब चीन से हमारा व्यापार घाटा बढ़ जाता, अमेरिका से दिल का नाता : पीयूष गोयल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका एवं चीन के व्यापार मंत्रियों की मौजूदगी में शुक्रवार को कहा कि चीन की अगुवाई वाले क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी आरसीईपी गठजोड़ का भारत के हिस्सा न बनने की वजह यह रही कि इससे व्यापार घाटा बढ़ जाता. इसके साथ ही गोयल ने अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि भारत का 'दिल' अमेरिका से जुड़ा हुआ है.

गोयल ने यह टिप्पणी राजधानी में आयोजित 'बी20 शिखर सम्मेलन' में व्यापार मंत्रियों के एक परिचर्चा सत्र में की. इस दौरान चीन के व्यापार उप मंत्री वांग शोउवेन और अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन तेई भी मौजूद थीं. गोयल ने शोउवेन से पूछा कि क्या चीन को भारत के आरसीईपी का हिस्सा न बनने का अफसोस है. इस पर चीन के मंत्री ने कहा कि अगर भारत इस समझौते का हिस्सा बना होता तो दोनों देशों के बीच व्यापार संभावनाएं और भी बढ़ी होतीं, जिससे दोनों देशों को फायदा होता.

इसके साथ ही शोउवेन ने कहा, 'यह फैसला आपको ही करना है कि आप आरसीईपी का हिस्सा बनेंगे या नहीं, लेकिन भारत के लिए आरसीईपी के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे.' इस पर गोयल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, 'द्विपक्षीय व्यापार बढ़ा रहता लेकिन उसके साथ व्यापार घाटा भी बढ़ जाता. हम पहले से ही चीन के साथ 130 अरब डॉलर का व्यापार चीन के पक्ष में झुके होने को लेकर चिंतित हैं. भारतीय उद्योग जगत का मानना है कि आरसीईपी का हिस्सा बनने की स्थिति में व्यापार बढ़ने के साथ घाटा भी बढ़ जाता.'

चीन के व्यापार उप मंत्री ने भारत के व्यापार हितों का ध्यान रखने में गोयल के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा, 'भले ही आप हरेक देश के साथ व्यापार को संतुलित नहीं कर पाए हों लेकिन अपने देश के लिए वैश्विक व्यापार संतुलन साधने में आप बहुत सफल रहे हैं.' चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 83 अरब डॉलर का है, जबकि अमेरिका के साथ भारत 28 अरब डॉलर के व्यापार अधिशेष में है.

इसी को ध्यान में रखते हुए गोयल ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, 'मेरा दिल अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि के साथ है.' उनका इशारा कैथरीन ताई की तरफ था. उन्होंने विश्व व्यापार संगठन में भारत और अमेरिका के बीच विवाद का विषय रहे सात में से छह मुद्दों के द्विपक्षीय निपटान में कैथरीन ताई के प्रयासों की सराहना भी की.



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अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन 2023 के दौरान Artificial Intelligence पर जोर दिया

आपराधिक कानून (Criminal law) और प्रौद्योगिकी (Technology) को हमेशा परस्पर अनन्य क्षेत्रों के रूप में देखा गया है, लेकिन कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, अपराध पैटर्न को फिर से परिभाषित किया गया है. दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन 2023 के दौरान शीर्ष पुलिस अधिकारियों द्वारा नए कानूनों और उनके साथ बदलती गतिशीलता के अलावा, इन पर चर्चा की गई.

गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की अध्यक्षता की और देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को त्वरित न्याय वितरण और नागरिकों के लिए संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए एआई, बदलते कानूनों, फोरेंसिक उपयोग जैसी नई प्रौद्योगिकियों पर आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए काम करने का निर्देश दिया.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "गृह मंत्री ने विशेष रूप से पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक के उपयोग पर जोर दिया और निचले पुलिस रैंक से लेकर उच्च संरचनाओं तक इसे लागू करने का सुझाव दिया." उनके अनुसार, गृह मंत्री ने नए कानूनों के अनुसार संपूर्ण आपराधिक न्याय प्रणाली को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. अमित शाह ने जांच और अभियोजन की पूरी प्रक्रिया में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग के महत्व को रेखांकित किया.

बैठक में भाग लेने वाले एक अधिकारी ने कहा, "उन्होंने संशोधित आपराधिक न्याय प्रणाली की भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाली पुलिस व्यवस्था शुरू करने की पहल का आह्वान किया." एएक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "आज की दुनिया में, एआई की पूर्वानुमानित प्रकृति (Predictive Nature) के कारण, यह अपराध विज्ञान, कानून और फोरेंसिक में तेजी से लोकप्रिय हो गया है. आज, कानून प्रवर्तन में एल्गोरिथम जोखिम आकलन का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को इस पूर्वानुमानित मूल्यांकन से एक कदम आगे रहने की जरूरत है, इसलिए इस संबंध में भी चर्चा हुई.''



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हिमाचल में लैंडस्लाइड के बाद सड़कों पर गुजर रही रात, पीड़िता ने कहा- इससे बेहतर मौत होगी

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन (लैंडस्लाइड) से पीड़ित लोग इस बुरे अनुभव को कभी न भूलने वाला बुरा सपना करार दे रहे हैं. भूस्खलन से प्रभावित प्रोमिला ने कहा, ‘‘इस बुरे वक्त से गुजरने से बेहतर मौत होगी, क्योंकि जीवन में उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है.'' प्रोमिला यहां भूस्खलन का शिकार हुई एक इमारत में रहती थीं, जहां उनका एक कमरा ढह जाने से उन्होंने अपना सब कुछ खो दिया.

23 अगस्त की सुबह हुए भूस्खलन से एक इमारत आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें प्रोमिला अपनी बीमार मां के साथ रहती थीं. यह इमारत इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (आईजीएमसीएच) के नजदीक है.

शुक्रवार को पीटीआई-भाषा से अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी 75 वर्षीय मां के साथ रहती हूं. वो कैंसर से पीड़ित हैं. 2016 से उनका इलाज जारी है. मैं राम नगर के बाजार में एक दुकान में नौकरी करती थी, जहां पिछले सप्ताह मुझे हटा दिया गया, क्योंकि मंदी के कारण ग्राहक नहीं थे.''

प्रोमिला कहती हैं, ‘‘मैं बृहस्पतिवार की रात आईजीएमसीएच में सोई क्योंकि मेरे पास जाने के लिए कोई जगह नहीं थी.''प्रोमिला के भाई-बहन या पिता नहीं हैं और वह अपने पति से भी अलग हो चुकी हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं नौकरी की तलाश में हूं और यहां तक कि मैं साफ-सफाई और झाड़ू-पोछा भी करने को तैयार हूं, क्योंकि मुझे अपनी मां के इलाज के लिए पैसे की बहुत जरूरत है.' प्रोमिला ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है.

एक अन्य भूस्खलन पीड़ित सुमन, जिसका कमरा प्रोमिला के कमरे के बगल में था, ने कहा, ‘‘हम अपना सामान नहीं बचा सके और केवल वही कपड़े बचे हैं जो हमने ढहे हुए घर से बाहर निकलते समय पहने थे.''

घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली सुमन का कहना है कि उन्होंने भूस्खलन में अपना सब कुछ खो दिया है और उनके पास अपने बेटे की स्कूल फीस देने के लिए भी पैसे नहीं हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी स्थिति दयनीय है लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया, क्योंकि इस भूस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी, अगर राज्य सरकार आपदा पीड़ितों की मदद नहीं कर सकती तो इतना सारा दान लेने का क्या फायदा.''

सुमन ने कहा, ‘‘हमने गुरुद्वारे में खाना खाया और अपने रिश्तेदारों के घरों में रह रहे हैं, लेकिन हमें कोई मदद या राहत नहीं मिली है.''शिमला में पिछले हफ्तों में कई भूस्खलन हुए हैं और पिछले 10 दिनों में जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है.

इस महीने राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 120 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 24 जून को हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की शुरुआत के बाद से कुल 238 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग अभी भी लापता हैं.



