Wednesday, May 31, 2023

GSHSEB Class 12 general stream results out today

The Gujarat Secondary and Higher Secondary Education Board (GSHSEB) will announce Class 12 general stream results on Tuesday. The exam was conducted from March 14-28 and was taken by 5.65 lakh students, compared to 4.5 lakh students in 2022.

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"क्या AI भारत में नौकरियों के लिए खतरा है?" मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने क्या कहा

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को एनडीटीवी के साथ एक एक्सक्लुसिव इंटरव्यू में भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य को लेकर चर्चा की. चंद्रशेखर ने कहा कि एआई के मामले में भारत सबसे आगे रहना चाहता है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार एआई की सीमाओं के निर्धारण को लेकर भी गंभीर है. उन्होंने कहा कि हम ऐसी नीति बनाना चाहते हैं जहां लोगों के हीत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नियंत्रित किया जाए. हम उपयोग कर्ताओं को होने वाले नुकसान के नजरिए से इसे नियंत्रित करने जा रहे हैं.

आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री जो दो दशक पुराने आईटी अधिनियम की जगह लेने वाले डिजिटल इंडिया अधिनियम के मसौदे को तैयार करने के लिए हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श से जुड़े एक बड़े टीम का नेतृत्व कर रहे हैं - ने कहा कि हम इसे (एआई) को लेकर नियम लाएंगे कि यह इंटरनेट पर किसी उपयोगकर्ता को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है.

भारत के डिजिटल भविष्य के बारे में बात करते हुए, श चंद्रशेखर ने कहा कि देश एक "techade" की ओर बढ़ रहा है. गौरतलब है कि पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस शब्द का प्रयोग किया था.उन्होंने कहा कि सरकार अगले कुछ वर्षों में भारत को "ट्रिलियन-डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था" बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. मंत्री ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के इकोसिस्टम का कोई हिस्सा नहीं होने जा रहा है जहां भारत और उसके स्टार्टअप की पहुंच नहीं होगी.

मंत्री ने नौकरियों पर एआई के प्रभाव के बारे में उठ रहे प्रश्न कि क्या एआई नौकरियों की जगह लेगा? के जवाब में कहा कि मुझे लगता है कि एआई का असर होगा लेकिन यह नए अवसर लेकर भी आएगा. उन्होंने कहा कि भारत भविष्य में एआई को लेकर तैयार प्रतिभा का केंद्र बन सकता है.

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सेवानिवृत्ति से एक दिन पहले, SPG के प्रमुख को कॉन्ट्रेक्ट के आधार पर फिर से किया गया नियुक्त

विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के निदेशक को  केंद्र सरकार के द्वारा एक  कॉन्ट्रेक्ट के आधार पर एक वर्ष के लिए फिर से नियुक्त किया गया है. सरकार द्वारा यह कदम उनके सेवानिवृत्त होने से ठीक एक दिन पहले उठाया गया है. कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा मंगलवार को जारी एक आदेश के अनुसार, अरुण कुमार सिन्हा (1987 बैच के आईपीएस अधिकारी) को एक साल के लिए एसपीजी के निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है.

गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि यह नियमों के अनुसार किया गया है. एक IPS को केवल छह महीने के लिए एक्सटेंशन दिया जा सकता है और अगर किसी को इससे अधिक एक्सटेंशन देने की आवश्यकता है, तो SPG नियमों में संशोधन करने की आवश्यकता है. इसलिए इसे दरकिनार करने के लिए सिन्हा को फिर से नियुक्त किया गया है अनुबंध के आधार पर.

डीओपीटी के आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सिन्हा को उनकी सेवानिवृत्ति (31 मई) की तारीख से एक वर्ष की अवधि के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, अनुबंध के आधार पर फिर से नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है.इससे पहले पिछले हफ्ते, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने एसपीजी के लिए नए नियमों को अधिसूचित किया था, जो एसपीजी की सहायता के लिए राज्य सरकारों, सेना, स्थानीय और नागरिक प्राधिकरण द्वारा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को तैयार करने के लिए केंद्र को अधिकार प्रदान करता है.

नियम यह भी प्रदान करते हैं कि निदेशक के पद पर नियुक्त आईपीएस अधिकारी अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रैंक से कम नहीं होना चाहिए. नवीनतम निर्णय इस तथ्य की पृष्ठभूमि में महत्व रखता है कि कई मौकों पर SPG का नेतृत्व एक महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी और ADG रैंक के अधिकारी द्वारा तय किया जाता था क्योंकि कोई विशिष्ट नियम इससे पहले नहीं हुआ करता था.

गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में कई राज्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कई बार सेंध लगी है इसीलिए सरकार द्वारा नियमों में बदलाव किया गया है.

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भारत चार जुलाई को डिजिटल तरीके से SCO शिखर सम्मेलन की करेगा मेजबानी

भारत चार जुलाई को डिजिटल तरीके से शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह घोषणा की. बहरहाल, उसने डिजिटल तरीके से सम्मेलन आयोजित कराने की वजह नहीं बतायी.

अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए, डिजिटल तरीके से शिखर सम्मेलन आयोजित कराने के विकल्प पर चर्चा की गयी और सदस्य देशों से विचार-विमर्श करने के बाद इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया गया.

पिछले साल एससीओ शिखर सम्मेलन उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर में हुआ थे जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत सभी शीर्ष नेता शामिल हुए थे.

भारत सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा जिसके लिए वह शी चिनफिंग तथा पुतिन को आमंत्रित कर रहा है.

भारत ने पिछले साल 16 सितंबर को समरकंद शिखर सम्मेलन में एससीओ की अध्यक्षता संभाली थी.

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘पहली बार भारत की अध्यक्षता में एससीओ का 22वां शिखर सम्मेलन डिजिटल तरीके से चार जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होगा.''

भारत ने इस महीने गोवा में दो दिवसीय सम्मेलन में एससीओ के विदेश मंत्रियों की मेजबानी की थी.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि एससीओ के सभी सदस्य देशों - चीन, रूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.

उसने कहा, ‘‘ईरान, बेलारूस और मंगोलिया को पर्यवेक्षक देशों के रूप में आमंत्रित किया गया है. एससीओ की परंपरा के अनुसार, तुर्कमेनिस्तान को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है.''

विदेश मंत्रालय ने बताया कि छह अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों के प्रमुखों को भी शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है. इन संगठनों में संयुक्त राष्ट्र, आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई राष्ट्रों के संघ), सीआईएस (स्वतंत्र देशों के राष्ट्रमंडल), सीएसटीओ (सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन), ईएईयू (यूरेशियाई आर्थिक संघ) और सीआईसीए (एशिया में सहभागिता और विश्वास निर्माण उपायों पर शिखर सम्मेलन) शामिल हैं.

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत ने अपनी अध्यक्षता के तहत सहयोग के नए स्तंभ स्थापित किए हैं - स्टार्टअप और नवोन्मेष, पारंपरिक औषधि, डिजिटल समावेशन, युवा सशक्तिकरण और साझा बौद्ध विरासत.''



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"22 विधायक और 9 सांसद छोड़ सकते हैं एकनाथ शिंदे गुट का साथ...", टीम उद्धव ठाकरे का बड़ा दावा

महाराष्ट्र में राजनीति फिर गरमा रही है. उद्धव  गुट (UBT ) ने मंगलवार को दावा किया है कि एकनाथ शिंदे गुट के 22 विधायक और 9 सांसद बहुत जल्द ही उनका साथ छोड़ सकते हैं. उद्धव गुट का कहना है कि इन विधायकों और सांसदों के साथ एकनाश शिंदे गुट में रहते हुए भेदभाव हो रहा है. 

उद्धव गुट के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा गया है कि शिंदे समूह से संबंधित सांसदों और विधायकों को भाजपा के सहयोग में "मुर्गियां" करार दिया और ये भी नहीं बताया गया है कि इनको कब ठिकाने लगा दिया जाएगा.संपादकीय में इसका भी उल्लेख किया गया है कि किस तरह से 2019 में, शिवसेना ने उसी "सौतेले व्यवहार" के लिए भाजपा से अपना नाता तोड़ लिया था.

इस संपादकीय में आगे कहा गया है कि अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिंदे गुट के 22 विधायकों और 9 सांसदों के साथ बीजेपी सौतेला व्यवहार कर रही है.  इस वजह से ही ये लोग वहां रहते हुए घुटन महसूस कर रहे हैं. ऐसे में उस गुट को छोड़ने का मन बना चुके हैं. आगे कहा कि गया कि शिवसेना के जिन सांसदों ने पहले ठाकरे को धोका देकर बीजेपी के साथ हाथ मिलाया था, अब बीजेपी के साथ उनका मन नहीं लग रहा है और वो बीजेपी से तलाक चाहते हैं. 

इस मामले को वीकेंड पर शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने उठाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा उनकी पार्टी के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. कीर्तिकर ने शुक्रवार को कहा था कि हम एनडीए का हिस्सा हैं..इसलिए हमारा काम उसी के अनुसार होना चाहिए और (एनडीए) घटकों को (उपयुक्त) दर्जा मिलना चाहिए. हमें लगता है कि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. 

उनकी टिप्पणी UBT के लिए मददगार साबित हुई. हालांकि,UBT की तरफ से इसपर अगले दिन प्रतिक्रिया आई. UBT के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक और सामना के संपादक संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने बीजेपी से, जो उसे खत्म करने की कोशिश कर चुकी है, से पहले ही दूरी बना चुकी है. 

संजय राउत ने आगे कहा कि भाजपा मगरमच्छ या अजगर की तरह है. जो भी उनके साथ जाता है, वो उसे निगल लेते हैं. अब ये नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वाले शिवसेना सांसद और विधायक महसूस करेंगे कि इस मगरमच्छ से खुद को दूर करने का उद्धव ठाकरे का रुख सही था. 



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Tuesday, May 30, 2023

Delhi Murder Case: जानें कैसे एक फोन कॉल ने पकड़वाया प्रेमिका की हत्या के आरोपी साहिल को

पुलिस ने सोमवार को कहा कि नई दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में एक नाबालिग लड़की की जघन्य हत्या के आरोपी को उसके पिता को फोन करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने साहिल को कैसे गिरफ्तार किया, इसका खुलासा करते हुए कहा गया है कि आरोपी फोन बंद करने के बाद छिप गया था.हालांकि आरोपी द्वारा अपने पिता को फोन करने के बाद उस पर तकनीकी निगरानी रखी गई. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद आरोपी भाग गया था और छिपने के लिए बुलंदशहर में अपने रिश्तेदार के यहां चला गया था. 

पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी साहिल ने हत्या करने के बाद अपना मोबाइल बंद कर लिया था.पुलिस के मुताबिक, शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया है कि लड़की के सिर पर किसी मजबूत वस्तु से हमला किया गया था, जिससे उसे गंभीर चोट आई और उसकी मौत हो गई.

इस घटना का लगभग 90 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है, जिसमें आरोपी एक हाथ से लड़की को दीवार की तरफ धकेलकर बार-बार उस पर चाकू से वार करता नजर आ रहा है. वह लड़की के जमीन पर गिरने पर भी नहीं रुकता है, उस पर 20 से अधिक बार चाकू से वार करता है, उसे कई बार लात मारता है और फिर सीमेंट के स्लैब से उस पर कई बार हमला करता है.

इस घटना का लगभग 90 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है, जिसमें आरोपी एक हाथ से लड़की को दीवार की तरफ धकेलकर बार-बार उस पर चाकू से वार करता नजर आ रहा है. वह लड़की के जमीन पर गिरने पर भी नहीं रुकता है, उस पर 20 से अधिक बार चाकू से वार करता है, उसे कई बार लात मारता है और फिर सीमेंट के स्लैब से उस पर कई बार हमला करता है.

घटना के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं. जहां आरोपी को लड़की पर कई बार चाकू से वार करते और फिर उसके सिर पर पत्थर से वार करते देखा जा सकता है. वहां कई स्थानीय लोग मौजूद देखे जा सकते हैं लेकिन किसी ने मामले में हस्तक्षेप नहीं किया. 

पुलिस ने मामले में शाहबाद डेयरी थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज किया है. सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता के हाथ पर एक टैटू भी था, जिसमें प्रवीण नाम लिखा हुआ था.

पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘लड़की के 2021 से साहिल से संबंध थे, लेकिन बाद में अक्सर उनकी लड़ाई होने लगी, जिससे उनके रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे. लड़की ने साहिल से बात करना बंद कर दिया था और वह उसके साथ पूरी तरह से संबंध खत्म करना चाहती थी, लेकिन वह लड़की से संपर्क करता रहा और फिर से रिश्ता बनाना चाहता था.'' उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार को भी दोनों का झगड़ा हुआ था, जिससे उनके संबंध और खराब हो गए. यह हत्या के पीछे का कारण हो सकता है.''

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दिल्ली में बारिश से मौसम हुआ सुहावना, चार जून तक 'लू' की संभावना नहीं

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को फिर से तेज हवाओं के साथ बारिश होने और आसमान में बादल छाए रहने से मौसम सुहावना हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र ने कहा है कि चार जून तक राजधानी में 'लू' की स्थिति लौटने की संभावना नहीं है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि राजधानी में सोमवार दोपहर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और कई इलाकों में हल्की बारिश हुई.

मौसम विभाग ने 'येलो' अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों को यातायात बाधित होने और निचले इलाकों में पानी भरने की चेतावनी दी गई है. आईएमडी मौसम की चेतावनी के लिए चार कलर कोड का उपयोग करता है : हरा (कार्रवाई की जरूरत नहीं), पीला (देखें और अपडेट रहें), नारंगी (तैयार रहें) और लाल (कार्रवाई करें). दिल्ली के प्रमुख मौसम विज्ञान केंद्र सफदरजंग वेधशाला के मुताबिक सोमवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. जबकि अधिकतम तापमान के 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

सामान्य रूप से 39.5 डिग्री सेल्सियस के औसत अधिकतम तापमान के साथ मई का महीना दिल्ली में सबसे गर्म महीना रहता है. लेकिन, इस बार मई में सामान्य से कम तापमान और अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है. मौसम विज्ञानियों ने इस घटना के लिए सामान्य से अधिक पश्चिमी विक्षोभ को जिम्मेदार ठहराया - एक ऐसी मौसम प्रणाली जो भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होती है और इस मौसम में उत्तर-पश्चिम भारत में बेमौसम बारिश लाती है.

आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, सफदरजंग वेधशाला ने मई में अब तक 86.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है. आम तौर पर पूरे महीने में राष्ट्रीय राजधानी में औसतन 19.7 मिलीमीटर बारिश होती है. दिल्ली में इस महीने की शुरुआत में घने कोहरे का एक असामान्य घटनाक्रम भी देखा गया. चार मई को न्यूनतम तापमान गिरकर 15.8 डिग्री सेल्सियस हो गया था, जो आईएमडी द्वारा 1901 में रिकॉर्ड रखने की शुरुआत करने के बाद से मई के महीने की तीसरी सबसे ठंडी सुबह थी.

शहर में अप्रैल में 20 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई, जो 2017 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक है. मई में केवल नौ दिनों के लिए दिल्ली में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया. आईएमडी के अनुसार, ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण सोमवार और मंगलवार को कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चलने के साथ ही बारिश होने और ओले गिरने की संभावना है.

अधिकतम तापमान के चार जून तक 40 डिग्री सेल्सियस से कम ही रहने के आसार हैं. इस महीने की शुरुआत में, मौसम कार्यालय ने मई में उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से कम अधिकतम तापमान और 'लू' की स्थिति वाले कम दिनों की भविष्यवाणी की थी.

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लड़की को 16 बार चाकू घोंपने के बाद बुआ के घर भाग गया था साहिल, ब्रेकअप की बात से था नाराज: सूत्र

दिल्ली के शाहबाद डेयरी में 16 साल की लड़की की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपी साहिल (20) पकड़ लिया है. पुलिस ने उसे सोमवार दोपहर 3 बजे बुलंदशहर से गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, लड़की का बेरहमी से कत्ल करने के बाद आरोपी साहिल ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था और बुलंदशहर अपनी बुआ के घर भाग गया था. जांच और पूछताछ के बाद पुलिस को साहिल की लोकेशन मिल गई. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, साहिल ने जिस लड़की को 16 बार चाकू मारा और पत्थरों से उसका सिर कुचल दिया, उसके हाथ में एक लड़के के नाम का टैटू भी बना हुआ था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, लड़की और साहिल पिछले 3 साल से दोस्त थे. लड़की की सहेली ने भी दोनों की दोस्ती के बारे में पुलिस को बयान दिया है. 

लड़की चाहती थी साहिल से ब्रेकअप करना
पुलिस की जांच में पता चला कि लड़की साहिल से अलग होना चाहती थी, लेकिन साहिल इस बात से नाराज़ था. शनिवार को दोनों के बीच इसी को लेकर झगड़ा भी हुआ था. लड़की ने साहिल को पुलिस में शिकायत करने की धमकी भी दी थी. साहिल इसी बात से लड़की पर गुस्साया हुआ था.

लड़की ने टॉय गन से डराया था
सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है एक बार लड़की ने एक टॉय पिस्टल से साहिल को डराया भी था, ताकि वो उसे परेशान न करे. सहिल के दोस्त या और जो भी संदेह के दायरे में है, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. 

रविवार को हुई थी हत्या
रिपोर्ट के मुताबिक, साहिल ने शाहबाद डेयरी इलाके में रविवार शाम 16 साल की लड़की की सरेराह हत्या कर दी थी. शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लड़की के शरीर पर चाकू के 16 जख्म मिले हैं. जबकि सिर पर पत्थर पटकने की वजह से उसकी सिर फट गया था. डिटेल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आना बाकी है.
 

लड़की के परिवार ने कहा- साहिल को फांसी हो
इस घटना के बाद पीड़िता के माता-पिता ने आरोपी को सख्त सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमारी बेटी का स्वभाव अच्छा था. हमारी मांग है कि जैसे उसने हमारी बेटी को मारा है वैसे ही उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि फिर से ऐसा कोई न कर सके. लड़की की मां ने बताया कि उनकी बेटी अपने भाभी के घर रह रही थी. उनके मुताबिक उनकी बेटी ने कभी साहिल को लेकर घर में कोई चर्चा नहीं की थी. उन्होंने बेटी के लिए इंसाफ मांगते हुए कहा कि साहिल को पूरी जिंदगी की सजा हो या फिर फांसी दी जाए.

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हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर गृहमंत्री अमित शाह, शांति बहाली के लिए करेंगे ताबड़तोड़ बैठकें

मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर 3 मई से हिंसा जारी है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार दिन के दौरे पर सोमवार रात मणिपुर पहुंचे. गृहमंत्री दिल्ली से एक विशेष विमान से इंफाल के बीर टीकेंद्रजीत इंफाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. इसके बाद उनकी बैठकों का दौर शुरू हो गया. गृहमंत्री ने इंफाल में राज्य के मंत्रियों से मुलाकात की. उनके राज्यपाल से मिलने की भी संभावना है. सोमवार को शाह के दौरे से पहले सेना ने 25 हथियारबंद उग्रवादियों को पकड़ा, जो इंफाल में घरों को जलाने की कोशिश कर रहे थे.

गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर में हालात का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने की योजना बनाने के लिए मंगलवार को कई दौर की बैठक कर सकते हैं. वह बुधवार को संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित कर सकते हैं. साथ ही राज्य में जारी हिंसा पर नियंत्रण के लिए कदमों की घोषणा कर सकते हैं. मणिपुर के लोगों को भी शाह के दौरे से शांति बहाल होने की उम्मीद है.

हिंसा भड़कने के बाद अमित शाह की पहली मणिपुर यात्रा
मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से शाह की यह राज्य की पहली यात्रा है. मणिपुर के दोनों समुदाय- मैतेई और कुकी के प्रतिनिधि भी मान रहे हैं कि शाह के दौरे से बातचीत का रास्ता निकल सकता है. बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी, दोनों ही समुदायों ने इंफाल सहित कई अन्य जिलों की सड़कों पर शाह के स्वागत में पोस्टर और बैनर लगाए हैं.  

आर्मी चीफ मनोज पांडे भी मणिपुर में
अमित शाह के दौरे से पहले आर्मी चीफ मनोज पांडे भी मणिपुर पहुंचे. उन्होंने रविवार को सीएम एन बीरेन सिंह के साथ बैठक की। इस दौरान एन बीरेन सिंह ने बताया कि 3 मई से अब तक 40 उग्रवादी मारे जा चुके हैं.

रविवार को 40 लोगों का एनकाउंटर
मणिपुर में 26 दिनों से जारी हिंसा के बीच पुलिस ने रविवार तक 40 लोगों का एनकाउंटर भी किया. राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने इन एनकाउंटर की पुष्टि की. उन्होंने एनकाउंटर में मारे गए लोगों को 'मिलिटेंट' यानी आतंकवादी बताया है. सीएम ने कहा- 'ये लोग आम नागरिकों के खिलाफ एम-16, एके-47 असॉल्ट राइफलों और स्नाइपर गन का इस्तेमाल कर रहे हैं.' राज्य में हिंसा के चलते अब तक करीब 80 लोगों की जान गई है.

क्यों हो रहा प्रदर्शन?
दरअसल, राज्य में मैतेई समुदाय को एसटी (ST) का दर्जा देने के खिलाफ प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं हो रही हैं. मणिपुर में कुकी जनजाति के लोग मैतेई समुदाय को एसटी का दर्जा देने के खिलाफ 3 मई से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. चूराचांदपुर में 3 मई की रात प्रदर्शन के दौरान दोनों समुदाय के लोग एक-दूसरे से भिड़ गए थे. चूराचांदपुर में ही 4 मई को सीएम एन बीरेन सिंह का एक कार्यक्रम तय था. इसकी तैयारियों को लेकर मंच और पंडाल लगाए गए थे, जिसे प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया.

अब तक 40 हजार लोगों का पलायन
हिंसक घटनाओं के बाद हालात बिगड़ते गए. केंद्र सरकार को राज्य में सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा. कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया, जो अब तक जारी है. 31 मई तक इंटरनेट भी बैन कर दिया गया है. हिंसक घटनाओं के बाद से अब तक 40 हजार लोग पलायन कर चुके हैं.
 



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मोदी सरकार के 9 साल : निर्मला सीतारमण ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियां, विपक्षी हमलों को लेकर कसा तंज

मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष में मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों ने सोमवार को देश के कई राज्यों में एक साथ ब्रीफिंग की और सरकार की उपलब्धियों को देश के सामने रखा. हालांकि विपक्ष सरकार के इन दावों पर सवाल उठा रहा है और आरोप लगा रहा है कि सरकार अपने दावों पर खरा नहीं उतर पा रही है. मोदी सरकार की नौ साल की उपलब्धियों को जनता के सामने रखने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई वरिष्ठ मंत्री और बीजेपी के मुख्यमंत्री देश के अलग-अलग राज्यों में मीडिया से रूबरू हुए. 

मुंबई में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बीते 9 साल में जो वायदे घोषणापत्र में किए, सरकार उसे लागू कर रही है. मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष में निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में 3.5 करोड़ पक्के मकान और 11.72 करोड़ शौचालय बने हैं. 12 करोड़ लोगों तक पीने का पानी पहुंचाया गया है और जरूरतमंदों को 9.6 करोड़ फ्री घरेलू गैस कनेक्शन दिए गए. साथ ही उन्‍होंने कहा कि कोविड महामारी में करोड़ों लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाया गया. 

इसके साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि खाद के बढ़े दामों का बोझ किसानों पर नहीं डाला गया और इसे सरकार ने वहन किया. उन्‍होंने कहा कि 10 फीसदी ईडब्‍ल्‍यूएस कोटे से गरीबों को मदद मिली है. साथ ही 15 नये एम्‍स, 700 नए मेडिकल कॉलेज और 7 नए आईआईटी बनाए गए हैं. 

'टैक्स का हर पैसा गरीबों, पिछड़ों पर खर्च हुआ'
निर्मला सीतारमण ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "ब्रिटेन को पछाड़कर भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. ब्रिटेन फिसलकर हमारे नीचे आ गया है. सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख इकॉनमी भारत है, इस साल भी आने वाले साल भी. टैक्स का हर पैसा गरीबों, पिछड़ों पर खर्च हुआ. सरकार लगातार महंगाई पर नजर रख रही है और कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए जरूरत पड़ने पर हस्तक्षेप जारी रखेगी." 

