प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की महत्वपूर्ण यात्रा पर रहेंगे. इस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सह उत्पादन, सह विकास में करीबी सहयोग के लिए रक्षा औद्योगिक सहयोग का खाका पेश किए जाने की संभावना है. साथ ही इस भेंट से उभरते एवं महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी सहित कई अहम क्षेत्रों में सहयोग के ठोस परिणाम सामने आने की भी उम्मीद है. पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के बारे में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने सोमवार को कहा कि यह दोनों देशों के संबंधों को लेकर मील का पत्थर है. यह एक महत्वपूर्ण यात्रा है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान रक्षा औद्योगिक सहयोग खाका सामने आने की उम्मीद है.हम इस यात्रा को काफी गहरे और व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखते हैं और पाते हैं कि इस यात्रा को लेकर अमेरिका में अत्यंत सकारात्मक रुचि है. हम नए क्षेत्र में सहयोग को लेकर प्रतिबद्ध और लक्षित हैं जो दोनों देशों और समाज को लेकर महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ दुनिया के लिए भी सकारात्मक योगदान देने की क्षमता वाले हैं.
प्रधानमंत्री की यात्रा में रक्षा औद्योगिक सहयोग रोडमैप,उभरते एवं महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग व दूरसंचार, अंतरिक्ष, विनिर्माण क्षेत्र में संबंधों को विस्तार देने पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा. अगर आप भारत-अमेरिका रक्षा गठजोड़ के परिदृश्य को देखें तब यह काफी मजबूत एवं विविधतापूर्ण है. इसमें ऐसे सभी तत्व हैं जो इसे काफी महत्वपूर्ण बनाते हैं. इसमें रक्षा सह उत्पादन और सह विकास से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा हो सकती है।
क्वात्रा ने कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर अनेक अभ्यास हुए हैं, इसमें कुछ द्विपक्षीय और कुछ क्षेत्रीय प्रकृति के रहे हैं. सशस्त्र बलों के बीच भी स्टाफ स्तर पर संपर्क हैं. भारत ने अमेरिकी उपकरणों की तैनाती की है और इनका उपयोग किया जा रहा है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 से 25 जून तक अमेरिका और मिस्र की राजकीय यात्रा पर जा रहे हैं. इस दौरान वह दोनों देशों के साथ पहले से ही मजबूत संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा करेंगे.
विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन की राजकीय यात्रा का एक महत्वपूर्ण आयाम भारत और अमेरिका के बीच मजबूत प्रौद्योगिकी गठजोड़ बनाना और आर्थिक संबंधों को बेहतर बनाना है. क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच रक्षा सह उत्पादन और सह-विकास से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा हो सकती है.
प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के महत्वपूर्ण पहलुओं एवं रक्षा सहयोग के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में विदेश सचिव ने कहा कि भारत, अमेरिका के रक्षा सहयोग को एक सीमित दृष्टि से देखने के बजाय, इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हमारा सहयोग काफी व्यापक है. इसके कई महत्वपूर्ण भाग हैं. इसके एक नए भाग पर हम काफी ध्यान दे रहे हैं कि भारत और अमेरिका के रक्षा उद्योग अपना द्विपक्षीय सहयोग कैसे बढ़ा सकते हैं.
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