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Friday, August 25, 2023

जदयू अध्यक्ष ललन सिंह का हरिवंश पर सीधा हमला, कहा- "पार्टी की बैठकों में आने से बच रहे"

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह “ललन” ने बुधवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पर “प्रधानमंत्री के निर्देशों के तहत” पार्टी की बैठकें में शामिल नहीं होने का आरोप लगाया. ललन ने यह आरोप जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी गठित करने के एक दिन बाद लगाया, जिसमें हरिवंश को छोड़कर सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों सहित लगभग 100 सदस्यों के नाम हैं.

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “पिछले साल नौ अगस्त को हमारे राजग छोड़ने के बाद से हरिवंश ने पार्टी की सभी बैठकों में भाग नहीं लिया. इतना ही नहीं, उन्होंने संसदीय दल की बैठक में आना बंद कर दिया है, जो हम हर बुधवार को सदन के सत्र के दौरान आयोजित करते हैं.” उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “ऐसा संभव है कि हरिवंश को किसी और ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री ने जदयू की बैठकों में शामिल न होने के लिए कहा हो.''

ललन सिंह ने इन दलीलों को भी खारिज कर दिया कि पत्रकार से नेता बने हरिवंश शायद पार्टी की बैठकों से दूरी इसलिए बनाए हुए हैं क्योंकि वह एक संवैधानिक पद पर हैं. जदयू प्रमुख ने कहा, “नौ अगस्त, 2022 से पहले वह हमेशा पार्टी की बैठकों में शामिल होते थे.” राज्यसभा में अपना लगातार दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हरिवंश 2018 में उपसभापति बने.

ललन ने कहा, “हो सकता है, वह अब प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुसार कार्य कर रहे हों, जिन्होंने उन्हें पार्टी की बैठकों से दूर रहने के लिए कहा होगा. तकनीकी रूप से, वह अभी जदयू से बाहर नहीं निकल सकते हैं.” एक समय जदयू के सर्वोच्च नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र रहे हरिवंश को विपक्ष के बहिष्कार के बावजूद नए संसद भवन के उद्घाटन में भाग लेने जैसे कदमों के कारण पार्टी की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

इस बीच, बिहार भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान जारी कर ललन पर 'प्रधानमंत्री का नाम अनावश्यक रूप से घसीटने' और 'गठबंधन सहयोगी राजद और उसके नेताओं लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव का प्रवक्ता बनने' का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया, “जदयू विघटन के कगार पर है, लेकिन ललन सिंह जैसे लोगों को कोई चिंता नहीं है. वह हरिवंश जैसे बुद्धिजीवी को इस तरह से अपमानित कर रहे हैं, जो हमें नीतीश कुमार द्वारा जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव और आर सी पी सिंह जैसे दिग्गजों के साथ किए गए घटिया व्यवहार की याद दिलाता है.”



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"जब चंद्रयान-3 धरती पर उतरेगा..." : यूपी के नेता की गफलत का वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओपी राजभर ने बुधवार (23 अगस्त) को चंद्रमा पर उतरे चंद्रयान-3 की सफलता के लिए इसरो वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं देते हुए एक गलती कर दी. कुछ महीने पहले बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हुए 60 वर्षीय राजभर ने कहा कि जब अंतरिक्ष यान पृथ्वी पर वापस आएगा तो पूरे देश को उसका स्वागत करना चाहिए. वे चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर मॉड्यूल के टचडाउन से पहले यूपी तक (इंडिया टुडे ग्रुप चैनल) से बात कर रहे थे.

वायरल हुए शॉर्ट वीडियो क्लिप में राजभर वैज्ञानिकों को उनके निरंतर शोध के लिए बधाई देते हुए सुने जा सकते हैं.

चंद्रयान-3 मिशन पर उन्होंने कहा, "मैं उन्हें इसके लिए बधाई देता हूं. कल जब पृथ्वी पर इसके सुरक्षित आगमन का समय आएगा तो पूरे देश को इसका स्वागत करना चाहिए."

राजभर की यह टिप्पणी राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना द्वारा चंद्रयान-3 में सवार "यात्रियों" को सैल्यूट करने के एक दिन बाद आई है.

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के रूप में पहले कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने के बाद राजभर ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में 2022 का यूपी चुनाव लड़ा था. बाद में वे यह आरोप लगाते हुए एनडीए में लौट आए कि उत्तर प्रदेश में विपक्ष के दबाव में कोई दम नहीं है.

इस बीच, चंद्रयान-3 की सफलता ने भारत को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक खोजी यान उतारने वाला चौथा देश बना दिया है. इसके अलावा भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव के आसपास अज्ञात क्षेत्र तक पहुंचने वाला पहला देश बन गया है.

इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि विक्रम लैंडर चंद्रमा पर एक खास क्षेत्र में तय उद्देश्य के लिए उतरा है. उन्होंने कहा कि रोवर में दो उपकरण और लैंडर पर तीन उपकरण हैं. उन सभी को क्रमिक रूप से चालू किया गया है.



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Thursday, August 24, 2023

हिमाचल :भारी बारिश के बाद भूस्खलन में 12 लोगों की मौत, शिमला समेत छह जिलों में ‘रेड अलर्ट’

हिमाचल प्रदेश में बीती रात हुई भारी बारिश के बाद भूस्खलन की घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई और कुछ मकानों के क्षतिग्रस्त होने के अलावा 400 से अधिक सड़कें अवरूद्ध हो गईं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के 12 में से छह जिलों में भारी भीषण बारिश और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भीषणतम बारिश' होने का अनुमान जताते हुए बुधवार को ‘रेड अलर्ट' जारी किया.

इस मॉनसून में भारी बारिश के तीन बड़े दौरों के बाद राज्य में कुल 709 सड़कें बंद हो गईं हैं. भारी बारिश के कारण प्रदेश में बड़े पैमाने पर विनाश एवं मौत की घटनाएं हुयी हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. प्रदेश के शिमला, मंडी और सोलन जिलों में बुधवार से दो दिनों के लिए सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.

बारिश के कारण शिमला शहर बुरी तरह प्रभावित हुआ, भूस्खलन और उखड़े पेड़ों के कारण मुख्य कार्ट रोड और साथ ही शिमला-मेहली बाईपास कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया. कई घरों में दरारें भी आ गईं हैं और एहतियात के तौर पर लोगों को वहां से हटा दिया गया है. शिमला जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि बलदेयां इलाके में एक कच्चे मकान में झालो नामक प्रवासी और उनकी पत्नी राजकुमारी के शव मिले हैं. पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अनावश्यक यात्रा नहीं करने का अनुरोध किया.

इस महीने राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में 120 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 24 जून को हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के बाद से कुल 238 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है और 40 लोग अब भी लापता हैं. मौसम विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों के लिए दोपहर में ‘रेड अलर्ट' जारी की थी. विभाग ने बृहस्पतिवार के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की नारंगी चेतावनी भी जारी की है. सोलन जिले में भूस्खलन से कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हो गये.



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सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- क्या जम्मू-कश्मीर का संविधान हमारे संविधान पर हावी है?

अनुच्छेद 370 के मामले में संविधान पीठ में 9 वें दिन याचिकाओं की दलीलें पूरी हुईं. गुरुवार को केंद्र सरकार दलीलें रखना शुरू करेगी. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की. CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, क्या संविधान सभा समाप्त होने पर धारा 370 का क्रियान्वयन समाप्त नहीं हो जाएगा? अनुच्छेद 370 शुरू से ही अस्थायी प्रकृति का है. अनुच्छेद 370 को स्थायी बनाने का इरादा कभी नहीं था. अनुच्छेद 370 इस पर चुप है कि संविधान सभा बनने के बाद नियम क्या होना चाहिए. क्या किसी संघीय इकाई का संविधान कभी संघीय इकाई के स्रोत से ऊपर उठ सकता है? 

उन्होंने कहा कि, क्या यह आवश्यक नहीं है कि जम्मू-कश्मीर राज्य की संविधान सभा के कार्य को इसे क्रियाशील बनाने के लिए इस संविधान में शामिल किया जाए? क्या जम्मू-कश्मीर का संविधान हमारे संविधान पर हावी है? क्या इसका मतलब यह है कि जम्मू-कश्मीर की संविधान सभा द्वारा कही गई कोई भी बात संसद को बाध्य करेगी? 