विपक्ष पर वित्त मंत्री ने कसा तंज 
नौ साल की उपलब्धियों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रजेंटेशन के जरिए जहां गरीबों और किसानों के लिए उठाए गए कई कदम गिनाए तो साथ ही एकजुट हो रहे विपक्ष पर कहा कि उन्हें मेहनत करने दें. कांग्रेस के हमलों पर उन्‍होंने कहा कि पहले अपने अंतर्कलह पर ध्यान दें. पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम द्वारा उठाए गए 2000 रुपये की नोट बंदी के सवाल पर पूछा कि उनके कार्यकाल में भी कई सवाल पूछे गये थे, कितनों का उत्तर दिया?

'एयरपोर्ट की संख्‍या 200 तक पहुंचाने का लक्ष्‍य' 
दिल्ली में एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार ने देश में एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के लिए एक लाख करोड़ रुपए के निवेश की योजना तैयार की है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "पिछले 68 साल में देश में 74 एयरपोर्ट स्थापित हुए थे, लेकिन पिछले 9 साल में हमने 74 अतिरिक्त एयरपोर्ट स्थापित किए हैं, जिसमें एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट आदि शामिल हैं. हमने नंबर को डबल कर दिया है 74 से 148. हमारा टारगेट है अगले 3-4 साल में एयरपोर्ट की संख्या 200 तक पहुंचाने की". 

सरकार के दावों पर उठाए सवाल 
उधर, कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल सरकार के दावों पर सवाल उठा रहे हैं. मल्लिकार्जुन खरगे ने एक कविता के जरिए सरकार को कई मोर्चों पर एक साथ घेरा है. दरअसल,  9 साल की जो लड़ाई है उसका वास्ता अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से है. यही वजह है कि दावों और प्रतिदावों में कोई भी पक्ष पीछे नहीं हटना चाहता है. 

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चुनावी रणनीति में माहिर PM नरेंद्र मोदी कैसे बन गए BJP की जीत की 'गारंटी'?

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बारे में कुछ लिखते या बात करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (#9YearsOfPMModi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जिक्र एक साथ करना आम बात हो चुकी है. जनता के बीच मोदी की व्यापक लोकप्रियता और कुशल रणनीतिकार के तौर पर शाह की प्रतिभा को एक साथ जोड़कर या एक-दूसरे की पूरक मानकर व्यक्त किया जाता है. 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री  (9 Years of Modi Government) बनने के बाद से बीजेपी के लिए वह चुनाव में एक तरह से जीत की गारंटी बन चुके हैं. 

मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर NDTV खास डॉक्यूमेंट्री सीरीज (PM Modi Documentary Series Episode 6) लेकर आया है. आज सीरीज के छठें एपिसोड में जानें आखिर चुनाव में मोदी फैक्टर (#BJPpollmachinery) इतना मजबूत क्यों है?  ऐसा क्या है कि विपक्ष मोदी फैक्टर का कोई तोड़ नहीं ढूंढ पा रहा है?  (यहां देखिए, डॉक्यूमेंट्री सीरीज के छठें एपिसोड का पूरा वीडियो)

मैं नरेंद्र दामोदर दास मोदी ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा. मैं भारत की प्रभुता और अखंडा का अक्षुण्ण रखूंगा. मैं संघ के प्रधानमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंतःकरण से निर्वहन करूंगा तथा मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेश के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा.

नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री

2014 में 17 करोड़ मतदाताओं ने बीजेपी को चुना
26 मई 2014 को जो शुरुआत हुई थी, वो आज तक जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदार दास मोदी सबसे कामयाब राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी को 9 साल तक लगातार जीत दिलाते आए हैं. ये सफर अभी थमा नहीं है. 2014 में भारत में 82 करोड़ मतदाता थे. यूरोप, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया को मिला दे तो, ये संख्या उनकी पूरी आबादी है. इनमें से करीब 55 करोड़ ने वोट डाले. इनमें से 17 करोड़ मतदाताओं ने बीजेपी को चुना. इतने लोग अगर उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक खड़े हो जाए, तो इससे चार सीधी कतारें बन जाएंगी.

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2019 में बीजेपी को मिले 23 करोड़ वोट
2019 में भारत में 91 करोड़ मतदाता थे. यानी यूरोप, रूस और ऑस्ट्रेलिया की कुल आबादी के बराबर मतदाता. 2019 के चुनाव में बीजेपी को अगले 23 करोड़ वोट मिले, जो उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक लोगों की छह कतारों के बराबर है. मोदी के राजनीतिक दल बीजेपी ने आखिर ये कैसे किया? क्या ये अकेले मोदी का जादू है?

निश्चित रूप से ये पीएम मोदी का नेतृत्व बीजेपी की जीत में एक बड़ा और महत्वपूर्ण पड़ाव है.

भूपेंद्र यादव

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री
किताब 'द आर्किटेक्ट ऑफ द न्यू बीजेपी' के लेखक अजय सिंह कहते हैं, "मोदी फैक्टर महत्वपूर्ण है, इसमें तो कोई दोराय नहीं है. हमने जो किताब लिखी-'द आर्किटेक्ट ऑफ द न्यू बीजेपी'... उसमें हमने जिक्र किया है कि ऑर्गनाइजेशन की अहमियत को भी कम करके नहीं देखा जा सकता, क्योंकि ये भी एक बड़ा फैक्टर है. जहां एक इंडिविजुअल चार्म है,वहीं ऑर्गनाइजेशन का प्रभाव भी एक बड़ा फैक्टर है." 

लेखक, राजनयिक और पूर्व राज्यसभा सांसद पवन के वर्मा कहते हैं, "बीजेपी के पास एक मजबूत नेता, एक करिश्माई नेता और हर ऐतबार से एक लोकप्रिय नेता है. लोग उनसे सहमत हों या न हों... लेकिन वो अपनी पार्टी के निर्णायक नेता हैं."

लोकनीति-सीएसडीएस के सह निदेशक संजय कुमार कहते हैं, "2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह की जीत बीजेपी को मिली. साथ ही अन्य राज्यों के चुनाव में जो जीत बीजेपी को मिली... इसका श्रेय तो पीएम मोदी को जाता है. ऐसे राज्य हैं, जहां ऐसा लगता नहीं था कि बीजेपी जीत पाएगी... पार्टी वहां कमजोर दिखाई पड़ती थी, लेकिन पार्टी को जीत मिल गई. कई राज्यों के चुनाव ऐसे हैं जहां पीएम मोदी के कारण ही बीजेपी को जीत हासिल हुई."

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नई दिल्ली में बीजेपी का मुख्यालय, जहां सभी बड़े निर्णय लिए जाते हैं. जीत चाहे जितनी छोटी हो या जितनी बड़ी... जश्न यहीं मनाया जाता है. जब-जब चुनाव के नतीजे आते हैं, तब-तब शाम को बीजेपी के नेता यहां जमा होते हैं.

लोकनीति-सीएसडीएस के सह निदेशक संजय कुमार कहते हैं, "ये एक मौका होता है, जब पीएम मोदी अपने कार्यकर्ताओं के साथ बात करते हैं. वो अपने कार्यकर्ताओं तक संदेश पहुंचाते हैं. उन्हें धन्यवाद देते हैं. पीएम मोदी यह संदेश देने की कोशिश करते हैं कि बीजेपी के लिए हर जीत अहम है. आपने ध्यान दिया होगा कि जब पीएम मोदी ऐसे संदेश देते हैं, तो वो आने वाले चुनावों का भी जिक्र करते हैं. ये एक तरह से संगठन को मजबूत रखने का एक जरिया है." 

चुनाव दर चुनाव बीजेपी का स्ट्राइक रेट विपक्षी दलों के मुकाबले अच्छा रहा है. पिछले 4 दशकों में बीजेपी की सफलता की तस्वीर देश के नक्शे में देखी जा सकती है. इसीलिए सन 1984 में बीजेपी के पास 2 सांसद थे. 2019 में पार्टी अपने दम पर 300 के पार (303) पहुंच गई.

लोकतंत्र में पहली बात तो हार भी कोई बुरी बात नहीं है. लेकिन हां... हर पार्टी जीतने के लिए चुनाव लड़ती है. बीजेपी में अमित शाह जब राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, तो उन्होंने पार्टी की सदस्यता के विस्तार के लिए एक बहुत बड़ा कैंपेन चलाया. पार्टी अध्यक्ष के नाते उन्होंने अपने कार्यकाल में लगभग तीन बार पूरे हिंदुस्तान का दौरा किया. देश के जिलों में रात गुजारी. कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कीं. जब शीर्ष नेतृत्व इतनी सहजता के साथ जिलास्तर पर उपलब्ध होता है,तो कार्यकर्ताओं में नैतिक बल भी खड़ा होता है और लड़ने की ताकत भी खड़ी होती है.

भूपेंद्र यादव

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री

मोदी की पार्टी का दावा है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है.पार्टी को अपने संगठनात्मक ढांचे और कार्यकर्ताओं पर गर्व है. लेकिन अगर मोदी को इससे अलग कर दें, तो क्या भारी जीत का ये सिलसिला जारी रहेगा?

अजय सिंह कहते हैं, "मोदी जी हैं तो जीत है या ऑर्गनाइजेशन है तो जीत है... ये सवाल वैसा ही है कि पहले मुर्गी आई या अंडा. राजनीति में ऐसे सवाल का जवाब देना मुश्किल हो जाता है, लेकिन ज़ाहिर है दोनों की बराबर की महत्ता है. लेकिन, मेरे विचार में अगर आपका संगठन मज़बूत है, तो वो व्यक्तियों से अधिक लंबा चलता है. संगठन अपने समय के आदर्श खुद ईजाद करते हैं." 

लोकनीति-सीएसडीएस के सह निदेशक संजय कुमार बताते हैं, "मेरी राय में अब इस मशीन को मोदी के बिना कुछ करने में बड़ी मुश्किल आएगी. हमने विधानसभा और लोकसभा चुनावों का सर्वेक्षण किया. इस बारे में बहुत चर्चा होती रहती है कि प्रधानमंत्री मोदी बीजेपी के लिए कितने बेशक़ीमती हैं. हमने उसको परिमाणित करने की कोशिश की. हमने ये पाया कि 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी को मिलने वाले हर 100 वोटों में से 36 प्रधानमंत्री मोदी की वजह से आए. ये मोदी का बीजेपी को तोहफ़ा था. मशीनरी की अहमियत है, गाड़ी की ज़रूरत होती है एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए, लेकिन गाड़ी चलाने के लिए एक अच्छा ड्राइवर चाहिए. मेरे विचार में प्रधानमंत्री मोदी इस मशीन को आगे ले जाने के लिए बहुत अच्छे चालक साबित हुए हैं."

बीजेपी अपनी संगठनात्मक शक्ति और आरएसएस के अलावा संघ परिवार के दूसरे संगठनों की मदद से भी सत्ता में है. मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं, जाति की जटिलताओं की समझ और सबसे अहम बीजेपी की प्रमुख विचारधारा हिंदुत्व के बल पर आई. यही कारण है कि इस दल को राम मंदिर आंदोलन के दौरान जो समर्थन मिला, उसके बाद इसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. ज़ाहिर है पार्टी अपनी इस ताक़त को और मज़बूत कर रही है. 

क्यों जीतते हैं मोदी- जातिगत गणित
दो साल पहले नलिन मेहता की किताब 'द न्यू बीजेपी' बताती है कि मोदी की चुनावी जीत सिर्फ़ प्रचार और उत्साह के बल पर नहीं बल्कि, जातिगत गणित की गहरी और वैज्ञानिक समझ के हिसाब से उसके प्रबंधन का नतीजा है. इन अध्यायों में राज्य और ज़िले के स्तर पर अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के प्रतिनिधित्व की कुल संख्या की चर्चा है. ये हैरानी की बात नहीं कि बीजेपी गैर-जाटव दलितों को लुभाने की कोशिश करती है, जो बीएसपी के पारपंरिक वोटर हैं या यदुवंशियों के एक हिस्से को, जो पारंपरिक तौर पर सपा के वोटर रहे हैं। 2014 में, भारत के सबसे घनी आबादी वाले राज्य यूपी में बीजेपी को 80 में 70 से ज़्यादा सीटें मिलीं. और 2019 में जब सपा-बसपा एक होकर लड़े थे, तब भी बीजेपी 60 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. यही कहानी राज्य दर राज्य दोहराई जा रही है. कुछ राज्यों में पार्टी कामयाब है, कुछ में नहीं.