संविधान सभा समाप्त होने पर 370 का संचालन समाप्त हो जाता है

चीफ जस्टिस ने कहा कि, इसे स्थायी बनाने के लिए संसद द्वारा कुछ अधिनियम की आवश्यकता थी या भारतीय संविधान में कुछ बदलाव किए गए थे. संसद ने अब तक ऐसा नहीं करने का फैसला किया, लेकिन इसे निरस्त करने का निर्णय लिया, और खंड 3 में इसकी प्रक्रिया है. जब संविधान सभा समाप्त हो जाती है तो 370 का संचालन समाप्त हो जाता है.

उन्होंने कहा कि, मुद्दा यह है कि अनुच्छेद 370 स्वयं सीमित नहीं है. जब संविधान सभा का अस्तित्व समाप्त हो जाता है और यदि नहीं तो हम कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर का संविधान हमारे संविधान से आगे निकल जाता है, क्या ऐसा नहीं है? क्या इसका मतलब यह है कि जम्मू-कश्मीर की संविधान सभा द्वारा कही गई कोई भी बात हमारे देश और हमारी संसद को बांधती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसका कारण जम्मू-कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों में विलय करना था.

370 स्वयं ऐसे तौर-तरीके प्रदान करता है जिसके द्वारा इसे समाप्त किया जा सकता है

चीफ जस्टिस ने कहा कि, मुद्दा एक सवाल का है. क्या यह संविधान सभा के लिए आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त था  या संसद द्वारा कुछ अधिनियम की आवश्यकता थी ताकि भारतीय संविधान में कुछ बदलाव किए जा सकें, इसे स्थायी बनाएं? क्या इसे स्थायी स्वरूप देने के लिए संवैधानिक संशोधन की आवश्यकता थी. क्या इसे केवल संविधान सभा के निर्णय तक स्थायी रखा गया था. संविधान सभा के समाप्त होते ही ये शक्ति पूर्णतः समाप्त हो जाती है. 370 स्वयं ऐसे तौर-तरीके प्रदान करता है जिसके द्वारा इसे समाप्त किया जा सकता है. 370 (3) विशेष रूप से निरस्तीकरण के लिए अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों का प्रावधान करता है.

उन्होंने कहा कि, एक बार जब हम यह स्वीकार कर लेते हैं कि कानून बनाने वाली संस्था के रूप में संसद के पास धारा 370 में संशोधन करने या उसे निरस्त करने की शक्ति है, तो कोई भी संशोधन नैतिकता के आधार पर आलोचना का विषय हो सकता है, लेकिन शक्ति के आधार पर नहीं. यह एक राजनीतिक तर्क हो सकता है, न कि संवैधानिक शक्ति के अभाव में. 

दोनों संविधान एक-दूसरे को स्वीकार करते हैं

वहीं याचिकाकर्ताओं की ओर से गोपाल शंकरनारायणन ने कहा, दोनों संविधानों के बीच एक पुल है. वे एक-दूसरे को स्वीकार करते हैं. यह एक स्पष्ट बंधन बनाता है.

सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि वह अगले हफ्ते सोमवार से गुरुवार तक मामले की सुनवाई करेगा. पहले यह सुनवाई तीन दिन मंगलवार, बुधवार और गुरुवार हो रही थी, लेकिन अगले हफ्ते से आर्टिकल 370 के मामले की सोमवार 28 अगस्त से लगातार 4 दिन तक संविधान पीठ सुनवाई करेगी. 



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अब मंगल और शुक्र ग्रह पर यान उतारने की तैयारी: चंद्रयान-3 की कामयाबी पर बोले ISRO चीफ

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख एस.सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए इसका श्रेय वैज्ञानिकों को दिया, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए बेहद कष्ट और पीड़ा सही.  इसरो चीफ ने कहा कि आने वाले वर्षों में इसरो का यान इसी तरह मंगल ग्रह पर उतरेगा.

एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है और यह सफलता ‘बहुत बड़ी' और ‘प्रोत्साहित करने वाली' है. उन्होंने कहा कि चंद्रमा की यात्रा कठिन है और प्रौद्योगिकी क्षमता हासिल करने के बावजूद आज किसी भी देश के लिए किसी खगोलीय पिंड पर यान को सफलतापूर्वक उतारना मुश्किल कार्य है.

इसरो प्रमुख ने कहा कि भारत ने यह सफलता केवल दो मिशन में हासिल कर ली है. चंद्रमा पर यान उतारने की पहली कोशिश मिशन चंद्रयान-2, अंतिम समय में असफल रहा था जबकि चंद्रयान-3 मिशन पूरी तरह से सफल हुआ. चंद्रयान-1 का उद्देश्य केवल मानव रहित अंतरिक्ष यान को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित करना था.

सोमनाथ ने कहा, ‘‘यह सफलता (चंद्रयान-3 मिशन की) हमारा न केवल चंद्र मिशन के लिए आत्मविश्वास बढ़ाएगी बल्कि यह मंगल तक जाएगी. एक समय मंगल ग्रह पर सॉफ्ट लैंडिंग होगी और हो सकता है कि भविष्य में शुक्र ग्रह और अन्य ग्रहों पर ...भी यह कोशिश हो.''

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 कठिन मिशन है और ‘‘हम इसके लिए बहुत ही पीड़ा और कष्ट से गुजरे.'' इसरो प्रमुख ने बताया कि चंद्रयान-2 के लिए काम करने वाले अहम वैज्ञानिक चंद्रयान-3 की टीम का भी हिस्सा थे. उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर लोग जो चंद्रयान-2 के साथ थे, वे हमारे साथ हैं और चंद्रयान-3 में हमारी मदद कर रहे हैं. वे इसका हिस्सा हैं, वे इतनी पीड़ा से गुजरे हैं...''

सोमनाथ बताया कि यह वैश्विक स्तर के उपकरणों के साथ पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया' मिशन था. उन्होंने कहा, ‘‘...चंद्रयान-3 में हमारे पास जो प्रौद्योगिकी है, वह चंद्रमा पर जाने वाली किसी भी अन्य प्रौद्योगिकी से कम जटिल या कमतर नहीं है. हमारे पास चंद्रयान-3 में दुनिया के सबसे अच्छे सेंसर, अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ (उपकरण) हैं.''

प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन माध्यम से इस जटिल मिशन के मुकाम तक पहुंचने के गवाह बनने के लिए जुड़े थे और उन्होंने भी वैज्ञानिकों की कोशिश की प्रशंसा की.

मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा, ‘‘ माननीय प्रधानमंत्री ने मुझे फोन कॉल किया और अपनी शुभकामनाएं आप सभी को और आपके परिवारों को इसरो में किए गए आपके शानदार कार्य के लिए दी हैं. चंद्रयान-3 और ऐसे अन्य मिशन में सहयोग देने के लिए मैं उनको धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। राष्ट्र के लिए हम जो प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं, उसे आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रशंसा मिल रही है. ''

इसरो ने कहा कि प्रधानमंत्री का ‘‘दीर्घकालिक दृष्टिकोण बहुत ही स्पष्ट है और वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अंतरिक्ष अन्वेषण और विज्ञान में हमारा प्रभुत्व रहे.'' मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए, उन्होंने उन सभी को धन्यवाद दिया, जिन्होंने मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना की, और विशेष रूप से ए एस किरण कुमार (पूर्व इसरो प्रमुख) जैसे इसरो के दिग्गजों का नाम लिया.

उन्होंने कहा, ‘‘ वे बहुत मददगार रहे, वे उस टीम का हिस्सा थे जो वैज्ञानिकों का आत्मविश्वास बढ़ाते थे. इससे वैज्ञानिक अपने काम की समीक्षा करते थे और सुनिश्चित करते थे कि कोई गलती न हो.''

इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम' और 26 किलोग्राम वजनी रोवर ‘प्रज्ञान' से लैस लैंडर मॉड्यूल की ‘सॉफ्ट लैंडिग' कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ.

सोमनाथ ने रेखांकित किया कि यह इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा, ‘‘यह वह यात्रा है जो चंद्रयान-1 से शुरू हुई थी, जो चंद्रयान-2 में भी जारी रही और चंद्रयान-2 अब भी काम कर रहा है और बहुत से संदेश भेज रहा है.''

सोमनाथ ने कहा, ‘‘ चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाने के साथ चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 बनाने वाली पूरी टीम के योगदान को याद किया जाना चाहिए और धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए.''उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रोत्साहित करने वाली प्रगति है और निश्चित तौर पर बहुत बड़ी है.''
 



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बड़े भाई का करियर रहा सुपरहिट, तो छोटे ने लगा दी फ्लॉप की लाइन...ब्लैक एंड व्हाइट फोटो में दिख रहे दोनों बच्चे हैं नामी सितारे

अक्सर हम आपको ऐसी पुरानी थ्रोबैक तस्वीर दिखाते हैं, जिसमें भारतीय सिनेमा के कलाकार बहुत अलग लगते हैं और इन तस्वीरों में इन्हें पहचान पाना भी बहुत मुश्किल होता है. इसी कड़ी में आज हम आपको दिखाते हैं बॉलीवुड के दो पंजाबी गबरु जवानों की ऐसी तस्वीर जो इस ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर में बहुत ही मासूम लग रहे हैं और एक तो बेचारा निक्कर पहन रोनी सी सूरत बनाएं नजर आ रहा है. चलिए एक हिंट हम आपको दे देते हैं कि इसमें से एक कलाकार तो पाकिस्तान में भारत के झंडे तक गाड़ आया है.

इस ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर को जरा गौर से देखिए इन तस्वीरों में बॉलीवुड के दो नायाब सितारे छुपे हैं. अगर तस्वीर को देखने के बाद भी आप अंदाजा नहीं लग पा रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि इस फोटो में बीच में शख्स की गोद में बॉबी देओल बैठे हुए हैं और उस शख्स ने जिसके कंधे पर हाथ रखा है, वो सनी देओल हैं. इस तस्वीर में सनी और बॉबी बहुत ही मासूम लग रहे हैं और बॉबी देओल तो सिर्फ निक्कर पहने रोनी सी सूरत बनाए नजर आ रहे हैं.

सनी देओल और बॉबी देओल के वर्कफ्रंट की बात की जाए तो एक तरफ जहां सनी देओल की गदर-2 बड़े पर्दे पर तहलका मचा रही है. तो वहीं, बॉबी देओल भी कुछ ही समय बाद बड़े पर्दे पर धमाकेदार एंट्री करने को तैयार है, जल्द ही उनकी फिल्म एनिमल और हरी हर वीरा मल्लू रिलीज होने वाली है.



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Wednesday, August 23, 2023

पाकिस्तान : केबल कार में 1200 फीट की ऊंचाई पर फंसे सभी 8 लोगों को सुरक्षित बचाया गया

पाकिस्‍तान में एक सुदूर घाटी के ऊपर क्षतिग्रस्‍त केबल कार में फंसे आठ लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. इनमें छह बच्‍चे भी शामिल हैं. सैन्य हेलीकॉप्टरों और जिपलाइन विशेषज्ञों की मदद से मंगलवार को इन्‍हें बचाया गया.  करीब 12 घंटे तक हवा में रहने और दिन का उजाला कम होने के बाद एक हेलीकॉप्‍टर द्वारा दो बच्‍चों को सुरक्षित निकालने के साथ यह बचाव अभियान शुरू हुआ. हालांकि हेलीकॉप्‍टर को अंधेरा होने के कारण बेस पर वापस लौटना पडा. बचावकर्मियों ने गोंडोला को घाटी में गिरने से बचाने वाली केबल का जिपलाइन के रूप में इस्तेमाल किया और मंगलवार देर रात तक फंसे बाकी लोगों को भी सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया. 

पाकिस्तान की आपातकालीन सेवा रेस्क्यू 1122 के बिलाल फैजी ने कहा, "बचाव अभियान पूरा हो गया है. दो वयस्क बचाए जाने वाले आखिरी व्यक्ति थे." साथ ही सेना ने भी बचाव कार्य के सफलतापूर्वक संपन्न होने की पुष्टि की है. 

बचाव अभियान के वीडियो में एक किशोर हेलीकाप्टर के नीचे झूलती रस्सी से लटकता नजर आ रहा है और भीड़ खुशी से चिल्ला रही थी. 

फैजी ने कहा, बचावकर्मियों ने एक पहाड़ की चोटी पर एक अस्थायी शिविर स्थापित किया है और प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जा रही है. 

छह बच्चे स्कूल जा रहे थे. उस वक्‍त सुबह लगभग करीब 7:00 बजे चेयरलिफ्ट यात्रा के बीच में टूट गई, जो हरी-भरी अल्लाई घाटी के ऊपर थी. यहां के निवासियों ने अधिकारियों को इस बारे में बताने के लिए मस्जिद के लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया और सैकड़ों लोग घाटी के दोनों किनारों पर एकत्रित हो गए. 

अधिकारी रहमान ने बताया कि दिन की शुरुआत में कई सैन्य हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी. भोजन, पानी और दवा पहुंचाने के लिए एक एयरमैन को हार्नेस से नीचे उतारा गया. 

कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने एक्स पर पोस्ट किया, "सेना, रेस्‍क्‍यू विभाग, जिला प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों द्वारा शानदार टीम वर्क." उन्होंने पहले पहाड़ी क्षेत्रों में सभी चेयरलिफ्टों का निरीक्षण करने और जो सुरक्षित नहीं हैं उन्हें तुरंत बंद करने का निर्देश जारी किया था. 

हेडमास्टर अली असगर खान ने बताया कि बच्चे उनके सरकारी हाई स्कूल बट्टांगी पश्तो के छात्र थे. खान ने कहा, "स्कूल पहाड़ी इलाके में स्थित है और वहां कोई सुरक्षित क्रॉसिंग नहीं है, इसलिए चेयरलिफ्ट का उपयोग आम बात है."

क्षेत्र के एक अन्य स्कूल के शिक्षक आबिद उर रहमान ने कहा कि बचाव अभियान को देखने के लिए लगभग 500 लोग एकत्र हो गए. उन्होंने बताया, "माता-पिता और महिलाएं अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए रोने लगे."

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक वरिष्ठ अधिकारी सैयद हम्माद हैदर ने कहा कि गोंडोला जमीन से लगभग 1,000 से 1,200 फीट ऊपर लटका हुआ था. 

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चंद्रयान-3 के बाद अगला कदम कौनसा? जानें- ISRO की टाइमलाइन में अब और क्या-क्या है?

भारत का चंद्रयान-3 मिशन देश के अंतरिक्ष विज्ञान को एक नई दिशा में, एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा. चंद्रयान-1 से भारत ने ही सबसे पहले ये पता लगाया था कि चांद की सतह पर पानी भी मौजूद है. बाद के चंद्रयान-2 और अब ये मिशन उसी सबको आगे बढ़ाने की कोशिश है.

वरिष्ठ अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ नरेंद्र भंडारी ने कहा कि चंद्रयान-1 के ऑब्जेक्टिव को पूरा करने के लिए चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 बनाया गया. चंद्रयान-1 में हमने दक्षिणी और उत्तरी ध्रुव पर पानी की खोज की थी. पानी का कितना वॉल्यूम और मिनरल है, इसको देखने के लिए चंद्रयान-2 बनाया गया. उसमें रोवर और लैंडर लगाया गया. चंद्रयान-1 में केवल ऑरबिटर था. ऑरबिटर अभी भी काम कर रहा है. वहीं यूज करके हमने चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर को भेजा है. लैंडर ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर से कॉन्टेक्ट कर लिया है. अब जब ये लैंड करेगा तो पानी की खोज को आगे बढ़ाएगा.

मंज़िलें अभी और भी हैं. भारत सूर्य के अध्ययन की ओर भी एक मिशन पर आगे बढ़ रहा है. एक क्लाइमेट ऑब्ज़र्वेशन सैटलाइट INSAT-3DS लॉन्च करने वाला है. अंतरिक्ष में भारत अपने पहले मानव मिशन गगनयान की ओर भी बढ़ रहा है. इसके अलावा भारत और अमेरिका सिंथेटिक एपर्चर रेडार NISAR के लॉन्च की भी तैयारी है. तो ISRO की टाइमलाइन में आराम की कोई गुंजाइश नहीं हैं.