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संजय कुमार कहते हैं, "ये बीजेपी ने कोई नई बात नहीं की है, लेकिन उसने कई दूसरे दलों से इसे बेहतर तरह से किया है. आंकड़े देखें कि कैसे अलग अलग चुनावों में OBC ने वोट दिए. 2009 चुनावों में बीजेपी को मिलने वाले लगभग 12-14% वोट में से 20% वोट ओबीसी के थे. लेकिन 2019 लोकसभा चुनावों में 44% ओबीसी वोट बीजेपी को मिले, यानी दोगुने. अगर देखें कि ये कौन से ओबीसी हैं जो अब बीजेपी को वोट दे रहे हैं तो ये ज़्यादातर निम्न ओबीसी में से हैं." 

संजय कुमार आगे कहते हैं, "बीजेपी को एहसास हुआ कि ओबीसी के साथ जातिगत तालमेल बनाना होगा. दलित भी अब बीजेपी को समर्थन देने लगे हैं, आदिवासी भी बीजेपी को वोट दे रहे हैं. देखिए जब द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं, तो उन्होंने इसका बड़े ज़ोरशोर से प्रचार किया कि बीजेपी सरकार ने ये काम किया है. तो बीजेपी को ये पता था कि स्थिर समर्थकों का आधार बनाने के लिए जाति गठबंधन बनाना पड़ेगा और ये वो पिछले 10 साल से सफलतापूर्वक करते रहे हैं."

क्या यही वजह है कि विपक्ष अब चाहता है कि सरकार जाति आधारित जनगणना करवाए? ताकि ये पता चल जाए कि ओबीसी और दूसरी जातियों की असल संख्या कितनी है? ये काम पिछली बार 1930 में अंग्रेज़ों के राज में हुआ था...2011 में सुगबुगाहट थी लेकिन कुछ हुआ नहीं. बीजेपी इस मामले पर खुल कर कुछ भी नहीं कह रही. 

मोदी अपने उपलब्धियों को रोज़ाना कई कई बार दोहराते हैं...सड़कों से लेकर हवाई अड्डों और बंदरगाहों का ज़िक्र करते हैं. विकास अहम है, लेकिन बीजेपी ये नहीं भूली है कि कामयाबी के इस नुस्ख़े में उसकी विचारधारा का सबसे बड़ा योगदान है.

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संजय कुमार कहते हैं, "मेरी इस बारे में ज़रा अलग राय है. बीजेपी को इतनी ऊंचाई पर हिंदुत्व ने नहीं पहुंचाया है. हिंदुत्व ने बीजेपी का आधार मज़बूत किया, लेकिव हिंदुत्व से ज़्यादा राष्ट्रवाद है. राष्ट्रवाद बीजेपी को नई ऊंचाइयों पर ले गया है. राष्ट्रवाद एक शब्द है और हिंदुत्व राष्ट्रवाद के साथ जुड़ जाता है. जब हम विश्व में भारत की छवि की बात करते हैं, तो वो भी राष्ट्रवाद के दायरे में आता है. तो हिंदुत्व से ज़्यादा, हिंदुत्व तो बीजेपी का वोट प्रतिशत 30%- 32% तक ले गया, लेकिन जब बीजेपी ने राष्ट्रीय गौरव की बात शुरू की तो उसने पार्टी को उन बुलंदियों पर पहुंचाया जो बीजेपी को हासिल हुई है, 2019 लोकसभा चुनावों में 37% वोट.

मोदी के सामने विपक्ष कैसा है? और अगर वो एकजुट हो गया तो क्या 2024 में उन्हें हरा पाएगा? इस सवाल के जवाब में संजय कुमार कहते हैं, "बीजेपी को तो एकजुट विपक्ष हरा सकता है, लेकिन मोदी को एकजुट विपक्ष नहीं हरा सकता. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि अगर आप लोकप्रियता के पैमाने पर प्रधानमंत्री मोदी का क़द देखें, तो विपक्ष में ऐसा कोई नेता नहीं है, जो प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का मुक़ाबला कर सके." 

संजय कुमार कहते हैं, "अब ये सवाल है कि क्या विपक्ष एक होता है, तो बीजेपी को हराया जा सकता है? अगर आप इस आधार पर ये हिसाब लगाएं कि सभी राजनीतिक दलों को उतने ही वोट मिलेंगे जितने 2019 में मिले थे. और अगर सारी ग़ैर बीजेपी पार्टियां एक साथ आ जाती हैं, तो ये संभावना है कि बीजेपी 220-230 सीटों तक सिमट जाए. स्थानीय दल 300 का आंकड़ा पार कर सकती हैं, लेकिन क्या ये व्यवहारिक लगता है? मुझे तो ऐसा नहीं लगता."

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बहरहाल, लोकसभा चुनाव में एक साल से कम समय बचा है. करिशमाई नेता नरेंद्र मोदी एक बार फिर अपनी तैयारी कर रहे हैं.

डॉक्यूमेंट्री सीरीज के पहले 5 एपिसोड आप यहां देख सकते हैं:-

एपिसोड 1- कूटनीति

एपिसोड-2 महिला सशक्तीकरण

एपिसोड-3 कल्याणकारी योजनाएं

एपिसोड-4 इंफ्रास्ट्रक्चर

एपिसोड-5 बदल रहा कश्मीर



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#Humkarkedikhatehain दृढ़ संकल्प के साथ अदाणी ग्रुप ने लॉन्च किया नया ऐड कैंपेन- 'हम करके दिखाते हैं'

देश की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती औद्योगिक समूह 'अदाणी' ने अपने नया मल्टीमीडिया विज्ञापन कैंपेन लॉन्च किया है, जिसकी पंचलाइन है- 'हम करके दिखाते हैं.'

विज्ञापन और जनसंपर्क सेक्टर की दिग्गज एजेंसी ओगिल्वी इंडिया (Ogilvy India) ने इस ऐड को तैयार किया है. इसमें कहा गया है-

'दुनिया में कुछ लोग कहते हैं और कुछ लोग करते हैं. जब कहा गया कि ये नहीं हो सकता, हमने कर दिखाया. क्योंकि हम मुश्किलों की नहीं सुनते, करके दिखाते हैं.''

अदाणी ग्रुप के लिए ये एक कैंपेन की तरह है, जो भारत और दुनिया भर में ग्रुप की दृढ़ता, लचीलेपन, वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर की बाधाओं से पार पाने की क्षमता को दिखाता है.

35 साल की गौरवशाली यात्रा
100 सेकेंड के टेलीविजन कमर्शियल ऐड के माध्यम से लोग अदाणी समूह की 35 साल की समर्पित सेवा का जश्न देख पाएंगे, जो उन्हें एक गौरवशाली यात्रा पर ले जाएगा. इसको लेकर अदाणी समूह अगले कुछ हफ्तों में प्रिंट, ब्रॉडकास्ट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभियान लॉन्च करेगा.

ओगिल्वी इंडिया में ग्लोबल क्रिएटिव के प्रेसिडेंट और एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पीयूष पांडे ने कहा, 'नेशनल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने के लिए दृढ़ संकल्प और भरोसे की जरूरत होती है. अदाणी ग्रुप और इसके नए कॉपोरेट कैंपेन 'हम करके दिखाते हैं' की यही भावना है.'

हमारी अजेय भावना दिखाता है कैंपेन: प्रणव अदाणी
अदाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अदाणी ने कहा, 'ये कैंपेन, चुनौतियों को अवसरों में बदलने और लाखों भारतीयों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के अपने संकल्प के लिए अदाणी समूह की अजेय भावना को दिखाता है. पहली पीढ़ी की उद्यमी कंपनी के रूप में, ये अथक भावना है जो हमारी संस्कृति का आधार रही है.'

अदाणी ग्रुप ने स्वतंत्र बाजार के अग्रणी व्यवसायों के एक विश्व-स्तरीय पोर्टफोलियो में विविधता ला दी है, जिससे एनर्जी, यूटिलिटी, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक, मेटेरियल्स, खनन और D2C इंडस्ट्री में क्रांति आई है.



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चलती मेट्रो की गेट खोल कर कूद रहा था शख्स, फिर ऐसा हुआ कि देख कर दिल दहल जाएगा

Social Media Viral Video: कई बार लोग ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं. शॉर्ट कट के चक्कर में लोग अपनी जान भी दांव पर लगा देते हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स चलती मेट्रो की गेट खोल देता है. गेट खोलने के बाद वो सीधे प्लेटफॉर्म पर गिर जाता है. उसके बाद जो होता है, वो पूरी तरह से हैरान कर देने वाला होता है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को देखने के बाद लोग दंग हो रहे हैं.

देखें वायरल वीडियो

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक शख्स चलती हुई मेट्रो की गेट को खोलने की कोशिश करता है और वो इसमें सफल भी हो जाता है, मगर गेट खुलने के बाद जो होता है, वो चौंकाने वाला होता है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो पूरी तरह से हैरान कर देने वाला होता है. 

वायरल हो रहे इस वीडियो को देखने के बाद आप समझ गए होंगे कि इस धरती पर कितने बेवकूफ लोग होते हैं. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे शख्स गिर जाता है. इस तरह के स्टंट करने से किसी की जान भी जा सकती है. सोशल मीडिया पर यह बहुत ही हैरान कर देने वाला वीडियो है. वायरल हो रहे इस वीडियो को कई लोगों ने शेयर किया है.

इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया गया है. 39 लाख लोगों ने इस वीडियो को देखा है, वहीं इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स भी देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- ऐसे लोग बेवकूफी के कारण मर जाते हैं. एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- बहुत ही डरावना वीडियो है.

इस वीडियो को भी देखें



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Monday, May 29, 2023

Surya Grahan 2023: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण किस दिन लगेगा और किन राशियों पर पड़ेगा इसका प्रभाव, जानिए यहां 

Surya Grahan 2023: सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसका विशेष धार्मिक महत्व भी होता है. माना जाता है कि ग्रहण कई तरह से राशियों को प्रभावित करते हैं और जातक के जीवन पर असर डालते हैं. इस साल कुल 4 ग्रहण लगने वाले हैं जिनमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं. इसी क्रम में पहला सूर्य ग्रहण बीते 20 अप्रैल के दिन लग चुका है जिसके बाद साल का पहला चंद्र ग्रहण 5-6 मई की रात लगा था. अब जल्द ही अक्टूबर के महीने में साल का दूसरा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) लगने जा रहा है. 

Ganga Dussehra 2023: आने वाली 30 मई के दिन है गंगा दशहरा, जानिए पृथ्वी पर अवतरण से जुड़ी खास बातें

साल 2023 का दूसरा सूर्य ग्रहण | Second Solar Eclipse Of Year 2023

इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर, शनिवार के दिन लगने वाला है. यह सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) होगा. वलयाकार सूर्य ग्रहण वह सूर्य ग्रहण होता है जिसमें चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह नहीं ढक पाता है. इस कारण सूर्य आग के रिंग की तरह यानी रिंग ऑफ फायर की तरह प्रतीत होता है और देखने में छोटा नजर आता है. 

इस सूर्य ग्रहण को संसार के कुछ हिस्सों से देखा जा सकता है. इन जगहों में अफ्रीका का पश्चिमी हिस्सा, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, प्रशांत महासागर और आर्कटिक शामिल हैं. 

राशियों पर पड़ने वाला असर 

इस सूर्य ग्रहण को भारत से नहीं देखा जा सकेगा जिस चलते मान्यतानुसार भारत में इसका सूतक काल (Sutak Kaal) मान्य नहीं होगा. हालांकि, इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ सकता है. 

कन्या राशि- इस राशि के लिए सूर्य ग्रहण शुभ नहीं माना जा रहा है. कन्या राशि (Virgo) के लोगों के परिवार व दोस्तों से मतभेद हो सकते हैं. इस चलते इन्हें सावधानी बरतने की आवश्यक्ता है. 