पीआरएल के निदेशक अनिल भारद्वाज ने बताया कि चंद्रयान-3 मिशन से जो जानकारियां मिलेंगी. फिर हम चंद्रयान-4 के बारे में बात करेंगे. ये इंडिया और जापान का मिशन है. वहां पर हमारा आइडिया है, हम उन रीजन में जाएं जहां सूर्य की किरणें नहीं पहुंचती है. इसका कारण है कि ये वो इलाके हैं, जहां हमें पानी की ज्यादा मात्रा मिल सकती है. इसका अध्ययन करने के लिए चंद्रयान-4 पर काम कर रहे हैं. अगर लैंडिंग सफल हो जाती है तो फिर हम अनेक प्रकार के मिशन के बारे में सोच सकते हैं.

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चंद्रयान-3 को बनाने में चार साल का वक़्त लगा. इसरो के वैज्ञानिकों ने कोविड महामारी के दौरान भी इस प्रोजेक्ट पर काम जारी रखा. क़रीब एक हज़ार इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की टीम इस मिशन पर दिन-रात जुटी रही.

मिशन को पूरा करने में 700 करोड़ रुपये से भी कम लागत आई है. ये रकम हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म Oppenheimer को बनाने में आई लागत से भी कम है. Oppenheimer फिल्म बनाने में क़रीब 830 करोड़ रुपये लगे हैं और हाल ही में रिलीज़ हुई एक और फिल्म Barbie तो चंद्रयान-3 की लागत से क़रीब दोगुने, क़रीब 1200 करोड़ रुपये में बनी है. 

ये हम सबके लिए गर्व की बात है कि भारत इस तरह के कई अंतरिक्ष मिशन पर काम कर रहा है और इसके बारे में सोच रहा है. हमें यकीन है कि बुधवार को अपनी गलतियों से सीखकर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर चंद्रयान-3 मिशन के तहत चांद की सतह पर सौफ्टली लैंड करेगा.



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G20 समिट: US प्रेसिडेंट जो बाइडेन 7 सितंबर को पहुंचेंगे भारत, PM मोदी से दो बार होगी मुलाकात

भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में अगले महीने जी-20 समिट होने जा रहा है. प्रगति मैदान के कंवेशन सेंटर में 9 से 10 सितंबर तक जी-20 समिट का आयोजन होना है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन G20 समिट के लिए दो दिन पहले 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे. ऐसा पहली बार होगा जब कोई अमेरिकी प्रेसिडेंट चार दिन भारत में रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी और बाइडेन के बीच दो बार मुलाकात होनी है.

व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रेसिडेंट जो बाइडेन G20 समिट शुरू होने से दो दिन पहले 7 सितंबर को ही भारत पहुंच जाएंगे. उनका दौरा चार दिन का होगा. खास बात यह है कि बाइडेन इंडोनेशिया में होने वाली आसियान समिट में शिरकत नहीं करेंगे. आसियान में बाइडेन की जगह वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस शिरकत करेंगी.

विश्व बैंक क्षमता बढ़ाने पर होगी चर्चा
न्यूज़ एजेंसी 'AFP' की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार (22 अगस्त) को एक ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि बाइडेन के दौरे के दौरान वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी.

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और जी20 साझेदार वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए चर्चा करेंगे. इसमें स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना, यूक्रेन संघर्ष के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करना शामिल है.

जी-20 समिट के दौरान भारत-अमेरिका के बीच व्यापार और रक्षा के अलावा साइबर सिक्योरिटी से जुड़े कुछ अहम समझौते हो सकते हैं. 2026 में G20 समिट अमेरिका में होगी. प्रधानमंत्री मोदी प्रेसिडेंट बाइडेन को अध्यक्षता सौंपेंगे.

बता दें कि पीएम मोदी ने जून में अमेरिका की राजकीय यात्रा की थी. ये दौरा कई मायनों में अहम रहा. जेट इंजन, ड्रोन खरीद, स्पेस मिशन और भारत में चिप बनाने से जुड़े कई समझौते दोनों देशों के बीच हुए थे.

मौजूद रहेंगे वीवीआईपी?
इस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अलावा, चीनी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन सहित कई राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिक शामिल होंगे.

ये ताकतवर देश हैं G20 के सदस्य
यूरोपीय यूनियन को हटाकर G20 में 19 शक्तिशाली देश शामिल हैं. इसमें प्रमुख रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, अर्जेंटीना, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, रूस, तुर्की, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूके, सऊदी अरब और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.  

G20 समिट में ये देश होंगे मेहमान
इस बार G20 समिट में मेहमानों की लिस्ट में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, और यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले विश्वभर के दिग्गज नेताओं, मिशन के स्वागत और ठहरने के लिए विदेश मंत्रालय ने कुल 35 होटलों को बुक किया है.

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घी में दो चीजें मिलाकर रोज दिन में 2 बार खाएं, हेयर फॉल रुकेगा और बाल हो जाएंगे कमर तक

Hair fall stop tips : क्या आपके बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे हैं. कंघी बालों से भर जा रही है, तो फिर आप यहां बताए जा रहे घरेलू नुस्खे (Gharelu nuskhe) को अपना सकती हैं. यह बेहद ही आसान और असरदार उपाय है. आपको हेडिंग से पता चल ही गया होगा हम देसी घी खाने के बारे में बात करने वाले हैं. तो आपको बता दें कि सिर्फ घी नहीं खाना है बल्कि इसमें आंवला पाउडर और मिश्री भी मिलाना है. अब इन दोनों को कितनी मात्रा में मिलाना है इसके बारे में आगे आर्टिकल में बताएंगे. 

इस विटामिन की कमी से चेहरा पड़ जाता है पीला और सिर में बनी रहती है दर्द

हेयर फॉल रोकने के उपाय

आपको 1/2 टेबलस्पून घी, 1/2 आंवला पाउडर और 1/2 मिश्री मिलाकर दिन में 2 बार खाना है. आप कोशिश करें इसको खाली पेट खाने की. ऐसे खाने से इसके लाभ ज्यादा होंगे. 

यह भी खा सकते हैं

- आपको बता दें कि सफेद तिल में विटामिन, मिनरल्स और फैटी एसिड पाए जाते हैं. यह बालों को चमकदार बनाते हैं. आप इनका इस्तेमाल लड्डू बनाने में भी कर सकती हैं. आप सलाद के रूप में भी खा सकती हैं. इसका एक चम्मच रोस्टेड बीज बहुत लाभकारी होता है बालों के लिए.

- पालक का जूस (Palak juice) भी आप पी सकती हैं. यह भी हेयर ग्रोथ (hair growth) के लिए अच्छा माना जाता है, साथ ही स्किन को भी चमकदार (skin care tips) बनाने का काम करता है. यह शरीर में खून की कमी को भी पूरा करते हैं. इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम और आयरन की भरपूर मात्रा होती है.

- पंपकिन सीड्स भी खा सकती हैं. इसमें जिंक, सेलेनियम, कॉपर, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी पााई जाती है. आप इन्हें सूखाकर रोस्ट करके अपनी स्नैक्स डाइट में शामिल कर सकती हैं. 

- जब भी बाल के नुस्खों के बारे में बात होती है तो इसमें सबसे पहला नाम मेथी (methi beej) के बीज का आता है. इसे बालों की ग्रोथ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. आप इन्हें कच्चा, भिगोकर या अंकुरित करके खा सकती हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.



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Tuesday, August 22, 2023

भाजपा ने वाजपेयी पार्क का नाम बदलने का लगाया आरोप, बिहार सरकार ने किया इनकार

बिहार के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य सरकार यहां अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदल रही है. राज्य सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है. बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मीडिया के एक वर्ग में जो यह खबर आयी है कि अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम कोकोनट पार्क किया जा रहा है, वह सही नहीं है. उसने यह भी स्पष्ट किया कि शहर में अन्यत्र एक पार्क था जिसका नाम इन दिवंगत नेता के नाम पर था लेकिन इस पार्क का नाम तब से ही ‘कोकोनट पार्क' है जब उसे और पटना के अन्य पार्कों को सड़क निर्माण विभाग ने नवंबर, 2022 में पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को सौंपा था. 

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने यह संकेत दिया कि एक निजी संस्था द्वारा सरकार की मंजूरी के बगैर पार्क के गेट पर साइनबोर्ड लगाये जाने की वजह से यह भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है. 

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जैसे भाजपा नेताओं ने इस खबर के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी है कि सोमवार को एक कार्यक्रम में इस पार्क का नाम बदला जाएगा. 

हालांकि बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने स्पष्ट किया कि ‘कोकोनट पार्क' के वास्तविक स्वरूप को यथावत रखते हुये इसका उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण कराया गया है जिसका उद्घाटन आज प्रस्तावित था लेकिन उसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है. उसने कहा कि विभागीय मंत्री ने पटना नगर निगम से स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. 

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी पत्रकारों से कहा, ‘‘सरकारी दस्तावेजों में उक्त पार्क का नाम पहले ही से कोकोनट पार्क है. यह अफवाह फैलाई गई है कि पार्क का नाम बदल दिया गया है. शुरू से उसका नाम कोकोनट पार्क ही है.''

यह पूछे जाने पर कि 2018 में उक्त पार्क में वाजपेयी के नाम का बोर्ड कैसे लगा दिया गया मंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा के लोगों द्वारा लगाया गया होगा.''

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राय ने यह भी कहा कि राजद-जदयू गठबंधन सरकार द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदलकर कोकोनट पार्क रखना दुर्भावनापूर्ण और आपत्तिजनक है एवं यह पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान है.

भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने वाजपेयी पार्क का नाम बदलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं. 

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक मंचों से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी तारीफ करते हुए नजर आते हैं लेकिन उन्हीं की सरकार ने अटल जी पार्क का नाम बदल दिया.  

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शख्स को 50 लाख रुपये का हर्जाना देगी ट्रैवेल एजेंसी थॉमस कुक, श्रीलंका ट्रिप में गई थी पत्नी-बेटे और ससुर की जान

देश की प्रमुख टूर एंड ट्रैवल एजेंसी थॉमस कुक (Thomas Cook)और रेड एपल ट्रैवेल (Red Apple Travel) के खिलाफ एक मामले में उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम (Consumer Disputes Redressal Forum) ने बड़ा एक्शन लिया है. फोरम ने दोनों ट्रैवेल एजेंसियों को दिल्ली के एक शख्स को बतौर हर्जाना 50 लाख रुपये का पेमेंट करने का आदेश दिया. इस शख्स ने दोनों एजेंसियों के जरिए श्रीलंका ट्रिप बुक की थी. हालांकि, ट्रिप के दौरान शख्स के परिवार के साथ एक हादसा हो गया. इसमें उनकी पत्नी, बेटे और ससुर की जान चली गई. फोरम में मामला 4 साल चला. अब ट्रैवेल एजेंसियों को योगेश सहगल को मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है.

कनुपुरिया सहगल एनडीटीवी में पूर्व पत्रकार और एंकर रह चुकी हैं. उनकी दिसंबर 2029 में श्रीलंका में एक फैमिली ट्रिप के दौरान हुए हादसे में मौत हो गई थी. साथ ही उनके बेटे श्रेय सहगल और पिता प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार गंगा प्रसाद विमल की भी मौत हो गई. दरअसल, कोलंबो में जिस वैन में वो सवार थे, वो एक कंटेनर ट्रक से टकरा गई थी. इस हादसे में वैन के 52 वर्षीय ड्राइवर की भी मौत हो थी. जबकि कनुपुरिया के पति योगेश सहगल और बेटी ऐश्वर्या सहगल को गंभीर चोटें आईं. दोनों का अस्पताल में लंबा इलाज चला था.

फोरम ने अपने आदेश में कहा, "दूसरी पार्टी (थॉमस कुक और रेड एपल ट्रैवेल) की ओर से उनके द्वारा काम पर रखे गए ड्राइवर की लापरवाही के कारण हादसा हुआ. ऐसे में यह कहकर इसकी जिम्मेदारी और संबंधित दायित्व से बचने की अनुमति नहीं दी जा सकती है कि यह केवल बुकिंग थी."

मांगा था 8.99 करोड़ का हर्जाना
सूत्रों ने बताया कि सहगल परिवार ने सर्विस में कमी और लापरवाही, अनुचित व्यापार प्रथाओं, भ्रामक विज्ञापनों और कानूनी कार्यवाही की लागत के लिए थॉमस कुक और रेड एपल ट्रैवेल के खिलाफ फोरम में शिकायत की थी. पीड़ित योगेश सहगल ने एजेंसियों से 8.99 करोड़ का हर्जाना मांगा था.

योगेश सहगल ने की थी ये शिकायत
अपनी शिकायत में योगेश सहगल ने कहा, "वह अपनी पत्नी और बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए, जो दिल्ली में हुआ था. क्योंकि उन्हें कई फ्रैक्चर थे. श्रीलंका के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. बेटी और पति की मौत का उनकी सास पर बहुत गहरा असर पड़ा, क्योंकि वह शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम हैं." सहगल ने कहा, "मेरी बेटी गंभीर मानसिक आघात से जूझ रही है. वह सामान्य रूप से चलने में असमर्थ है. उसे रोजमर्रा के काम में दिक्कत आती है."

मुआवजा नहीं देने पर देना होगा 10 लाख एक्स्ट्रा
फोरम ने कहा कि ट्रैवेल एजेंसियों को तीन महीने के भीतर 50 लाख रुपये का मुआवजा "एक साथ या अलग-अलग" देना होगा. अगर उन्होंने ऐसा न किया, तो उन्हें 10 लाख रुपये और देने होंगे.


 



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Monday, August 21, 2023

महाराष्ट्र : प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाने का विरोध, किसानों ने किया प्रदर्शन

प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाने के केंद्र के फैसले के विरोध में महाराष्ट्र के कम से कम तीन जिलों में किसानों ने कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. वहीं, राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि वह मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से बात करेंगे और मुद्दे का कोई ‘‘उचित'' समाधान खोजने का प्रयास करेंगे. सरकार ने कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका के बीच घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के लिए शनिवार को प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगा दिया था. प्याज पर 31 दिसंबर 2023 तक प्याज पर यह निर्यात शुल्क जारी रहेगा. 

केंद्र के इस कदम के विरोध में सताना, मालेगांव और लासलगांव (नासिक जिले में), अहमदनगर और पुणे जिले के मंचर और खेड़ में किसानों ने मंडी के बाहर प्रदर्शन किया. 

मुंडे के कैबिनेट सहयोगी छगन भुजबल ने कहा कि वह राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ प्याज निर्यात शुल्क का मुद्दा उठाएंगे. 

भुजबल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं उनसे दिल्ली में अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा करने का अनुरोध करूंगा. हम उचित समाधान खोजने के लिए कदम उठाने की कोशिश करेंगे.''

स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के एक नेता ने कहा कि केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए पूरे प्रदेश में थोक बाजारों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा. 

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया कि भाजपा-शिवसेना सरकार उद्योगपतियों और व्यापारियों की समर्थक है.

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार प्याज की कीमतें कम रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और उसे किसानों के हितों की कोई परवाह नहीं है. हम केंद्र सरकार के इस फैसले (प्याज पर निर्यात शुल्क लगाना) की निंदा करते हैं.''

स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप जगताप ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार का किसान विरोधी रुख एक बार फिर सामने आया है. महाराष्ट्र में किसान प्याज के निर्यात से अच्छे लाभ की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन लगाए गए शुल्क से अब यह संभव नहीं होगा. इससे घरेलू बाजार में कीमतें गिर जाएंगी और किसानों को नुकसान होगा.''

उन्होंने सरकार पर उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पर्याप्त बारिश नहीं हुई और इससे बाजार में ताजा प्याज की आवक में देरी होगी.

जगताप ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए राज्य भर के थोक बाजारों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.''

अहमदनगर जिले की राहुरी तहसील में किसानों के एक समूह ने थोक बाजार में प्याज की बिक्री रोक दी है. 

राहुरी में प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने कहा, ‘‘केंद्र को हमारी परेशानियों पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि निर्यात शुल्क ने व्यापारियों को एक संदेश भेजा है कि प्याज की सारी फसल केवल घरेलू बाजारों में ही बेची जाएगी. व्यापारियों ने अब हमारी उपज के लिए कम कीमत बतानी शुरू कर दी है.''