मेष राशि - सूर्य ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव मेष राशि के जातकों पर भी पड़ सकता है. इस राशि के लोगों को करीबियों से धोखा मिलने की संभावना है और साथ ही नौकरी के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. 

तुला राशि - सूर्य ग्रहण के प्रभाव से तुला राशि (Libra) के जातक मानसिक तनाव से गुजर सकते हैं. इससे चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है. ऐसे में संभलकर रहने की सलाह है. 

वृषभ राशि - इस राशि के लोगों को धन हानि झेलनी पड़ सकती है. वाणी पर संयम रखना बेहद जरूरी है. साथ ही, कार्यस्थल पर उतार-चढ़ाव झेलने पड़ सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

IIFA 2023: सपना चौधरी ने अपने कान्स अनुभव साझा किए



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दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने तथा रविवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में लेने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मालीवाल ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत दुख हुआ कि दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही महिला पहलवानों और उनके परिवारों के साथ बदसलूकी की और उन्हें जबरदस्ती हिरासत में ले लिया.

उन्होंने कहा कि एक महीने पहले, एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों ने सांसद शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे. मालीवाल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गईं. उन्होंने कहा, “ एक नाबालिग लड़की द्वारा आरोपी सांसद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बावजूद दिल्ली पुलिस आज तक उन्हें गिरफ्तार करने में नाकाम रही है. इसने महिला पहलवानों को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया है जो पिछले एक महीने से जारी था.

मालीवाल ने कहा, “ दिल्ली में, हर दिन यौन उत्पीड़न के लगभग छह मामले सामने आते हैं और हरेक मामले में, दिल्ली पुलिस आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार करने का प्रयास करती है. फिर बृजभूषण सिंह को आज तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? यह घोर अन्याय नहीं तो और क्या है? उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के इस स्पष्ट पक्षपातपूर्ण रवैये ने न्याय का मखौल उड़ाया है.

विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को दिल्ली पुलिस ने रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत' के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए हिरासत में ले लिया . इसके बाद जंतर मंतर से उनका सामान हटाते हुए कहा कि अब उन्हें यहां लौटने नहीं दिया जायेगा . महिला पहलवानों को शाम को छोड़ दिया गया.

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मलाइका अरोड़ा ने ब्रेकफास्ट में जो खाया उसे देखकर आपके मुंह में भी आ जाएगा पानी

मलाइका अरोड़ा खाने की काफी शौकीन हैं इस बात में कोई शक नही है और इसका सबूत हमेशा हमें उनकी इंस्टाग्राम स्टोरी देखकर लगता है.वो अक्सर अपने गैस्ट्रोनॉमिकल एडवेंचर्स की झलक अपने फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं, जिसे देख कर हम सभी के मुंह में पानी आ जाता है. एक बार फिर से उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर अपने ब्रेकफास्ट की एक फोटो पोस्ट की है जो है एक टेस्टी सा सैंडविच. टोस्ट में क्रीमी एवोकाडो स्प्रेड से भरा हुआ है और इसमें कुछ एग्स नजर आ रहे हैं. इसके साथ इसमें नमक, काली मिर्च और कुछ साग के साथ इसे कंपलीट किया गया था. क्रीमी एवोकैडो, टेस्टी नॉनवेज की स्लाइस और इतनी सारी टॉपिंग्स देखकर मुंह में पानी आना लाजमी है. मलाइका का ब्रेकफास्ट दिखनेमें टेस्टी और हेल्दी लग रहा था. इसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, "संडे ब्रेकी डन राइट."

गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए खाएं इन 3 तरह की आटे की रोटियां, इम्यून सिस्टम भी होगा बूस्ट

यहां देखें स्टोरी

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मलाइका अरोड़ा ने संडे को किया फुल एंज्वाय, टेस्टी फूड देखकर ड्रूल करने लगे फैंस- Pics Inside

मलाइका अरोड़ा का ब्रेकफास्ट यकीनन टेस्टी और हेल्दी फूड का परफेक्ट कॉम्बिनेशन था. तो चलिए आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही हेल्दी और टेस्टी नाश्ते की रेसिपी जिनको आपको अपने मील में जरूर शामिल करना चाहिए.

हेल्दी ब्रेकफास्ट रेसिपी | Healthy Breakfast Recipes: 

ओट्स थेपला

 अगर आप वेट लॉस की कोशिश कर रहे हैं और हेल्दी नाश्ते को लेकर परेशान हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं हेल्दी टेस्टी रेसिपी. जिसे आप आसानी से बना सकते हैं. ओट्स वेट लॉस में मदद करता है, तो आज हम आपको बताएंगे ओट्स थेपला की आसान सी रेसिपी जो आपकी यकीनन पसंद आएगी. पूरी रेसिपी जानने के लिए यहां क्लिक करें.

ओट्स उत्तपम

अब तक आपने  दाल चावल से बना उत्तपम तो खाया होगा पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं ओट्स से आप कैसे बना सकते हैं बहुत ही टेस्टी और हेल्दी उत्तपम. ब्रेकफास्ट में रोज-रोज एक ही चीज बनाकर बोर हो गए हैं तो अब ओट्स मिनी उत्तपम (Oats Mini Uttapam) ट्राई करें. ओट्स उत्तपम की रेसिपी जानने के लिए यहां क्लिक करें.

बीटरूट इडली

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उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शादी समारोह में 2 बच्चियों के साथ कथित तौर पर बलात्कार

बिजनौर जिले में किसी अज्ञात व्यक्ति ने दो बच्चियों को कथित रूप से अपनी हवस का शिकार बनाया. दोनों को अस्पताल मे भर्ती कराया गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार रात शेरकोट थाना क्षेत्र के एक गांव में बारात आयी हुई थी और उस दौरान पांच और छह वर्षीय दो बच्चियां डीजे की धुन पर नाच देख रहीं थीं. सूत्रों के अनुसार तभी वे अचानक वहां से गायब हो गयीं और जब ग्रामीण उन्हें तलाश करते हुए जंगल में पहुंचे तो दोनों बदहवास हालत में मिलीं.

पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने बताया कि आज सुबह शेरकोट थाने में एक व्यक्ति ने तहरीर दी कि शनिवार रात गांव में एक शादी समारोह से उसकी छह वर्षीय बच्ची और उसके साले की पांच वर्षीय बच्ची को अगवा कर उनके साथ दुष्कर्म किया गया है. उन्होने बताया कि दोनो बच्चियों का कहना है कि चाचा ने उन दोनों के साथ गलत काम किया है, लेकिन वे आरोपी की पहचान नहीं बता पा रही हैं.

जादौन ने बताया कि दोनों बच्चियों को अस्पताल में भर्ती कराकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बारात की वीडियो फुटेज से आरोपी का पता लगाकर उसे गिरफ्तार किया जाएगा.
 



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दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ दंगा करने समेत कई धाराओं में दर्ज किया मामला

नई दिल्ली: एक तरफ PM मोदी आज नई संसद भवन का उद्घाटन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारी पहलवान नई संसद की ओर बढ़े रहे थे. लेकिन उन्हें कुछ ही देर बाद दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं, अब दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ दंगा करने, गैरकानूनी जमावड़ा करने, ड्यूटी के दौरान पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज किया है, जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की मुश्किलें बढ़ सकती है.

 जानकारी के अनुसार जंतर-मंतर पर कुछ पहलवान वापस पहुंचे थे. लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी और वापस भेज दिया. दिल्ली पुलिस मे पहलवानों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 149, 186, 188, 332, 353 के तहत केस दर्ज किया है. पीडीपीपी अधिनियम की धारा 3 में भी FIR दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया है. जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया. पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर को साफ किया गया.

एथलीट यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. WFI  के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में पहलवानों द्वारा आज दिल्ली में 'महिला सम्मान महापंचायत' का आह्वान किया गया था. जिसको लेकर दिल्ली में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने कहा कि पहलवानों को हमने पहले कहा था कि आज कोई राष्ट्रविरोधी काम न करें, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी. हमने सभी को डिटेन कर लिया है और जंतर मंतर खाली करा दिया है.

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BSF ने गुजरात तट के द्वीपों से संदिग्ध मादक पदार्थ के पांच पैकेट बरामद किए

अहमदाबाद: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने रविवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ तट के दो द्वीपों से संदिग्ध मादक पदार्थ के एक-एक किलोग्राम के पांच पैकेट बरामद किए. बीएसएफ के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. अधिकारी ने कहा कि ताजा बरामदगी के साथ इस साल अप्रैल से समुद्र तट के किनारे पाए गए ऐसे पैकेट की संख्या 41 हो गई है.

बीएसएफ के गुजरात फ्रंटियर की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, दिन के दौरान जखाऊ तट के पास दो अलग-अलग द्वीपों से संदिग्ध मादक पदार्थ के पांच पैकेट बरामद किए गए. जखाऊ तट से लगभग आठ किलोमीटर दूर लूना बेट द्वीप से एक पैकेट बरामद किया गया, जो पहले बरामद किए गए चरस के एक पैकेट के समान था और इसे प्लास्टिक की थैली में पैक किया गया था, जिस पर 'अफगान उत्पाद' शब्द छपा था.

जानकारी के अनुसार अन्य पैकेट जखाऊ तट से लगभग चार किलोमीटर दूर खिदरत बेट द्वीप से बरामद किए गए और इनमें से एक पैकेट पहले बरामद किए गए हेरोइन के पैकेट जैसा था. बरामद मादक पदार्थ की प्रकृति का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है.

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Sunday, May 28, 2023

अमेरिका के विवादास्पद पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर 100 साल के हुए

हेनरी किसिंजर, जिनका नाम ही अमेरिकी डिप्लोमेसी का पर्याय है, शनिवार को 100 साल के हो गए. उन्हें अमेरिकी अभिजात वर्ग का सम्मान मिला लेकिन अन्य लोगों का कहना है कि इस क्रूर शीत योद्धा को कभी भी जवाबदेही का सामना नहीं करना पड़ा.

साम्यवादी चीन के लिए दरवाजा खोलने, वियतनाम युद्ध को लेकर साजिश रचने और सोवियत विरोधी तानाशाहों का समर्थन करने तक में किसिंजर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया. उन्होंने दो शीर्ष राजनयिक और राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और गेराल्ड फोर्ड के सुरक्षा सलाहकार के रूप में सेवा की.

अपने मोटे चश्मे और एक तेजतर्रार व्यक्तित्व के रूप में पहचाने जाने वाले किसिंजर पहले एक एकेडमीशियन थे. उनकी बौद्धिक देन को उनके कुछ कटु आलोचक भी स्वीकार करते हैं.

सन 1977 में सेवाएं समाप्त होने के बाद से किसिंजर मुख्य धारा की राजनीति से काफी हद तक बाहर हो गए, क्योंकि उनके उत्तराधिकारियों ने नैतिकता की बात पर जोर दिया था. हालांकि किसिंजर ने काफी ख्याति प्राप्त की है.

अपने शताब्दी वर्ष से पहले किसिंजर ने न्यूयॉर्क के इकोनॉमिक क्लब में एक उत्सव में लंच के दौरान एक केक काटा था और मोमबत्तियां बुझाई थीं. यह वही शहर है जहां वे अपने यहूदी परिवार के नाजी जर्मनी से भाग जाने के बाद बड़े हुए.

यह जाहिर करते हुए कि उनकी दुनिया को लेकर दृष्टि सदी बदलने के साथ नहीं बदली है, किसिंजर ने अमेरिका को "महत्वपूर्ण हितों" की सीमा के भीतर रहने के लिए आगाह किया था. उन्होंने कहा था कि, "हमें किसी भी दबाव का विरोध करने के लिए हमेशा मजबूत रहने की जरूरत है."

अधिकांश अमेरिकी नीति निर्माताओं के विचारों को खारिज करते हुए किसिंजर ने यूक्रेन में संघर्ष विराम पर रूस के साथ कूटनीति का आह्वान किया था. उन्होंने तर्क दिया था कि मास्को को पहले ही रणनीतिक हार का सामना करना पड़ा है.