एशिया के सबसे बड़े थोक प्याज बाजार लासलगाव कृषि उत्पन्न बाजार समिति के सूत्रों के मुताबिक पिछले हफ्ते प्याज की कीमतों में करीब 45 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई. 

समिति के एक व्यापारी ने कहा, ‘‘दो हफ्ते पहले प्याज 1500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था और एक हफ्ते में ही यह 2200 रुपये तक पहुंच गया. अब कीमत कम होने लगी है, क्योंकि निर्यात लगभग असंभव हो गया है.''

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* बिहार में नीतीश की सभा के दौरान फेंके गए प्‍याज, सीएम बोले-खूब फेंको, फेंकते रहो
* शरद पवार बोले, 'प्‍याज निर्यात के बैन पर पुनर्विचार करे केंद्र, पाकिस्‍तान और अन्‍य देशों को होगा इससे लाभ'



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चंद्रमा अभियान की होड़: रूस दौड़ से बाहर, चंद्रयान-3 के बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की दौड़ में रूस उस वक्त पीछे छूट गया, जब उसका रोबोट लैंडर चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जबकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 को 23 अगस्त को ‘सॉफ्ट लैंडिंग' कराने के लिए उसे कक्षा में थोड़ा और नीचे सफलतापूर्वक पहुंचा दिया है. इसरो ने रविवार को कहा कि उसने चंद्रयान-3 मिशन के ‘लैंडर मॉड्यूल' (एलएम) को कक्षा में थोड़ा और नीचे सफलतापूर्वक पहुंचा दिया और इसके अब बुधवार को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है. इस बीच, रूसी लैंडर लूना-25 अनियंत्रित कक्षा में जाने के बाद चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. 

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ‘रोसकॉसमॉस' ने एक बयान में कहा, ‘‘लैंडर एक अप्रत्याशित कक्षा में चला गया और चंद्रमा की सतह से टकराने के परिणामस्वरूप क्षतिग्रस्त हो गया.'' इसने कहा कि अंतरिक्षयान से शनिवार को संपर्क टूट गया था. 

रूस ने 1976 के सोवियत काल के बाद पहली बार 10 अगस्त को अपना चंद्र मिशन भेजा था. 

दिलचस्प है कि चंद्रयान-2 भी चार साल पहले चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, लेकिन इसके परवर्ती (चंद्रयान-3) मिशन ने चंद्रमा की अपनी यात्रा के तहत अब तक कक्षा से संबंधित सभी बाधाओं को सफलतापूर्वक पार किया है. 

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि लैंडर माड्यूल प्रस्तावित ‘सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले अंदरूनी जांच की प्रक्रिया से गुजरेगा. 

इसरो ने कहा कि लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल के 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है. इससे पहले, इसरो ने कहा था कि मॉड्यूल 23 अगस्त को शाम पांच बजकर 47 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. 

वहीं, लूना-25 को विक्रम के लैंडिंग से दो दिन पहले 21 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर उतरना था. 

इसरो ने ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर रविवार तड़के एक पोस्ट में कहा, ‘‘दूसरे और अंतिम डीबूस्टिंग (धीमा करने की प्रक्रिया) अभियान में लैंडर मॉड्यूल सफलतापूर्वक कक्षा में और नीचे आ गया है। मॉड्यूल अब आंतरिक जांच प्रक्रिया से गुजरेगा और निर्दिष्ट लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय का इंतजार करेगा.''

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का भारत का पिछला प्रयास छह सितंबर 2019 को उस वक्त असफल हो गया था, जब लैंडर चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. 

इसरो के अनुसार, चंद्रयान-3 मिशन के जरिये अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करेगा. इसने कहा कि यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण में राष्ट्र की प्रगति को प्रदर्शित करता है.

इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम का टेलीविजन पर 23 अगस्त को सीधा प्रसारण किया जाएगा, जो इसरो की वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज, और डीडी (दूरदर्शन) नेशनल टीवी चैनल सहित कई मंचों पर पांच बजकर 27 मिनट से शुरू होगा.

इसरो ने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग एक ऐतिहासिक क्षण है, जो न केवल उत्सुकता बढ़ाएगा, बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण की भावना भी उत्पन्न करेगा.''

इसरो ने कहा कि इसके आलोक में देश भर में सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थानों को छात्रों तथा शिक्षकों के बीच इसे सक्रियता से प्रचारित करने के लिए आमंत्रित किया गया है, तथा चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग' का विभिन्न परिसरों में सीधा प्रसारण आयोजित किया जाएगा.

चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल और प्रणोदन मॉड्यूल 14 जुलाई को मिशन की शुरुआत होने के 35 दिन बाद बृहस्पतिवार को सफलतापूर्वक अलग हो गए थे. 

इसरो के सूत्रों ने पूर्व में कहा था कि प्रणोदन मॉड्यूल से अलग हुए लैंडर को एक ऐसी कक्षा में लाने के लिए ‘डीबूस्ट' (धीमा करने की प्रक्रिया) से गुजारा जाएगा, जहां पेरिल्यून (चंद्रमा से कक्षा का निकटतम बिंदु) 30 किलोमीटर और अपोल्यून (चंद्रमा से सबसे दूर का बिंदु) 100 किमी की दूरी पर होगा, जहां से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' का प्रयास किया जाएगा. उस दौरान, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में ‘सॉफ्ट लैंडिंग' की कोशिश की जाएगी. 

5 अगस्‍त को चंद्रमा की कक्षा में किया प्रवेश 
चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की कवायद से पहले इसे छह, नौ, 14 और 16 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की कवायद की गई, ताकि यह चंद्रमा की सतह के नजदीक आ सके. इससे पहले, 14 जुलाई के प्रक्षेपण के बाद पिछले तीन हफ्तों में पांच से अधिक प्रक्रियाओं में इसरो ने चंद्रयान-3 को पृथ्वी से दूर आगे की कक्षाओं में बढ़ाया था. गत एक अगस्त को एक महत्वपूर्ण कवायद में अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की कक्षा से सफलतापूर्वक चंद्रमा की ओर भेजा गया. 

इसलिए है दक्षिणी ध्रुव में दिलचस्‍पी 
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को लेकर वैज्ञानिकों की विशेष रुचि है, जिसके बारे में माना जाता है कि वहां बने गड्ढे हमेशा अंधेरे में रहते हैं और उनमें पानी होने की उम्मीद है. चट्टानों में जमी अवस्था में मौजूद पानी का इस्तेमाल भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए वायु और रॉकेट के ईंधन के रूप में किया जा सकता है. 

तीन देशों ने की है सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग'
केवल तीन देश चंद्रमा पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग' करने में सफल रहे हैं, जिनमें पूर्ववर्ती सोवियत संघ, अमेरिका और चीन शामिल हैं. हालांकि, ये तीनों देश भी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर नहीं उतरे थे. 

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अयोध्या में सोलह से 24 जनवरी के बीच होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा : चंपत राय

अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का गर्भ गृह तैयार हो गया है और पहली मंजिल का निर्माण पूरा होने के साथ ही अगले साल मकर संक्रांति के बाद 16 से 24 जनवरी के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. रविवार को यहां पहुंचे राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने संतों से मिलकर उन्हें मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी दी और उन्हें मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का न्योता भी दिया. उन्होंने कहा कि करोड़ों राम भक्तों का सपना अब पूरा होने वाला है और वर्षों चले विवाद के बाद रामलला अब अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले हैं.

राय ने कहा, ‘‘मकर संक्रांति के बाद 16 से 24 जनवरी, 2024 के बीच किसी भी तिथि को मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर दी जाएगी.'' उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए साधु—संतों को फिलहाल मौखिक निमंत्रण दिया जा रहा है और विधिवत निमंत्रण नवंबर में दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि देश के सभी परंपराओं के साधु-संतों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया जायेगा. मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में उन्होंने संतों को विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि गर्भ गृह में रामलला की भव्य मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा का स्थान पूरी तरह से तैयार हो गया है.