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''सुंदर अभिव्यक्ति'': नए संसद भवन को लेकर शाहरुख खान के ट्वीट पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया

दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन वैदिक विधि विधान के साथ किया जाएगा. उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है. इस मौके पर शनिवार को बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने ट्वीट किया- "हमारे संविधान को बनाए रखने वाले, इस महान राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करने वाले और उसके हर व्यक्ति की विविधता की रक्षा करने वाले लोगों के लिए कितना शानदार है नया संसद भवन.'' इस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया- ''सुन्दर अभिव्यक्ति! नया संसद भवन लोकतांत्रिक शक्ति और प्रगति का प्रतीक है. यह परंपरा को आधुनिकता के साथ जोड़ता है.''

नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर देश में काफी उत्सुकता है. हर कोई इस अवसर का गवाह बनना चाहता हैं. देश के सभी नागरिकों के साथ-साथ बॉलीवुड जगत के लोग भी संसद के नए भवन के उद्घाटन को लेकर काफी उत्साहित हैं. शाहरुख खान ने नए संसद भवन का वीडियो शेयर करते हुए एक ट्वीट किया है.

नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने ट्वीट कर लिखा, "हमारे संविधान को बनाए रखने वाले, इस महान राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करने वाले और उसके हर व्यक्ति की विविधता की रक्षा करने वाले लोगों के लिए कितना शानदार है नया संसद भवन. नए भारत के लिए एक नया संसद भवन...भारत के गौरव के सदियों पुराने सपने के साथ. जय हिन्द! #MyParliamentMyPride"

शाहरुख खान के ट्वीट पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया - ''सुन्दर अभिव्यक्ति! नया संसद भवन लोकतांत्रिक शक्ति और प्रगति का प्रतीक है. यह परंपरा को आधुनिकता के साथ जोड़ता है. #MyParliamentMyPride''

 
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से ‘माई पार्लियामेंट माई प्राइड' हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए अपने ‘वॉयसओवर' के साथ वीडियो साझा करने का भी आग्रह किया था.

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PM मोदी आज देश के नए संसद भवन का विधि विधान के साथ करेंगे उद्घाटन



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PM मोदी आज देश के नए संसद भवन का विधि विधान के साथ करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की नई संसद को देश को समर्पित करने जा रहे हैं. लोकतंत्र और देश के करोड़ों लोगों की उम्‍मीदों की प्रतीक नई संसद भारतीय संस्‍कृति की विविधता को समेट हुए है. नए संसद भवन का उद्घाटन वैदिक विधि विधान के साथ किया जाएगा. समारोह को लेकर के सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस समारोह को लेकर देश के आम और खास, हर वर्ग में काफी उत्‍सुकता है. हालांकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है, वहीं बीजेपी के साथ ही बीजू जनता दल, तेलुगुदेशम, बसपा और वाईएसआरसीपी जैसी पार्टियां इसके समर्थन में है.   

नए संसद भवन के उद्घाटन की पूर्व संध्‍या पर मंत्रोच्चार के बीच सेंगोल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप दिया. पीएम मोदी अपने दिल्‍ली स्थित आवास पर अधिनाम महंत से मिले और उनका आशीर्वाद लिया. साथ ही पीएम मोदी ने सेंगोल को "उचित सम्मान" नहीं देने के लिए कांग्रेस पर कटाक्ष किया. पीएम मोदी ने कहा, "... अच्छा होता अगर पवित्र सेंगोल को आजादी के बाद उचित सम्मान और एक सम्मानजनक स्थान दिया जाता, लेकिन इस सेंगोल को प्रयागराज के आनंद भवन में एक छड़ी के तौर पर प्रदर्शन के लिए रखा था. आपके सेवक और हमारी सरकार सेंगोल को आनंद भवन से बाहर लाई है." 

'कर्तव्‍य मार्ग से विचलित नहीं होगा' 
अधिनम के महंतों से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा, "तमिल परंपरा में शासन चलाने वाले को सेंगोल दिया जाता था, सेंगोल इस बात का प्रतीक था कि उसे धारण करने वाले व्यक्ति पर देश के कल्याण की जिम्मेदारी है और वो कभी कर्तव्य के मार्ग से विचलित नहीं होगा."

वीडियो साझाा करने का आग्रह 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते शुक्रवार को कहा था कि नया संसद भवन हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा. उन्होंने नवनिर्मित परिसर का एक वीडियो भी साझा किया. PM मोदी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से ‘माई पार्लियामेंट माई प्राइड' हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए अपने 'वॉयसओवर' के साथ वीडियो साझा करने का भी आग्रह किया था.

त्रिकोणीय संसद भवन, तीन मुख्‍य द्वार  
त्रिकोणीय आकार के चार मंजिला संसद भवन का निर्माण क्षेत्र 64,500 वर्गमीटर है. इस इमारत के तीन मुख्य द्वार- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार हैं.

भारतीय संस्‍कृति के दर्शाता नया संसद भवन 
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के कालीन, त्रिपुरा के बांस के फर्श और राजस्थान के पत्थर की नक्काशी के साथ नया संसद भवन भारतीय संस्‍कृति की विविधता को भी दर्शाएगा. सरकार इस ऐतिहासिक समारोह को यादगार बनाने के लिए 75 रुपये का सिक्‍का जारी करेगी. 

नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का ये है कार्यक्रम
सुबह 7:15 बजे :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा के लिए पहुंचेंगे
सुबह 7:30 बजे :  महात्मा गांधी प्रतिमा पंडाल पर पूजा शुरू 
सुबह 9 :00 बजे : लोकसभा चैंबर्स में कार्यक्रम
सुबह 9:30 बजे : संसद की लॉबी में प्रार्थना सभा
दोपहर 12 बजे : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंचेंगे
दोपहर 12:07 बजे : राष्ट्रगान
दोपहर 12:10 बजे : राज्यसभा के उपसभापति का स्वागत भाषण
दोपहर 12:17 बजे : संसद पर दो फिल्मों की स्क्रीनिंग
दोपहर 12.29 बजे : राष्‍ट्रपति और उप राष्‍ट्रपति का संदेश राज्‍यसभा के उप सभापति हरिवंश पढ़ेंगे 
दोपहर 12.43 बजे : लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला का भाषण
दोपहर 1:00 बजे :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खास सिक्का और मुहर जारी करेंगे
दोपहर 1.10 बजे : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण
दोपहर 1:30 बजे : लोकसभा महासचिव का धन्यवाद प्रस्ताव

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Gujarat man arrested for kidnapping minor girl from Goa

The Old Goa police on Saturday arrested a person from Gujarat accused of allegedly kidnapping a minor girl with the intention of marrying her.

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"पीएम मोदी ने अगले 25 साल के बारे में सोचने को कहा" : एस जयशंकर ने बताया क्या है प्लान

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों से अगले साल या कार्यकाल के बारे में नहीं बल्कि अगले 25 साल के बारे में सोचने को कहा है. एस जयशंकर ने कहा कि सरकार आज "एक पीढ़ी के युग" के बारे में सोच रही है. एस जयशंकर की यह टिप्पणी शनिवार को अहमदाबाद में 'मोदी का भारत:  एक उभरती ताकत' को संबोधित करते हुए आई.

अपनी विरासत को ...
विदेश मंत्री ने कहा, "हमें अपने व्यक्तित्व, अपनी संस्कृति, अपनी विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना है. इसलिए जब प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को योग के अभ्यास का जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया, तो यह सिर्फ एक सांस्कृतिक या फिटनेस अभ्यास नहीं था, जिसकी वह वकालत कर रहे थे. हम दुनिया को अपनी मान्यताओं और प्रथाओं को कैसे समझा सकते हैं? वे कैसे जान सकते हैं कि भारत क्या है? भारत की विरासत क्या है, संस्कृति क्या है? इस प्रणाली का डीएनए क्या है? यह वास्तव में तब होता है, जब एक देश को बढ़ते हुए देखा जाता है." 

दुनिया को आकार देने की कोशिश
एस जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी भारत के एक डिजाइनर की तरह हैं, जो "दुनिया को आकार देने" की कोशिश कर रहा है. पीएम मोदी को भारत को एक डिजाइनर के रूप में सोचें और डिजाइन की प्रक्रिया के रूप में उभरने के बारे में सोचें, क्योंकि आज हम अंतरराष्ट्रीय संबंधों में क्या करने की कोशिश कर रहे हैं, हम दुनिया को आकार देने की कोशिश कर रहे हैं. हम इसे फिर से डिजाइन करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि पहले से ही एक डिजाइन है, जो हमें कई वर्षों से विरासत में मिली है. यह आंशिक रूप से एक डिजाइन प्रक्रिया है. आंशिक रूप से यह एक वास्तुशिल्प अभ्यास है." 

पूर्ववर्तियों से अलग
विदेश मंत्री ने कहा कि "पीएम मोदी का भारत अपने पूर्ववर्तियों से अलग है. यह अपने दृष्टिकोण में अलग है. यदि आप आज भारत की राजनीति, भारत के प्रतिनिधित्व, सोच, बोलचाल, रूपकों, नीतियों को देखें, तो यह 75 वर्षों के एक बहुत गहरे लोकतंत्र का परिणाम है, जिसकी समावेशिता वास्तव में नेतृत्व और एक विचार प्रक्रिया को सामने लाया है, जो वास्तव में प्रामाणिक रूप से भारतीय है."

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उत्तर प्रदेश: स्कूल की छत से गिरकर छात्रा की दर्दनाक मौत, पिता ने शिक्षकों पर लगाया गैंगरेप का आरोप

नई दिल्ली: पुलिस ने कहा कि शुक्रवार को अयोध्या में एक निजी स्कूल की छत से कथित तौर पर गिरने के बाद 15 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई. हालांकि, पिता ने दावा किया है कि छत से फेंकने से पहले उसकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल और दो स्टाफ सदस्यों, जिनमें एक खेल शिक्षक है, के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

लड़की के पिता का आरोप है कि क्लास नहीं होने के बावजूद 10वीं कक्षा की छात्रा को प्रिंसिपल ने सुबह 8:30 बजे बुलाया. पिता ने कहा, "प्रिंसिपल ने मुझे सुबह करीब 9.50 बजे बताया कि मेरे बच्चे को झूले से गिरने के बाद चोटें आई हैं. जब मैं स्कूल पहुंचा तो मुझे बताया गया कि मेरी बच्ची को अस्पताल ले जाया गया है. उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, जो झूले से गिरने की स्थिति में संभव नहीं है."

अयोध्या के पुलिस उप महानिरीक्षक जी मुनिराज ने कहा, "पोस्टमार्टम से पता चलता है कि चोटें इमारत से गिरने के कारण लगी हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मौत का कारण सदमा और मृत्यु पूर्व रक्तस्राव है."

छात्रा को दूसरे अस्पताल में ले जाया गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. CCTV फुटेज से पता चलता है कि प्रिंसिपल के बयान का खंडन करते हुए लड़की स्कूल की इमारत की छत से गिर गई थी पिता ने दावा किया, "मेरी रोती हुई बेटी (अस्पताल में) ने मुझे बताया कि जब वह स्कूल पहुंची, तो प्रिंसिपल ने उसे दो आदमियों को सौंप दिया, उनमें से एक शिक्षक था. उन्होंने फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और अपराध को छिपाने के लिए , उन्होंने उसे छत से फेंक दिया." 

अयोध्या के पुलिस अधीक्षक (शहर) मधुबन सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "शनिवार दोपहर छात्रा के परिजनों की शिकायत पर स्कूल के प्रधानाध्यापक, स्कूल प्रबंधक और एक खेल शिक्षक के खिलाफ नाबालिग लड़की से गैंगरेप, हत्या, साक्ष्य मिटाने व आपराधिक साजिश रचने के तहत मामला दर्ज किया गया है.''



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Saturday, May 27, 2023

पांच उच्च न्यायालयों को मिले नए मुख्य न्यायाधीश, एक 30 मई को हो जाएंगे सेवानिवृत्त

उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शुक्रवार को पांच न्यायाधीशों को पदोन्नत किया गया, जिनमें से एक 30 मई को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. केंद्रीय कानून मंत्रालय में न्याय विभाग ने बंबई उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय विजयकुमार गंगापुरवाला को मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और न्यायमूर्ति रमेश देवकीनंदन धानुका को बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की घोषणा करते हुए अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी कीं.

न्यायमूर्ति धानुका वर्तमान में बंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं. वह 62 वर्ष के होने के बाद 30 मई को सेवानिवृत्त होंगे और मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल चार दिन का होगा.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह को राजस्थान उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. वहीं, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मामिदन्ना सत्य रत्न श्री रामचंद्र राव को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है.

केरल उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एस वेंकटनारायण भट्टी को इसी उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. न्यायमूर्ति एस वैद्यनाथन को बुधवार को मद्रास उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.  न्यायमूर्ति टी राजा 62 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर बुधवार शाम को सेवानिवृत्त हो गए. वह मद्रास उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी थे.

उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने अप्रैल में सिफारिश की थी कि न्यायमूर्ति गंगापुरवाला को मद्रास उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया जाए. कॉलेजियम ने बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति के लिए न्यायमूर्ति धानुका के नाम की सिफारिश की थी.

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश जहां 65 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं, वहीं उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं. न्यायमूर्ति गंगापुरवाला मई 2024 में सेवानिवृत्त होंगे.
 



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कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार आज, 24 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे

कर्नाटक में सरकार बनाने के एक हफ्ते बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को उन 24 विधायकों की सूची जारी की, जिन्हें शनिवार को मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी. कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, कर्नाटक में शनिवार को दोपहर में मंत्रिमंडल विस्तार होगा और मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. कर्नाटक सरकार में 34 मंत्री हो सकते हैं. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सहित 10 मंत्रियों को 20 मई को शपथ दिलाई गई थी, जबकि 24 अन्य विधायकों को शनिवार को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा.

कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, वरिष्ठ विधायक एच के पाटिल, कृष्ण बायरेगौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, डॉ. एच सी महादेवप्पा, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंडरे और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव उन विधायकों में शामिल हैं, जो शनिवार को मंत्री पद की शपथ लेंगे.

उन्होंने बताया कि केएन राजन्ना, शरणबसप्पा दर्शनपुर, शिवानंद पाटिल, रामप्पा बलप्पा तिम्मापुर, एस एस मल्लिकार्जुन, शिवराज संगप्पा तंगदागी, डॉ शरण प्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, मंकल वैद्य, लक्ष्मी हेब्बलकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष लाड, एन एस बोसेराजू, सुरेश बीएस, पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के बेटे मधु बंगारप्पा, डॉ एमसी सुधाकर और बी नागेंद्र को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी.

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, लक्ष्मी हेब्बलकर, मधु बंगारप्पा, डी सुधाकर, चेलुवरायस्वामी, मंकुल वैद्य और एम सी सुधाकर को शिवकुमार का करीबी माना जाता है.

सिद्धारमैया और शिवकुमार पिछले तीन दिनों से राष्ट्रीय राजधानी में थे और उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार पर पार्टी नेतृत्व से कई दौर की चर्चा की.

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला सहित शीर्ष केंद्रीय नेताओं के साथ सिद्धारमैया और शिवकुमार की घंटों लंबी बातचीत के बाद मंत्रियों के नाम तय किए गए.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने मंत्रियों की सूची पर अंतिम मुहर लगाई. इसमें दक्षिणी राज्य में जाति और क्षेत्रीय समीकरणों को संतुलित करने की कोशिश की गई है.

इस बीच, कांग्रेस के कई नेता नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली से बेंगलुरु रवाना हो गए हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके झारखंड के समकक्ष हेमंत सोरेन भी शनिवार के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.

कर्नाटक में मंत्रियों को अब तक विभागों का आवंटन नहीं किया गया है. हालांकि मंत्री केएच मुनियप्पा ने कहा कि मंत्रियों के विभागों की घोषणा शनिवार शाम तक की जा सकती है.

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गैंगस्टर आशीष शर्मा ने किया खुलासा, केलिफोर्निया में गोल्डी बराड़ के साथ है लारेंस बिश्नोई का भाई

देश के नए डॉन लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अनमोल बिश्नोई के बेहद करीबी गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आशीष शर्मा ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ मे खुलासा किया कि अनमोल बिश्नोई फिलहाल केलिफोर्निया में गोल्डी बराड़ के साथ रह रहा है. 

पूछताछ में आशीष शर्मा ने खुलासा किया कि अनमोल बिश्नोई केलिफोर्निया के पहले गोल्डी बराड़ के साथ ही कनाडा में छुपा हुआ था. आशीष शर्मा लगातर सिग्नल ऐप के जरिए केलिफोर्निया और कनाडा में अनमोल बिश्नोई से बात कर रहा था. 

आशीष शर्मा मुसेवाला हत्याकांड के एक आरोपी कपिल पंडित का भाई है. कपिल पंडित और लारेंस गैंग के लिए शूटर मुहैया कराने लॉजिस्टिक सपोर्ट और उनके रुकने, खाने-पीने का इंतजाम जेल के बाहर से आशीष शर्मा ही करता था.

हाल में ही लारेंस के भाई अनमोल बिश्नोई ने खुद कई बार अशीष शर्मा को कॉल करके सनलाइट कालोनी इलाके के बिल्डरों से उगाही करने का टास्क दिया था. इसके बाद आशीष शर्मा के सहयोगी एक बालिग और दो नाबालिगों ने मिलकर सनलाइट कॉलोनी इलाके में ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने हरेन, जो खुद सोशल मीडिया के जरिए लारेंस गैंग से जुड़ा था, और दो नाबालिग, जो लारेंस के करीबी संपत नेहरा के गांव के रहने वाले हैं, को पकड़ा था. इसी मामले में अब आशीष शर्मा की गिरफ्तारी हुई है. 

आशीष शर्मा ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह एक बार राजस्थान में पुलिस कस्टडी में लारेंस बिश्नोई से भी मिल चुका है. सनलाइट कालोनी फायरिंग मामले में ही कल क्राइम ब्रांच लारेंस बिश्नोई को अपनी कस्टडी में लेने जा रही है.

आशीष शर्मा मुसेवाला हत्याकांड के आरोपी कपिल पंडित का भाई है. कपिल पंडित का नाम हाल में बाहुबली विकास सिंह लारेंस कनेक्शन में भी सामने आया था.फिलहाल कपिल पंडित राजस्थान में जेल में और अशीष शर्मा तिहाड़ जेल में बंद है.

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आइडिया जो ज़िंदगी बदल दे : पिघलती लाइट, पानी साफ करने वाली नाव... छात्रों ने दिखाई भविष्य के भारत की झलक

पिघलता बल्ब... जो महज़ रोशनी नहीं देता, बल्कि साफ हवा भी देता है. बोटिंग का लुत्फ देने के साथ-साथ पानी का कचरा साफ करने वाली बोट. पक्षियों का इंक्यूबेटर... और भी बहुत कुछ. स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के इंडस्ट्रियल डिजाइन में मास्टर्स कर रहे छात्रों ने इनोवेटिव आइडियाज पर ये चीजें बनाई हैं.  दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में ऐसे 19 प्रोडक्ट की प्रदर्शनी चल रही है. शुक्रवार को इसका आखिरी दिन है. इन नायाब चीजों को देखने के लिए साइंस के छात्र और इंडस्ट्री के लोग पहुंच रहे हैं. 

स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर इंडस्ट्रियल डिजाइन के चीफ पराग आनंद NDTV से बात करते हुए कहते हैं, "सारे क्रिएटिव आइडियाज छोटे से जगह में रहकर खत्म हो जाते हैं. हम इंडस्ट्री को दिखा सकते हैं कि इन बच्चों का टैलेंट आप इस्तेमाल कर सकते हैं. ये प्रोडक्ट्स नए आइडियाज हैं, जिनको हम आगे ले जा सकते हैं." 

लगातार 12 घंटे जल सकता है ये बल्ब
पिघलते बल्ब  'Melting Everest' को हिमालय के रॉक सॉल्ट से बनाया गया है. ये एक लग्जरी लाइट है. इसे अलग-अलग तरह के स्टैंड में डेकोरेटिव लाइट के तौर पर लगाया जा सकता है. ये ठीक वैसे ही पिघलता है, जैसे हिमालय पिघल रहा है. ये बल्ब पिघलने पर हवा को प्यूरीफाई भी करता है. 8 किलो का ये रॉक सॉल्ट लगातार 12 घंटे जलाए रखने पर 1000 घंटा चल सकता है.

एमए फाइनल ईयर के छात्र मनोरंजन घोष ने इस बल्ब को तैयार किया है. वह बताते हैं, "लग्जरी सेगमेंट की लाइटिंग है. ये एयर प्यूरिफाई भी करता है. ये हमेशा आपको एहसास दिलाएगा कि हमारा क्लाइमेट चेंज हो रहा है. पर्यावरण में दिक्कतें आ रही हैं. हिमालय और एवरेस्ट पिघल रहे हैं." 

कचरा साफ करने वाली बोट
शिवानी कुमारी ने ऐसी बोट तैयार की है, जो बोटिंग के साथ ही पानी का कचरा साफ करने में मदद कर सकती है. इस प्रोडक्ट को 'Pure Waters' नाम दिया गया है. इसके व्हील पानी में घूमते जाएगा और कचरा इसमें इकट्ठा होता जाएगा.

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शिवानी कुमारी बताती हैं, "इसकी साइकिल में एक बार में 50 किलो तक का कचरा होल्ड किया जा सकता है. इसके बाद इसमें से कचरा निकलना होगा. इस बोट में एल्गी, छोटे प्लांट, फ्लोटिंग गार्बेज भी इकट्ठा किया जा सकता है. 


चिड़िया के बच्चों के लिए बना 'नेस्टो केयर' 
चिड़िया के घोंसले से उसके बच्चे यानी बेबी वर्ड गिर न जाए, इसके लिए भी एक प्रोडक्ट बनाया गया है. इसे 'Nesto Care' का नाम दिया गया है. ये डिवाइस बेबी वर्ड की ठीक वैसे ही देखभाल करेगा जैसे उनकी मां घोंसले में करती हैं. इसे बनाने का आइडिया नागपुर के एक सेंटर से आया. यहां रोज़ाना एक ही सेंटर पर 5 से 6 चिड़ियों के छोटे बच्चे लाए जा रहे हैं.

'Nesto Care' को बनाने वाले प्रतीक वंधारे एमए फाइनल ईयर के छात्र हैं. उन्होंने कहा, "ये बेबी बर्ड्स के लिए एक इनक्यूबेटर है. इससे उनकी देखभाल हो सकेगी. जब बेबी बर्ड बीमार होंगे, तो इससे उनका इलाज किया जा सकेगा."
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टेराकोटा और लकड़ी का नायाब बंधन
इस प्रदर्शनी में आपको एक एक्वा बायो हार्वेस्ट भी देखने को मिलेगा, जो टेराकोटा और लकड़ी से बनी है. इसमें लकड़ियों के उन छोटे छोटे टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है, जो बड़ी लकड़ी काटने के वक्त बर्बाद हो जाते हैं. ये पूरी तरह से इको फ्रेंडली है. 

इस प्रोडक्ट को पवित्रा केवी ने बनाया है. वह कहती हैं, "ये गर्मी में बहुत गर्म नहीं होता. ठंडे मौसम में ये बहुत ठंडा भी नहीं होता. पार्क में लगे स्टील के फर्नीचर, गर्मियों में बहुत गर्म हो जाते हैं. सर्दियों में ये उतने ही ठंडे हो जाते हैं. इसलिए लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते. लेकिन मेरे प्रोडक्ट से ऐसा नहीं होगा.  

एक्वा बायो हार्वेस्ट प्रोडक्ट मछली पालन करने वाले किसानों को ध्यान पर रखकर डिजाइन किया गया है.तालाब में वो मछली के भोजन के लिए एल्गी डालेंगे और उससे इस प्रोडक्ट की मदद से बायो ऑयल निकलेगा. यानी...आमदनी का एक नया जरिया. विवेक रामचंद्रन कहते हैं कि वो केरल से हैं जहां खूब मछली पालन किया जाता है. ये नए प्रोडक्ट की तकनीक उन मछली पालकों को बिना कुछ पैसा लगाते बायो ऑयल की की कीमत भी देगा.