उन्होंने कहा कि दोमंजिला मंदिर की पहली मंजिल की छत का काम अस्सी प्रतिशत पूरा हो चुका है. राय ने बताया कि मंदिर में भक्तों के दर्शन के साथ-साथ उसका निर्माण कार्य भी चलता रहेगा और इससे किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होगी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने मंदिर के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी चंपत राय को दी है और हमारा मानना है कि उन्हें (चंपत राय) देखने मात्र से ही संतों को भगवान राम के दर्शन हो जाते हैं.

उन्होंने कहा कि सभी साधु संतों और राम को मानने वाले लोगों को अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा तथा मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होना चाहिए. महंत पुरी ने उम्मीद जताई कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे और भारत विकास की राह पर आगे बढ़ता रहेगा.

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महाराष्ट्र : अरब सागर में डूबती नाव से सात मछुआरों को बचाया गया

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अरब सागर के तट पर डूबती हुई नाव से सात मछुआरों को बचाया गया. भारतीय तटरक्षक बल (ICJ) के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि नाव 17 अगस्त को डूबी थी तथा उसका अवशेष आज सुबह रायगढ़ जिले के दिवेआगर तट पर बहता हुआ पाया गया.

उन्होंने बताया कि घटना गुरुवार को शाम करीब चार बजे दिघी अदगांव के पास उस वक्त हुई थी, जब सात मछुआरों का एक दल अपनी नाव 'बाना सागर' को लेकर समुद्र के भीतर नौ मील तक चला गया था. अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही नाव डूबने लगी, आसपास मौजूद गुजरात के दो ट्रॉलर ने सातों मछुआरों को बचा लिया.

अधिकारी के अनुसार, जब तक तट रक्षक घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक चालक दल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को नाव को नहीं बचाया जा सका था. अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह नाव का अवशेष दिवेआगर के तट पर बहता हुआ पाया गया.



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Sunday, August 20, 2023

रूस के मून मिशन Luna-25 में 'टेक्निकल इमरजेंसी' की दिक्कत, मैन्यूवर में हुई परेशानी

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कहा कि शनिवार को चंद्रमा पर उतरने से पहले रूस के लूना-25 के जांच के दौरान एक "आपातकालीन स्थिति" का पता चला. रोस्कोस्मोस ने एक बयान में कहा कि लैंडिंग से पहले की कक्षा में स्थानांतरित करने के लिए थ्रस्ट जारी किया गया, उसी समय इस समस्या का सामना किया गया.ऑपरेशन के दौरान, ऑटोमेटिक स्टेशन पर एक इमरजेंसी स्थिति उत्पन्न हुई, इस वजह से मिशन का मैन्यूवर नहीं हो पाया.

लैंडर, लगभग 50 वर्षों में रूस का पहला ऐसा मिशन है जो देश के सुदूर पूर्व में वोस्तोचन कॉस्मोड्रोम से लॉन्च होने के बाद बुधवार को सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किया गया.  रोस्कोस्मोस ने यह नहीं बताया कि क्या इस घटना से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर बोगुस्लाव्स्की क्रेटर के उत्तर में सोमवार को होने वाली लैंडिंग पर कोई असर होगा या नहीं. जून में, रोस्कोस्मोस प्रमुख यूरी बोरिसोव ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि ऐसे मिशन "जोखिम भरे" थे, जिनकी सफलता की संभावना लगभग 70 प्रतिशत है. 

इसके चंद्रमा पर एक वर्ष तक रहने की उम्मीद है, जहां इसे नमूने एकत्र करने और मिट्टी का विश्लेषण करने का काम सौंपा गया है. लैंडर पर लगे कैमरे पहले ही अंतरिक्ष से पृथ्वी और चंद्रमा की दूर की तस्वीरें ले चुके हैं.  रूस सोवियत संघ के अग्रणी अंतरिक्ष कार्यक्रम को फिर से शुरू करने और पुनर्निर्माण करने की कोशिश कर रहा है क्योंकि यूक्रेन में आक्रामक हमले के बीच पश्चिम के साथ उसके लंबे समय से चल रहे अंतरिक्ष सहयोग का भविष्य संदेह में दिख रहा है.

रूस ने कहा कि वह अपनी चंद्र योजनाओं के साथ आगे बढ़ेगा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की घोषणा के बावजूद कि वह यूक्रेन में अपने कार्यों पर भविष्य के मिशनों पर मास्को के साथ सहयोग नहीं करेगा. 

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LG वीके सक्सेना ने दिल्ली प्रशासन अधीनस्थ सेवा कैडर के पुनर्गठन को मंजूरी दी

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अधिकारियों और कर्मचारियों की दशकों पुरानी मांग को स्वीकार करते हुए दिल्ली प्रशासन अधीनस्थ सेवा (DASS) कैडर के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है. एक कर्मचारी महासंघ ने शनिवार को यह जानकारी दी. डीएएसएस कैडर के अधिकारियों और कर्मचारियों के महासंघ ने एक बयान में कहा कि 1967 में इसके गठन के बाद से कई सरकारी आदेशों के बावजूद डीएएसएस कैडर का पुनर्गठन नहीं किया गया था.

पूर्व में वीके सक्सेना ने इस दिशा में प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था.

बयान में कहा गया है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के सेवानिवृत्त अधिकारी एसबी शशांक और कुलानंद जोशी तथा सेवारत आईएएस अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर की तीन सदस्यीय समिति का गठन इस उद्देश्य के लिए किया गया था. समिति ने समूह ‘ए' के 221 पदों को चिह्नित किया है, जिन्हें डीएएसएस कैडर में शामिल किया जा सकता है.

सेवा विभाग ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को यह प्रस्ताव सौंपा. कुमार ने अपनी सिफारिश के साथ प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सक्सेना को सौंपा. प्रस्ताव में कहा गया है कि उपराज्यपाल ने अब डीएएसएस कैडर में समूह ‘ए' के 221 पदों के सृजन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.



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Saturday, August 19, 2023

JDS ने पार्टी को मजबूत और संगठित करने के लिए 21 सदस्यीय नई कोर कमेटी का किया गठन

जनता दल (सेक्युलर) ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक जी टी देवेगौड़ा की अध्यक्षता में 21 सदस्यीय नयी कोर कमेटी का गठन किया, जिसका उद्देश्य आगामी चुनावों का प्रभावी तरीके से सामना करना और पार्टी को मजबूत करना है. पूर्व विधायक वाईएसवी दत्ता को कोर कमेटी का संयोजक बनाया गया है. खास बात यह है कि पार्टी के संरक्षक और पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा के परिवार का कोई भी सदस्य कोर कमेटी का हिस्सा नहीं है. जद(एस))के प्रदेश अध्यक्ष सी एम इब्राहिम ने शुक्रवार को यहां विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी समेत दल के अन्य नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि दल के संरक्षक एच डी देवेगौड़ा के निर्देश पर कोर कमेटी का गठन किया गया है. 

उन्होंने कहा कि दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व में सात अगस्त को हुई पार्टी नेताओं की बैठक में नये अध्यक्ष और कोर कमेटी के सदस्यों के चयन को अंतिम रूप दिया गया. 

इब्राहिम ने कहा कि 21 सदस्यीय कोर कमेटी में पूर्व मंत्री सा रा महेश, बंदेप्पा खशेमपुर, एच के कुमारस्वामी, वेंकटराव नादगौड़ा, सीएस पुट्टाराजू, अलकोडे हनुमंथप्पा, कई विधायक, एमएलसी और पार्टी के नेता शामिल हैं. उन्होंने कहा कि कोर कमेटी को पूरा अधिकार दिया गया है. 

उन्होंने कहा कि बैठक में दल को संगठित और मजबूत करने, आगामी लोकसभा चुनावों के साथ-साथ तालुका, पंचायत, जिला पंचायत तथा बृहत बेंगलुरु महानगर पालिके (बीबीएमपी) चुनावों की तैयारी और उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा हुई. 

इब्राहिम ने बताया कि दल के नेता जी टी देवेगौड़ा के नेतृत्व में 20 से 30 सितंबर तक राज्य का दौरा करेंगे. 

उन्होंने कहा कि सितंबर में कमेटी से रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी के पदाधिकारियों में बदलाव किया जाएगा. 

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