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कव्वाली सुनने के लिए अनोखी कुर्सी
एनवायरनमेंट प्रोडक्ट के अलावा यहां कव्वाली सुनने के लिए आरामदायक अनोखी कुर्सी भी है. गाने पर डिवाइस के अंदर थिरकने वाला सैंड भी मौजूद है. यहां जुंबा डांस के लिए स्प्रिंग वाइब्रेटर लगा मैट भी है. यहां एक ऐसा कूकर भी जो खाने का स्वाद बढ़ा दे, क्योंकि इसमें मिट्टी का इस्तेमाल है. इससे शहरों में रहने वालों को गांव का ज़ायका मिल सकता है. 

आर्मी के लिए खास हेलमेट
इस प्रदर्शनी में आर्मी के लिए विशेष हेलमेट भी बनाया गया है. जिसमे अलग अलग  भाषाओं के ट्रांसलेंशन की खूबी है तो दूसरी तरह बॉर्डर पर निगरानी करने वाले जवानों के लिए रफ्तार पर दौड़ने वाली गाड़ी, जिसको एक जवान या तो ड्राइव करे या फिर रिमोट से इसमें लगे कैमरे के जरिए निगरानी करे.

किचन टूल्स भी मौजूद
बच्चों को छोटी उम्र से किचन की एक समझ पैदा हो ऐसा सामग्री मापक भी है और प्यारा सा वॉश बेसिन भी. कम उम्र के बच्चों के लिया रॉक पेपर सीजर के तर्ज पर गेम भी हैं. बड़ों के लिए इसी गेम के जरिए ऑफिस में तरोताजा होने से लेकर एक्सरसाइज करने की खूबी भी यहां मिल जाएगी. विजुअली चैलेंज बच्चों के लिए ऐसा डिवाइस जो उनको माप, वज़न और ऑसिलेशन तक काउंट कर सकता है. वहीं, डिजिटल युग का ऐसा गेम जो फील डिजिटल का देता है पर मुमकिन है फिजिकल एक्टिविटी के जरिए ही.

बाइक राइड की तर्ज पर प्रोटोटाइप 
इतना ही नहीं, बाइक राइड की तर्ज पर तैयार एक ऐसा प्रोटोटाइप जो पीछे आराम से बैठने की सुविधा देता है. मानो बाइक राइडर चला रहा हो और राइड लेने वाले को फील और कंफर्ट रिक्शा वाला लगे. यहां, बॉडी ड्रायर भी है, जो स्किन की बीमारी वालों के काम तो आ ही सकती है. इसकी खपत होटल इंडस्ट्री में भी मुमकिन है. इसके ज़रिए नहाया भी जा सकता है और बिना टॉवेल के बॉडी भी सुखाई जा सकती है. 

स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के इंडस्ट्रियल डिजाइन की प्रोफेसर अदिति सिंह कहती हैं कि इससे बच्चों का मनोबल बढ़ता है. उनके तैयार किए प्रोडक्ट तो प्रदर्शनी में लोग देखते ही हैं, इंडस्ट्री भी प्रोडक्ट पसंद आ जाए तो करार करती है. अच्छे खासे वक्त की ये मेहनत है जिसमें दिल और दिमाग लगाकर इन सबने प्रोडक्ट को अंजाम तक पहुंचाया है.
 

बेशक ये प्रोजेक्ट और प्रोडक्ट इन छात्रों के कोर्स का हिस्सा है. लेकिन ये हमारे भविष्य के लिए भी उतना ही अहम है. इस प्रदर्शनी में आप कल के भारत की तस्वीर आज ही देख सकते हैं.
 



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विपक्षी दलों के वंशवादी नेतृत्व के 'राजशाही' तौर तरीकों का संवैधानिक मूल्यों के साथ टकराव: जेपी नड्डा

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के फैसले को लेकर शुक्रवार को विपक्षी दलों की आलोचना की और कहा कि जो चीज विपक्ष को जोड़ती है. वह उनका वंशवादी नेतृत्व है जिसके ''राजशाही'' तरीके संविधान के सिद्धांतों के साथ टकरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन दलों को आत्ममंथन करना चाहिए.

उन्होंने ट्वीट किया कि उद्घाटन का बहिष्कार करने वाली पार्टियों में लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य परिवारवादियों के एक चुनिंदा समूह को बनाए रखना है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस पर हमला बोला.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश की आलोचना करते हुए जोशी ने कहा, "कांग्रेस पार्टी को 'भारतीय' मूल्य और संस्कृति को बदनाम करने की आदत है. आज जब दुनिया भारत की समृद्ध परंपराओं पर ध्यान दे रही है, कांग्रेस पार्टी भारत और उसकी विरासत का अपमान करने के लिए नए तरीके खोजने की कोशिश कर रही है. ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी अभी भी औपनिवेशिक खुमारी में है."

रमेश ने कहा था कि इस बात का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि सी राजगोपालाचारी और जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं ने 'सेंगोल' को अंग्रेजों द्वारा भारत में सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बताया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. इस अवसर पर प्राचीन तमिल साम्राज्य के एक औपचारिक राजदंड 'सेंगोल' को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के करीब स्थापित किया जाएगा. करीब 20 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है.

प्रसाद ने कहा कि विपक्ष मोदी से जुड़ी किसी भी चीज का बहिष्कार करने पर आमादा रहता है. उन्होंने कहा, 'हम सभी जानते हैं कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कितना सम्मान दिया? क्या वे नए संसद भवन के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए थे? क्या उन्होंने गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा को श्रद्धांजलि दी? उन्हें इसका विरोध करना है क्योंकि मोदी इसे कर रहे हैं.'

नड्डा ने कहा, ''ये वंशवादी पार्टियां, विशेष रूप से कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार, इस साधारण तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत के लोगों ने एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले व्यक्ति में अपना विश्वास रखा है.' उन्होंने कहा, 'नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाले ज्यादातर दलों को क्या जोड़ता है? इसका सीधा सा जवाब है- वे वंशवाद द्वारा संचालित राजनीतिक दल हैं, जिनके राजशाही तरीके हमारे संविधान में गणतंत्रवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों के साथ टकराव में हैं.'

भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि इन दलों को उनकी पक्षपातपूर्ण राजनीति के लिए लोगों द्वारा एक बार फिर दंडित किया जाएगा क्योंकि मतदाता देख रहे हैं कि ये पार्टियां कैसे राजनीति को राष्ट्र से ऊपर रख रही हैं.

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राजस्थान: 'मॉब लिंचिंग' मामले में पीड़ित की पत्नी ने कहा- "अभी इंसाफ नहीं हुआ है, मुख्य आरोपी बरी..."

जयपुर: राजस्थान के अलवर में ‘मॉब लिंचिंग' का शिकार हुए रकबर खान की पत्नी का कहना है कि इस मामले में अभी इंसाफ नहीं हुआ है और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के उस नेता को बरी कर दिया गया जिसे वह ‘‘मुख्य आरोपी'' मानती है. अलवर की एक स्थानीय अदालत ने इस मामले में बृहस्‍पतिवार को चार आरोपियों को दोषी ठहराते हुए उन्हें सात-सात साल कारावास की सजा सुनाई थी.

अलवर में कुछ लोगों ने 2018 में रकबर की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. अदालत ने इस मामले में पांचवें आरोपी को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था. अदालत ने आरोपियों परमजीत सिंह, धर्मेंद्र यादव, नरेश कुमार और विजय कुमार को दोषी ठहराया था और चारों को कैद की सजा सुनाई थी.

अदालत ने पांचवें आरोपी विहिप नेता नवल किशोर को पर्याप्त सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था. रकबर खान की पत्नी असमीना ने शुक्रवार को कहा, ‘‘हमें न्याय नहीं मिला है. उन्होंने मेरे पति की हत्या की थी. मुख्य आरोपी को अदालत ने बरी कर दिया जबकि अन्य को सुनाई गई सजा कम है. उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए थी.''

अदालत ने चारों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 304 (1) के तहत गैर इरादतन हत्या और 341 (गलत तरीके से रोकना) के तहत दोषी ठहराया, लेकिन उन्हें हत्या (302) और दंगे (147) के आरोपों से बरी कर दिया. खान के परिवार के सदस्यों ने कहा कि निचली अदालत के आदेश को राजस्थान उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी.

खान के परिवार में उनकी पत्नी और सात बच्चे हैं. इस मामले के दो साल बाद उनके पिता सुलेमान का लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया था. किशोर ने अदालत के फैसले के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘चार अन्य भी निर्दोष हैं. निचली अदालत पर कोई दबाव नहीं था और इसने कानून के अनुसार काम किया है. यदि इस मामले की अपील उच्च न्यायालय में की जाती है, तो हमें उस पर भी पूरा विश्वास है.''

सजा पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है, ‘‘हम फैसले की समीक्षा करायेंगे. हम देखेंगे कि फैसले में क्या लिखा है और बाद में देखेंगे कि क्या किया जा सकता है.'' गौरतलब है कि 20 जुलाई, 2018 को अलवर के रामगढ़ इलाके में गौवंश तस्करी के संदेह में रकबर को कुछ लोगों ने बुरी तरह पीटा था. 20 जुलाई की रात खान और उसके दोस्त असलम ने कथित तौर पर लाडपुरा गांव से गायों को खरीदा था और उन्हें अलवर जिले में लालवंडी के पास एक जंगली इलाके से होते हुए हरियाणा ले जा रहे थे. जब आरोपियों ने उन पर हमला किया तब असलम तो भागने में सफल रहा. लेकिन रकबर की बुरी तरह से पिटाई की गयी जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गयी थी.

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Friday, May 26, 2023

वैदिक काल से भारत को ज्ञानी समाज बनाने में संस्कृत की भूमिका रही: ISRO प्रमुख

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि भारत वैदिक काल से ही एक ज्ञानी समाज था जिसमें संस्कृति की भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि गणित, चिकित्सा, तत्व विज्ञान, खगोल विज्ञान आदि विषय शामिल थे जो संस्कृत में लिखे गए थे. उन्होंने कहा कि ऐसी सभी शिक्षाएं देश में कई हजार साल बाद 'पश्चिमी वैज्ञानिकों द्वारा की गई खोजों' के रूप में वापस आईं.

सोमनाथ ने बुधवार को यहां महर्षि पाणिनि संस्कृत और वैदिक विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है जिसमें कविता, तर्क, व्याकरण, दर्शन, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, गणित और अन्य संबद्ध विषय शामिल हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘ सूर्य सिद्धांत सबसे पहली किताब है जो मैंने संस्कृत में देखी. यह उस विषय के बारे में है जिससे मैं परिचित हूं. यह किताब विशेष तौर पर सौर प्रणाली के बारे में है, कैसे ग्रह सूर्य के चारों और घूमते हैं, इसकी गति की अवधि, घटनाओं से संबंधित समय आदि.''

सोमनाथ ने कहा कि यह सारा ज्ञान यहां से चला, अरब पहुंचा, फिर यूरोप गया और हजारों साल बाद महान पश्चिम वैज्ञानिक खोज के रुप में हमारे पास वापस आया. हालांकि, यह सारा ज्ञान यहां संस्कृत भाषा में लिखा गया था.

इसरो प्रमुख ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में काम करने वालों को संस्कृत से प्यार है और यह देखने के लिए बहुत सारे शोध चल रहे हैं कि कंप्यूटिंग और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण के लिए इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है.



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नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से करवाने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेके महेश्वरी की बेंच मामले की सुनवाई करेगी.  

कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि राष्ट्रपति देश की प्रथम नागरिक हैं. संविधान के अनुच्छेद 79 के मुताबिक राष्ट्रपति संसद का भी अनिवार्य हिस्सा हैं. लोकसभा सचिवालय ने उनसे उद्घाटन न करवाने का जो फैसला लिया है, वह गलत है.

याचिकाकर्ता ने याचिका में कहा है कि देश के संवैधानिक प्रमुख होने के नाते राष्ट्रपति ही प्रधानमंत्री की नियुक्ति करते हैं. सभी बड़े फैसले भी राष्ट्रपति के नाम पर लिए जाते हैं. याचिका में कहा गया है कि अनुच्छेद 85 के तहत राष्ट्रपति ही संसद का सत्र बुलाते हैं. अनुच्छेद 87 के तहत उनका संसद में अभिभाषण होता है, जिसमें वह दोनों सदनों को संबोधित करते हैं. 

संसद से पारित सभी विधेयक राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ही कानून बनते हैं. इसलिए राष्ट्रपति से ही संसद के नए भवन का उद्घाटन करवाया जाना चाहिए.

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